Short Summary
The Great Stone Face” is a story about nature, divinity, and a prophecy. It begins with a mother and her young son, Ernest, who live in a prosperous valley. What sets this place apart is a local mountainside with rocks that strongly resemble a wise and benevolent face. The mother tells her fascinated son of the local legend, that a man whose appearance matches the Great Stone Face will return to the valley. That man is destined to be, ”the greatest and noblest personage of his time.” Young Ernest is drawn to the tale and hopes fervently that such a man will appear in his lifetime.
The Great Stone Face -I Summary in English
The Great Stone Face is a story written by Nathaniel Hawthorne. It revolves around a man and his fascination with a mountainside. A little boy named Ernest lives with his mother in the valley. The mother is telling Ernest about the Great Stone Face.
Everyone in the valley knew about it. Now, Ernest was learning about it. It is indeed a piece of nature. It is a local mountainside that has huge rocks that resemble the features of a human face from afar. So much so, that it looks alive.
Ernest always felt that the giant face was always smiling at him. His mother tells him about a local legend that says that a man resembling the giant face will return to the valley one day. That man will be the greatest and noblest.
This just piqued Ernest’s interest even more. Ernest is a happy and helpful child who grows up to be a mild and quiet adult. Many years ago, a man, Gathergold, left the valley. He is now a rich man who returns to the valley. People start talking about Gathergold can indeed be the look-alike of the Great Stone Face.
However, Ernest did not feel he was the one. He goes every day and gazes at the giant face. It always makes him wonder why the look-alike has not come back yet. By this time, Gathergold passes away without ascertaining resemblance to the giant face.
Meanwhile, there is another man of the valley who joins the army and leaves the valley. He is very famous on the battlefield but is now old and returns to his valley. Again, people think he is the one but Ernest is still not content with this. He does not see any resemblance and still believes the real look-alike is not here yet. He keeps on waiting for the man resembling the Great Stone Face to arrive.
The Great Stone Face -I Summary in Hindi
विशाल पत्थर पर बना चेहरा प्रकृति की कारीगरी थी। यह पर्वत के बगल में कुछ चट्टानों से बना था। दूरी से देखने पर ये पत्थर किसी जीवित मानव चेहरे की भाँति दिखते थे। पास जाने पर वह चेहरा पत्थरों के ढेर में बदल जाता था। लोगों की मान्यता थी कि घाटी की उर्वरता उसी चेहरे की देन है।
एक दिन एक माँ अपने छोटे लड़के अर्नेस्ट के साथ झोंपड़ी के दरवाजे पर बैठी थी। बच्चे ने इच्छा व्यक्त की कि काश वह विशाल चेहरा बोल सकता। माँ को आशा थी कि इस प्रकार के चेहरे वाला असली व्यक्ति कभी न कभी स्वतः आयेगा। उसने एक विचित्र कहानी सुनाई जो उसने भी बचपन में सुनी थी।
उस पत्थर के चेहरे वाला महान व्यक्ति कभी पैदा होगा। यही लोगों की भविष्यवाणी थी।
अर्नेस्ट इस कहानी को कभी भूल न सका। वह माँ की बहुत मदद करता था। वह एक सीधा, सरल और शांत स्वभाव का युवक बन गया। पत्थर वाला चेहरा उसका शिक्षक बन गया। बच्चा उसे हर दिन घंटों देखा करता था।
एक बार अफवाह उड़ी कि वैसे चेहरे वाला व्यक्ति गाँव में आ गया है। अनेक वर्ष पूर्व एक युवक घाटी छोड़कर चला गया था और वह दूर एक बन्दरगाह पर जाकर बस गया था। वह बहुत धनवान हो गया। फिर उसे अपने जन्म स्थान पर लौटने की इच्छा हुई। उस धनी गेदरगोल्ड का लोगों ने एक महान व्यक्ति के रुप में स्वागत किया क्योंकि उसका चेहरा उस पत्थर के चेहरे से मिलता जुलता था। पर अर्नेस्ट आम लोगों की राय से सहमत नहीं हुआ।
काफी वर्ष बीत गए। अर्नेस्ट नवयुवक हो गया। उसकी तरफ किसी का ध्यान आकर्षित नहीं होता था। उसमें कोई उल्लेखनीय विशेषता नहीं थी। परन्तु वह परिश्रमी और दयालु था। वह अभी भी उस पत्थर के चेहरे को घंटों निहारता रहता था। उसे अभी भी हैरानी होती थी कि पथरीले चेहरे वाला व्यक्ति आने में इतना विलम्ब क्यों कर रहा है।
गेदरगोल्ड एक गरीब की स्थिति में मरा तथा दफना दिया गया। फिर लोगों ने स्वीकारा कि वह व्यापारी पर्वत पर बने शानदार चेहरे वाला न था।
संयोग ऐसा हुआ कि घाटी का ही एक अन्य व्यक्ति स्वदेश लौटा। वह एक प्रसिद्ध सैन्य कमाण्डर था। लोग उसकी ओर अंधविश्वास के साथ आकर्षित थे और उसे पत्थर जैसे महान चेहरे वाला मानते थे। पर अर्नेस्ट को दोनो में कोई समानता नहीं दिखी।