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Chapter - 17 वीर कुवर सिंह
MCQs
Question 1.
इस पाठ में किस स्थान पर 1857 में भीषण विद्रोह नहीं हुआ था।
(a) कानपुर
(b) बुंदेलखंड
(c) आजमगढ़
(d) रूहेलखंड।
Answer
Answer: (d) रूहेलखंड।
Question 2.
इनमें कौन-सा वीर प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल नहीं था?
(a) नाना साहेब
(b) तात्या टोपे
(c) सरदार भगत सिंह
(d) रानी लक्ष्मीबाई।
Answer
Answer: (c) सरदार भगत सिंह
Question 3.
वीर कुंवर सिंह का जन्म किस राज्य में हुआ था?
(a) बंगाल
(b) उत्तर प्रदेश
(c) बिहार
(d) उड़ीसा।
Answer
Answer: (c) बिहार
Question 4.
इस पाठ के लेखक कौन हैं?
(a) यतीश अग्रवाल
(b) विजय तेंदुलकर
(c) विभागीय
(d) जैनेंद्र कुमार।
Answer
Answer: (c) विभागीय
Question 5.
मंगल पांडे ने अंग्रेजों के विरुद्ध कहाँ बगावत किया था?
(a) दानापुर
(b) कानपुर
(c) आज़मगढ़
(d) बैरकपुर
Answer
Answer: (d) बैरकपुर
Question 6.
11 मई 1857 को भारतीय सैनिकों ने किस पर कब्जा कर लिया?
(a) लखनऊ
(b) आरा
(c) मेरठ
(d) दिल्ली
Answer
Answer: (d) दिल्ली
Question 7.
अंग्रेज़ी सेना और स्वतंत्रता सेनानियों के मध्य कहाँ भीषण युद्ध हुआ?
(a) बरेली
(b) कानपुर
(c) आरा
(d) उपर्युक्त सभी।
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त सभी।
Question 8.
कुंवर सिंह का जन्म-बिहार राज्य के किस जनपद में हुआ।
(a) शाहाबाद
(b) आरा
(c) जहानाबाद
(d) छपरा।
Answer
Answer: (a) शाहाबाद
(1)
वीर कुंवर सिंह के बचपन के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं मिलती। कहा जाता है कि कुँवर सिंह का जन्म बिहार में शाहाबाद जिले के जगदीशपुर में सन् 1782 ई० में हुआ था। उनके पिता का नाम साहबजादा सिंह और माता का नाम पंचरतन कुँवर था। उनके पिता साहबजादा सिंह जगदीशपुर रियासत के ज़मींदार थे, परंतु उनको अपनी ज़मींदारी हासिल करने में बहुत संघर्ष करना पड़ा। पारिवारिक उलझनों के कारण कुँवर सिंह के पिता बचपन में उनकी ठीक से देखभाल नहीं कर सके। जगदीशपुर लौटने के बाद ही वे कुंवर सिंह की पढ़ाई-लिखाई की ठीक से व्यवस्था कर पाए।
Question 1.
वीर कुंवर सिंह का जन्म किस राज्य में हुआ था?
(a) पंजाब
(b) उत्तर प्रदेश
(c) उड़ीसा
(d) बिहार।
Answer
Answer: (d) बिहार।
Question 2.
कुँवर सिंह में देशभक्ति की भावना किसने जगाया?
(a) उनके मित्र ने
(b) मंगल पाण्डेय ने
(c) उनके पिता जी ने
(d) बसुरिया बाबा ने।
Answer
Answer: (d) बसुरिया बाबा ने।
Question 3.
कुँवर सिंह के पिता थे-
(a) राजा
(b) ज़मींदार
(c) जागीरदार
(d) इनमें से कोई नहीं।
Answer
Answer: (b) ज़मींदार
Question 4.
सोनपुर का मेला कब लगता था?
(a) कार्तिक पूर्णिमा को
(b) कार्तिक अमावस्या को
(c) सावन के महीने में
(d) दीपावली से पूर्व।
Answer
Answer: (a) कार्तिक पूर्णिमा को
Question 5.
कुँवर सिंह गुप्त योजनाएँ कहा बनाया करते थे।
(a) अपने घर पर
(b) सोनपुर के पशु मेले में
(c) जंगल में
(d) सभाओं में।
Answer
Answer: (b) सोनपुर के पशु मेले में
(2)
जगदीशपुर के जंगलों में ‘बासुरिया बाबा’ नाम के एक सिद्ध संत रहते थे। उन्होंने ही कुँवर सिंह में देशभक्ति एवं स्वाधीनता की भावना उत्पन्न की थी। उन्होंने बनारस, मथुरा, कानपुर, लखनऊ आदि स्थानों पर जाकर विद्रोह की सक्रिय योजनाएँ बनाईं। वे 1845 से 1846 तक काफ़ी सक्रिय रहे और गुप्त ढंग से ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ विद्रोह की योजना बनाते रहे। उन्होंने बिहार के प्रसिद्ध सोनपुर मेले को अपनी गुप्त बैठकों की योजना के लिए चुना। सोनपुर के मेले को एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता है। यह मेला कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगता है। यह हाथियों के क्रय-विक्रय के लिए भी विख्यात है। इसी ऐतिहासिक मेले में उन दिनों स्वाधीनता के लिए लोग एकत्र होकर क्रांति के बारे में योजना बनाते थे।
Question 1.
बासुरिया बाबा कौन थे?
(a) एक सैनिक
(b) एक सिद्ध संत
(c) स्वतंत्रता सेनानी
(d) शिक्षक।
Answer
Answer: (b) एक सिद्ध संत
Question 2.
किस स्थान को गुप्त मेले के लिए चुना गया?
(a) पुष्कर मेले को
(b) नालंदा को
(c) बक्सर को
(d) सोनपुर मेले को।
Answer
Answer: (d) सोनपुर मेले को।
Question 3.
सोनपुर का मेला किस राज्य में आयोजित किया है?
(a) उड़ीसा
(b) उत्तर प्रदेश
(c) बिहार
(d) असम।
Answer
Answer: (c) बिहार
Question 4.
सोनपुर का मेला किसके क्रय-विक्रय के लिए विख्यात है?
(a) कपड़े के लिए
(b) घोड़ों के
(c) हाथियों के लिए
(d) बकरियों के लिए।
Answer
Answer: (c) हाथियों के लिए
Question 5.
“ऐतिहासिक’ शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय कौन-सा है?
(a) इक
(b) विक
(b) आसिक
(d) क।
Answer
Answer: (a) इक
(3)
दानापुर और आरा की इस लड़ाई की ज्वाला बिहार में सर्वत्र व्याप्त हो गई थी, लेकिन देशी सैनिकों में अनुशासन की कमी, स्थानीय ज़मींदारों का अंग्रेजों के साथ सहयोग करना एवं आधुनिकतम शस्त्रों की कमी के कारण जगदीशपुर का पतन रोका न जा सका। 13 अगस्त को जगदीशपुर में कुँवर सिंह की सेना अंग्रेजों से परास्त हो गई। किंतु इससे वीरवर कुँवर सिंह का आत्मबल टूटा नहीं और वे भावी संग्राम की योजना बनाने में तत्पर हो गए। वे क्रांति के अन्य संचालक नेताओं से मिलकर इस आजादी की लड़ाई को आगे बढ़ाना चाहते थे। कुंवर सिंह सासाराम से मिर्जापुर होते हुए रीवा, कालपी, कानपुर एवं लखनऊ तक गए। लखनऊ में शांति नहीं थी इसलिए बाबू कुँवर सिंह ने आज़मगढ़ की ओर प्रस्थान किया। उन्होंने आज़ादी की इस आग को बराबर जलाए रखा। उनकी वीरता की कीर्ति पूरे उत्तर भारत में फैल गई। कुँवर सिंह की इस विजय यात्रा से अंग्रेजों के होश उड़ गए।
Question 1.
जगदीशपुर के पतन का प्रमुख कारण क्या था?
(a) नए शस्त्रों की कमी
(b) सैनिकों में अनुशासन का आभाव
(c) ज़मींदारों का अंग्रेजों के साथ सहयोग करना
(d) उपर्युक्त सभी।
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त सभी।
Question 2.
दानापुर और आरा की लड़ाई का क्या परिणाम हुआ।
(a) स्थानीय लड़ाई बनकर रह गई
(b) पूरे बिहार में आज़ादी की आग फैल गई
(c) सारे देश में इसका परिणाम हुआ
(d) बिहार में चारों तरफ़ आतंक का वातावरण छा गया।
Answer
Answer: (b) पूरे बिहार में आज़ादी की आग फैल गई
Question 3.
अंग्रेजों से पराजय के बाद कुँवर सिंह का आत्मबल-
(a) बढ़ गया
(b) टूट गया
(c) लूट गया
(d) ठीक रहा।
Answer
Answer: (a) बढ़ गया
Question 4.
लखनऊ से कुँवर सिंह ने कहाँ प्रस्थान किया?
(a) कानपुर
(b) मिर्जापुर
(c) आरा
(d) आजमगढ़।
Answer
Answer: (d) आजमगढ़।
Question 5.
‘वीरता’ में ‘ता’ क्या है?
(a) उपसर्ग
(b) प्रत्यय
(c) मूलशब्द
(d) अन्य।
Answer
Answer: (b) प्रत्यय
(4)
वीर कुंवर सिंह ने ब्रिटिश हुकूमत के साथ लोहा तो लिया ही उन्होंने अनेक सामाजिक कार्य भी किए। आरा ज़िला स्कूल के लिए ज़मीन दान में दी जिस पर स्कूल के भवन का निर्माण किया गया। कहा जाता है कि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी, फिर भी वे निर्धन व्यक्तियों की सहायता करते थे। उन्होंने अपने इलाके में अनेक सुविधाएँ प्रदान की थीं। उनमें से एक है-आराजगदीशपुर सड़क और आरा-बलिया सड़क का निर्माण। उस समय जल की पूर्ति के लिए लोग कुएँ खुदवाते थे और तालाब बनवाते थे। वीर कुंवर सिंह ने अनेक कुएँ खुदवाए और जलाशय भी बनवाए।
Question 1.
वीर कुंवर सिंह ने क्या-क्या सामाजिक कार्य किए?
(a) स्कूल के लिए जमीन दान दिए
(b) सड़कें बनाए
(c) कुएँ तथा तलाब बनवाए
(d) उपर्युक्त सभी।
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त सभी।
Question 2.
कुंवर सिंह ने आरा की ज़मीन दान में क्यों दी?
(a) वृद्धाश्रम हेतु
(b) विद्यालय हेतु
(c) बाग-बगीचे के लिए
(d) स्वतंत्रता सेनानियों के लिए।
Answer
Answer: (b) विद्यालय हेतु
Question 3.
कुंवर सिंह ने किस सड़क का निर्माण करवाया?
(a) आरा
(b) आरा-जगदीशपुर
(c) आरा से बलिया तक
(d) जगदीशपुर व बलिया।
Answer
Answer: (c) आरा से बलिया तक
Question 4.
कुँवर सिंह के किस प्रकार के व्यक्तित्व थे?
(a) उदार
(b) संवेदनशील
(c) परोपकारी
(d) उपर्युक्त सभी।
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त सभी।
Question 5.
‘लोहा लेना’ मुहावरे का क्या अर्थ है?
(a) बदला देना
(b) परेशान करना
(c) धाक जमाना
(d) उपर्युक्त सभी।
Answer
Answer: (a) बदला देना
(5)
सन् 1857 के व्यापक-सशस्त्र विद्रोह ने भारत में ब्रिटिश शासन की जड़ों को हिला दिया। भारत में ब्रिटिश शासन ने जिस दमन नीति को आरंभ दिया उसके विरुद्ध विद्रोह शुरू हो गया था। मार्च 1857 में बैरकपुर में अंग्रेजों के विरुद्ध बगावत करने पर मंगल पांडे को 8 अप्रैल 1857 को फाँसी दे दी गई। 10 मई 1857 को मेरठ में भारतीय सैनिकों ने ब्रिटिश अधिकारियों के विरुद्ध आंदोलन किया और सीधे दिल्ली की ओर कूच कर गए। दिल्ली में तैनात सैनिकों के साथ मिलकर 11 मई को उन्होंने दिल्ली पर कब्जा कर लिया और अंतिम मुगल शासक बहादुरशाह ज़फ़र को भारत का शासक घोषित कर दिया।
Question 1.
सन् 1857 के सशस्त्र विद्रोह का भारत में ब्रिटिश शासन पर क्या असर हुआ?
Answer
Answer: सन् 1857 के सशस्त्र विद्रोह का भारत में ब्रिटिश शासन पर असर यह हुआ कि वह कमज़ोर हो गया।
Question 2.
भारतीयों ने अंग्रेजों की किस नीति का विद्रोह किया था?
Answer
Answer: भारतीयों ने अंग्रेज़ों के दमन नीति का विद्रोह किया।
Question 3.
मंगल पांडे को फांसी क्यों दी गई?
Answer
Answer: मंगल पांडे को फाँसी इसलिए दिया गया क्योंकि मार्च 1857 में बैरकपुर में अंग्रेजों के विरुद्ध बगावत करने पर मंगल पांडे को 18 अप्रैल 1857 को फाँसी दे दी गई।
Question 4.
मेरठ में विद्रोह करने के बाद भारतीय सैनिक कहाँ चले गए।
Answer
Answer: 10 मई 1857 को मेरठ में भारतीय सैनिकों ने ब्रिटिश अधिकारियों के विरुद्ध आंदोलन किया और सीधे वे दिल्ली कूच कर गए।
(6)
वीर कुंवर सिंह के बचपन के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं मिलती। कहा जाता है कि कुँवर सिंह का जन्म बिहार में शाहाबाद जिले के जगदीशपुर में सन् 1782 ई० में हुआ था। उनके पिता का नाम साहबज़ादा सिंह और माता का नाम पंचरतन कुँवर था। उनके पिता साहबज़ादा सिंह जगदीशपुर रियासत के ज़मींदार थे, परंतु उनको अपनी ज़मींदारी हासिल करने में बहुत संघर्ष करना पड़ा। पारिवारिक उलझनों के कारण कुँवर के पिता बचपन में उनकी ठीक से देखभाल नहीं कर सके। जगदीशपुर लौटने के बाद ही वे कुँवर सिंह की पढ़ाई-लिखाई की ठीक से व्यवस्था कर पाए।
Question 1.
वीर कुंवर सिंह का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह का जन्म बिहार में शाहाबाद जिले के जगदीशपुर नामक स्थान पर सन् 1782 में हुआ था।
Question 2.
कुँवर सिंह के माता-पिता कौन थे?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह के पिता का नाम साहबजादा सिंह व माता का नाम पंचरतन कुँवर था।
Question 3.
इनके पिता बचपन में इसकी देखभाल क्यों नहीं कर पाए?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह के पिता जगदीशपुर रियासत के ज़मींदार थे। उन्हें अपनी ज़मींदारी हासिल करने के लिए काफ़ी संघर्ष करना पड़ा। इसके अलावे पारिवारिक उलझनों के कारण वे अपने बेटे कुँवर सिंह की देखभाल सही रूप में न कर सके।
Question 4.
कुँवर सिंह के पिता कैसे व्यक्ति थे?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह के पिता वीर होने के साथ-साथ स्वाभिमानी एवं उदार स्वभाव के व्यक्ति थे।
Question 5.
कुँवर सिंह की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा किस प्रकार हुई ?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह के पिता जगदीशपुर रियासत के ज़मींदार थे। उन्होंने उनकी प्रारंभिक शिक्षा की व्यवस्था घर पर ही कर दिया था, जहाँ उन्होंने हिंदी, संस्कृत और फारसी सीखी, लेकिन पढ़ने-लिखने से ज़्यादा उनका मन घुड़सवारी तलवारबाज़ी और कुश्ती लड़ने में लगता था।
(7)
आज़मगढ़ की ओर जाने का उनका उद्देश्य था-इलाहाबाद एवं बनारस पर आक्रमण कर शत्रुओं को पराजित करना और अंततः जगदीशपुर पर अधिकार करना। अंग्रेजों और कुँवर सिंह की सेना के बीच घमासान युद्ध हुआ। उन्होंने 22 मार्च 1858 को आजमगढ़ पर कब्जा कर लिया। अंग्रेजों ने दोबारा आज़मगढ़ पर आक्रमण किया। कुँवर सिंह ने एक बार फिर आज़मगढ़ में अंग्रेजों को हराया। इस प्रकार अंग्रेज़ी सेना को परास्त कर वीर कुंवर सिंह 23 अप्रैल 1858 को स्वाधीनता की विजय पताका फहराते हुए जगदीशपुर पहुँच गए। किंतु इस बूढ़े शेर को बहुत अधिक दिनों तक इस विजय का आनंद लेने का सौभाग्य न मिला। इसी दिन विजय उत्सव मनाते हुए लोगों ने यूनियन जैक (अंग्रेज़ों का झंडा) उतारकर अपना झंडा फहराया। इसके तीन दिन बाद ही 26 अप्रैल 1858 को यह वीर इस संसार से विदा होकर अपनी अमर कहानी छोड़ गया।
Question 1.
वीर कुंवर सिंह का आजमगढ़ की ओर बढ़ने का क्या उद्देश्य था? लिखिए ?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह का आज़मगढ़ की ओर बढ़ने का उद्देश्य था इलाहाबाद और बनारस पर आक्रमण करके शत्रुओं को पराजित करके अंत में जगदीशपुर पर अपना आधिपत्य जमाना था।
Question 2.
आजमगढ़ में कुँवर सिंह ने अंग्रेजों का सामना कैसे किया?
Answer
Answer: आज़मगढ़ में वीर कुंवर सिंह और अंग्रेजों के बीच घमासान युद्ध हुआ। 22 मार्च 1858 को कुंवर सिंह की सेना ने आज़मगढ़ पर अधिकार कर लिया। अंग्रेजों ने पुनः आक्रमण कर दिया। कुँवर सिंह ने उन्हें दुबारा परास्त कर दिया।
Question 3.
जगदीशपुर में स्वाधीनता की विजय पताका कब फहराई गई?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह द्वारा जगदीशपुर में स्वाधीनता की विजय पताका 23 अप्रैल 1858 को फहराई गई।
Question 4.
वीर कुंवर सिंह की मृत्यु कब हुई ?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह की मृत्यु 26 अप्रैल 1858 को हुई।
Question 5.
‘स्वाधीनता’ और ‘पराधीनता’ शब्द का विलोम लिखिए।
Answer
Answer:
शब्द | विलोम शब्द |
स्वाधीनता | पराधीनता |
सौभाग्य | दुर्भाग्य |
(8)
वीर कुंवर सिंह ने ब्रिटिश हुकूमत के साथ लोहा तो लिया ही उन्होंने अनेक सामाजिक कार्य भी किए। आरा जिला स्कूल के लिए ज़मीन दान में दी जिस पर स्कूल के भवन का निर्माण किया गया। कहा जाता है कि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी, फिर भी वे निर्धन व्यक्तियों की सहायता करते थे। उन्होंने अपने इलाके में अनेक सुविधाएँ प्रदान की थीं। उनमें से एक है-आराजगदीशपुर सड़क और आरा-बलिया सड़क का निर्माण। उस समय जल की पूर्ति के लिए लोग कुएँ खुदवाते थे और तालाब बनवाते थे। वीर कुंवर सिंह ने अनेक कुएँ खुदवाए और जलाशय भी बनवाए।
Question 1.
वीर कुंवर सिंह ने क्या-क्या काम किए?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह ने आरा जिला स्कूल के लिए जमीन दान में दिए, गरीबों की आर्थिक मदद की, सड़कें बनवाईं, कुएँ खुदवाए, तालाब बनवाए, इसके अलावे मदरसों का निर्माण करवाए।
Question 2.
कुंवर सिंह की चारित्रिक विशेषताएँ क्या-क्या थीं?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह की प्रमुख चारित्रिक विशेषताएँ थीं कि वे धर्मनिरपेक्ष थे। उनकी सेना में हिंदुओं के साथ-साथ मुसलमान भी उच्च पदों पर आसीन थे। इसके अतिरिक्त उन्होंने पाठशालाओं के साथ-साथ मदरसे भी बनवाए। उनके दरबार में हिंदुओं और मुसलमानों के सभी त्योहार एक साथ मिलकर मनाए जाते थे।
Question 3.
कुँवर सिंह की धर्मनिरपेक्षता किन बातों से पता चलता है?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह की प्रमुख चारित्रिक विशेषताएँ थीं कि वे धर्मनिरपेक्ष थे। उनकी सेना में हिंदुओं के साथ-साथ मुसलमान भी उच्च पदों पर आसीन थे। इसके अतिरिक्त उन्होंने पाठशालाओं के साथ-साथ मदरसे भी बनवाए। उनके दरबार में हिंदुओं और मुसलमानों के सभी त्योहार एक साथ मिलकर मनाए जाते थे।
Question 4.
उन्होंने किस विशेष सड़क का निर्माण करवाया?
Answer
Answer: उन्होंने आरा-जगदीशपुर और आरा-बलिया सड़क का निर्माण करवाया।
Question 5.
कुँवर सिंह की लोकप्रियता का पता किससे चलता है ?
Answer
Answer: वीर कुंवर सिंह की लोकप्रियता का पता उन गीतों से चलता है जो बिहार की लोक भाषाओं में उनकी प्रशस्ति के रूप में गाए जाते हैं।
प्रश्न अभ्यास
निबंध से
प्रश्न 1.
वीर कुंवर सिंह के व्यक्तित्व की कौन-कौन सी विशेषताओं ने आपको प्रभावित किया?
उत्तर:
वीर कुंवर सिंह के व्यक्तित्व की निम्नलिखित विशेषताओं ने मुझे प्रभावित किया :
- उनमें स्वाधीनता तथा देश प्रेम की भावना कूट-कूट कर भरी थी।
- उनमें मातृभूमि को अंग्रेजों की दासता से मुक्त कराने प्रबल इच्छा थी।
- वे अत्यंत वीर तथा कुशल सैनिक एवं सेनापति थे।
- वे साहसी तथा छापामार युद्धकला में अत्यंत निपुण थे।
- वे निर्धनों की सहायता करने वाले उदार एवं संवेदनशील व्यक्ति थे।
प्रश्न 2.
कुंवर सिंह को बचपन में किन कामों में मज़ा आता था? क्या उन्हें उन कामों से स्वतंत्रता सेनानी बनने में कछ मदद मिली?
उत्तर:
बचपन में कुंवर सिंह को पढ़ने-लिखने से ज्यादा घुड़सवारी, तलवारबाजी और कुश्ती लड़ने में मज़ा आता था। हाँ, इन कामों से उन्हें स्वतंत्रता सेनानी बनने में मदद मिली, क्योंकि कुशल स्वतंत्रता सेनानी बनने के लिए इन गुणों की बहुत-सी ज़रूरत होती है।
प्रश्न 3.
सांप्रदायिक सद्भाव में कुँवर सिंह की गहरी आस्था थी-पाठ के आधार पर कथन की पुष्टि कीजिए।
उत्तर:
कुँवर सिंह की सेना में इब्राहीम खाँ और किफायत हुसैन उच्च पदों पर नियुक्त थे। उनके यहाँ हिंदुओं और मुसलमानों के त्यौहार एक साथ मिलजुल कर मनाए जाते थे। उन्होंने पाठशालाओं के साथ मकतब भी बनवाए। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि कुंवर सिंह को सांप्रदायिक सद्भाव में गहरी आस्था थी।
प्रश्न 4.
पाठ के किन प्रसंगों से तुम्हें पता चलता है कि कुँवर सिंह उदार एवं स्वाभिमानी व्यक्ति थे?
उत्तर:
निम्नलिखित प्रसंगों से हमें कुँवर सिंह के साहसी, उदार एवं स्वाभिमानी व्यक्ति होने का पता चलता है :
- यह जानते हुए भी अंग्रेजों के पास विशाल सेना तथा अत्याधुनिक शस्त्र हैं, उन्होंने वीरतापूर्वक लड़कर अंग्रेज़ों को हराया। इनसे उनके साहसी होने का पता चलता है।
- कुँवर सिंह ने स्कूलों को जमीन दान दी। विद्यालय भवन और मकतब भी बनवाएं। वे निर्धन व्यक्तियों की सहायता किया करते थे। उन्होंने अनेक जलाशय बनवाए और कुएँ खुदवाए। इससे उनके उदार होने का ज्ञान होता है।
- कुंवर सिंह जब तक जीवित रहे, अपनी मातृभूमि को आजाद करवाने के लिए युद्ध) करते रहे। उन्होंने अंग्रेजों की दासता स्वीकार न करते हुए स्वाभिमान से जीवन बिताया। इस प्रसंग से उनके स्वाभिमानी होने का पता चलता है।
प्रश्न 5.
आम तौर पर मेले का उपयोग मनोरंजन, खरीद-फरोख्त एवं मेल-जोल के लिए किया जाता है। वीर कुंवर सिंह ने मेले का उपयोग किस रूप में किया?
उत्तर:
वीर कुंवर सिंह ने सोनपुर के प्रसिद्ध मेले का उपयोग मातृभूमि को स्वतंत्र कराने के लिए किया। इसी मेले में वे अपनी गुप्त बैठकें करते और स्वाधीनता के लिए क्रांति के बारे में योजनाएँ बनाते थे।
निबंध से आगे
प्रश्न 1.
सन् 1857 के आंदोलन में भाग लेने वाले किन्हीं चार सेनानियों पर दो-दो वाक्य लिखिए।
उत्तर:
- झांसी की रानी लक्ष्मीबाई : रानी लक्ष्मीबाई के राज्य को डलहौज़ी ने अंग्रेजी साम्राज्य में मिलाना चाहा था। रानी ने मातृभूमि को स्वतंत्र कराने के लिए अंग्रेजों से युद्ध किया और वीरगति को प्राप्त हो गई थी।
- मंगल पांडे : ये बैरकपुर में अंग्रेजी सेना में सिपाही थे। गाय और सूअर की चर्बी से बने कारतूस को मुँह से न खोलने के लिए अंगेजों के खिलाफ बगावत कर दया थी।
- तात्या टोपे : तात्या टोपे प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन के सिपाही थे। इन्होंने छापामार युद्ध के माध्यम से अंग्रेजों को काफी क्षति पहुँचाई थी।
- नाना साहब : नाना साहब धूंधूपंत स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे। इनके नेत्तृत्व में कानपुर में सशस्त्र क्रांति हुई, जिसमें अनेक अंग्रेज मारे गए थे।
प्रश्न 2.
सन् 1857 के क्रांतिकारियों से संबंधित गीत विभिन्न भाषाओं और बोलियों में गाए जाते हैं। ऐसे कुछ गीतों को संकलित कीजिए।
उत्तर:
क्रांतिकारियों से संबंधित कुछ गीत :
- सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। देखना है ज़ोर कितना, बाजुए कातिल में है।।
- मेरा रंग दे बसती चोला, माए रंग दे बसंती चोला।
- कर चले हम फ़िदा जान-ओ-तन साथियों, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों। शेष कुछ गीत छात्र स्वयं संकलित करें।
कल्पना और अनुमान से
प्रश्न 1.
वीर कुंवर सिंह का पढ़ने के साथ-साथ कुश्ती और घुड़सवारी में ज़्यादा मन लगता था। तुम्हें पढ़ने के अलावा और किन-किन गतिविधियों या कामों में खूब मज़ा आता है। उसे लिखो।
उत्तर:
पढ़ने के अलावा मुझे पतंग उड़ाने, क्रिकेट खेलने, कंप्यूटर पर गेम खेलने, टीवी पर फिल्में देखने में खूब मजा आता है। टेलीविजन पर क्रिकेट मैच देखने में मुझे विशेष आनंद आता है।
प्रश्न 2.
सन् 1857 में अगर तुम 12 वर्ष के होते तो क्या करते कल्पना करके लिखो।
उत्तर:
सन् 1857 में यदि मैं बारह वर्ष का होता तो :
- अपनी मातृभूमि को अंगेज़ों की दासता से मुक्ति दिलाने के उपाय सोचता।।
- कुँवर सिंह, ताँत्याँ टोपे, रानी लक्ष्मीबाई जैसे क्रांतिकारियों को अपना आदर्श मानता।
- उनकी बैठकों में शामिल होकर उनके विचारों को ध्यान से सुनता और वे जो भी काम बताते, मैं करता।
- गाँव-गाँव जाकर लोगों को स्वाधीनता के लिए उन्हें संगठित करता।
प्रश्न 3.
आपने भी कोई मेला देखा होगा। सोनपुर के मेले और इस मेले में आप क्या अंतर पाते हैं?
उत्तर:
सोनपुर का मेला और मेरे द्वारा देखे गए मेले में अन्तर
सोनपुर का मेला –
- सोनपुर का मेला एशिया का सबसे बड़ा मेला है।
- यह हाथियों तथा अन्य पशुओं के क्रय-विक्रय के लिए प्रसिद्ध है।
- यह मेला कई दिनों तक चलता रहता है।
- मेले में अनेक किस्म के पशु थे।
मेरे द्वारा देखा गया मेला –
- यह स्थानीय स्तर पर लगने वाला मेला है।
- इस मेले में अनेक प्रकार की उपयोगी वस्तुएँ बेचते है।
- यह मेला केवल दो दिनों तक ही चलता है।
- इस मेले में खेल-खिलौने, मिठाइयाँ, कपड़े, लोहे के सामान आदि की दुकानें होती हैं।
भाषा की बात
प्रश्न – आप जानते हैं कि किसी शब्द को बहुवचन में प्रयोग करने पर उसकी वर्तनी में बदलाव आता है। जैसे-सेनानी एक व्यक्ति के लिए प्रयोग करते हैं और सेनानियों एक से अधिक के लिए। सेनानी शब्द की वर्तनी में बदलाव यह हुआ है कि अंत के वर्ण ‘नी’ की मात्रा दीर्घ —ी’ (ई) से ह्रस्व ‘f (इ) हो गई है। ऐसे शब्दों को, जिनके अंत में दीर्घ ईकार होता है, बहुवचन बनाने पर वह इकार हो जाता है, यदि शब्द के अंत में ह्रस्व इकार होता है, तो उसमें परिवर्तन नहीं होता जैसे-दृष्टि से दृष्टियों।
नीचे दिए गए शब्दों का वचन बदलिए-
नीति ……….. ज़िम्मेदारियों ………….
सलामी …………. स्थिति ………….
स्वाभिमानियों ………. गोली ………..
उत्तर:
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