CHAPTER -20 विप्लव गायन  | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter -20 विप्लव गायन

MCQs

 

Read More

CHAPTER -19 आश्रम का अनुमानित व्यय  | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter -19 आश्रम का अनुमानित व्यय

MCQs

Question 1.
गांधी जी क्या बना रहे थे?
(a) आश्रम
(b) अहमदाबाद के आश्रम का होने वाला खर्च का ब्यौरा
(c) अंग्रेजों के विरुद्ध योजनाएँ
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (b) अहमदाबाद के आश्रम का होने वाला खर्च का ब्यौरा


Question 2.
कुछ समय बाद आगंतुकों की संख्या आश्रम में कितने होने वाली थी?
(a) 30
(b) 40
(c) 50
(d) 60

Answer

Answer: (c) 50


Question 3.
सपरिवार रहने वाले अतिथि की संख्या आश्रम में कितनी होगी?
(a) 2
(b) 3
(c) 5
(d) 3 से 5

Answer

Answer: (d) 3 से 5


Question 4.
आश्रम में कितनी पुस्तकें रखने की बात हो रही थी?
(a) 1000
(b) 1500
(c) 2000
(d) 3000

Answer

Answer: (d) 3000


Question 5.
स्टेशन से अतिथि और सामान को लाने के लिए किस साधन का प्रयोग करने की बात हो रही थी?
(a) कार
(b) ओटो रिक्शा
(c) बैलगाड़ी
(d) रिक्शा।

Answer

Answer: (c) बैलगाड़ी


Question 6.
आश्रम में औज़ारों की आवश्यकता क्यों महसूस हो रही थी?
(a) ताकि लोग आत्मनिर्भर बनें
(b) ताकि लोग काम करना सीखें
(c) ताकि आश्रम के छोटे-मोटे काम स्वयं करें
(d) दिए गए उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (c) ताकि आश्रम के छोटे-मोटे काम स्वयं करें


Question 7.
आश्रम में हर महीने कितने अतिथियों के आने की संभावना थी?
(a) पाँच
(b) आठ
(c) दस
(d) बारह

Answer

Answer: (c) दस


Question 8.
आश्रम में कितने रसोईघर बनाने का लेखा-जोखा था?
(a) दो
(b) तीन
(c) चार
(d) पाँच।

Answer

Answer: (c) चार


(1)

हर महीने औसतन दस अतिथियों के आने की संभावना है। इनमें तीन या पाँच सपरिवार होंगे, इसलिए स्थान की व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि परिवारवाले लोग अलग रह सकें और शेष एक साथ।
इसको ध्यान में रखते हुए तीन रसोईघर हों और मकान कुल पचास हज़ार वर्ग फुट क्षेत्रफल में बने तो सब लोगों के लायक जगह हो जाएगी।


इसके आलावा तीन हज़ार पुस्तकें रखने लायक पुस्तकालय और अलमारियाँ होनी चाहिए।

Question 1.
उपर्युक्त गद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
(a) आश्रम के अनुशासन
(b) आश्रम के नियम
(c) आश्रम का अनुमानित व्यय
(d) आश्रम का काल्पिनक व्यय।

Answer

Answer: (d) आश्रम का काल्पिनक व्यय।


Question 2.
हर महीने कितने अतिथियों के आने की संभावना थी?
(a) पाँच
(b) आठ
(c) दस
(d) बारह।

Answer

Answer: (c) दस


Question 3.
रहने के लिए कितने प्रकार की व्यवस्था थी?
(a) एक समान
(b) दो प्रकार की
(c) तीन प्रकार की
(d) पाँच प्रकार की।

Answer

Answer: (b) दो प्रकार की


Question 4.
इस गद्यांश में गांधी जी के किस व्यक्तित्व की झलक मिलती है?
(a) बलिदान
(b) सच्चाई
(c) त्याग
(d) दूरदर्शिता।

Answer

Answer: (b) सच्चाई


Question 5.
उसको ध्यान में रखते हुए तीन रसोईघर हो। वाक्य में ‘तीन’ शब्द क्या है?
(a) क्रिया
(b) विशेषण
(c) संज्ञा
(d) क्रियाविशेषण।

Answer

Answer: (b) विशेषण


(2)

मेरे अनुमान से सब पर कुल पाँच रुपया खर्च आएगा।
रसोई के लिए आवश्यक सामान पर एक सौ पचास रुपये खर्च आएगा।
स्टेशन दूर होगा तो सामान को या मेहमानों को लाने के लिए बैलगाड़ी चाहिए।
मैं खाने का खर्च दस रुपये मासिक प्रति व्यक्ति लगाता हूँ। मैं नहीं समझता कि हम यह खर्च पहले वर्ष में निकाल सकेंगे। वर्ष में औसतन पचास लोगों का खर्च छह हज़ार रुपये आएगा।

Question 1.
‘मेरे’ का प्रयोग इनमें किसके लिए हुआ है?
(a) गांधी जी के लिए
(b) आने वाले के लिए
(c) नेहरू जी के लिए
(d) सरदार पटेल के लिए।

Answer

Answer: (a) गांधी जी के लिए


Question 2.
रसोई के लिए आवश्यक सामान पर अनुमानित खर्च आएगा।
(a) एक सौ
(b) एक सौ पचास
(c) एक सौ पच्चीस
(d) दो सौ

Answer

Answer: (b) एक सौ पचास


Question 3.
गांधी जी ने खाने का खर्च मासिक प्रतिव्यक्ति लगाया थी।
(a) पाँच रुपए
(b) आठ रुपए
(c) दस रुपए
(d) बारह रुपए

Answer

Answer: (c) दस रुपए


Question 4.
बापू के अनुसार वर्ष में औसतन पचास लोगों का खर्च होगा।
(a) चार हज़ार
(b) पाँच हज़ार
(c) छह हज़ार
(d) सात हज़ार

Answer

Answer: (c) छह हज़ार


(3)

इसके आलावा तीन हजार पुस्तकें रखने लायक पुस्तकालय और अलमारियाँ होनी चाहिए।
कम-से-कम पाँच एकड़ जमीन खेती करने के लिए चाहिए, जिसमें कम-से-कम तीस लोग काम कर सकें, इतने खेती के औज़ार चाहिए। इनमें कुदालियों, फावड़ों और खुरपों की ज़रूरत होगी।

Question 1.
गांधी जी के अनुसार कितनी पुस्तकें रखनी थीं?

Answer

Answer: गांधी जी के अनुसार आश्रम में तीन हजार पुस्तकें रखनी थीं।


Question 2.
पुस्तकों के लिए किन चीज़ों की ज़रूरत थी?

Answer

Answer: (ख) पुस्तकें रखने के लिए आश्रम में अलमारियों की ज़रूरत थी।


Question 3.
खेती के लिए कितनी ज़मीन होनी चाहिए?

Answer

Answer: आश्रम में खेती के लिए कम से कम पाँच एकड़ जमीन चाहिए थी।


Question 4.
खेती करने के लिए कितने लोगों की ज़रूरत थी?

Answer

Answer: आश्रम की ज़मीन पर खेती करने के लिए कम से कम तीस लोगों की आवश्यकता थी।


Question 5.
खेती करने के लिए किन-किन औज़ारों की आवश्यकता थी?

Answer

Answer: खेती करने के लिए कुदालियों, फावड़ों और खुरपों की ज़रूरत होगी।


(4)

मुझे मालूम हुआ कि प्रमुख लोगों की इच्छा यह है कि अहमदाबाद में यह प्रयोग एक वर्ष तक किया जाए। यदि ऐसा हो तो अहमदाबाद को ऊपर बताया गया सब खर्च उठाना चाहिए। मेरी माँग तो यह भी है कि अहमदाबाद मुझे पूरी ज़मीन और मकान सभी दे दे तो बाकी खर्च मैं कहीं और से या दूसरी तरह जुटा लूँगा। अब चूँकि विचार बदल गया है, इसलिए ऐसा लगता है कि एक वर्ष का या इससे कुछ कम दिनों का खर्च अहमदाबाद को उठाना चाहिए। यदि अहमदाबाद एक वर्ष के खर्च का बोझ उठाने के लिए तैयार न हो, तो ऊपर बताए गए खाने के खर्च का इंतजाम मैं कर सकता हूँ। चूँकि मैंने खर्च का यह अनुमान जल्दी में तैयार किया है, इसलिए यह संभव है कि कुछ मदें मुझसे छूट गई हों। इसके अतिरिक्त खाने के खर्च के सिवा मुझे स्थानीय स्थितियों की जानकारी नहीं है। इसलिए मेरे अनुमान में भूल भी हो सकती है।

Question 1.
किसे क्या बात मालूम हुई ?

Answer

Answer: गांधी जी को यह बात मालूम हुई कि प्रमुख लोगों की यह इच्छा है कि अहमदाबाद में आश्रम स्थापित कर चलाने का प्रयोग एक वर्ष तक किया जाय।


Question 2.
गांधी जी की क्या माँग थी?

Answer

Answer: गांधी जी की माँग तो यह भी थी कि यदि अहमदाबाद पूरी ज़मीन और मकान आदि दे दे तो, वे बाकी खर्च कहीं और से जुटा लेंगे।


Question 3.
विचार लगने पर क्या लगता है?

Answer

Answer: विचार बदलने पर ऐसा लगता है कि वर्ष या इससे कुछ कम दिनों के खर्च अहमदाबाद को उठाना चाहिए।


Question 4.
लेखक सारे खर्चों का प्रबंध स्वयं कब कर लेगा?

Answer

Answer: लेखक सारे खर्चों का प्रबंध स्वयं तब कर लेगा जब अहमदाबाद ज़मीन और मकान दे दे।


Question 5.
प्रमुख लोगों की इच्छा है-
1. वाक्य के रेखांकित अंश में कारक के नाम बताइए।

Answer

Answer: प्रमुख लोगों की इच्छा है, वाक्य में रेखांकित अंश में कारक है- संबंध कारक

प्रश्न अभ्यास

लेखा-जोखा

प्रश्न 1.
हमारे यहाँ बहुत से काम लोग खुद नहीं करके किसी पेशेवर कारीगर से करवाते हैं। लेकिन गांधी जी पेशेवर कारीगरों के उपयोग में आनेवाले औजार-छेनी, हथौड़े, बसूले इत्यादि क्यों खरीदना चाहते होंगे?
उत्तर:
गांधी जी छेनी, हथौड़े, बसूले इत्यादि इसलिए खरीदना चाहते होगें ताकि

  • हर व्यक्ति को उसके अनुरूप काम मिल सके।
  • आश्रम के निर्माण पर होने वाली लागत को कम किया जा सके।
  • हर व्यक्ति को उसके परिश्रम की रोटी मिले।
  • कोई व्यक्ति आलसी न बने।
  • प्रत्येक व्यक्ति दूसरों को काम करता देख स्वयं काम करने के लिए प्रेरित हो सके।

प्रश्न 2.
गांधी जी ने अखिल भारतीय कांग्रेस सहित कई संस्थाओं व आंदोलनों का नेतृत्त्व किया। उनकी जीवनी या उन पर लिखी गई किताबों से उन अंशों को चुनिए जिनसे हिसाब-किताब के प्रति गांधी जी की चुस्ती का पता चलता है?
उत्तर:
गांधी जी की जीवनी या गांधी जी पर लिखी ऐसी पुस्तकों से छात्र उन अंशों को स्वयं चुनें।

प्रश्न 3.
मान लीजिए, आपको कोई बाल आश्रम खोलना है। इस बजट से प्रेरणा लेते हुए उसका अनुमानित बजट बनाइए। इस बजट में दिए गए किन-किन मदों पर आप कितना खर्च करना चाहोगे। किन नयी मदों को जोड़ना-हटाना चाहेंगे।
उत्तर:
बाल आश्रम, जिसमें लगभग 50 बालक होंगे को ध्यान में रखते हुए 30,000 वर्ग फुट स्थान में मकान तथा 2 रसोई, 2000 पुस्तकों के लिए पुस्तकालय तथा आलमारियाँ चाहिए। इस बाल आश्रम का निर्माण प्रशिक्षित भवन कारीगरों के द्वारा किया जाएगा। इस आश्रम में निम्नलिखित घरेलू सामान भी चाहिए। 5 पतीले-50 बालकों के लिए भोजन बनाने हेतु, 5 पानी भरने के लिए पीतल या स्टील के टब, 10 मिट्टी के घड़े, + तिपाइयाँ, 3 पानी गर्म करने के बड़े बर्तन, 5 केतलियाँ, 10 बाल्टियाँ, 5 पतीले के ढक्कन, 5 अनाज रखने के बर्तन, 3 तवं, 50 थालियाँ, 100 कटोरियाँ, 100 चम्मच, 100 प्याले, 10 कपड़े धोने के टब, 2 छलनियाँ, 3 कर्जा, 2 इमामदस्ता, 5 झाडू, 15 कुर्सियाँ, 5 मेजें, 6 आलमारियाँ, 6 भारत के नक्शे, 20 चारपाइयाँ, 60 बिस्तरे, 1 मोटरगाड़ी, 5 पेट्रोमैक्स, 1 माह का खाने-पीने का अनुमानित व्यय 3000 रु.।

प्रश्न 4.
आपको कई बार लगता होगा कि आप कई छोटे-मोटे काम (जैसे – घर की पुताई, दूध दुहना, खाट बुनना) करना चाहें तो कर सकते हैं। ऐसे कामों की सूची बनाइए, जिन्हें आप चाहकर भी नहीं सीख पाते ? इसके क्या कारण रहे होंगे? उन कामों की सूची भी बनाइए, जिन्हें आप सीखकर ही छोड़ेंगे?
उत्तर:
खाट बुनना, टोकरी बनाना, घर बनाना, घर की पुताई, गिटार बजाना, खाना पकाना, मोटरसाइकिल चलाना, कप्यूटर पर काम करना, कार चलाना ऐसे काम हैं, जिन्हें मैं चाहकर भी नहीं सीख पाया। इसका कारण यह था कि

  • मैं अपनी पढ़ाई पर ध्यान देता था।
  • मोटरसाइकिलं या कार चलाने के लिए मेरी उम्र 18 साल नहीं है।
  • कुछ कामों का मैं नियमित अभ्यास न कर सका। वे काम, जिन्हें मैं सीखकर ही दम लूँगापुताई करना (पेंट करना), मोटरसाइकिल या कार चलाना, कंप्यूटर पर काम करना, गिटार  बजाना आदि।

प्रश्न 5.
इस अनुमानित बजट को गहराई से पढ़ने के बाद आश्रम के उद्देश्यों और कार्यप्रणाली के बारे में क्या-क्या अनुमान लगाए जा सकते हैं?
उत्तर:
आश्रम के उद्देश्य और कार्यप्रणाली के बारे में निम्नलिखित अनुमान लगाए जा सकते हैं

  • लोग परिश्रमी तथा उद्यमशील बनें।
  • लोग अपनी मेहनत की कमाई खाएँ।
  • लोग कुछ सीखकर स्वतंत्र जीवन बिता सकें।
  • अनुशासन तथा परिश्रम का महत्व समझ सकें।
  • खर्च में कटौती कर बचत कर सकें।
  • समूह में रहकर कार्य करें तथा उनमें ऊँच-नीच की भावना समाप्त हो तथा सहयोग, सहभागिता तथा सहनशीलता जैसे मानवीय गुण विकसित हो सकें।

भाषा की बात

1. ‘अनुमानित’ शब्द ‘अनुमान’ में ‘इत’ प्रत्यय जोड़कर बना है। इत प्रत्यय जोड़ने पर अनुमान का ‘न’ ‘नित’ मे परिवर्तित हो जाता है। नीचे-इत प्रत्यय वाले कुछ और शब्द लिखे हैं। उनमें मूल शब्द पहचानिए और देखिए कि क्या परिवर्तन हो रहा है –
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 19 आश्रम का अनुमानित व्यय image - 1
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 19 आश्रम का अनुमानित व्यय image - 2

इत प्रत्यय की भाँति इक प्रत्यय से भी शब्द बनते हैं और तब शब्द के पहले अक्षर में भी परिवर्तन हो जाता है, जैसे-सप्ताह + इक = साप्ताहिक। नीचे इक प्रत्यय से बनाए गए शब्द दिए गए हैं। इनमें मूल शब्द पहचानिए और देखिए कि क्या परिवर्तन हो रहा है –
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 19 आश्रम का अनुमानित व्यय image - 3
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 19 आश्रम का अनुमानित व्यय image - 4

2. बैलगाड़ी और घोडागाड़ी शब्द दो शब्दों को जोड़ने से बने हैं। इनमें दसरा शब्द प्रधान है, यानी शब्द का प्रमुख अर्थ दूसरे शब्द पर टिका है। ऐसे समास को तत्पुरुष समास कहते हैं। ऐसे छह शब्द और सोचकर लिखिए और समझिए कि उनमें दूसरा शब्द प्रमुख क्यों है?
उत्तर:

  • राजपुत्र
  • गंगाजल
  • देशभक्त
  • राहखर्च
  • रसोईघर
  • हस्तकृत।

दूसरा शब्द प्रमुख इसलिए है क्योंकि शब्द का प्रमुख अर्थ दूसरे शब्द पर निर्भर है।

Read More

CHAPTER -18 संघर्ष के कराण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया धनराज | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 18 संघर्ष के कराण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया धनराज

MCQs

Question 1.
‘संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाजी हो गया’-पाठ किस विधा पर आधारित है?
(a) एकांकी
(b) संस्मरण
(c) जीवनी
(d) साक्षात्कार।

Answer

Answer: (d) साक्षात्कार।


Question 2.
धनराज का बचपन कहाँ बीता?
(a) अमृतसर में
(b) मुंबई में
(c) खिड़की नामक गाँव में
(d) दिल्ली में।

Answer

Answer: (c) खिड़की नामक गाँव में


Question 3.
धनराज ने किस उम्र में जूनियर राष्ट्रीय हॉकी खेली?
(a) चौदह साल
(b) पंद्रह साल
(c) सोलह साल
(d) सत्रह साल में।

Answer

Answer: (c) सोलह साल


Question 4.
‘बैचलर ऑफ हॉकी’ कहने का अभिप्राय क्या है?
(a) हॉकी में ग्रेजुएट
(b) वरिष्ठ खिलाड़ी
(c) हॉकी खेल में पारंगत
(d) हॉकी सिखानेवाला।

Answer

Answer: (c) हॉकी खेल में पारंगत


Question 5.
धनराज कहीं आने-जाने के लिए किस वाहन का प्रयोग करते थे?
(a) बस
(b) मोटर साइकिल
(c) कार
(d) लोकल ट्रेन।

Answer

Answer: (d) लोकल ट्रेन।


Question 6.
धनराज को जूनियर राष्ट्रीय हॉकी खेलों के लिए कब चयनित किया गया था?
(a) 1980
(b) 1985
(c) 1990
(d) 1995

Answer

Answer: (b) 1985


Question 7.
धनराज कितने कक्षा तक पढ़ाई की?
(a) नौवीं
(b) दसवीं
(c) ग्यारहवीं
(d) बारहवीं

Answer

Answer: (b) दसवीं


Question 8.
महाराष्ट्र सरकार ने धनराज को कैसे सम्मानित किया?
(a) कार भेंटकर
(b) फ़्लैट भेंटकर
(c) स्वर्ण पदक देकर
(d) मोटर साइकिल देकर।

Answer

Answer: (b) फ़्लैट भेंटकर


(1)

मैंने अपनी जूनियर राष्ट्रीय हॉकी सन् 1985 में मणिपुर में खेली। तब मैं सिर्फ 16 साल का था-देखने में दुबला-पतला और छोटे बच्चे जैसा चेहरा…। अपनी दुबली कद-काठी के बावजूद मेरा दबदबा था कि कोई मुझसे भिड़ने की कोशिश नहीं करता था। मैं बहुत जुझारू था-मैदान में भी और मैदान से बाहर भी। 1986 में मुझे सीनियर टीम में डाल दिया गया और मैं बोरिया-बिस्तरा बाँधकर मुंबई चला आया। उस साल मैंने और मेरे बड़े भाई रमेश ने मुंबई लीग में बेहतरीन खेल खेला-हमने खूब धूम मचाई। इसी के चलते मेरे अंदर एक उम्मीद जागी कि मुझे ओलंपिक (1988) के लिए नेशनल कैंप से बुलावा ज़रूर आएगा, पर नहीं आया। मेरा नाम 57 खिलाड़ियों की लिस्ट में भी नहीं था। बड़ी मायूसी हुई। मगर एक साल बाद ही ऑलविन एशिया कप के कैंप के लिए मुझे चुन लिया गया। तब से लेकर आज तक मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

Question 1.
धनराज ने किस उम्र में जूनियर राष्ट्रीय हॉकी खेली।
(a) 12 वर्ष
(b) 14 वर्ष
(c) 16 वर्ष
(d) 18 वर्ष।

Answer

Answer: (c) 16 वर्ष


Question 2.
‘लड़ाकू’ शब्द में किस प्रत्यय का प्रयोग है?
(a) लडू
(b) डाकू
(c) आकू
(d) कू।

Answer

Answer: (c) आकू


Question 3.
धनराज में खेल के लिए क्या आवश्यक गुण था?
(a) दुबलापन
(b) कम उम्र
(c) जुझारूपन
(d) बच्चे जैसा चेहरा।

Answer

Answer: (c) जुझारूपन


Question 4.
1986 ई० में धनराज के जीवन में क्या महत्त्वपूर्ण परिवर्तन आया?
(a) खिलाड़ी के रूप में पहचान पाना
(b) राष्ट्रीय टीम में शामिल होना
(c) क्षेत्रीय टीम में चयन होना
(d) जूनियम हॉकी टीम में चयनित होना।

Answer

Answer: (b) राष्ट्रीय टीम में शामिल होना


(2)

मेरी तुनुकमिज़ाजी के पीछे कई वजहें हैं, लेकिन मैं बिना लाग-लपेटवाला आदमी हूँ। मन में जो आता है, सीधे-सीधे कह डालता हूँ और बाद को कई बार पछताना भी पड़ता है। मुझसे अपना गुस्सा रोका नहीं जाता। दूसरे लोगों को भी मुझे उकसाने में मज़ा आता है। मुझे जिंदगी में हर छोटी-बड़ी चीज़ के लिए जूझना पड़ा, जिससे मैं चिड़चिड़ा हो गया हूँ। साथ-ही-साथ मैं बहुत भावुक इनसान भी हैं। मैं किसी को तकलीफ़ में नहीं देख सकता। मैं अपने दोस्तों और अपने परिवार की बहुत कद्र करता हूँ। मुझे अपनी गलतियों के लिए माफ़ी माँगने में कोई शरम महसूस नहीं होती।

Question 1.
धनराज के स्वभाव में कमी क्या थी?
(a) क्रोध आना
(b) हँसमुख होना
(c) तुनुकमिज़ाजी
(d) दिलदार।

Answer

Answer: (c) तुनुकमिज़ाजी


Question 2.
धनराज की तुनुकमिज़ाजी के कारण थे?
(a) उन्हें अपने खेल पर गर्व था
(b) कुछ पाने के लिए काफ़ी संघर्ष करना पड़ा
(c) किसी से मेलजोल से दूर रहना
(d) इनमें से कोई नहीं।

Answer

Answer: (b) कुछ पाने के लिए काफ़ी संघर्ष करना पड़ा


Question 3.
धनराज को सफलता प्राप्त करने के लिए संघर्ष क्यों करना पड़ा?
(a) अयोग्य होने के कारण
(b) गरीबी के कारण
(c) लापरवाही के कारण
(d) परिश्रमी होने के कारण।

Answer

Answer: (b) गरीबी के कारण


Question 4.
धनराज के स्वभाव की विशेषता थी?
(a) अहंकारी होना
(b) दयालु होना
(c) कर्मठ होना
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (b) दयालु होना


Question 5.
धनराज किसकी कद्र करता था?
(a) परिवार की
(b) दोस्तों की
(c) माँ की
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (c) माँ की


(3)

कुछ रुपये ईनाम में मिले थे, मगर आज खिलाड़ियों को जितना मिलता है, उसके मुकाबले में पहले कुछ नहीं मिलता था। मेरी पहली ज़िम्मेदारी थी परिवार में आर्थिक तंगी को दूर करना और उन सबको एक बेहतर जिंदगी देना। विदेश में जाकर खेलने से जो कमाई हुई, उससे मैंने 1994 में पुणे के भाऊ पाटिल रोड पर दो बेडरूम का एक छोटा-सा फ़्लैट खरीदा। घर छोटा ज़रूर है पर हम सबके लिए काफ़ी है। 1999 में महाराष्ट्र सरकार ने मुझे पवई में एक फ़्लैट दिया। वह ऐसा घर है जिसे खरीदने की मेरी खुद की हैसियत कभी नहीं हो पाती।

Question 1.
उपरोक्त गद्यांश के कथन किसके हैं?
(a) धनराज की भाभी के
(b) माँ के
(c) स्वयं धनराज के
(d) बड़े भाइयों के।

Answer

Answer: (c) स्वयं धनराज के


Question 2.
धनराज की पहली जिम्मेदारी क्या थी?
(a) माँ की देखभाल करना
(b) भाई और भाभी की देखभाल करना
(c) परिवार की आर्थिक तंगी दूर करना
(d) खेल का अच्छा प्रदर्शन करना।

Answer

Answer: (c) परिवार की आर्थिक तंगी दूर करना


Question 3.
धनराज ने अपना पहला फ़्लैट कहाँ खरीदा?
(a) मुंबई में
(b) पुणे में
(c) पवई में
(d) दिल्ली में।

Answer

Answer: (c) पवई में


Question 4.
धनराज किस खेल का प्रसिद्ध खिलाड़ी है?
(a) क्रिकेट
(b) फुटबाल
(c) कबड्डी
(d) हॉकी।

Answer

Answer: (d) हॉकी।


Question 5.
महाराष्ट्र सरकार ने धनराज को किस रूप में सम्मानित किया?
(a) कार भेंट कर
(b) मैडल भेंट कर
(c) आर्थिक सहायता देकर
(d) फ़्लैट देकर।

Answer

Answer: (d) फ़्लैट देकर।


(4)

बचपन मुश्किलों से भरा रहा। हम बहुत गरीब थे। मेरे दोनों बड़े भाई हॉकी खेलते थे। उन्हीं के चलते मुझे भी उसका शौक हुआ। पर, हॉकी-स्टिक खरीदने तक की हैसियत नहीं थी मेरी। इसलिए अपने साथियों की स्टिक उधार माँगकर काम चलाता था। वह मुझे तभी मिलती, जब वे खेल चुके होते थे। इसके लिए बहुत धीरज के साथ अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता था। मुझे अपनी पहली स्टिक तब मिली, जब मेरे बड़े भाई को भारतीय कैंप के लिए चुन लिया गया। उसने मुझे अपनी पुरानी स्टिक दे दी। वह नई तो नहीं थी लेकिन मेरे लिए बहुत कीमती थी, क्योंकि वह मेरी अपनी थी।

Question 1.
धनराज का बचपन कैसा व्यतीत हुआ?

Answer

Answer: धनराज का बचपन बहुत कठिन परिस्थितियों में व्यतीत हुआ। उनकी आर्थिक स्थिति काफ़ी खराब थी।


Question 2.
धनराज को खेलने का शौक कैसे हुआ और वे कैसे खेलते थे।

Answer

Answer: धनराज के दोनों बड़े भाई हॉकी खेलते थे। उन्हीं को देखकर उन्हें हॉकी खेलने की प्रेरणा मिली। हॉकी स्टिक न खरीद पाने की परिस्थिति में वे अपने मित्रों से उधार माँगकर खेलते थे। उनके मित्र जब खेल समाप्त कर लेते थे जब वे उनसे लेकर खेलते थे।


Question 3.
हॉकी खेलने के लिए धनराज को हॉकी स्टिक कहाँ से मिली?

Answer

Answer: आर्थिक तंगी के कारण धनराज पिल्लै खुद की हॉकी स्टिक नहीं खरीद सकते थे। उन्हें अपने मित्रों से स्टिक उधार माँग कर काम चलाना पड़ता था, परंतु वह उन्हें तभी मिलती थी जब उनके साथी अपना खेल समाप्त कर लेते थे।


Question 4.
अपनी पुरानी स्टिक को वे अत्यधिक कीमती क्यों मानते थे?

Answer

Answer: उनके बड़े भाई को भारतीय कैंप के लिए चुन लिया गया तो उन्होंने अपनी पुरानी स्टिक धनराज को दे दी। यह स्टिक उनके जीवन के लिए अमूल्य थी क्योंकि यह अब उनकी अपनी थी।


(5)

मैं हमेशा से ही अपने आपको बहुत असुरक्षित महसूस करता रहा। मैंने अपनी माँ को देखा है कि उन्हें हमारे पालन-पोषण में कितना संघर्ष करना पड़ा है। मेरी तुनुकमिज़ाजी के पीछे कई वजहें हैं लेकिन मैं बिना लाग-लपेट वाला आदमी हूँ। मन में जो आता है, सीधे-सीधे कह डालता हूँ और बाद को कई बार पछताना भी पड़ता है। मुझसे अपना गुस्सा रोका नहीं जाता। दूसरे लोगों को भी मुझे उकसाने में मज़ा आता है। मुझे जिंदगी में हर छोटी-बड़ी चीज़ के लिए जूझना पड़ा, जिससे मैं चिड़चिड़ा हो गया हूँ। साथ-ही-साथ मैं बहुत भावुक इन्सान भी हूँ। मैं किसी को तकलीफ़ में नहीं देख सकता। मैं अपने दोस्तों और अपने परिवार की बहुत कद्र करता हूँ। मुझे अपनी गलतियों के लिए माफ़ी माँगने में कोई शरम महसूस नहीं होती।

Question 1.
धनराज के बचपन की किन बातों का असर उनके स्वभाव पर पड़ा है।

Answer

Answer: धनराज का बचपन अत्यधिक गरीबी से बीता। उनकी माँ उनका एवं उनके भाइयों के पालन-पोषण के लिए काफ़ी संघर्ष करती थीं। इन सब बातों का असर धनराज के स्वभाव पर पड़ा।


Question 2.
धनराज ने अपने स्वभाव के बारे में क्या सफाई दी?

Answer

Answer: धनराज ने अपने स्वभाव के बारे में यह सफ़ाई दी कि वे बचपन से ही स्वयं को असुरक्षित महसूस करते रहे हैं। उन्होंने अपनी माँ को बहुत संघर्ष करते देखा है।


Question 3.
धनराज की तुनुकमिज़ाजी का कारण क्या था?

Answer

Answer: धनराज की तुनुकमिज़ाजी का कारण यह था कि वे अपनी बात बिना लाग-लपेट के कहने वाले इनसान हैं। तुनुकमिज़ाजी का प्रमुख कारण उनकी जिंदगी में हर छोटी-बड़ी चीज़ के लिए उन्हें जूझना पड़ा, जिससे वे तुनुकमिज़ाजी हो गए।


Question 4.
धनराज के व्यक्तित्व की विशेषताओं को लिखिए।

Answer

Answer: धनराज के व्यक्तित्व की यह विशेषता है कि वे भावुक हैं और दूसरों की तकलीफ़ को नहीं देख सकते। वे अपने परिवार तथा मित्रों की बहुत कद्र करते हैं। अपनी गलतियों के लिए माफ़ी माँगने में कोई शर्म महसूस नहीं होता था।


Question 5.
इनसान और माँ की भाववाचक संज्ञा बनाकर लिखिए।

Answer

Answer:

शब्दभाववाचक संज्ञा
इनसानइनसानियत
माँमातृत्व

संघर्ष के कारण मैं तुनुकमिज़ाज हो गया


(6)

सबसे अधिक प्रेरणा मझे अपनी माँ से मिली। उन्होंने हम सब भाई-बहनों में अच्छे संस्कार डालने की कोशिश की। मैं उनके सबसे नज़दीक हूँ। मैं चाहे भारत में रहूँ या विदेश में, रोज़ रात में सोने से पहले माँ से ज़रूर बात करता हूँ। मेरी माँ ने मुझे अपनी प्रसिद्धि को विनम्रता के साथ सभालने की सीख दी है। मेरी सबसे बड़ी भाभी कविता भी मेरे लिए माँ की तरह हैं और वह भी मेरे लिए प्रेरणा स्रोत रही हैं।

Question 1.
धनराज के लिए सबसे अधिक प्रेरणा स्रोत कौन रहा?

Answer

Answer: धनराज के लिए सबसे अधिक प्रेरणा स्रोत उनकी माँ रही हैं।


Question 2.
अपनी माँ की सबसे बड़ी सीख वे किसे मानते हैं ?

Answer

Answer: अपनी माँ की सबसे बड़ी सीख वे यह मानते हैं कि प्रसिद्धि प्राप्त करने पर सदा विनम्र रहना चाहिए, कभी अभिमान नहीं करना चाहिए।


Question 3.
माँ के अलावा वे और किसे अपना प्रेरणा-स्रोत मानते हैं ?

Answer

Answer: माँ के अलावे उनका प्रेरणा स्रोत बड़ी भाभी कविता रही हैं।


Question 4.
‘तरक्की’ एवं ‘प्रेरणा’ शब्द का अभिप्राय क्या है?

Answer

Answer: तरक्की-उन्नति, प्रेरणा–प्रोत्साहन।


(7)

मेरी पहली ज़िम्मेदारी थी परिवार में आर्थिक तंगी को दूर करना और उन सबको एक बेहतर जिंदगी देना। विदेश में जाकर खेलने से जो कमाई हुई, उससे मैंने 1994 में पुणे के भाऊ पाटिल रोड पर दो बेडरूम का एक छोटा सा फ़्लैट खरीदा। घर छोटा ज़रूर है पर हम सबके लिए काफ़ी है। 1999 में महाराष्ट्र सरकार ने मुझे पवई में एक फ़्लैट दिया। वह ऐसा घर है जिसे खरीदने की मेरी खुद की हैसियत कभी नहीं हो पाती।

Question 1.
धनराज किसे अपनी पहली ज़िम्मेदारी मानते थे?

Answer

Answer: धनराज अपनी पहली ज़िम्मेदारी अपने परिवार की आर्थिक तंगी को दूर करना मानते थे। वे अपने परिवार को खुशहाल जिंदगी देना चाहते थे।


Question 2.
धनराज ने दो रूम का फ़्लैट कैसे खरीदा?

Answer

Answer: धनराज ने अपने खेलों की कमाई से 1994 में पुणे के भाऊ पाटिल रोड पर दो बेडरूम का एक छोटा-सा फ़्लैट खरीदा। यह छोटा ज़रूर था, पर उनके परिवार के लिए पर्याप्त था।


Question 3.
महाराष्ट्र सरकार ने धनराज को कैसे सम्मानित किया?

Answer

Answer: महाराष्ट्र सरकार ने उनको सम्मानित करने के लिए पवई में एक अच्छा फ़्लैट दिया। यह फ़्लैट उनके हैसियत से बढ़कर था।


Question 4.
गद्यांश से हमें क्या संदेश मिलता है ?

Answer

Answer: इस गद्यांश से हमें संदेश मिलता है कि विपरीत परिस्थिति में भी हम अपने मेहनत और परिश्रम से लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।

प्रश्न अभ्यास

साक्षात्कार से

प्रश्न 1.
साक्षात्कार पढ़कर आपके मन में धनराज पिल्लै की कैसी छवि उभरती है? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
साक्षात्कार पढ़कर हमारे मन में धनराज पिल्लै की वह छवि उभरती है जिसमें वह ऊपर से देखने में कुरूप, गुस्सैल तथा अव्यावहारिक लगते हैं, परन्तु अंदर से वह उतने ही सरस, नरम दिल, लोगों का आदर करने वाले, परिश्रमी और सबकी जैसी ही भावनाएँ रखने वाले नॉर्मल इंसान हैं।

प्रश्न 2.
धनराज पिल्लै ने ज़मीन से उठकर आसमान का सितारा बनने तक की यात्रा तय की है। लगभग सौ शब्दों में इस सफ़र का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
धनराज पिल्लै हॉकी के सुप्रसिद्ध खिलाड़ी हैं। धनराज का बचपन मुश्किलों से भरा था। वे और उनका परिवार अत्यंत गरीब था। दोनों भाइयों को हॉकी खेलता देखकर उन्हें भी शौक हुआ। गरीबी के कारण अपनी स्टिक न खरीद सकते थे। इसलिए अन्य साथियों के खेल लेने पर धैर्यपूर्वक उनकी स्टिक लेने का इंतजार करते थे। उनको पहली बार अपनी पुरानी हॉकी स्टिक उनके भाई ने दी, पर उन्हें खुशी थी कि यह स्टिक अब उनकी थी। धनराज ने अपनी जूनियर राष्ट्रीय हॉकी 1985 में मणिपुर में खेली। 1986 में राष्ट्रीय टीम में डाल दिया गया। मुंबई लीग में धूम मचाने के बाद भी ओलंपिक कैंप में नाम न देखकर निराशा हुई पर एक साल बाद 1986 के एशिया कप में चुने जाने के बाद आज तक पीछे मुड़कर नहीं देखा।

प्रश्न 3.
‘मेरी माँ ने मुझे अपनी प्रसिद्धि को विनम्रता से सँभालने की सीख दी है’-धनराज पिल्लै की इस बात का क्या अर्थ है?
उत्तर:
धनराज पिल्लै की इस बात का अर्थ है कि प्रसिद्धि और सफलता मिलने के बाद भी अपनी विनम्रता मत छोड़ना। लोग सफलता मिलने पर घमंडी बन जाते हैं, पर तुम घमंड न करना।

साक्षात्कार से आगे

प्रश्न 1.
ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर कहा जाता है। क्यों? पता लगाइए।
उत्तर:
भारतीय हॉकी को लगातार कई स्वर्णपदक दिलवाने वाले ध्यानचंद को कौन भूल सकता है। उन्होंने भारतीय हॉकी को धरातल से उठाकर सफलता के क्षितिज तक पहुँचाया। उनकी हॉकी खेलने की शैली तथा उनके द्वारा किए गए गोलों की संख्या उन्हें विलक्षण बनाती थी। इस अद्भुत खिलाड़ी का क्रीडा-कौशल देखकर अनेक बार विदेशों से प्रलोभन भरे प्रस्ताव आए, किंतु उन प्रलोभनों का ध्यानचंद पर कोई असर न हुआ। वे अंत तक अपने देश भारत के लिए ही खेलते रहे। हॉकी टी विलक्षण क्षमता तथा कुशलता के कारण ही उन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता है।

प्रश्न 2.
किन विशेषताओं के कारण हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल माना जाता है?
उत्तर:
हॉकी का खेल व्यायाम का सर्वोत्तम साधन है। इस खेल को खेलने के लिए स्वस्थ होना बहुत ही आवश्यक है। यह खेल आपस में पारस्परिक मेलजोल तथा भाई-चारे की भावना बढ़ाता है। भारत के ज़मींदारों तथा राजाओं में यह खेल अत्यंत लोकप्रिय था। प्राचीन समय से खेले जाने तथा अधिकतर लोगों के बीच लोकप्रिय होने के कारण ही इसे भारत का राष्ट्रीय खेल माना जाता है।

प्रश्न 3.
आप समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं में छपे हुए साक्षात्कार पढ़ें और अपनी रुचि से किसी व्यक्ति को चुनें, उसके बारे में जानकारी प्राप्त कर कुछ प्रश्न तैयार करें और साक्षात्कार लें।
उत्तर:
छात्र समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं में छपे समाचार पढ़कर प्रश्न स्वयं तैयार कर साक्षात्कार लें।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
‘यह कोई जरूरी नहीं कि शोहरत पैसा भी साथ लेकर आए’-क्या आप धनराज पिल्लै की इस बात से सहमत हैं? अपने अनुभव और बड़ों से बातचीत के आधार पर लिखिए।
उत्तर:
नहीं। अपने अनुभव और बड़ों से बातचीत के आधार पर मैं कह सकता हूँ कि बहुत कम ही लोग ऐसे होंगे जो शोहरत तो चाहते हैं पर बिना पैसों के। आज पैसा मानव जीवन के लिए इतना ज़रूरी हो गया है कि समाज धनहीन व्यक्ति को सम्मान की दृष्टि से नहीं देखता है। वैसे भी कदम-कदम पर पैसा ज़रूरी है। तुलसीदास की इन पंक्तियों से इसका महत्त्व समझा जा सकता है : तुलसी जग में दो बड़े एक पैसा एक राम। राम नाम से मुक्ति है, पैसे से सब काम॥ निर्विवाद रूप से कहा जा सकता है कि लोग शोहरत तो चाहते हैं पर साथ-साथ पैसा भी।

प्रश्न 2.
(क) अपनी गलतियों के लिए माफ़ी माँगना आसान होता है या मुश्किल?
उत्तर:
अपनी गलती के लिए माफ़ी माँग लेना बहुत आसान नहीं होता है क्योंकि हमारा अहं इसकी अनुमति नहीं देता है। व्यक्ति अहं को दबा ले या उस पर विजय पा ले तो ऐसा करना आसान बन जाता है।

(ख) क्या आप और आपके आसपास के लोग अपनी गलतियों के लिए माफ़ी माँग लेते हैं?
उत्तर:
मैं और मेरे आसपास कई बार लोग माफी माँग लेते हैं और कभी नहीं। यह तो तत्कालीन परिस्थितियों पर निर्भर करता है। वैसे लोगों की प्रवृत्ति होती है कि यदि सामने वाला ज़्यादा ताकतवर होता है तो लोग अपना नुकसान समझकर तथा अपनी विनम्रता का प्रदर्शन करने के लिए ऐसा कर लेते हैं और सामने वाला कमज़ोर हुआ तो अपनी गलती होने पर भी उस पर दोषारोपण करते हैं।

(ग) माफ़ी माँगना मुश्किल होता या माफ़ करना? अपने अनुभव के आधार पर लिखिए।
उत्तर:
माफ़ी माँगना या माफ़ करना दोनों ही आसान या मुश्किल होना उस समय की परिस्थितियों पर निर्भर करता है। एक बार स्कूल जाते हुए मैंने देखा कि एक मोटरसाइकिल पर सवार सज्जन बिना इंडीकेटर के दाहिनी ओर मुड़ गए जिससे पीछे चल रहे रिक्शे के अगले पहिए से उनकी पिछली लाइट टूट गई। गलती भी उन्हीं की थी और रिक्शे वाले के बार-बार माफी मांगने पर भी दो-चार हाथ मारकर पचास रुपए माँगने लगे। यह देखकर तो यही लगता है कि माफ़ करना ही मुश्किल होता है।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
नीचे कुछ शब्द लिखे हैं जिनमें अलग-अलग प्रत्ययों के कारण बारीक अंतर है। इस अंतर को समझाने के लिए इन शब्दों का वाक्य में प्रयोग कीजिए।
प्रेरणा प्रेरक
प्रेरित संभव संभावित
संभवतः उत्साह उत्साहित
उत्साहवर्धक
उत्तर:
(क) प्रेरणा-प्रेरक-प्रेरित
प्रेरणा – माँ से प्रेरणा पाकर ही मैं आज यहाँ तक पहुँच सका हूँ।
प्रेरक – प्रधानाचार्य जी की बातें कितनी प्रेरक हैं।
प्रेरित – अध्यापक की बातों से प्रेरित होकर वह पढ़ाई में जुट गया।

(ख) संभव – संभावित-संभवतः
उत्तर:
संभव-संभव है कि मैं आज शाम को घर न आ सकूँ।
संभावित – इन संभावित प्रश्नों को दोहरा लो। परीक्षा के लिए उपयोगी हैं।
संभवतः – अच्छी बारिश होने से इस साल संभवतः अच्छी फसल हो जाए।

(ग) उत्साह-उत्साहित-उत्साहवर्धक
उत्तर:
उत्साह – कंप्यूटर सीखने के लिए उसका उत्साह देखते ही बनता है।
उत्साहित – सचिन तेंदुलकर से मिलने के लिए मैं बहुत ही उत्साहित हूँ।
उत्साहवर्धक – मरीज़ के लिए दवाएँ तथा उत्साहवर्धक बातचीत की भी ज़रूरत है।

प्रश्न 2.
तुनुकमिजाज शब्द तुनुक और मिज़ाज दो शब्दों के मिलने से बना है। क्षणिक, तनिक और तुनुक एक ही शब्द के भिन्न रूप हैं। इस प्रकार का रूपांतर दूसरे शब्दों में भी होता है, जैसे-बादल, बादर, बदरा, बदरिया; मयूर, मयूरा, मोर; दर्पण, दर्पन, दरपन। शब्दकोश की सहायता लेकर एक ही शब्द के दो या दो से अधिक रूपों को खोजिए। कम-से-कम चार शब्द और उनके अन्य रूप लिखिए।
उत्तर:
अंबर, आकाश, आसमान।
पत्थर, प्रस्तर, पाषाण।
बाग, बगिया, वाटिका।
दिन, दिवस, दिवा।।

प्रश्न 3.
हर खेल के अपने नियम, खेलने के तौर-तरीके और अपनी शब्दावली होती है। जिस खेल में आपकी रुचि हो उससे संबंधित कुछ शब्दों को लिखिए, जैसे-फुटबॉल के खेल से संबंधित शब्द हैं-गोल, बैकिंग, पासिंग, बूट इत्यादि।
उत्तर:
क्रिकेट के खेल से संबंधित शब्द हैं-बैट, पिच, रन, स्टम्प, पैड आदि।

 
Read More

CHAPTER -17 वीर कुवर सिंह | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 17 वीर कुवर सिंह

 MCQs

Question 1.
इस पाठ में किस स्थान पर 1857 में भीषण विद्रोह नहीं हुआ था।
(a) कानपुर
(b) बुंदेलखंड
(c) आजमगढ़
(d) रूहेलखंड।

Answer

Answer: (d) रूहेलखंड।


Question 2.
इनमें कौन-सा वीर प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल नहीं था?
(a) नाना साहेब
(b) तात्या टोपे
(c) सरदार भगत सिंह
(d) रानी लक्ष्मीबाई।

Answer

Answer: (c) सरदार भगत सिंह


Question 3.
वीर कुंवर सिंह का जन्म किस राज्य में हुआ था?
(a) बंगाल
(b) उत्तर प्रदेश
(c) बिहार
(d) उड़ीसा।

Answer

Answer: (c) बिहार


Question 4.
इस पाठ के लेखक कौन हैं?
(a) यतीश अग्रवाल
(b) विजय तेंदुलकर
(c) विभागीय
(d) जैनेंद्र कुमार।

Answer

Answer: (c) विभागीय


Question 5.
मंगल पांडे ने अंग्रेजों के विरुद्ध कहाँ बगावत किया था?
(a) दानापुर
(b) कानपुर
(c) आज़मगढ़
(d) बैरकपुर

Answer

Answer: (d) बैरकपुर


Question 6.
11 मई 1857 को भारतीय सैनिकों ने किस पर कब्जा कर लिया?
(a) लखनऊ
(b) आरा
(c) मेरठ
(d) दिल्ली

Answer

Answer: (d) दिल्ली


Question 7.
अंग्रेज़ी सेना और स्वतंत्रता सेनानियों के मध्य कहाँ भीषण युद्ध हुआ?
(a) बरेली
(b) कानपुर
(c) आरा
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी।


Question 8.
कुंवर सिंह का जन्म-बिहार राज्य के किस जनपद में हुआ।
(a) शाहाबाद
(b) आरा
(c) जहानाबाद
(d) छपरा।

Answer

Answer: (a) शाहाबाद


(1)

वीर कुंवर सिंह के बचपन के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं मिलती। कहा जाता है कि कुँवर सिंह का जन्म बिहार में शाहाबाद जिले के जगदीशपुर में सन् 1782 ई० में हुआ था। उनके पिता का नाम साहबजादा सिंह और माता का नाम पंचरतन कुँवर था। उनके पिता साहबजादा सिंह जगदीशपुर रियासत के ज़मींदार थे, परंतु उनको अपनी ज़मींदारी हासिल करने में बहुत संघर्ष करना पड़ा। पारिवारिक उलझनों के कारण कुँवर सिंह के पिता बचपन में उनकी ठीक से देखभाल नहीं कर सके। जगदीशपुर लौटने के बाद ही वे कुंवर सिंह की पढ़ाई-लिखाई की ठीक से व्यवस्था कर पाए।

Question 1.
वीर कुंवर सिंह का जन्म किस राज्य में हुआ था?
(a) पंजाब
(b) उत्तर प्रदेश
(c) उड़ीसा
(d) बिहार।

Answer

Answer: (d) बिहार।


Question 2.
कुँवर सिंह में देशभक्ति की भावना किसने जगाया?
(a) उनके मित्र ने
(b) मंगल पाण्डेय ने
(c) उनके पिता जी ने
(d) बसुरिया बाबा ने।

Answer

Answer: (d) बसुरिया बाबा ने।


Question 3.
कुँवर सिंह के पिता थे-
(a) राजा
(b) ज़मींदार
(c) जागीरदार
(d) इनमें से कोई नहीं।

Answer

Answer: (b) ज़मींदार


Question 4.
सोनपुर का मेला कब लगता था?
(a) कार्तिक पूर्णिमा को
(b) कार्तिक अमावस्या को
(c) सावन के महीने में
(d) दीपावली से पूर्व।

Answer

Answer: (a) कार्तिक पूर्णिमा को


Question 5.
कुँवर सिंह गुप्त योजनाएँ कहा बनाया करते थे।
(a) अपने घर पर
(b) सोनपुर के पशु मेले में
(c) जंगल में
(d) सभाओं में।

Answer

Answer: (b) सोनपुर के पशु मेले में


(2)

जगदीशपुर के जंगलों में ‘बासुरिया बाबा’ नाम के एक सिद्ध संत रहते थे। उन्होंने ही कुँवर सिंह में देशभक्ति एवं स्वाधीनता की भावना उत्पन्न की थी। उन्होंने बनारस, मथुरा, कानपुर, लखनऊ आदि स्थानों पर जाकर विद्रोह की सक्रिय योजनाएँ बनाईं। वे 1845 से 1846 तक काफ़ी सक्रिय रहे और गुप्त ढंग से ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ विद्रोह की योजना बनाते रहे। उन्होंने बिहार के प्रसिद्ध सोनपुर मेले को अपनी गुप्त बैठकों की योजना के लिए चुना। सोनपुर के मेले को एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता है। यह मेला कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगता है। यह हाथियों के क्रय-विक्रय के लिए भी विख्यात है। इसी ऐतिहासिक मेले में उन दिनों स्वाधीनता के लिए लोग एकत्र होकर क्रांति के बारे में योजना बनाते थे।

Question 1.
बासुरिया बाबा कौन थे?
(a) एक सैनिक
(b) एक सिद्ध संत
(c) स्वतंत्रता सेनानी
(d) शिक्षक।

Answer

Answer: (b) एक सिद्ध संत


Question 2.
किस स्थान को गुप्त मेले के लिए चुना गया?
(a) पुष्कर मेले को
(b) नालंदा को
(c) बक्सर को
(d) सोनपुर मेले को।

Answer

Answer: (d) सोनपुर मेले को।


Question 3.
सोनपुर का मेला किस राज्य में आयोजित किया है?
(a) उड़ीसा
(b) उत्तर प्रदेश
(c) बिहार
(d) असम।

Answer

Answer: (c) बिहार


Question 4.
सोनपुर का मेला किसके क्रय-विक्रय के लिए विख्यात है?
(a) कपड़े के लिए
(b) घोड़ों के
(c) हाथियों के लिए
(d) बकरियों के लिए।

Answer

Answer: (c) हाथियों के लिए


Question 5.
“ऐतिहासिक’ शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय कौन-सा है?
(a) इक
(b) विक
(b) आसिक
(d) क।

Answer

Answer: (a) इक


(3)

दानापुर और आरा की इस लड़ाई की ज्वाला बिहार में सर्वत्र व्याप्त हो गई थी, लेकिन देशी सैनिकों में अनुशासन की कमी, स्थानीय ज़मींदारों का अंग्रेजों के साथ सहयोग करना एवं आधुनिकतम शस्त्रों की कमी के कारण जगदीशपुर का पतन रोका न जा सका। 13 अगस्त को जगदीशपुर में कुँवर सिंह की सेना अंग्रेजों से परास्त हो गई। किंतु इससे वीरवर कुँवर सिंह का आत्मबल टूटा नहीं और वे भावी संग्राम की योजना बनाने में तत्पर हो गए। वे क्रांति के अन्य संचालक नेताओं से मिलकर इस आजादी की लड़ाई को आगे बढ़ाना चाहते थे। कुंवर सिंह सासाराम से मिर्जापुर होते हुए रीवा, कालपी, कानपुर एवं लखनऊ तक गए। लखनऊ में शांति नहीं थी इसलिए बाबू कुँवर सिंह ने आज़मगढ़ की ओर प्रस्थान किया। उन्होंने आज़ादी की इस आग को बराबर जलाए रखा। उनकी वीरता की कीर्ति पूरे उत्तर भारत में फैल गई। कुँवर सिंह की इस विजय यात्रा से अंग्रेजों के होश उड़ गए।

Question 1.
जगदीशपुर के पतन का प्रमुख कारण क्या था?
(a) नए शस्त्रों की कमी
(b) सैनिकों में अनुशासन का आभाव
(c) ज़मींदारों का अंग्रेजों के साथ सहयोग करना
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी।


Question 2.
दानापुर और आरा की लड़ाई का क्या परिणाम हुआ।
(a) स्थानीय लड़ाई बनकर रह गई
(b) पूरे बिहार में आज़ादी की आग फैल गई
(c) सारे देश में इसका परिणाम हुआ
(d) बिहार में चारों तरफ़ आतंक का वातावरण छा गया।

Answer

Answer: (b) पूरे बिहार में आज़ादी की आग फैल गई


Question 3.
अंग्रेजों से पराजय के बाद कुँवर सिंह का आत्मबल-
(a) बढ़ गया
(b) टूट गया
(c) लूट गया
(d) ठीक रहा।

Answer

Answer: (a) बढ़ गया


Question 4.
लखनऊ से कुँवर सिंह ने कहाँ प्रस्थान किया?
(a) कानपुर
(b) मिर्जापुर
(c) आरा
(d) आजमगढ़।

Answer

Answer: (d) आजमगढ़।


Question 5.
‘वीरता’ में ‘ता’ क्या है?
(a) उपसर्ग
(b) प्रत्यय
(c) मूलशब्द
(d) अन्य।

Answer

Answer: (b) प्रत्यय


(4)

वीर कुंवर सिंह ने ब्रिटिश हुकूमत के साथ लोहा तो लिया ही उन्होंने अनेक सामाजिक कार्य भी किए। आरा ज़िला स्कूल के लिए ज़मीन दान में दी जिस पर स्कूल के भवन का निर्माण किया गया। कहा जाता है कि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी, फिर भी वे निर्धन व्यक्तियों की सहायता करते थे। उन्होंने अपने इलाके में अनेक सुविधाएँ प्रदान की थीं। उनमें से एक है-आराजगदीशपुर सड़क और आरा-बलिया सड़क का निर्माण। उस समय जल की पूर्ति के लिए लोग कुएँ खुदवाते थे और तालाब बनवाते थे। वीर कुंवर सिंह ने अनेक कुएँ खुदवाए और जलाशय भी बनवाए।

Question 1.
वीर कुंवर सिंह ने क्या-क्या सामाजिक कार्य किए?
(a) स्कूल के लिए जमीन दान दिए
(b) सड़कें बनाए
(c) कुएँ तथा तलाब बनवाए
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी।


Question 2.
कुंवर सिंह ने आरा की ज़मीन दान में क्यों दी?
(a) वृद्धाश्रम हेतु
(b) विद्यालय हेतु
(c) बाग-बगीचे के लिए
(d) स्वतंत्रता सेनानियों के लिए।

Answer

Answer: (b) विद्यालय हेतु


Question 3.
कुंवर सिंह ने किस सड़क का निर्माण करवाया?
(a) आरा
(b) आरा-जगदीशपुर
(c) आरा से बलिया तक
(d) जगदीशपुर व बलिया।

Answer

Answer: (c) आरा से बलिया तक


Question 4.
कुँवर सिंह के किस प्रकार के व्यक्तित्व थे?
(a) उदार
(b) संवेदनशील
(c) परोपकारी
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी।


Question 5.
‘लोहा लेना’ मुहावरे का क्या अर्थ है?
(a) बदला देना
(b) परेशान करना
(c) धाक जमाना
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (a) बदला देना


(5)

सन् 1857 के व्यापक-सशस्त्र विद्रोह ने भारत में ब्रिटिश शासन की जड़ों को हिला दिया। भारत में ब्रिटिश शासन ने जिस दमन नीति को आरंभ दिया उसके विरुद्ध विद्रोह शुरू हो गया था। मार्च 1857 में बैरकपुर में अंग्रेजों के विरुद्ध बगावत करने पर मंगल पांडे को 8 अप्रैल 1857 को फाँसी दे दी गई। 10 मई 1857 को मेरठ में भारतीय सैनिकों ने ब्रिटिश अधिकारियों के विरुद्ध आंदोलन किया और सीधे दिल्ली की ओर कूच कर गए। दिल्ली में तैनात सैनिकों के साथ मिलकर 11 मई को उन्होंने दिल्ली पर कब्जा कर लिया और अंतिम मुगल शासक बहादुरशाह ज़फ़र को भारत का शासक घोषित कर दिया।

Question 1.
सन् 1857 के सशस्त्र विद्रोह का भारत में ब्रिटिश शासन पर क्या असर हुआ?

Answer

Answer: सन् 1857 के सशस्त्र विद्रोह का भारत में ब्रिटिश शासन पर असर यह हुआ कि वह कमज़ोर हो गया।


Question 2.
भारतीयों ने अंग्रेजों की किस नीति का विद्रोह किया था?

Answer

Answer: भारतीयों ने अंग्रेज़ों के दमन नीति का विद्रोह किया।


Question 3.
मंगल पांडे को फांसी क्यों दी गई?

Answer

Answer: मंगल पांडे को फाँसी इसलिए दिया गया क्योंकि मार्च 1857 में बैरकपुर में अंग्रेजों के विरुद्ध बगावत करने पर मंगल पांडे को 18 अप्रैल 1857 को फाँसी दे दी गई।


Question 4.
मेरठ में विद्रोह करने के बाद भारतीय सैनिक कहाँ चले गए।

Answer

Answer: 10 मई 1857 को मेरठ में भारतीय सैनिकों ने ब्रिटिश अधिकारियों के विरुद्ध आंदोलन किया और सीधे वे दिल्ली कूच कर गए।


(6)

वीर कुंवर सिंह के बचपन के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं मिलती। कहा जाता है कि कुँवर सिंह का जन्म बिहार में शाहाबाद जिले के जगदीशपुर में सन् 1782 ई० में हुआ था। उनके पिता का नाम साहबज़ादा सिंह और माता का नाम पंचरतन कुँवर था। उनके पिता साहबज़ादा सिंह जगदीशपुर रियासत के ज़मींदार थे, परंतु उनको अपनी ज़मींदारी हासिल करने में बहुत संघर्ष करना पड़ा। पारिवारिक उलझनों के कारण कुँवर के पिता बचपन में उनकी ठीक से देखभाल नहीं कर सके। जगदीशपुर लौटने के बाद ही वे कुँवर सिंह की पढ़ाई-लिखाई की ठीक से व्यवस्था कर पाए।

Question 1.
वीर कुंवर सिंह का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह का जन्म बिहार में शाहाबाद जिले के जगदीशपुर नामक स्थान पर सन् 1782 में हुआ था।


Question 2.
कुँवर सिंह के माता-पिता कौन थे?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह के पिता का नाम साहबजादा सिंह व माता का नाम पंचरतन कुँवर था।


Question 3.
इनके पिता बचपन में इसकी देखभाल क्यों नहीं कर पाए?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह के पिता जगदीशपुर रियासत के ज़मींदार थे। उन्हें अपनी ज़मींदारी हासिल करने के लिए काफ़ी संघर्ष करना पड़ा। इसके अलावे पारिवारिक उलझनों के कारण वे अपने बेटे कुँवर सिंह की देखभाल सही रूप में न कर सके।


Question 4.
कुँवर सिंह के पिता कैसे व्यक्ति थे?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह के पिता वीर होने के साथ-साथ स्वाभिमानी एवं उदार स्वभाव के व्यक्ति थे।


Question 5.
कुँवर सिंह की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा किस प्रकार हुई ?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह के पिता जगदीशपुर रियासत के ज़मींदार थे। उन्होंने उनकी प्रारंभिक शिक्षा की व्यवस्था घर पर ही कर दिया था, जहाँ उन्होंने हिंदी, संस्कृत और फारसी सीखी, लेकिन पढ़ने-लिखने से ज़्यादा उनका मन घुड़सवारी तलवारबाज़ी और कुश्ती लड़ने में लगता था।


(7)

आज़मगढ़ की ओर जाने का उनका उद्देश्य था-इलाहाबाद एवं बनारस पर आक्रमण कर शत्रुओं को पराजित करना और अंततः जगदीशपुर पर अधिकार करना। अंग्रेजों और कुँवर सिंह की सेना के बीच घमासान युद्ध हुआ। उन्होंने 22 मार्च 1858 को आजमगढ़ पर कब्जा कर लिया। अंग्रेजों ने दोबारा आज़मगढ़ पर आक्रमण किया। कुँवर सिंह ने एक बार फिर आज़मगढ़ में अंग्रेजों को हराया। इस प्रकार अंग्रेज़ी सेना को परास्त कर वीर कुंवर सिंह 23 अप्रैल 1858 को स्वाधीनता की विजय पताका फहराते हुए जगदीशपुर पहुँच गए। किंतु इस बूढ़े शेर को बहुत अधिक दिनों तक इस विजय का आनंद लेने का सौभाग्य न मिला। इसी दिन विजय उत्सव मनाते हुए लोगों ने यूनियन जैक (अंग्रेज़ों का झंडा) उतारकर अपना झंडा फहराया। इसके तीन दिन बाद ही 26 अप्रैल 1858 को यह वीर इस संसार से विदा होकर अपनी अमर कहानी छोड़ गया।

Question 1.
वीर कुंवर सिंह का आजमगढ़ की ओर बढ़ने का क्या उद्देश्य था? लिखिए ?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह का आज़मगढ़ की ओर बढ़ने का उद्देश्य था इलाहाबाद और बनारस पर आक्रमण करके शत्रुओं को पराजित करके अंत में जगदीशपुर पर अपना आधिपत्य जमाना था।


Question 2.
आजमगढ़ में कुँवर सिंह ने अंग्रेजों का सामना कैसे किया?

Answer

Answer: आज़मगढ़ में वीर कुंवर सिंह और अंग्रेजों के बीच घमासान युद्ध हुआ। 22 मार्च 1858 को कुंवर सिंह की सेना ने आज़मगढ़ पर अधिकार कर लिया। अंग्रेजों ने पुनः आक्रमण कर दिया। कुँवर सिंह ने उन्हें दुबारा परास्त कर दिया।


Question 3.
जगदीशपुर में स्वाधीनता की विजय पताका कब फहराई गई?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह द्वारा जगदीशपुर में स्वाधीनता की विजय पताका 23 अप्रैल 1858 को फहराई गई।


Question 4.
वीर कुंवर सिंह की मृत्यु कब हुई ?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह की मृत्यु 26 अप्रैल 1858 को हुई।


Question 5.
‘स्वाधीनता’ और ‘पराधीनता’ शब्द का विलोम लिखिए।

Answer

Answer:

शब्दविलोम शब्द
स्वाधीनतापराधीनता
सौभाग्यदुर्भाग्य

(8)

वीर कुंवर सिंह ने ब्रिटिश हुकूमत के साथ लोहा तो लिया ही उन्होंने अनेक सामाजिक कार्य भी किए। आरा जिला स्कूल के लिए ज़मीन दान में दी जिस पर स्कूल के भवन का निर्माण किया गया। कहा जाता है कि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी, फिर भी वे निर्धन व्यक्तियों की सहायता करते थे। उन्होंने अपने इलाके में अनेक सुविधाएँ प्रदान की थीं। उनमें से एक है-आराजगदीशपुर सड़क और आरा-बलिया सड़क का निर्माण। उस समय जल की पूर्ति के लिए लोग कुएँ खुदवाते थे और तालाब बनवाते थे। वीर कुंवर सिंह ने अनेक कुएँ खुदवाए और जलाशय भी बनवाए।

Question 1.
वीर कुंवर सिंह ने क्या-क्या काम किए?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह ने आरा जिला स्कूल के लिए जमीन दान में दिए, गरीबों की आर्थिक मदद की, सड़कें बनवाईं, कुएँ खुदवाए, तालाब बनवाए, इसके अलावे मदरसों का निर्माण करवाए।


Question 2.
कुंवर सिंह की चारित्रिक विशेषताएँ क्या-क्या थीं?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह की प्रमुख चारित्रिक विशेषताएँ थीं कि वे धर्मनिरपेक्ष थे। उनकी सेना में हिंदुओं के साथ-साथ मुसलमान भी उच्च पदों पर आसीन थे। इसके अतिरिक्त उन्होंने पाठशालाओं के साथ-साथ मदरसे भी बनवाए। उनके दरबार में हिंदुओं और मुसलमानों के सभी त्योहार एक साथ मिलकर मनाए जाते थे।


Question 3.
कुँवर सिंह की धर्मनिरपेक्षता किन बातों से पता चलता है?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह की प्रमुख चारित्रिक विशेषताएँ थीं कि वे धर्मनिरपेक्ष थे। उनकी सेना में हिंदुओं के साथ-साथ मुसलमान भी उच्च पदों पर आसीन थे। इसके अतिरिक्त उन्होंने पाठशालाओं के साथ-साथ मदरसे भी बनवाए। उनके दरबार में हिंदुओं और मुसलमानों के सभी त्योहार एक साथ मिलकर मनाए जाते थे।


Question 4.
उन्होंने किस विशेष सड़क का निर्माण करवाया?

Answer

Answer: उन्होंने आरा-जगदीशपुर और आरा-बलिया सड़क का निर्माण करवाया।


Question 5.
कुँवर सिंह की लोकप्रियता का पता किससे चलता है ?

Answer

Answer: वीर कुंवर सिंह की लोकप्रियता का पता उन गीतों से चलता है जो बिहार की लोक भाषाओं में उनकी प्रशस्ति के रूप में गाए जाते हैं।

प्रश्न अभ्यास

निबंध से

प्रश्न 1.
वीर कुंवर सिंह के व्यक्तित्व की कौन-कौन सी विशेषताओं ने आपको प्रभावित किया?
उत्तर:
वीर कुंवर सिंह के व्यक्तित्व की निम्नलिखित विशेषताओं ने मुझे प्रभावित किया :

  • उनमें स्वाधीनता तथा देश प्रेम की भावना कूट-कूट कर भरी थी।
  • उनमें मातृभूमि को अंग्रेजों की दासता से मुक्त कराने प्रबल इच्छा थी।
  • वे अत्यंत वीर तथा कुशल सैनिक एवं सेनापति थे।
  • वे साहसी तथा छापामार युद्धकला में अत्यंत निपुण थे।
  • वे निर्धनों की सहायता करने वाले उदार एवं संवेदनशील व्यक्ति थे।

प्रश्न 2.
कुंवर सिंह को बचपन में किन कामों में मज़ा आता था? क्या उन्हें उन कामों से स्वतंत्रता सेनानी बनने में कछ मदद मिली?
उत्तर:
बचपन में कुंवर सिंह को पढ़ने-लिखने से ज्यादा घुड़सवारी, तलवारबाजी और कुश्ती लड़ने में मज़ा आता था। हाँ, इन कामों से उन्हें स्वतंत्रता सेनानी बनने में मदद मिली, क्योंकि कुशल स्वतंत्रता सेनानी बनने के लिए इन गुणों की बहुत-सी ज़रूरत होती है।

प्रश्न 3.
सांप्रदायिक सद्भाव में कुँवर सिंह की गहरी आस्था थी-पाठ के आधार पर कथन की पुष्टि कीजिए।
उत्तर:
कुँवर सिंह की सेना में इब्राहीम खाँ और किफायत हुसैन उच्च पदों पर नियुक्त थे। उनके यहाँ हिंदुओं और मुसलमानों के त्यौहार एक साथ मिलजुल कर मनाए जाते थे। उन्होंने पाठशालाओं के साथ मकतब भी बनवाए। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि कुंवर सिंह को सांप्रदायिक सद्भाव में गहरी आस्था थी।

प्रश्न 4.
पाठ के किन प्रसंगों से तुम्हें पता चलता है कि कुँवर सिंह उदार एवं स्वाभिमानी व्यक्ति थे?
उत्तर:
निम्नलिखित प्रसंगों से हमें कुँवर सिंह के साहसी, उदार एवं स्वाभिमानी व्यक्ति होने का पता चलता है :

  • यह जानते हुए भी अंग्रेजों के पास विशाल सेना तथा अत्याधुनिक शस्त्र हैं, उन्होंने वीरतापूर्वक लड़कर अंग्रेज़ों को हराया। इनसे उनके साहसी होने का पता चलता है।
  • कुँवर सिंह ने स्कूलों को जमीन दान दी। विद्यालय भवन और मकतब भी बनवाएं। वे निर्धन व्यक्तियों की सहायता किया करते थे। उन्होंने अनेक जलाशय बनवाए और कुएँ खुदवाए। इससे उनके उदार होने का ज्ञान होता है।
  • कुंवर सिंह जब तक जीवित रहे, अपनी मातृभूमि को आजाद करवाने के लिए युद्ध) करते रहे। उन्होंने अंग्रेजों की दासता स्वीकार न करते हुए स्वाभिमान से जीवन बिताया। इस प्रसंग से उनके स्वाभिमानी होने का पता चलता है।

प्रश्न 5.
आम तौर पर मेले का उपयोग मनोरंजन, खरीद-फरोख्त एवं मेल-जोल के लिए किया जाता है। वीर कुंवर सिंह ने मेले का उपयोग किस रूप में किया?
उत्तर:
वीर कुंवर सिंह ने सोनपुर के प्रसिद्ध मेले का उपयोग मातृभूमि को स्वतंत्र कराने के लिए किया। इसी मेले में वे अपनी गुप्त बैठकें करते और स्वाधीनता के लिए क्रांति के बारे में योजनाएँ बनाते थे।

निबंध से आगे

प्रश्न 1.
सन् 1857 के आंदोलन में भाग लेने वाले किन्हीं चार सेनानियों पर दो-दो वाक्य लिखिए।
उत्तर:

  • झांसी की रानी लक्ष्मीबाई : रानी लक्ष्मीबाई के राज्य को डलहौज़ी ने अंग्रेजी साम्राज्य में मिलाना चाहा था। रानी ने मातृभूमि को स्वतंत्र कराने के लिए अंग्रेजों से युद्ध किया और वीरगति को प्राप्त हो गई थी।
  •  मंगल पांडे : ये बैरकपुर में अंग्रेजी सेना में सिपाही थे। गाय और सूअर की चर्बी से बने कारतूस को मुँह से न खोलने के लिए अंगेजों के खिलाफ बगावत कर दया थी।
  • तात्या टोपे : तात्या टोपे प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन के सिपाही थे। इन्होंने छापामार युद्ध के माध्यम से अंग्रेजों को काफी क्षति पहुँचाई थी।
  • नाना साहब : नाना साहब धूंधूपंत स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे। इनके नेत्तृत्व में कानपुर में सशस्त्र क्रांति हुई, जिसमें अनेक अंग्रेज मारे गए थे।

प्रश्न 2.
सन् 1857 के क्रांतिकारियों से संबंधित गीत विभिन्न भाषाओं और बोलियों में गाए जाते हैं। ऐसे कुछ गीतों को संकलित कीजिए।
उत्तर:
क्रांतिकारियों से संबंधित कुछ गीत :

  • सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। देखना है ज़ोर कितना, बाजुए कातिल में है।।
  • मेरा रंग दे बसती चोला, माए रंग दे बसंती चोला।
  • कर चले हम फ़िदा जान-ओ-तन साथियों, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों। शेष कुछ गीत छात्र स्वयं संकलित करें।

कल्पना और अनुमान से

प्रश्न 1.
वीर कुंवर सिंह का पढ़ने के साथ-साथ कुश्ती और घुड़सवारी में ज़्यादा मन लगता था। तुम्हें पढ़ने के अलावा और किन-किन गतिविधियों या कामों में खूब मज़ा आता है। उसे लिखो।
उत्तर:
पढ़ने के अलावा मुझे पतंग उड़ाने, क्रिकेट खेलने, कंप्यूटर पर गेम खेलने, टीवी पर फिल्में देखने में खूब मजा आता है। टेलीविजन पर क्रिकेट मैच देखने में मुझे विशेष आनंद आता है।

प्रश्न 2.
सन् 1857 में अगर तुम 12 वर्ष के होते तो क्या करते कल्पना करके लिखो।
उत्तर:
सन् 1857 में यदि मैं बारह वर्ष का होता तो :

  • अपनी मातृभूमि को अंगेज़ों की दासता से मुक्ति दिलाने के उपाय सोचता।।
  • कुँवर सिंह, ताँत्याँ टोपे, रानी लक्ष्मीबाई जैसे क्रांतिकारियों को अपना आदर्श मानता।
  • उनकी बैठकों में शामिल होकर उनके विचारों को ध्यान से सुनता और वे जो भी काम बताते, मैं करता।
  • गाँव-गाँव जाकर लोगों को स्वाधीनता के लिए उन्हें संगठित करता।

प्रश्न 3.
आपने भी कोई मेला देखा होगा। सोनपुर के मेले और इस मेले में आप क्या अंतर पाते हैं?
उत्तर:
सोनपुर का मेला और मेरे द्वारा देखे गए मेले में अन्तर
सोनपुर का मेला –

  • सोनपुर का मेला एशिया का सबसे बड़ा मेला है।
  • यह हाथियों तथा अन्य पशुओं के क्रय-विक्रय के लिए प्रसिद्ध है।
  • यह मेला कई दिनों तक चलता रहता है।
  • मेले में अनेक किस्म के पशु थे।

मेरे द्वारा देखा गया मेला –

  • यह स्थानीय स्तर पर लगने वाला मेला है।
  • इस मेले में अनेक प्रकार की उपयोगी वस्तुएँ बेचते है।
  • यह मेला केवल दो दिनों तक ही चलता है।
  • इस मेले में खेल-खिलौने, मिठाइयाँ, कपड़े, लोहे के सामान आदि की दुकानें होती हैं।

भाषा की बात
प्रश्न – आप जानते हैं कि किसी शब्द को बहुवचन में प्रयोग करने पर उसकी वर्तनी में बदलाव आता है। जैसे-सेनानी एक व्यक्ति के लिए प्रयोग करते हैं और सेनानियों एक से अधिक के लिए। सेनानी शब्द की वर्तनी में बदलाव यह हुआ है कि अंत के वर्ण ‘नी’ की मात्रा दीर्घ —ी’ (ई) से ह्रस्व ‘f (इ) हो गई है। ऐसे शब्दों को, जिनके अंत में दीर्घ ईकार होता है, बहुवचन बनाने पर वह इकार हो जाता है, यदि शब्द के अंत में ह्रस्व इकार होता है, तो उसमें परिवर्तन नहीं होता जैसे-दृष्टि से दृष्टियों।

नीचे दिए गए शब्दों का वचन बदलिए-
नीति ……….. ज़िम्मेदारियों ………….
सलामी …………. स्थिति ………….
स्वाभिमानियों ………. गोली ………..
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 17 वीर कुवर सिंह image - 1

NCERT Important Questions for Class 6 Maths

 
 

NCERT Important Questions for Class 6 Science

 
 

NCERT Important Questions for Class 6 English

 
Revision Notes for Class 6 English Honeysuckle
Revision Notes for Class 6 English A Pact with the Sun
 
  • NCERT Important Questions for Class 6 English Honeysuckle
 
 
  • NCERT Important Questions for Class 6 English A Pact with the Sun
 
 
 

NCERT Important Questions for Class 6 Hindi

 
Revision Notes for Class 6 Hindi Vasant
Revision Notes for Class 6 Hindi Bal Ramkatha
 
  • NCERT Important Questions for Class 6 Hindi Vasant
 
 
 
 
  • NCERT Important Questions for Class 6 Hindi Bal Ramkatha
 
 

NCERT Important Questions for Class 6 Social Science

 
NCERT Solution for Class 6 History
NCERT Solution for Class 6 Civics
NCERT Solution for Class 6 Geography
 
  • NCERT Important Questions for Class 6 History
 
 
  • NCERT Important Questions for Class 6 Civics
 
 
  • NCERT Important Questions for Class 6 Geography
 
Chapter 5 Major Domains of the Earth Class 6 Important Questions
Chapter 6 Major Landforms of the Earth Class 6 Important Questions
Chapter 7 Our Country – India Class 6 Important Questions
Chapter 8 India: Climate, Vegetation and Wildlife Class 6 Important Questions
Read More

CHAPTER -16 भोर और बरखा | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 16 भोर और बरखा

MCQs

Question 1.
‘भोर और बरखा’ कविता की रचयिता हैं?
(a) सुभद्रा कुमारी चौहान
(b) मीरा बाई
(c) महादेवी वर्मा
(d) विनीता पाण्डेय।

Answer

Answer: (b) मीरा बाई


Question 2.
इस कविता में किसको जगाने का प्रयास किया जा रहा है?
(a) ग्वाल-बाल को
(b) बालक कृष्ण को
(c) राधा को
(d) कवयित्री को।

Answer

Answer: (b) बालक कृष्ण को


Question 3.
दही कौन बिलो रही है?
(a) राधा
(b) यशोदा
(c) गोपियाँ
(d) ग्वाल-बाल।

Answer

Answer: (c) गोपियाँ


Question 4.
कृष्ण को जगाने के लिए द्वार पर कौन खड़े हैं?
(a) सारे ग्वाल-बाल
(b) यशोदा
(c) राधा
(d) देव और दानव।

Answer

Answer: (d) देव और दानव।


Question 5.
ग्वाल-बालकों के हाथ में क्या है?
(a) मक्खन
(b) रोटी-मक्खन
(c) रोटी
(d) मिसरी।

Answer

Answer: (b) रोटी-मक्खन


Question 6.
मीरा को किसके आने की भनक मिली।
(a) ग्वाल-बालों के आने की
(b) गोपियों के आने की
(c) श्रीकृष्ण के आने की
(d) माँ यशोदा के आने की।

Answer

Answer: (c) श्रीकृष्ण के आने की


Question 7.
इस कविता में किस ऋतु का वर्णन है-
(a) सर्द ऋतु का
(b) ग्रीष्म ऋतु
(c) वर्षा ऋतु
(d) वसंत ऋतु।

Answer

Answer: (c) वर्षा ऋतु


Question 8.
किसके आने की आहट सुनकर मीरा प्रसन्न हो गई।
(a) गोपियों की
(b) ग्वाल-बालों की
(c) श्रीकृष्ण की
(d) सखियों की।

Answer

Answer: (c) श्रीकृष्ण की


(1)

जागो बंसीवारे ललना!
जागो मोरे प्यारे!
रजनी बीती, भोर भयो है, घर-घर खुले किंवारे।
गोपी दही मथत, सुनियत हैं कंगना के झनकारे॥
उठो लालजी! भोर भयो है, सुर-नर ठाढ़े द्वारे।
ग्वाल-बाल सब करत कुलाहल, जय-जय सबद उचारै ॥
माखन-रोटी हाथ मँह लीनी, गउवन के रखवारे।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर, सरण आयाँ को तारै॥

Question 1.
कौन किसे जगाने का प्रयास कर रही है?

Answer

Answer: माता यशोदा बालक कृष्ण को नींद से जगाने का प्रयास कर रही हैं।


Question 2.
इन पदों में किस समय का चित्रण है?

Answer

Answer: इन पदों में भोर के समय का चित्रण है।


Question 3.
मीरा के प्रभु कौन हैं? वे क्या-क्या करते हैं?

Answer

Answer: मीरा के प्रभु श्रीकृष्ण हैं। वे शरण में आए लोगों का उद्धार करते हैं।


Question 4.
ग्वाल-बाल क्या कर रहे हैं?

Answer

Answer: ग्वाल-बाल कोलाहल कर रहे हैं और जय-जय का उद्घोष कर रहे हैं उनके हाथ में माखन-रोटी है।


Question 5.
श्रीकृष्ण की शरण में आने पर क्या होता है?

Answer

Answer: जो भक्त श्रीकृष्ण की शरण में आता है, श्रीकृष्ण उसका उद्धार कर देते हैं यानी बेड़ा पार कर देते हैं।


Question 6.
कुलाहल और सबद शब्दों का तत्सम रूप क्या होगा?

Answer

Answer: कुलाहल-कोलाहल, सबद-शब्द


(2)

बरसे बदरिया सावन की।
सावन की, मन-भावन की॥
सावन में उमग्यो मेरो मनवा, भनक सुनी हरि आवन की।
उमड़-घुमड़ चहुँदिस से आया, दामिन दमकै झर लावन की॥
नन्हीं-नन्हीं बूंदन मेहा बरसे, शीतल पवन सुहावन की।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर! आनंद-मंगल गावन की।

Question 1.
इस ‘काव्यांश’ में किस ऋतु का वर्णन है ?

Answer

Answer: इस काव्यांश में वसंत ऋतु का वर्णन है।


Question 2.
किसका मन उमंग से भर गया है और क्यों?

Answer

Answer: कवयित्री मीरा का मन उमंग से भर गया क्योंकि उन्हें श्रीकृष्ण के आने की भनक हो गई।


Question 3.
पद के आधार पर प्राकृतिक वातावरण का चित्रण कीजिए।

Answer

Answer: यहाँ वर्षा ऋतु में चारों ओर बादल उमड़-घुमड़ रहे हैं, नन्ही-नन्हीं बूंदें बरस रही हैं, और बिजली चमक रही है। ठंड वायु बहने के साथ रिम-झिम बारिश हो रही है।


Question 4.
सावन मास, सुहावना क्यों बन गया?

Answer

Answer: सावन का मौसम अत्यधिक सुहावना हो गया है, क्योंकि चारों-तरफ़ आकाश में काले-काले बादल छा गए है। बिजली की चमक चारों तरफ़ फैल रही है। रिमझिम-रिमझिम बारिश हो रही है। सावन सुहावन हो गया है। मंद-मंद शीतल हवा बह रही है।


Question 5.
दामिन और उमग्यो का अर्थ लिखिए।

Answer

Answer: दामिन-बिजली, उमग्यो-उमंग से भरा हुआ।

प्रश्न अभ्य

कविता से

प्रश्न 1.
‘बंसीवारे ललना’, ‘मोरे प्यारे’, ‘लाल जी’ कहते हुए यशोदा किसे जगाने का प्रयास करती हैं और वे कौन-कौन सी बातें कहती हैं?
उत्तर:
‘बंसीवारे ललना’, ‘मोरे प्यारे’,, ‘लाल जी’ कहते हुए यशोदा कृष्ण को जगाने का प्रयास करती है। वे निम्नलिखित बातें भी कहती हैं

  • रात बीत गई है और अन्य घरों के दरवाजे खुल गए हैं।
  • दही मथ रही हैं और उनके कंगन की आवाज़ आ रही है।
  • ग्वाल-बाल शोर करते हुए जय-जयकार कर रहे हैं।

प्रश्न 2.
नीचे दी गई पंक्ति का आशय अपने शब्दों में लिखिए –
‘माखन-रोटी हाथ मँह लीनी, गउवन के रखवारे।’
उत्तर:
गायों के रखवाले अर्थात् ग्वाल-बाल कब के उठ (जाग) गए हैं। वे सब माखन-रोटी लेकर खाने जा रहे हैं।

प्रश्न 3.
पढ़े हुए पद के आधार पर ब्रज की भोर का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ब्रज में सुबह की गतिविधियाँ वातावरण को अत्यंत सजीव बना देती हैं। प्रातः काल ही बछड़े गायों का दुग्धपान करने के लिए बेचैन रहते हैं। ग्वाले इन गायों के चारे-पानी की व्यवस्था कर दूध निकालते हैं। ग्वालिन और अन्य बालाएँ दूध को घर ले जाती हैं। शाम के जमाए दूध (दही) को मथकर मक्खन निकालती हैं। दही बिलोते समय उनके कंगनों की आवाज़ सुनाई देती है।

प्रश्न 4.
मीरा को सावन मनभाव क्यों लगने लगा?
उत्तर:
मीरा को सावन मन-भावन लगने लगा क्योंकि सावन के महीने में आसमान काले-काले बादलों से ढक गया। सूर्यदेव भी छिप गए। शीतल हवा बहने लगी। बादलों से गिरती पानी की बूंदें, आसमान में चमकती बिजली, गरजते बादलों का शोर वातावरण को अत्यंत मनोरम बना देते हैं।

प्रश्न 5.
पाठ के आधार पर सावन की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
पाठ के आधार पर सावन की विशेषताएँ –

  • सावन के महीने में गर्मी कुछ कम हो जाती है।
  • काले बादल छाते ही ठंडी हवाएं बहने लगती हैं।
  • पानी बरसने लगता है बिजली चमकती है और बादल गर्जन करते हैं।
  • धरती पर हरियाली छा जाती है। मनुष्य तथा पशुपक्षी सभी प्रसन्न हो जाते हैं।

कविता से आगे

प्रश्न 1.
मीरा भक्तिकाल की प्रसिद्ध कवयित्री थीं। इस काल के दूसरे कवियों के नामों की सूची बनाइए तथा उनकी एक-एक रचना का नाम लिखिए।
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 16 भोर और बरखा image - 1

प्रश्न 2.
सावन वर्षा ऋतु का महीना है, वर्षा ऋतु से संबंधित दो अन्य महीनों के नाम लिखिए।
उत्तर:
वर्षा ऋतु से संबंधित दो अन्य महीनों के नामआषाढ़, भादों।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
सुबह जगने के समय आपको क्या अच्छा लगता है?
उत्तर:
सुबह जगने के समय पक्षियों का कलरव, मंदिर से आती भजनों और बजते घंटे की आवाज़, रसोई से आती परांठों की खुशबू, बच्चों का कोलाहल तथा खिले हुए फूलों को देखना अच्छा लगता है।

प्रश्न 2.
यदि आपको अपने छोटे भाई-बहन को जगाना पड़े, तो कैसे जगाएँगे?
उत्तर:
छोटे भाई या बहन को प्यार से जगाते हुए उससे कहेंगे कि देखो, माँ ने परांठे बना लिए हैं। तुम्हें स्कूल भी तो जाना है। तुम्हारा मित्र बुलाने आने वाला है। अरे! थोड़ी ही देर में स्कूल बस का ड्राइवर हार्न बजाकर बुलाना शुरू कर देगा।

प्रश्न 3.
वर्षा में भीगना और खेलना आपको कैसा लगता है?
उत्तर:
वर्षा में भीगना और खेलना मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। वर्षा की ठंडी बूंदें शरीर को शीतलता प्रदान करती है। वर्षा में एक-दूसरे पर गंदा पानी उछालकर भिगोना और खेलते हुए गिरकर कीचड़ में सराबोर होने तथा नहाने का-अपना अलग ही मज़ा है।

प्रश्न 4.
मीरा बाई ने सुबह का चित्र खींचा है। अपनी कल्पना और अनुमान से लिखिए कि नीचे दिए गए स्थानों की सुबह कैसी होती है
(क) गाँव, गली या मुहल्ले में
(ख) रेलवे प्लेटफॉर्म पर।
(ग) नदी या समुद्र के किनारे
(घ) पहाड़ों पर
उत्तर:
(क) गाँव, गली या मुहल्ले में – हमारी गली या मुहल्ले में प्रतिदिन प्रातः चार बजे से ही मंदिर से भजन की आवाज आने लगती है। पाँच बजे से ही दूध वाले हार्न बजाकर लोगों को दूध लेने के लिए जगाते हैं। कुछ बचचे पढ़ने तो कुछ खेलने के लिए उठ जाते हैं। जल्दी काम पर जाने वाले लोग मंडी या अन्य स्थानों पर जाते हैं। चारों ओर से बच्चों की आवाजें आने लगती हैं।

(ख) रेलवे प्लेटफॉर्म पर – सुबह होते ही चाय वाले, अख़बार वाले तथा कुछ अन्य फेरी लगाकर अपने सामान बेचने वालों का शोर सुनाई देता है। आने वाली गाड़ियों का समय निकट जानकर कुली प्लेटफार्म की ओर भागते हैं। यात्री भी प्लेटफॉर्म की ओर भागे जा रहे होते हैं।

(ग) नदी या समद्र किनारे – यहाँ प्रात:काल का दृश्य अत्यंत मनोहर होता है। नदी या सागर का पानी दूर-दूर तक पृथ्वी पर फैली नीली चादर जैसा दिखता है। चारों ओर शांतिपूर्ण वातावरण होता है। ठंडी शीतल हवा तन-मन को प्रसन्न कर देती है। नदी किनारे क्रीडारत पक्षियों की आवाजें नीरवता को भंग कर देती हैं।

(घ) पहाड़ों पर – प्रात:काल पहाड़ों की चोटियों से उठता धुआँ-सा वातावरण को धूमिल बनाता है। धूप निकल आने पर पहाड़ों की बर्फ चाँदी-सी चमकती प्रतीत होती है। ऐसा लगता है कि ये फिर प्रात:काल ईश्वर की आराधना में लीन हैं। दूर से आता पक्षियों का स्वर इनकी आराधना में बाधक नहीं बन पाता है।

भाषा की बात .

प्रश्न 1.
कृष्ण को ‘गउवन के रखवारे’ कहा गया है जिसका अर्थ है गौओं का पालन करनेवाले। इसके लिए एक शब्द दें।
उत्तर:
गउवन के रखवारे-‘ग्वाल’

प्रश्न 2.
नीचे दो पंक्तियाँ दी गई हैं। इनमें से पहली पंक्ति में रेखांकित शब्द दो बार आए हैं, और दूसरी पंक्ति में भी दो बार। इन्हें पुनरुक्ति (पुनः उक्ति) कहते हैं। पहली पंक्ति में रेखांकित शब्द विशेषण हैं और दूसरी पंक्ति में संज्ञा।
‘नन्ही-नन्ही बूंदन मंदा बरसै’
‘घर-घर खुले किंवारे’
इस प्रकार के दो-दो उदाहरण खोजकर वाक्य में प्रयोग कीजिए और देखिए कि विशेषण तथा संज्ञा की पुनरुक्ति के अर्थ में क्या अंतर है? जैसे-मीठी-मीठी बातें, फूल-फूल महके।
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 16 भोर और बरखा image - 2
संज्ञा और विशेषण की पुनरुक्ति में अंतर यह है कि संज्ञा शब्द के दोनों अर्थों में कुछ बदलाव आ जाता है, परंतु विशेषण शब्द का अर्थ ज्यों का त्यों रहता है।

कुछ करने को

प्रश्न 1.
कृष्ण को “गिरधर’ क्यों कहा जाता है? इसके पीछे कौन-सी कथा है? पता कीजिए और कक्षा में बताइए।
उत्तर:
कृष्ण को गिरधर इसलिए कहा जाता है क्योंकि ब्रज के लोग इंद्रदेव की पूजा करते थे। श्रीकृष्ण ने उन्हें गोवर्ध की पूजा करने के लिए कहा। लोगों ने गोवर्धन की पूजा की। इससे इंद्र कुपित हो गए। ब्रजवासियों को उनकी करनी का फल चखाने के उद्देश्य से इंद्र ने मूसलाधार बारिश शुरू कर दी। देखते ही देखते ब्रज के लोग और उनके मकान, पशु व सामान सब कुछ पानी में डूबने लगे। लोग भागे-भागे श्रीकृष्ण के पास गए। तब श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उँगली पर उठा लिया और छाते जैसा बना लिया। लोग उसके नीचे आ गए। आखिर इंद्र को अपनी भूल स्वीकार करनी पड़ी, तबसे उन्हें गिरधर कहा जाता है।

 
Read More

CHAPTER -15 नीलकंठ | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 15 नीलकंठ

MCQs

 

Read More

CHAPTER -14 खानपान की बदलती तस्वीर | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 14 खानपान की बदलती तस्वीर

 MCQs

Question 1.
‘खानपान की बदलती तसवीर’ नामक पाठ के लेखक के नाम बताएँ।
(a) रामचंद्र शुक्ल
(b) शिवप्रसाद सिंह
(c) प्रयाग शुक्ल
(d) विजय तेंदुलकर।

Answer

Answer: (c) प्रयाग शुक्ल


Question 2.
खानपान की संस्कृति में बड़ा बदलाव कब से आया?
(a) पाँच-सात वर्षों में
(b) आठ-दस वर्षों में
(c) दस-पंद्रह वर्षों में
(d) पंद्रह-बीस वर्षों में

Answer

Answer: (c) दस-पंद्रह वर्षों में


Question 3.
युवा पीढ़ी इनमें से किसके बारे में बहुत अधिक जानती है?
(a) स्थानीय व्यंजन
(b) नए व्यंजन
(c) खानपान की संस्कृति
(d) इनमें से कोई नहीं।

Answer

Answer: (c) खानपान की संस्कृति


Question 4.
ढाबा संस्कृति कहाँ तक फैल चुकी है?
(a) दक्षिण भारत
(b) उत्तर भारत तक
(c) पूरे देश में
(d) कहीं नहीं।

Answer

Answer: (d) कहीं नहीं।


Question 5.
पाव-भाजी किस प्रांत का स्थानीय व्यंजन है?
(a) राजस्थान
(b) महाराष्ट्र
(c) गुजरात
(d) मध्य प्रदेश।

Answer

Answer: (b) महाराष्ट्र


Question 6.
किसी स्थान का खान-पान भिन्न क्यों होता है?
(a) मौसम के अनुसार, मिलने वाले खाद्य पदार्थ
(b) रुचि के आधार पर
(c) आसानी से वस्तुओं की उपलब्धता
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी


Question 7.
इनमें से किसे फास्ट फूड के नाम से जाना जाता है।
(a) सेव
(b) रोटी
(c) दाल
(d) बर्गर

Answer

Answer: (d) बर्गर


(1)

पिछले दस-पंद्रह वर्षों से हमारी खानपान की संस्कृति में एक बड़ा बदलाव आया है। इडली-डोसा-बड़ा-साँभर-रसम अब केवल दक्षिण भारत तक सीमित नहीं हैं। ये उत्तर भारत के भी हर शहर में उपलब्ध हैं और अब तो उत्तर भारत की ‘ढाबा’ संस्कृति लगभग पूरे देश में फैल चुकी है। अब आप कहीं भी हों, उत्तर भारतीय रोटी-दाल-साग आपको मिल ही जाएँगे। ‘फ़ास्ट फूड’ (तुरंत भोजन) का चलन भी बड़े शहरों में खूब बढ़ा है। इस ‘फ़ास्ट फ़ूड’ में बर्गर, नूडल्स जैसी कई चीजें शामिल हैं। एक ज़माने में कुछ ही लोगों तक सीमित ‘चाइनीज़ नूडल्स’ अब संभवतः किसी के लिए अजनबी नहीं रहें।

Question 1.
किस बात में बदलाव आया है?
(a) वेशभूषा में
(b) सोचने-विचारने में
(c) खानपान की संस्कृति में
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (a) वेशभूषा में


Question 2.
खान-पान की संस्कृति में बदलाव कितने वर्षों में आया?
(a) पाँच-सात वर्षों में
(b) दस-पंद्रह वर्षों में
(c) पंद्रह-बीस वर्षों में
(d) बीस-पच्चीस वर्षों में

Answer

Answer: (b) दस-पंद्रह वर्षों में


Question 3.
‘ढाबा संस्कृति’ कहाँ तक फैल चुकी है?
(a) पूरे देश में
(b) दक्षिण भारत तक
(c) उत्तर भारत तक
(d) पूरे विश्व में

Answer

Answer: (a) पूरे देश में


Question 4.
बड़े शहरों में किसका प्रचलन बढ़ा है?
(a) फ़ास्ट फूड का
(b) साँभर-डोसा का
(c) दाल रोटी का
(d) खान-पान का

Answer

Answer: (a) फ़ास्ट फूड का


Question 5.
‘उत्तर भारत की ढाबा’ संस्कृति पर क्या परिणाम हुआ है?
(a) पूरी तरह समाप्त हो गई
(b) पूरे देश में फैल गई है
(c) सीमित जगहों पर ही उपलब्ध है
(d) कोई परिवर्तन नहीं हुआ

Answer

Answer: (b) पूरे देश में फैल गई है


Question 6.
उपरोक्त गद्यांश के पाठ और उसके लेखक का नाम बताइए।
(a) खानपान की बदलती तस्वीर – रामचंद्र शुक्ल
(b) खानपान की बदलती तस्वीर – विजय तेंदुलकर
(c) खानपान की बदलती तस्वीर – प्रयाग शुक्ल
(d) खानपान की बदलती तस्वीर – भवानीप्रसाद मिश्र।

Answer

Answer: (c) खानपान की बदलती तस्वीर – प्रयाग शुक्ल


(2)

स्थानीय व्यंजन भी तो अब घटकर कुछ ही चीज़ों तक सीमित रह गए हैं। बंबई की पाव-भाजी और दिल्ली के छोले-कुलचों की दुनिया पहले की तुलना में बढ़ी ज़रूर है, पर अन्य स्थानीय व्यंजनों की दुनिया में छोटी हुई है। जानकार ये भी बताते हैं कि मथुरा के पेड़ों और आगरा के पेठे-नमकीन में अब वह बात कहाँ रही! यानी जो चीजें बची भी हुई हैं, उनकी गुणवत्ता में फ़र्क पड़ा है। फिर मौसम और ऋतुओं के अनुसार फलों-खाद्यान्नों से जो व्यंजन और पकवान बना करते थे, उन्हें बनाने की फुरसत भी अब कितने लोगों को रह गई है। अब गृहिणियों या कामकाजी महिलाओं के लिए खरबूजे के बीज सुखाना-छीलना और फिर उनसे व्यंजन तैयार करना सचमुच दुस्साध्य है?

Question 1.
नई पीढ़ी को स्थानीय व्यंजनों से किस प्रकार ज्ञान का प्राप्त था?
(a) रुचि के साथ खाने का
(b) उन्हें गहराई तक जानती समझती है
(c) बहुत कम जानकारी है
(d) जानने की जिज्ञासा नहीं है।

Answer

Answer: (c) बहुत कम जानकारी है


Question 2.
खानपान की बदलती संस्कृति ने किसे अधिक प्रभावित किया।
(a) सभी को
(b) पुरानी पीढ़ी को
(c) किसी को नहीं
(d) नई पीढ़ी को।

Answer

Answer: (d) नई पीढ़ी को।


Question 3.
युवा पीढ़ी इनमें से किसके बारे में अधिक जानती है?
(a) स्थानीय व्यंजन को
(b) नए व्यंजनों को
(c) खानपान की संस्कृति के बारे में
(d) इनमें से कोई नहीं।

Answer

Answer: (b) नए व्यंजनों को


Question 4.
मुंबई की क्या चीज़ लोकप्रिय खान-पान में है?
(a) छोले-भठूरे
(b) दाल-रोटी
(c) इडली-डोसा
(d) पाव भाजी।

Answer

Answer: (d) पाव भाजी।


Question 5.
खानपान की चीजों की किस बात में अंतर आया है?
(a) गुणवत्ता में
(b) स्वाद में
(c) दोनों में
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (c) दोनों में


Question 6.
भारतीय शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय इनमें से कौन-सा है?
(a) य
(b) तीय
(c) इय
(d) ईय।

Answer

Answer: (d) ईय।


(3)

हम खानपान से भी एक-दूसरे को जानते हैं। इस दृष्टि से देखें तो खानपान की नई संस्कृति में हमें राष्ट्रीय एकता के लिए नए बीज भी मिल सकते हैं। बीज भलीभाँति अंकुरित होंगे जब हम खानपान से जुड़ी हुई दूसरी चीजों की ओर भी ध्यान देंगे। मसलन हम उस बोली-बानी, भाषा-भूषा आदि को भी किसी-न-किसी रूप में ज्यादा जानेंगे, जो किसी खानपान-विशेष से जुड़ी हुई है। इसी के साथ ध्यान देने की बात यह है कि ‘स्थानीय’ व्यंजनों का पुनरुद्धार भी ज़रूरी है जिन्हें अब ‘एथनिक’ कहकर पुकारने का चलन है। ऐसे स्थानीय व्यंजन केवल पाँच सितारा होटलों के प्रचारार्थ नहीं छोड़ दिए जाने चाहिए। पाँच सितारा होटलों में वे कभीकभार मिलते रहें, पर घरों-बाज़ारों से गायब हो जाएँ तो यह एक दुर्भाग्य ही होगा। अच्छी तरह बनाई-पकाई गई पूड़ियाँ-कचौड़ियाँजलेबियाँ भी अब बाज़ारों से गायब हो रही हैं। मौसमी सब्जियों से भरे हुए समोसे भी अब कहाँ मिलते हैं ? उत्तर भारत में उपलब्ध व्यंजनों की भी दुर्गति हो रही है?

Question 1.
खानपान की नई संस्कृति का सबसे अधिक प्रभाव किस पर पड़ता है?
(a) सांस्कृतिक एकजुटता पर
(b) राष्ट्रीय एकता पर
(c) खानपान का नया स्वरूप
(d) इनमें से कोई नहीं।

Answer

Answer: (b) राष्ट्रीय एकता पर


Question 2.
खानपान के अलावे किन चीज़ों का अनुसरण किया जाता है?
(a) भाषा और बोली
(b) वेशभूषा
(c) रहन-सहन
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी।


Question 3.
किसका पुनरुद्धार जरूरी है?
(a) स्थानीय व्यंजनों का
(b) नए व्यंजनों
(c) एथनिक
(d) किसी का नहीं।

Answer

Answer: (a) स्थानीय व्यंजनों का


Question 4.
‘बोली और भाषा’ राष्ट्रीय एकता को कैसे प्रभावित करते हैं-
(a) सभी लोग एक-दूसरे की भाषा जान जाते हैं
(b) एक-दूसरे प्रांत के लोग भावों और विचारों को समझने लगते हैं
(c) एक दूसरे की जान पहचान बढ़ जाती है
(d) एक प्रांत से दूसरे प्रांत में जा सकते हैं।

Answer

Answer: (b) एक-दूसरे प्रांत के लोग भावों और विचारों को समझने लगते हैं


Question 5.
मौसमी सब्जियाँ-रेखांकित शब्द क्या हैं ?
(a) संज्ञा
(b) सर्वनाम
(c) विशेषण
(d) क्रिया

Answer

Answer: (c) विशेषण


(4)

खानपान की मिश्रित संस्कृति में हम कई बार चीज़ों का असली और अलग स्वाद नहीं ले पा रहे। अकसर प्रीतिभोजों और पार्टियों में एक साथ ढेरों चीजें रख दी जाती हैं और उनका स्वाद गड्डमड्ड होता रहता है। खानपान की मिश्रित या विविध संस्कृति हमें कुछ चीजें चुनने का अवसर देती हैं, हम उसका लाभ प्रायः नहीं उठा रहे हैं। हम अकसर एक ही प्लेट में कई तरह के और कई बार तो बिलकुल विपरीत प्रकृतिवाले व्यंजन परोस लेना चाहते हैं।

Question 1.
उपरोक्त गद्यांश के पाठ का नाम इनमें से कौन-सा है?
(a) खानपान की संस्कृति
(b) खानपान की नई संस्कृति
(c) खानपान की बदलती तस्वीर
(d) खानपान की तस्वीर।

Answer

Answer: (c) खानपान की बदलती तस्वीर


Question 2.
खानपान की मिश्रित संस्कृति का प्रभाव क्या पड़ता है?
(a) व्यंजनों का उपलब्ध न होना
(b) व्यंजनों का असली स्वाद न ले पाना
(c) स्थानीय व्यंजनों का महत्त्व बढ जाना
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (b) व्यंजनों का असली स्वाद न ले पाना


Question 3.
खानपान की मिश्रित संस्कृति ने हमें किसका मौका दिया है?
(a) अलग स्वाद लेने का
(b) दूर दराज़ जगहों के व्यंजनों की जानकारी का
(c) नए-नए व्यंजन चुनने का
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी।


Question 4.
प्रीति भोजों और पार्टियों में एक साथ ढेरों चीजें एक साथ रख देने से क्या होता है?
(a) स्वाद परस्पर मिल जाता है
(b) चयन करने का मौका मिलता है
(c) खानेवालों का समय बच जाता है
(d) स्वाद बढ़ जाता है।

Answer

Answer: (a) स्वाद परस्पर मिल जाता है


Question 5.
प्रकृतिवाले में कौन सा ‘प्रत्यय’ है-
(a) ले
(b) वाले
(c) प्र
(d) ति

Answer

Answer: (b) वाले


(5)

बंबई की पाव-भाजी और दिल्ली के छोले-कुलचों की दुनिया पहले की तुलना में बड़ी ज़रूर है, पर अन्य स्थानीय व्यंजनों की दुनिया में छोटी हुई है। जानकार ये भी बताते हैं कि मथुरा के पेड़ों और आगरा के पेठे-नमकीन में अब वह बात कहाँ रही! यानी जो चीजें बची भी हुई हैं, उनकी गुणवत्ता में फ़र्क पड़ा है। फिर मौसम और ऋतुओं के अनुसार फलों-खाद्यान्नों से जो व्यंजन और पकवान बना करते थे, उन्हें बनाने की फुरसत भी अब कितने लोगों को रह गई है। अब गृहिणियों या कामकाजी महिलाओं के लिए खरबूज़ के बीच सुखाना-छीलना और फिर उनसे व्यंजन तैयार करना सचमुच दुस्साध्य है?

Question 1.
वस्तुओं की गुणवत्ता में क्या और कैसे फ़र्क आया है?

Answer

Answer: वस्तुओं की गुणवत्ता में आज के दौर में काफ़ी अंतर आया है। पहले समय की वस्तुएँ शुद्ध, ताज़ी और स्वादिष्ट होती थीं लेकिन आज के समय में इंसानों का लालच बढ़ता जा रहा है जिसके कारण दुकानदार अधिक लाभ कमाने के चक्कर में मिलावटी समान बेचने लगे हैं। उदाहरणस्वरूप-मथुरा के पेड़े व आगरा के पेठे, नमकीन अब उतने स्वादिष्ट नहीं होते जितने की पहले होते थे।


Question 2.
आज की गृहिणियों और कामकाजी महिलाओं के लिए क्या दुस्साध्य है?

Answer

Answer: आज की घरेलू व कामकाजी महिला अत्यधिक व्यस्त रहती है। उनके पास इतना समय नहीं कि पुरानी परिपाठी के अनुसार व्यंजन बना सकें। जैसे-खरबूजे के बीजों को धोना, सुखाना व छीलना, फिर उससे व्यंजन बनाना उनके लिए अत्यंत मुश्किल है।


Question 3.
मौसमी फलों और खाद्यानों से बनाए जाने वाले कई व्यंजन अब नहीं बनाए जाते हैं, क्यों?

Answer

Answer: मौसमी फलों और खाद्यानों से बनाए जाने वाले कई व्यंजन अब नहीं बनाए जाते हैं, क्योंकि लोगों के पास न तो उतना समय है और न तो उतना परिश्रम करने की क्षमता है।


Question 4.
स्थानीय व्यंजनों की दुनिया सीमित होती जा रही है? इसके क्या कारण हैं ?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजनों की दुनिया सीमित होती जा रही है, क्योंकि उनमें गुणवत्ता में कमी, नए-नए व्यंजनों की उपलब्धता तथा समय की कमी के कारण व्यंजनों को कम तैयार करना है।


Question 5.
इस गद्यांश के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहते हैं और क्यों?

Answer

Answer: इस गद्यांश के माध्यम से लेखक कहना चाहते हैं कि स्थानीय व्यंजनों यानी खाद्य पदार्थों के प्रचलन में काफ़ी कमी आई है। इसके दो प्रमुख कारण हैं एक तो चीज़ों की गुणवत्ता कम होना, दूसरा विशेष तरीके से किसी चीज़ को बनाने के लिए लोगों के पास समय की कमी है।


(6)

हम खान-पान से भी एक-दूसरे को जानते हैं। इस दृष्टि से देखें तो खानपान की नई संस्कृति में हमें राष्ट्रीय एकता के लिए नए बीज भी मिल सकते हैं। बीज भलीभाँति तभी अंकुरित होंगे जब हम खानपान से जुड़ी हुई दूसरी चीज़ों की ओर भी ध्यान देंगे। मसलन हम उस बोली-बानी, भाषा-भूषा आदि को भी किसी-न-किसी रूप में ज्यादा जानेंगे, जो किसी खानपान-विशेष से जुड़ी हुई है। इसी के साथ ध्यान देने की बात यह है कि ‘स्थानीय’ व्यंजनों का पुनरुद्धार भी ज़रूरी है जिन्हें अब ‘एथनिक’ कहकर पुकारने का चलन बहुत है। ऐसे स्थानीय व्यंजन केवल पाँच सितारा होटलों के प्रचारार्थ नहीं छोड़ दिए जाने चाहिए। पाँच सितारा होटलों में वे कभी-कभार मिलते रहें, पर घरों-बाज़ारों से गायब हो जाएँ तो यह एक दुर्भाग्य ही होगा। अच्छी तरह बनाई-पकाई गई पूड़ियाँकचौड़ियाँ-जलेबियाँ भी अब बाज़ारों से गायब हो रही हैं। मौसमी सब्जियों से भरे हुए समोसे भी अब कहाँ मिलते हैं ? उत्तर भारत में उपलब्ध व्यंजनों की भी दुर्गति हो रही है?

Question 1.
खानपान की नई संस्कृति का क्या लाभ है ?

Answer

Answer: खानपान की नई संस्कृति का यह लाभ है कि इससे राष्ट्रीय एकता की भावना जाग्रत होती है। खान-पान की चीज़ों के अतिरिक्त पहनावा-पोशाक एवं अन्य बातों की ओर भी हमारा ध्यान जाएगा।


Question 2.
स्थानीय व्यंजनों को क्या कहकर पुकारा जाने लगा है? और क्यों?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजनों को ‘एथनिक’ कहकर पुकारा जाने लगा है क्योंकि ये किसी स्थान और ‘समुदाय’ विशेष से संबंधित हैं।


Question 3.
स्थानीय व्यंजनों का पुनरुद्धार क्यों ज़रूरी है?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजनों का पुनरुद्धार इसलिए ज़रूरी है क्योंकि इसका प्रचलन निरंतर कम होता जा रहा है। इसके बारे में जानना और अपनाना आवश्यक हो गया है।


Question 4.
स्थानीय व्यंजनों के उद्धार के लिए क्या-क्या प्रयास किया जाना चाहिए?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजनों के उद्धार के लिए इन्हें पाँच सितारा होटलों के प्रचार के भरोसे नहीं छोड़ा जाना चाहिए। समय-समय पर घरों में इन्हें बनाना चाहिए और बाज़ार में भी इनकी बिक्री को बढ़ावा देना चाहिए।


Question 5.
किन चीज़ों को होटलों पर नहीं छोड देना चाहिए?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजनों को ‘एथनिक’ के नाम पर पाँच सितारा होटलों के ऊपर नहीं छोड़ देना चाहिए।


Question 6.
उत्तर भारत के व्यंजनों की दुर्गति हो रही है- लेखक ने ऐसा क्यों कहा?

Answer

Answer: उत्तर भारत के व्यंजनों की दुर्गति हो रही है-लेखक ने इसलिए कहा क्योंकि उत्तर भारत के कुछ व्यंजन धीरे-धीरे बाज़ारों से गायब होते जा रहे हैं। अच्छी तरह बनाई गई पूड़ियाँ-कचौड़िया, मौसमी सब्जियों से भरे समोसे, जलेबियाँ अब दिखाई नहीं देती।


(7)

यह भी एक कड़वा सच है कि कई स्थानीय व्यंजनों को हमने तथाकथित आधुनिकता के चलते छोड़ दिया है और पश्चिम की नकल में बहुत-सी ऐसी चीजें अपना ली हैं, जो स्वाद, स्वास्थ्य और सरसता के मामले में हमारे बहुत अनुकूल नहीं हैं।
हो यह भी रहा है कि खानपान की मिश्रित संस्कृति में हम कई बार चीज़ों का असली और अलग स्वाद नहीं ले पा रहे। अकसर प्रीतिभोजों और पार्टियों में एक साथ ढेरों चीजें रख दी जाती हैं और उनका स्वाद गड्डमड्ड होता रहता है। खानपान की मिश्रित या विविध संस्कृति हमें कुछ चीजें चुनने का अवसर देती है, हम उसका लाभ प्रायः नहीं उठा रहे हैं। हम अकसर एक ही प्लेट में कई तरह के और कई बार तो बिलकुल विपरीत प्रकृतिवाले व्यंजन परोस लेना चाहते हैं।

Question 1.
कड़वा सच क्या है?

Answer

Answer: कड़वा सच यह है कि हमने आधुनिकता की दौड़ में स्थानीय व्यंजनों का प्रयोग कम कर दिया है।


Question 2.
स्थानीय व्यंजन कई कारणों से छोड़े जा रहे हैं, परंतु सबसे दुखद क्या है ?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजन कई कारणों से छोड़े जा रहे हैं, लेकिन सबसे दुखद यह है कि कई बार केवल आधुनिकता के नाम पर हम कुछ स्थानीय व्यंजनों को बनाते हैं, तो कभी उसका इस्तेमाल कम कर देते हैं।


Question 3.
क्या खानपान में पश्चिम की नकल सही हैं?

Answer

Answer: आधुनिकता की होड़ में स्थानीय व्यंजनों का प्रयोग कम करना सही नहीं है। खानपान में पश्चिम देशों की नकल कर किसी वस्तु को अपनाने से पहले हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि वह वस्तु हमारे स्वाद और स्वास्थ्य के अनुकूल है या नहीं।


Question 4.
खानपान की मिश्रित संस्कृति के हम कई बार चीज़ों का असली स्वाद क्यों नहीं ले पाते?

Answer

Answer: खानपान की मिश्रित संस्कृति में हम कई चीज़ों का असली स्वाद नहीं ले पाते क्योंकि एक ही बार में ढेरों चीजें परोस दी जाती हैं। अलग-अलग रूप में किसी का भी स्वाद नहीं लिया जाता।


Question 5.
‘सरसता’ और ‘अनुकूल’ का विलोम लिखिए।

Answer

Answer:

शब्दविलोम
सरसतानीरसता
अनुकूलप्रतिकूल

Question 6.
उपरोक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।

Answer

Answer:
पाठ का नाम-खानपान की बदलती तसवीर
लेखक का नाम-प्रयाग शुक्ल

प्रश्न अभ्यास

निबंध से

प्रश्न 1.
खानपान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का क्या मतलब है? अपने घर के उदाहरण देकर इसकी व्याख्या करें?
उत्तर:
खानपान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का मतलब है-देशी-विदेशी व्यंजनों का मेल-जोल अर्थात् स्थानीय व्यंजनों और पकवानों का महत्त्व रखते हुए देश के अन्य भागों
के पकवानों तथा विदेशी व्यंजनों व पकवानों को अपनाना। मेरे अपने ही घर में कुछ दिन पहले तक उत्तर भारतीय भोजन रोटी, दाल, साग, पूड़ी ही खाई जाती थी, वहीं अब कभी इनके साथ इडली-डोसा-बड़ा तथा फास्ट फूड-बर्गर, नूडल्स, पिज्या भी खाया जाने लगा है।

प्रश्न 2.
खानपान में बदलाव के कौन से फायदे हैं? फिर लेखक इस बदलाव को लेकर चिंतित क्यों है?
उत्तर:
खानपान में बदलाव के निम्नलिखित फायदे हैं –

  • किसी क्षेत्र के पकवान या व्यंजन को उस क्षेत्र के बाहर के लोगों ने भी अपनाया।
  • खाने-खिलाने में विविधता आ गई।
  • हम अन्य संस्कृति बोली-बानी, भाषा-भूषा से भी परिचित होते हैं।
  • राष्ट्रीय एकता की भावना प्रबल होती है।

फिर भी लेखक इस बदलाव से चिंतित है क्योंकि

  • स्थानीय व्यंजन तथा पकवान घटकर कुछ ही चीज़ों तक सीमित होते जा रहे हैं।
  • नई पीढ़ी इन स्थानीय पकवानों को भूलती जा रही है।
  • स्थानीय पकवान बाजारों से गायब होते जा रहे हैं।

प्रश्न 3.
खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है?
उत्तर:
खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ है-किसी क्षेत्र या स्थान विशेष पर खाए-खिलाए जाने वाले व्यंजन तथा पकवान। जैसे-इडली-डोसा-बड़ा-साँभर-रसम दक्षिण भारत के स्थानीय व्यंजन व पकवान हैं।

निबंध से आगे

प्रश्न 1.
घर में बातचीत करके पता कीजिए कि आपके घर में क्या चीजें पकती हैं और क्या चीजें बनी-बनाई बाज़ार से आती हैं? इनमें से बाजार से आनेवाली कौन-सी चीजें आपके माँ-पिता जी के बचपन में घर में बनती थीं?
उत्तर:
मेरे घर में पूड़ियाँ, कचौड़ियाँ, छोले, सब्जियाँ, रायता, चाउमीन, नूडल्स, चाबल, दाल, कढ़ी, रोटियाँ, समोसे घर पर पकाए तथा बनाए जाते हैं। इसके अलावा, चिप्स, पापड़, नमकीन, इडली, डोसा, साँभर, रसम, हलवा, चाउमीन, गुझिया बाज़ार से आती हैं। माँ-पिता जी के बचपन में चिप्स, पापड़, गुझिया, नमकीन, हलवा आदि घर पर ही बनते थे।

प्रश्न 2.
यहाँ खाने, पकाने और स्वाद से संबंधित कुछ शब्द दिए गए हैं। इन्हें ध्यान से देखिए और इनका वर्गीकरण कीजिए
उबालना, तलना, भूनना, सेंकना, दाल, भात, रोटी, पापड़, आलू, बैंगन, खट्टा, मीठा, तीखा, नमकीन, कमैला
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 14 खानपान की बदलती तस्वीर image - 1
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 14 खानपान की बदलती तस्वीर image - 2

प्रश्न 3.
छौंक   चावल    कढ़ी
इन शब्दों में क्या अंतर है? समझाइए। इन्हें बनाने के तरीके विभिन्न प्रांतों में अलग-अलग हैं। पता करें कि आपके प्रांत में इन्हें कैसे बनाया जाता है।
उत्तर:
शब्दों का अंतर छात्र अध्यापक तथा माता-पिता की मदद से स्वयं करें। बनाने के तरीके  चावल – जितना चावल पकाना होता है, उसका लगभग डेढ़ गुना पानी बर्तन में रख देते हैं। चावल को भली प्रकार साफ करके धो लेते हैं। पानी गुनगुना होते ही उसमें चावल डालकर एक-डेढ़ चम्मच घी मिलाकर हिला देते हैं। कुकर का ढक्कन बंद कर एक सीटी लगने तक पकने देते हैं। फिर ठंडा होने पर उसे बड़े चम्मच से मिला देते हैं। कढ़ी-बेसन को गाढ़ा घोलकर. भली प्रकार मिला लेते हैं।

उसमें स्वादानुसार नमक मिर्च तथा मसाले मिलाकर तेल में तलकर पकौड़ियाँ बना लेते हैं और लाल भूरी रंग की होने पर निकाल लेते हैं। फिर कुछ तेल में मसाले (जीरा, प्याज, लहसुन, हरी मिर्च, अदरक) आदि को भूरा-सा भूनकर बेसन, दही तथा उचित मात्रा में पानी, नमक तथा मसाले डालकर पकाते हैं। पहले से बनी पकौड़ियाँ डालकर देर तक गाढ़ा होने तक पकाते हैं। इस प्रकार ठंडा होने पर कढ़ी खाने के लिए तैयार हो जाती है। छौंक तैयार करने की विधि छात्र स्वयं अपने प्रांत (प्रदेश) के अनुसार पता करके लिखें।

प्रश्न 4.
पिछली शताब्दी में खानपान की बदलती हुए तस्वीर का खाका खींचें तो इस प्रकार होगा
सन् साठ का दशक – छोले-भटूरे
सन् सत्तर का दशक – इडली, डोसा
सन् अस्सी का दशक तिब्बती – (चीनी) खाना
सन् नब्बे का दशक – पीज़ा, पाव-भाजी
इसी प्रकार आप कुछ कपड़ों या पोशाकों की बदलती तसवीर का खाका खींचिए।
उत्तर:
सन् साठ का दशक – धोती-कुरता
सन् सत्तर का दशक – कुरता-पाजामा
सन् अस्सी का दशक – पैंट-शर्ट
सन् नब्बे का दशक – कोट-पैंट (सूट), टाई।

प्रश्न 5.
मान लीजिए कि आपके घर कोई मेहमान आ रहे हैं जो आपके प्रांत का पारंपरिक भोजन करना चाहते हैं। उन्हें खिलाने के लिए घर के लोगों की मदद से एक व्यंजन-सूची (मेन्यू) बनाइए।
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 14 खानपान की बदलती तस्वीर image - 3

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
‘फ़ास्ट फूड’ यानी तुरंत भोजन के नफेनुकसान पर कक्षा में वाद-विवाद करें।
उत्तर:
‘फास्ट फूड’ यानी तुरंत-भोजन
नफे (फायदे) –

  • कम समय में तुरंत मिल जाता है।
  • आकस्मिक भोजन की आवश्यकता को पूरी कर। देता है।
  • कुछ अलग संस्कृति से परिचित होने का अवसर मिलता है।

नुकसान:

  • स्थानीय भोजन की दिन-प्रतिदिन उपेक्षा होती जा रही है, और वे अपनी प्रसिद्धि खोते जा रहे हैं।
  • स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं माने जाते हैं।
  • स्थानीय भोजन की अपेक्षा कई गुने महँगे होने के कारण धन का अपव्यय बढ़ता है। छात्र वाद-विवाद में कुछ अपनी ओर से और जोड़ें।

प्रश्न 2.
हर शहर, कस्बे में कुछ ऐसी जगहें होती हैं जो अपने किसी खास व्यंजन के लिए जानी जाती हैं। आप अपने शहर, कस्बे का नक्शा बनाकर उसमें ऐसी सभी जगहों को दर्शाइए?
उत्तर:
छात्र अध्यापक की मदद से करें।

प्रश्न 3.
खानपान के मामले में शुद्धता का मसला काफी पुराना है। आपने अपने अनुभव में इस तरह की मिलावट को देखा है? किसी फ़िल्म या अखबारी खबर के हवाले से खानपान में होनेवाली मिलावट के नुकसानों की चर्चा कीजिए।
उत्तर:
हाँ, एक बार जब माँ ने मुझे काली मिर्च खरीदने के लिए भेजा। मैं 100 ग्राम काली मिर्च लाया। माँ ने सब्ज़ियाँ बनाईं। सब्जी का स्वाद ठीक न लगने पर जब उस काली मिर्च की जाँच की गई तो पता लगा कि उसमें तो पपीते के बीज मिले हुए हैं। मैंने उसे दुकान पर वापस कर दिया। अखबारी खबर के हवाले से खानपान में होने वाली मिलावट के नुकसान –
कल ………. समाचार पत्र में अरहर की दाल में खेसारी की दाल की मिलावट का समाचार पढ़ा। लोग अपने फायदे या धन कमाने के लालच में आकर मिलावट करते हैं। इससे –

  • लोगों का स्वास्थ्य खराब होता है और वे मरीज़ बन जाते हैं।
  • लोग अपनी गाढ़ी कमाई डॉक्टर के पास लुटाते हैं।
  • पीड़ित लोगों का विकास रुक जाता है।
  • सरकारी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाते हैं।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
खानपान शब्द, खान और पान दो शब्दों को जोड़कर बना है। खानपान शब्द में और छिपा हुआ है। जिन शब्दों के योग में और, अथवा, या जैसे योजक शब्द छिपे हों, उन्हें द्वंद्व समास कहते हैं। नीचे द्वंद्व समास के कुछ उदाहरण दिए गए हैं। इनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए और अर्थ समझिए –
सीना-पिरोना
भला-बुरा
चलना-फिरना
लंबा-चौड़ा
कहा-सुनी
घास-फूस
उत्तर:
सीना-पिरोना (सिलाई और उससे जुड़े काम) – उसने भली भाँति सीना-पिरोना सीख लिया है।
भला-बुरा (अपना हित-अहित) – दूसरों पर कब तक आश्रित रहोगे, तुम अपना भला-बुरा कब सोचोगे?
चलना-फिरना (घूमना-टहलना) – कार से दुर्घटनाग्रस्त होने के चार महीने बाद उसने फिर से चलना-फिरना शुरू कर दिया है।
लंबा-चौड़ा (विशाल आकार वाला) – इतना लंबा-चौड़ा पुल मैं पहली बार देख रहा हूँ।
कहा-सुनी (नाराज़गी भरी बातचीत) – ‘देखो सुमन! इस कहा-सुनी में कुछ नहीं रखा है’, मैंने समझाते हुए कहा।
घास-फूस (बेकार की वस्तुएँ) – खाने के नाम पर तुम क्या घास-फूस उठा लाए?

प्रश्न 2.
कई बार एक शब्द सुनने या पढ़ने पर कोई और शब्द याद आ जाता है। आइए शब्दों की ऐसी कड़ी बनाएँ। नीचे शुरुआत की गई है। उसे आप आगे बढ़ाइए। कक्षा में मौखिक सामूहिक गतिविधि के रूप में भी इसे किया जा सकता है –
इडली-दक्षिण-केरल-ओणम्- त्योहार-छुट्टी-आराम
उत्तर:
इडली-दक्षिण, केरल-ओणम-त्योहार
छुट्टी-आराम, आम-दशहरी-मलीहाबाद।
साड़ियाँ-बनारसी, ताजमहल-आगरा,
लालकिला-दिल्ली, बह्माजी का मन्दिर-पुष्कर,
संगम-प्रयाग, इलाहाबाद ……… आदि।

कुछ करने को

उन विज्ञापनों को इकट्ठा कीजिए जो हाल ही के ठंडे पेय पदार्थों से जुड़े हैं। उनमें स्वास्थ्य और सफाई पर दिए गए ब्योरों को छाँटकर देखें कि हकीकत क्या है।
उत्तर:
छात्र ऐसे विज्ञापनों को स्वयं इकट्ठा करें और माता-पिता तथा अध्यापक की मदद से हकीकत का पता करें।

Read More

CHAPTER -13 एक तिनका | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 13 एक तिनका

 MCQs

Question 1.
तिनका कहाँ से उड़कर आया था?
(a) पास से
(b) पैरों के तले से
(c) छत से
(d) बहुत दूर से

Answer

Answer: (d) बहुत दूर से


Question 2.
तिनका कहाँ आ गिरा?
(a) कवि के सिर पर
(b) कवि की नाक में
(c) कवि की आँख में
(d) कवि के पैर पर

Answer

Answer: (c) कवि की आँख में


Question 3.
आँख में तिनका जाने पर क्या हुआ?
(a) आँख दुखने लगी
(b) आँख लाल हो गई
(c) वह दर्द से परेशान हो गया
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी


Question 4.
कवि पर किसने व्यंग्य किया?
(a) अक्ल ने
(b) सहपाठियों ने
(c) पड़ोसियों ने
(d) घमंड ने

Answer

Answer: (a) अक्ल ने


(1)

जब किसी ढब से निकल तिनका गया,
तब ‘समझ’ ने यों मुझे ताने दिए।
ऐंठता तू किसलिए इतना रहा,
एक तिनका है बहुत तेरे लिए।

Question 1.
इस कविता के रचयिता कौन हैं?
(a) अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
(b) कबीर
(c) मैथिलीशरण गुप्त
(d) रहीम

Answer

Answer: (a) अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’


Question 2.
कवि कहाँ खड़ा था?
(a) सड़क पर
(b) बगीचे में
(c) घर के अंदर
(d) छत के किनारे

Answer

Answer: (d) छत के किनारे


Question 3.
ढब शब्द कैसा है?
(a) तत्सम
(b) तद्भव
(c) देशज
(d) विदेशी

Answer

Answer: (c) देशज


Question 4.
कवि कैसे खड़ा था?
(a) खुशी से
(b) घमंड से चूर
(c) उदास होकर
(d) बेपरवाह

Answer

Answer: (b) घमंड से चूर


(2)

मैं घमंडों में भरा ऐंठा हुआ,
एक दिन जब था मुंडेरे पर खड़ा।
आ अचानक दूर से उड़ता हुआ,
एक तिनका आँख में मेरी पड़ा।

Question 1.
कवि कहाँ, किस मनः स्थिति में खड़ा था?

Answer

Answer: कवि घमंड से भरा हुआ एक दिन छत की मुँडेर पर खड़ा था।


Question 2.
अचानक क्या हुआ?

Answer

Answer: अचानक एक तिनका उड़कर कवि के आँख में चला गया।


Question 3.
अचानक कौन-सी घटना ने उनके घमंड को तोड़कर रखा दिया?

Answer

Answer: अचानक एक तिनका कवि की आँख में पड़ा और वह बेचैन हो गया।


Question 4.
कवि मन ही मन अपने बारे में क्या सोचता था?

Answer

Answer: इस घटना ने उसके घमंड को तोड़कर रख दिया।


Question 5.
‘आँख’ शब्द के दो पर्यायवाची लिखिए।

Answer

Answer: आँख-चक्षु, नेत्र, लोचन, नयन


(3)

मैं झिझक उठा, हुआ बेचैन सा,
लाल होकर आँख भी दुखने लगी।
मूँठ देने लोग कपड़े की लगे,
ऐंठ बेचारी दबे पाँवों भगी।

Question 1.
कवि एवं कविता का नाम लिखिए।

Answer

Answer: कवि-अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ कविता का नाम – एक तिनका।


Question 2.
कवि क्यों झिझक गया?

Answer

Answer: कवि को झिझक तब हुआ जब उसे बेचैनी पर शर्म आने लगी।


Question 3.
कवि की आँखें क्यों लाल हो गईं ?

Answer

Answer: एक तिनके के पड़ जाने से कवि की आँख लाल हो गई थी और उसमें पीड़ा हो रही थी।


Question 4.
लोगों ने तिनका निकालने के लिए क्या प्रयास किया?

Answer

Answer: कवि की आँख में पड़ा तिनका निकालने के लिए लोगों ने कपड़े की नोंक से प्रयास किया।


Question 5.
‘ऐंठ बेचारी दबे पाँव भागी’ शब्दों का अर्थ क्या है?

Answer

Answer: ‘ऐंठ बेचारी दबे पाँव भागी’ शब्दों का अभिप्राय है, घमंड चूर होना।


(4)

जब किसी ढब से निकल तिनका गया,
तब ‘समझ’ ने यों मुझे ताने दिए।
ऐंठता तू किसलिए इतना रहा,
एक तिनका है बहुत तेरे लिए।

Question 1.
कवि के आँख में पड़ा तिनका कैसे निकला?

Answer

Answer: कवि के आँख में पड़ा तिनका लोगों ने कपड़े की नोंक से निकाला।


Question 2.
कवि को क्या बात समझ में आ गई ?

Answer

Answer: कवि को यह बात समझ में आ गई कि आदमी को परेशान करने के लिए एक तिनका ही काफ़ी है। अतः उसे किसी बात का घमंड नहीं करना चाहिए।


Question 3.
कवि को किसने ताने दिए?

Answer

Answer: कवि को उनकी अपनी बुद्धि ने ताने दिए। यानी एक प्रकार से बुद्धि ने उनके ऊपर व्यंग्य किय।


Question 4.
कवि अपने आप से क्या प्रश्न करता है?

Answer

Answer: कवि अपने आप से प्रश्न करता है कि आखिर उसे किस बात पर घमंड था। उसके घमंड को चूर करने के लिए तो एक तिनका ही काफ़ी है।


Question 5.
ढब शब्द का क्या अर्थ होता है?

Answer

Answer: ढब शब्द का अर्थ है- ‘उपाय’ तरीका, विधि।

प्रश्न अभ्यास

कविता से

प्रश्न 1.
नीचे दी गई कविता की पंक्तियों को सामान्य वाक्य में बदलिए।
जैसे-एक तिनका आँख में मेरी पड़ा-मेरी आँख में ‘एक तिनका पड़ा।
मूंठ देने लोग कपड़े की लगे-लोग कपड़े की मूंठ देने लगे।
(क) एक दिन जब था मुंडेरे पर खडा-……..
(ख) लाल होकर आँख भी दुखने लगी-……..
(ग) ऐंठ बेचारी दबे पाँवों भगी-………
(घ) जब किसी ढब से निकल तिनका गया-……
उत्तर:
(क) एक दिन जब मुंडेरे पर खड़ा था।
(ख) आँख भी लाल होकर दुखने लगी।
(ग) बेचारी ऐंठ दबे पाँव भगी।
(घ) जब तिनका किसी ढब से निकल गया।

प्रश्न 2.
‘एक तिनका’ कविता में किस घटना की चर्चा की गई है, जिससे घमंड नहीं करने का संदेश मिलता है?
उत्तर:
कविता में चर्चा की गई है कि जब एक छोटा-सा निर्बल घास का टुकड़ा मनुष्य को विवश कर देता है और वह स्वयं को असहाय-सा महसूस करने लगता है तो शक्तिशाली वस्तु तो मनुष्य का नामोनिशान मिटा सकती है। इससे मनुष्य को घमंड न करने का संदेश मिलता है।

प्रश्न 3.
आँख में तिनका पड़ने के बाद घमंडी की क्या दशा हुई?
उत्तर:
आँख में तिनका पड़ने के बाद घमंडी परेशान हो गया। उसे पीड़ा होने लगी और उसकी सारी ऐंठ (घमंड) गायब हो गई।

प्रश्न 4.
घमंडी की आँख से तिनका निकालने के लिए उसके आसपास के लोगों ने क्या किया?
उत्तर:
घमंडी की आँख से तिनका निकालने के लिए आसपास के लोगों ने कपड़े को लपेटकर मूंठ बनाया और वे उसकी मदद से आँख में पड़ा तिनका निकालने का प्रयास करने लगे।

प्रश्न 5.
‘एक तिनका’ कविता में घमंडी को उसकी ‘समझ’ ने चेतावनी दी –
ऐंठता तू किसलिए इतना रहा,
एक तिनका है बहुत तेरे लिए।
इसी प्रकार की चेतावनी कबीर ने भी दी है –
तिनका कबहूँ न निदिए, पाँव तले जो होय।
कबहूँ उड़ि आँखिन परै, पीर घनेरी होय॥
इन दोनों में क्या समानता है और क्या अंतर? लिखिए।
उत्तर:
दोनों में समानता –
(i) दोनों ही दोहों में तिनके को शक्तिहीन न समझने की चेतावनी दी गई है।
(ii) एक नन्हा-सा तिनका आदमी को बेबस कर सकता है।

दोनों में अंतर –
(i) पहले काव्यांश में तिनके द्वारा कष्ट देने के ढंग का संकेत नहीं है, जबकि दूसरे में स्पष्ट संकेत है।
(ii) पहले काव्यांश में घमंड न करने की सलाह दी गई है जबकि दूसरे में तिनके की भी निंदा न करने की सलाह दी गई है।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
इस कविता को कवि ने ‘मैं’ से आरंभ किया है- “मैं घमंडों में भरा ऐंठा हुआ’। कवि का यह ‘मैं’ कविता पढ़नेवाले व्यक्ति से भी जुड़ सकता है और तब अनुभव यह होगा कि कविता पढ़नेवाला व्यक्ति अपनी बात बता रहा है। यदि कविता में ‘मैं’ की जगह ‘वह’ या , कोई नाम लिख दिया जाए, तब कविता के वाक्यों में बदलाव आ जाएगा। कविता में ‘मैं’ के स्थान पर ‘वह’ या कोई नाम लिखकर वाक्यों के बदलाव को देखिए और कक्षा में पढ़कर सुनाइए।
उत्तर:
‘मैं’ के स्थान पर ‘वह’ रखने पर वाक्यों में बदलाव

  • वह घमंडों से भरा ऐंठा हुआ।
  • एक तिनका आँख में उसकी पड़ा।
  • वह झिझक उठा, हुआ बेचैन-सा
  • तब समझ ने यों उसे ताने दिए।

प्रश्न 2.
नीचे दी गई पंक्तियों को ध्यान से पढ़िएऐंठ बेचारी दबे पाँवों भगी, तब ‘समझ’ ने यों मुझे ताने दिए।
इन पंक्तियों में “ऐंठ’ और ‘समझ’ शब्दों का प्रयोग सजीव प्राणी की भाँति हुआ है। कल्पना कीजिए, यदि ‘ऐंठ’ और ‘समझ’ किसी नाटक में दो पात्र होते तो उनका अभिनय कैसा होता?
उत्तर:
(पहला दृश्य-एक आदमी घमंडपूर्वक खड़ा है। तभी ऐंठ (घमंड) उसके अंदर से बाहर आती है और सामने खड़ी हो जाती है।)
ऐंठ (मनुष्य से) : कहो, कैसे हो?
मनुष्य : मैं तो एकदम ठीक हूँ। मुझे किस बात की चिंता है?
ऐंठ : हाँ, हाँ जब तक मैं तुम्हारे साथ हूँ तुम्हें किसी से डरने या परेशान होने की ज़रूरत नहीं है।
मनुष्य : कोई सामने तो आए मैं हर एक को देख लूँगा।
(तभी अचानक एक तिनका उसकी आँख में पड़ जाता है और वह दर्द से व्याकुल हो जाता है।)
मनुष्य : हाय-हाय! मेरी आँख में कुछ पड़ गया। कोई देखो, क्या पड़ गया? अरे, कोई तो इसे निकाल दे।
ऐंठ : तू अपनी आँख सँभाल। मैं तो चली।
(ऐंठ चुपचाप भाग जाती है।)
(दूसरा दृश्य-कुछ लोग एक आदमी को घेरे खड़े हैं। उनमें से एक उसकी आँख से तिनका निकालता है। उसकी आँख का दर्द बंद हो जाता है। अब उसकी बुद्धि उसके सामने आ जाती है।)
बुद्धि (मनुष्य से) : कहो, अब कैसे हो?
मनुष्य : अब जाकर चैन मिला। अब तक तो लगता था कि मेरी जान ही निकल जाएगी।
बुद्धि : थोड़ी देर पहले तो बड़ी लंबी-लंबी बातें कर रहे थे। कहाँ गईं वे बातें?
मनुष्य : एक तिनके ने इतनी पीड़ा पहुँचाई कि पीड़ा के सिवा सब भूल गया।
बुद्धि : फिर तू अब तक किसके बल पर इतना घमंड कर रहा था? तेरा घमंड तोड़ने के लिए तो एक तिनका ही पर्याप्त है।
मनुष्य : अब और ज्यादा शर्मिंदा न करो।

प्रश्न 3.
नीचे दी गई कबीर की पंक्तियों में तिनका शब्द का प्रयोग एक से अधिक बार किया गया है। इनके अलग-अलग अर्थों की जानकारी प्राप्त करें।
उठा बबूला प्रेम का, तिनका उड़ा अकास।
तिनका-तिनका हो गया, तिनका तिनके पास॥
उत्तर:
तिनका शब्द के अलग-अलग अर्थ –
तिनका – अज्ञान रूपी तिनका कण
तिनका-तिनका होना – छोटे-छोटे टुकड़े होकर बिखर जाना
तिनका – उनका
तिनके – उनके (ईश्वर के)

भाषा की बात

प्रश्न 1.
“किसी ढब से निकलना’ का अर्थ है किसी ……….. ढंग से निकलना। ‘ढब से’ जैसे कई वाक्यांशों से आप परिचित होंगे, जैसे-धम से वाक्यांश है लेकिन ध्वनियों में समानता होने के बाद भी ढब से और धम से जैसे वाक्यांशों के प्रयोग में अंतर है। ‘धम से’, ‘छप से’ इत्यादि का प्रयोग ध्वनि द्वारा क्रिया को सूचित करने के लिए किया जाता है। नीचे कुछ ध्वनि द्वारा क्रिया को सूचित करने वाले वाक्यांश और कुछ अधूरे वाक्य दिए गए हैं। उचित वाक्यांश चुनकर वाक्यों के खाली स्थान भरिए छप से टप से थर्र से फर्र से सन से
(क) मेंढक पानी में …………… कूद गया।
(ख) नल बंद होने के बाद पानी की एक बूंद ………….. चू गई।
(ग) शोर होते ही चिड़िया ………. उड़ी।
(घ) ठंडी हवा ………. गुज़री, मैं ठंड में ………. काँप गया।
उत्तर:
(क) मेंढक पानी में छप से कूद गया।
(ख) नल बंद होने के बाद पानी की एक बूंद टप से चू गई।
(ग) शोर होते ही चिड़िया फुर्र से उड़ी।
(घ) ठंडी हवा सन से गुज़री, मैं ठंड में थर्र से काँप गया।

 
Read More

CHAPTER -12 कंचा | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 12 कंचा

MCQs

Question 1.
इस कहानी के लेखक का नाम बताएँ-
(a) पी० रामास्वामी
(b) पी० गोपालस्वामी
(c) टी० सुब्रह्मण्यम
(d) टी० पद्मनाभन्

Answer

Answer: (d) टी० पद्मनाभन्


Question 2.
काँच के बड़े-बड़े ज़ार कहाँ रखे थे?
(a) दुकान में
(b) मेज़ पर 188
(c) अलमारी में
(d) काउंटर पर

Answer

Answer: (c) अलमारी में


Question 3.
रामन मल्लिका किसकी हँसी उड़ा रहे थे।
(a) जॉर्ज की
(b) अप्पू की
(c) कंचों की
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (b) अप्पू की


Question 4.
अप्पू के विद्यालय के रास्ते में किसके पेड़ों की घनी छाँव थी?
(a) पीपल के
(b) नीम के
(c) आम के
(d) शीशम के

Answer

Answer: (b) नीम के


Question 5.
अप्पू का ध्यान किसकी कहानी पर केंद्रित था?
(a) सियार और कौआ की
(b) लोमड़ी और कौए की
(c) लोमड़ी और सारस की
(d) सियार और ऊँट की

Answer

Answer: (a) सियार और कौआ की


Question 6.
अप्पू को कंचा आकार में किस प्रकार का लग रहा था?
(a) बाल की तरह
(b) आँवले की तरह
(c) अंगूर की तरह
(d) नींबू की तरह

Answer

Answer: (b) आँवले की तरह


(1)

कौए ने गाने के लिए मुँह खोला तो रोटी का टुकड़ा ज़मीन पर गिर पड़ा। सियार उसे उठाकर नौ दो ग्यारह हो गया।
वह ज़ोर से हँसा।
बुधु कौआ।
वह चलते-चलते दुकान के सामने पहुँचा। वहाँ अलमारी में काँच के बड़े-बड़े ज़ार कतार में रखे थे। उनमें चॉकलेट, पिपरमेंट और बिस्कुट थे। उसकी नज़र उनमें से किसी पर नहीं पड़ी। क्यों देखे? उसके पिता जी उसे ये चीजें बराबर ला देते हैं।
फिर भी एक नए ज़ार ने उसका ध्यान आकृष्ट किया। वह कंधे से लटकते बस्ते का फीता एक तरफ़ हटाकर, उस ज़ार के सामने खड़ा टुकर-टुकर ताकता रहा।

Question 1.
किसने मुँह खोला?
(a) सियार ने
(b) कौए ने
(c) अप्पू ने
(d) मल्लिका ने

Answer

Answer: (b) कौए ने


Question 2.
ज़ोर से कौन हँस पड़ा
(a) कौए
(b) सियार
(c) अप्पू
(d) जॉर्ज

Answer

Answer: (c) अप्पू


Question 3.
दुकान के पास कौन पहुँचा?
(a) रामन
(b) अप्पू
(c) सियार
(d) जॉर्ज

Answer

Answer: (b) अप्पू


Question 4.
काँच के बड़े-बड़े जार कहाँ रखे थे?
(a) दुकान में
(b) मेज़ पर
(c) अलमारी में
(d) काउंटर पर

Answer

Answer: (c) अलमारी में


Question 5.
लड़के की नज़र किस ज़ार पर थी?
(a) चॉकलेटवाली ज़ार पर
(b) बिस्कुटवाले ज़ार पर
(c) कंचे की जार पर
(d) खिलौनेवाली ज़ार पर

Answer

Answer: (c) कंचे की जार पर


(2)

सब अपनी-अपनी जगह पर हैं। रामन अगली बेंच पर है। वह रोज़ समय पर आता है। तीसरी बेंच के आखिर में मल्लिका के बाद अम्मु बैठी है।
जॉर्ज दिखाई नहीं पड़ता।
लड़कों के बीच जॉर्ज ही सबसे अच्छा कंचे का खिलाड़ी है। कितना भी बड़ा लड़का उसके साथ खेले, जॉर्ज से मात खाएगा। हारने पर यों ही विदा नहीं हो सकता। हारे हुए को अपनी बंद मुट्ठी ज़मीन पर रखनी होगी। तब जॉर्ज बंद मुट्ठी के जोड़ों की हड्डी पर कंचा चलाता था।

Question 1.
उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और उसके लेखक के नामवाला विकल्प छाँटकर लिखिए।
(a) अप्पू और कंचे टी० सुब्रह्मण्यम
(b) अप्पू और कंचा-पी० स्वामी
(c) कंचा-टी पद्मनाभन
(d) कंचा-पी गोपाल स्वामी

Answer

Answer: (c) कंचा-टी पद्मनाभन


Question 2.
उस दिन आखिरी बेंच पर किसे बैठना पड़ा?
(a) अप्पू को
(b) जॉर्ज को
(c) रामन को
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (a) अप्पू को


Question 3.
अप्पू कक्षा में किसे ढूँढ़ रहा था?
(a) कंचे
(b) बस्ता
(c) जॉर्ज
(d) इनमें से कुछ नहीं

Answer

Answer: (c) जॉर्ज


Question 4.
कंचे देखकर अप्पू को जॉर्ज की याद क्यों आई?
(a) क्योंकि वह उसके साथ खेलना चाहता था
(b) क्योंकि जॉर्ज कंचों का अच्छा खिलाड़ी था
(c) क्योंकि जॉर्ज अप्पू का घनिष्ठ मित्र था
(d) क्योंकि जॉर्ज ने अप्पू को बुलाया था।

Answer

Answer: (b) क्योंकि जॉर्ज कंचों का अच्छा खिलाड़ी था


Question 5.
जॉर्ज जीतने के बाद हारे हुए बच्चे को क्या करता था?
(a) वह हारे हुए बच्चों को सज़ा देता था
(b) वह हारे हुए बच्चों पर जुर्माना देता था
(c) हारे हुए बच्चे को अपनी मुट्ठी बंद करके ज़मीन पर रखनी पड़ती थी। वह बंद मुट्ठी के जोड़ों की हड्डी पर कंचा चलाता था
(d) हारनेवाले बच्चों को दुबारा मौका नहीं देता था।

Answer

Answer: (c) हारे हुए बच्चे को अपनी मुट्ठी बंद करके ज़मीन पर रखनी पड़ती थी। वह बंद मुट्ठी के जोड़ों की हड्डी पर कंचा चलाता था


(3)

कर्मठ मास्टर जी उस लड़के का चेहरा देखकर समझ गए कि उसके मन में और कुछ है। शायद उसने पाठ पर ध्यान दिया भी हो। अगर दिया है तो उसका जवाब उसके मन से बाहर ले आना है। इसी में उनकी सफलता है।
“हाँ, हाँ, बता। डरना मत।”
मास्टर जी ने देखा, अप्पू की ज़बान पर जवाब था।
“हाँ, हाँ…।”
वह काँपते हुए बोला-“कंचा।”
“कंचा…!”
वे सकपका गए।
कक्षा में भूचाल आ गया

Question 1.
मास्टर जी ने लड़के के बारे में क्या अनुमान लगा लिया?
(a) मन लगाकर पढ़ाई न करने का
(b) उसके गरीबी का
(c) मन अन्यत्र होने का
(d) उसकी बौद्धिक क्षमता का

Answer

Answer: (c) मन अन्यत्र होने का


Question 2.
मास्टर जी अपनी सफलता किसमें मान रहे थे?
(a) गृह कार्य पूरा कराने में
(b) कक्षा का अच्छी तरह संचालन करने पर
(c) प्रश्न का उत्तर मन से निकलवाने में
(d) प्रश्न का उत्तर याद कराने में

Answer

Answer: (c) प्रश्न का उत्तर मन से निकलवाने में


Question 3.
मास्टर जी द्वारा पूछे गए प्रश्न का अप्पू सही जवाब न दे सका। क्यों?
(a) क्योंकि जवाब कठिन था
(b) क्योंकि वह प्रश्न न समझ सका
(c) क्योंकि पाठ पर उसका ध्यान नहीं था
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (c) क्योंकि पाठ पर उसका ध्यान नहीं था


Question 4.
कक्षा में भूचाल क्यों आ गया?
(a) बाहर भूचाल आने के कारण
(b) मास्टर जी को काफ़ी गुस्सा आ गया
(c) अप्पू द्वारा उदंडता करने के कारण
(d) जवाब में कंचा शब्द सुनकर

Answer

Answer: (d) जवाब में कंचा शब्द सुनकर


Question 5.
‘कर्मठ’ विशेषण का प्रयोग किसके लिए किया गया है?
(a) अप्पू के लिए
(b) जॉर्ज के लिए
(c) मास्टर जी के लिए
(d) पूरी कक्षा के लिए

Answer

Answer: (c) मास्टर जी के लिए


(4)

एकाएक उसे शक हुआ। क्या सब कंचों में लकीर होगी?
उसने पोटली खोलकर देखने का निश्चय किया। बस्ता नीचे रखकर वह धीरे से पोटली खोलने लगा। पोटली खुली और सारे कंचे बिखर गए। वे सड़क के बीचोंबीच पहुंच रहे हैं।
क्षणभर सकपकाने के बाद वह उन्हें चुनने लगा। हथेली भर गई। वह चुने हुए कंचे कहाँ रखे?

Question 1.
अप्पू को क्या शक हुआ?
(a) कंचे कम तो नहीं हैं
(b) क्या कंचे के खेल में जॉर्ज से जीत पाएँगे
(c) क्या सभी कंचों में लकीर है
(d) क्या कंचे को देखकर माँ नाराज़ होगी।

Answer

Answer: (c) क्या सभी कंचों में लकीर है


Question 2.
पोटली खोलने का निश्चय किसने किया?
(a) माँ ने
(b) मास्टर जी ने
(c) जॉर्ज ने
(d) अप्पू ने

Answer

Answer: (d) अप्पू ने


Question 3.
वह पोटली खोलने की कोशिश क्यों कर रहा था?
(a) कंचे गिनना चाहता था
(b) वह कंचे देखना चाहता था
(c) कंचे से खेलना चाहता था
(d) कंचे किसी को देना चाहता था।

Answer

Answer: (b) वह कंचे देखना चाहता था


Question 4.
पोटली खुलने के बाद क्या हुआ?
(a) कंचे इधर-उधर बिखर गए
(b) कंचे बच्चों ने लूटली
(c) कंचे गड्डे में गिए गए
(d) इनमें कोई नहीं

Answer

Answer: (a) कंचे इधर-उधर बिखर गए


Question 5.
कंचे कहाँ तक फैल गए थे?
(a) पूरे कक्षा में
(b) गड्ढे में
(c) पूरे घर में
(d) सड़क के बीचोंबीच

Answer

Answer: (d) सड़क के बीचोंबीच


(5)

पूरे ज़ार में कंचे हैं। हरी लकीरवाले बढ़िया सफ़ेद गोल कंचे। बड़े आँवले जैसे। कितने खूबसूरत हैं! अब तक ये कहाँ थे? शायद दुकान के अंदर। अब दुकानदार ने दिखाने के लिए बाहर रखा होगा।
उसके देखते-देखते ज़ार बड़ा होने लगा। वह आसमान-सा बड़ा हो गया तो वह भी उसके भीतर आ गया। वहाँ और कोई लड़का तो नहीं था। फिर भी उसे वही पसंद था। छोटी बहन के हमेशा के लिए चले जाने के बाद वह अकेले ही खेलता था।

Question 1.
ज़ार में कैसे कंचे थे?

Answer

Answer: ज़ार में आँवले के आकार के हरी लकीरवाले बढ़िया सफ़ेद गोल कंचे थे। कंचे इतने खूबसूरत थे कि अप्पू उन्हें देखते ही उनकी ओर आकर्षित हो गया।


Question 2.
‘उसके देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया’ का अभिप्राय क्या है?

Answer

Answer: ‘उसके देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया’ का अभिप्राय है अप्पू कल्पना की दुनिया में खो गया।


Question 3.
वह अकेला क्यों खेलता था?

Answer

Answer: उसकी छोटी बहन की मृत्यु हो गई थी, इसलिए वह अकेला खेलता था।


Question 4.
अप्पू किस दुनिया में खो गया?

Answer

Answer: अप्पू ने जब कंचों से भरे ज़ार को देखा तो उसी दुनिया में खो गया। उसे लगने लगा कि देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया इतना बड़ा कि वह भी ज़ार के अंदर आ गया और कोई खेलनेवाला भी उसके साथ नहीं था लेकिन फिर भी वह खुश था।


(6)

अरे हाँ! जॉर्ज को बुखार है न! उसे रामन ने यह सूचना दी थी। उसने मल्लिका को सब बताया था। जॉर्ज का घर रामन के घर के रास्ते में पड़ता है।
अप्पू कक्षा की तरफ़ ध्यान नहीं दे रहा है।
मास्टर जी!
उसने हड़बड़ी में पुस्तक खोलकर सामने रख ली। रेलगाड़ी का सबक था। रेलगाड़ी…रेलगाड़ी। पृष्ठ सैंतीस। घर पर उसने यह पाठ पढ़ लिया है।
मास्टर जी बीच-बीच में बेंत से मेज़ ठोकते हुए ऊँची आवाज़ में कह रहे थे-“बच्चो! तुममें से कई ने रेलगाड़ी देखी होगी। उसे भाप की गाड़ी भी कहते हैं क्योंकि उसका यंत्र भाप की शक्ति से ही चलता है। भाप का मतलब पानी से निकलती भाप से है। तुम लोगों के घरों के चूल्हे में भी…।”

Question 1.
जॉर्ज कौन है? वह स्कूल क्यों नहीं आया?

Answer

Answer: जॉर्ज अप्पू की कक्षा में पढ़ने वाला छात्र है, वह लड़कों के बीच सबसे अच्छा कंचे का खिलाड़ी है। उसे आज बुखार है इसलिए वह स्कूल नहीं आया।


Question 2.
मास्टर जी कौन-सा पाठ पढ़ा रहे थे?

Answer

Answer: मास्टर जी ‘रेलगाड़ी’ का पाठ पढ़ा रहे थे।


Question 3.
मास्टर जी किस मुद्रा में बच्चों को समझा रहे थे?

Answer

Answer: मास्टर जी के हाथ में बेंत थी। उस बेंत से वे मेज़ को ठोककर ऊँची आवाज़ में ज़ोर-ज़ोर से पढ़ा रहे थे। वे कह रहे थे बच्चो! तुममे से कइयों ने रेलगाड़ी देखी होगी। इसे भाप गाड़ी भी कहते हैं।


Question 4.
मास्टर जी रेलगाड़ी के बारे में क्या जानकारी दे रहे थे?

Answer

Answer: मास्टर जी रेलगाड़ी के बारे में बता रहे थे कि इसे भाप की गाड़ी भी कहते हैं, क्योंकि इसका इंजन भाप की शक्ति से चलता है। भाप पानी से निकलती है। यह घरों के चूल्हों पर भी निकलती है।


(7)

रोकने की पूरी कोशिश करने पर भी वह अपना दुख रोक नहीं सका। सुबकता रहा।
रोते-रोते उसका दुख बढ़ता ही गया। सब उसकी तरफ़ देख-देखकर उसकी हँसी उड़ा रहे हैं। रामन, मल्लिका…सब ।
बेंच पर खड़े-खड़े उसने सोचा, दिखा दूंगा सबको। जॉर्ज को आने दो। जॉर्ज जब आए…जॉर्ज के आने पर वह कंचे खरीदेगा। इनमें से किसी को वह खेलने नहीं बुलाएगा। कंचे को देख ये ललचाएँगे। इतना खूबसूरत कंचा है।
हरी लकीरवाले सफ़ेद गोल कंचे। बड़े आँवले जैसे।
तब…
शक हुआ। कंचा मिलें कैसे? क्या माँगने पर दुकानदार देगा? जॉर्ज को साथ लेकर पूछे तो, नहीं दे तो?
“किसी को शक हो तो पूछ लो।”
मास्टर जी ने उस घंटे का सबक समाप्त किया?

Question 1.
अप्पू क्यों सुबक रहा था?

Answer

Answer: अप्पू इसलिए सुबक रहा था क्योंकि कक्षा में पाठ पर ध्यान न देने के कारण मास्टर जी ने उसे डाँटकर बेंच पर खड़ा कर दिया था, इसलिए अप्पू सुबक रहा था।


Question 2.
कौन रो रहा था और उसका दुख क्यों बढ़ता जा रहा था?

Answer

Answer: अप्पू रो रहा था। उसका सहपाठी उसकी ओर देखते हुए मुंसकरा रहे थे और उसकी हँसी उड़ा रहे थे, इसलिए अप्पू का दुख बढ़ता जा रहा था।


Question 3.
बेंच पर खड़ा-खड़ा किसने, क्या सोचा?

Answer

Answer: बेंच पर खड़ा-खड़ा अप्पू सोच रहा था कि जॉर्ज के आने के बाद वह कंचा खरीदेगा। इनमें वह किसी को खेलने नहीं बुलाएगा। कंचे को देखकर ये सभी ललचाएँगे। यह इतना खूबसूरत कंचा है।


Question 4.
अप्पू के अनुसार कंचे किस प्रकार के थे?

Answer

Answer: अप्पू के अनुसार, कंचों को देख सभी ललचेंगे, क्योंकि वह जो कंचे खरीदने वाला था, वे बहुत खूबसूरत थे। आँवले जैसे थे। वे हरी लकीरवाले सफ़ेद कंचे थे।

Question 5.
मास्टर जी ने बच्चों से क्या पूछा?

Answer

Answer: ‘इतना खूबसूरत कंचा है’ में ‘इतना’ शब्द प्रविशेषण है।


(8)

उसका जी चाहता था-काश! पूरा ज़ार उसे मिल जाता। ज़ार मिलता तो उसके छूने से ही कंचे को छूने का अहसास होता। एकाएक उसे शक हुआ। क्या सब कंचों में लकीर होगी?
उसने पोटली खोलकर देखने का निश्चय किया। बस्ता नीचे रखकर वह धीरे से पोटली खोलने लगा। पोटली खुली और सारे कंचे बिखर गए। वे सड़क के बीचोंबीच पहुँच रहे हैं।

Question 1.
उसका जी क्या चाहता था?

Answer

Answer: अप्पू का जी चाह रहा था कि उसे कंचों का पूरा ज़ार मिल जाता तो कितना अच्छा होता। वह ज़ार को छूना चाहता था।


Question 2.
पोटली खुलने पर क्या हुआ?

Answer

Answer: पोटली खुलने पर सारे कंचे बिखर गए और सड़क के बीचोंबीच फैल गए।


Question 3.
पोटली खोलकर देखने की कोशिश कौन कर रहा था?

Answer

Answer: पोटली खोलकर देखने की कोशिश अप्पू कर रहा था।


Question 4.
अप्पू बार-बार कंचे को क्यों देख रहा था?

Answer

Answer: अप्पू बार-बार कंचे को इसलिए देख रहा था क्योंकि कंचे देखने की चाहत को वह छिपा नहीं पा रहा था।


Question 5.
कंचे कहाँ तक फैल गए?

Answer

Answer: कंचा सड़क के बीचोंबीच तक फैल गया था।

प्रश्न अभ्यास

कहानी से

प्रश्न 1.
कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं, तब क्या होता है?
उत्तर:
कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं, तो देखते ही देखते जार आसमान जैसा बड़ा होने लगता है। अप्पू भी उसी जार के अंदर आ जाता है। वहाँ कोई और नहीं है। वह कंचे चारों ओर बिखेरता हुआ मज़े से खेलने में व्यस्त हो जाता है।

प्रश्न 2.
दुकानदार और ड्राइवर के सामने अप्पू की क्या स्थिति है? वे दोनों उसको देखकर पहले परेशान होते हैं, फिर हँसते हैं। कारण बताइए।
उत्तर:
दुकानदार और ड्राइवर के सामने अप्पू की स्थिति बेवकूफ लड़के की है क्योंकि वह दुकानदार से उतने कंचे खरीदता है, जितने कभी किसी बच्चे ने एक साथ नहीं खरीदे थे और कार से बेखबर बीच सड़क पर अपनी जान की परवाह किए बिना कंचे समेट रहा है। वे (दुकानदार एवं ड्राइवर) कंचों के प्रति उसका समर्पण भाव देखकर हँसते हैं। वे सोचते हैं कि उसकी दृष्टि में कंचों से ज्यादा महत्त्वपूर्ण और कुछ नहीं है।

प्रश्न 3.
‘मास्टर जी की आवाज़ अब कम ऊँची थी। वे रेलगाड़ी के बारे में बता रहे थे।’ मास्टर जी की आवाज़ धीमी क्यों हो गई होगी? लिखिए।
उत्तर:
मास्टर जी की आवाज़ शुरू में तेज़ थी, ताकि बच्चों का ध्यान उस सवक की ओर केंद्रित हो जाए और बच्चों का शोर थम जाए। बच्चों का ध्यान केंद्रित हो गया था। इसलिए उनकी आवाज़ कम हो गई होगी।

कहानी से आगे

प्रश्न 1.
कंचे, गिल्ली-डंडा, गेंदतड़ी (पिठू) जैसे गली-मोहल्लों के कई खेल ऐसे हैं जो बच्चों में बहुत लोकप्रिय हैं। आपके इलाके में ऐसे कौन-कौन से खेल खेले जाते हैं? उनकी एक सूची बनाइए।
उत्तर:
हमारे इलाके में कबड्डी, गिल्ली-डंडा, कंचे, छिपम-छिपाई, लंगड़ी-दौड़, बैडमिंटन, पिठू, लूडो, कैरम, ताश आदि खेल खेले जाते हैं।

प्रश्न 2.
किसी एक खेल को खेले जाने की विधि को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
कबड्डी खेले जाने की विधि इस खेल में बच्चों (खिलाड़ियों) को उपलब्ध संख्या के अनुसार दो वर्गों में बाँट दिया जाता है। प्रत्येक वर्ग में सात या नौ खिलाड़ी होते हैं। एक निर्णायक होता है, जिसका निर्णय दोनों पक्षों को मानना पड़ता है। इसमें खेल के मैदान के बीच में एक रेखा बनाई जाती है। इस रेखा के दोनों ओर खिलाड़ियों को निश्चित दूरी पर खड़ा किया जाता है। एक पक्ष का एक खिलाड़ी ‘कबड्डी-कबड्डी’ कहता हुआ दूसरी ओर जाता है। दूसरी ओर के खिलाड़ी उसे पकड़ने की कोशिश करते हैं।

यदि वह खिलाड़ी साँस टूटने से पहले, बीच की लाइन नहीं छू पाता है, तो उसे मरा हुआ मान लेते हैं और यदि ‘कबड्डी-कबड्डी’ कहता हुआ लाइन को छू लेता है, तो दूसरी ओर के खिलाड़ी को मरा मान लेते हैं। ऐसा ही दूसरी ओर का खिलाड़ी करता है। मरा खिलाड़ी बाहर बैठ जाता है। जिस पक्ष के ज़्यादा खिलाड़ी मैदान में बच जाते हैं, उसी समूह को विजयी घोषित कर दिया जाता है। कभी-कभी यह खेल मरे खिलाड़ी को बाहर न बिठाकर विपक्ष को अंक प्रदान करके खेला जाता है। निश्चित समय में ज्यादा अंक अर्जित करने वाले समूह को विजयी घोषित किया जाता है।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
जब मास्टर जी अप्पू से सवाल पूछते हैं तो वह कौन-सी दुनिया में खोया हुआ था? क्या आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है कि आप किसी दिन क्लास में रहते हुए भी क्लास से गायब रहे हों? ऐसा क्यों हुआ और आप पर उस दिन क्या गुजरी? अपने अनुभव लिखिए। .
उत्तर:
जब मास्टर जी अप्पू से सवाल पूछते हैं तो वह कंचों की दुनिया में खोया था। मेरे साथ भी ऐसा हुआ है कि मास्टरजी कक्षा में गणित में त्रिभुज का क्षेत्रफल पढ़ा रहे थे और मैं ख्यालों में खोया मेट्रो की वातानुकूलित यात्रा का आनंद ले रहा था। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैं उससे एक दिन पहले ही पिताजी के साथ मेट्रो की यात्रा करके आया था। मेरा ध्यान अन्यत्र समझकर मास्टरजी मुझसे हीरोन का सूत्र पूछ बैठे। मैंने हड़बड़ाकर सोचा कि कौन-से हीरो के विषय में बताऊँ? पूछ बैठा, कौन-सा हीरो …? मेरा इतना कहना था कि सारी कक्षा हँस पड़ी और मास्टर जी ने सारी कक्षा के सामने डाँटा-फटकारा और पिताजी को फोन करके सब कुछ बता दिया।

प्रश्न 2.
आप कहानी को क्या शीर्षक देना चाहेंगे?
उत्तर:
‘अप्पू और कंचे’ या ‘जार में नई वस्तु’।

प्रश्न 3.
गुल्ली-डंडा और क्रिकेट में कुछ समानता है और कुछ अंतर। बताइए, कौन-सी समानताएँ हैं और क्या-क्या अंतर हैं?
उत्तर:
गुल्ली-डंडा और क्रिकेट में समानताएँ

  • दोनों ही खेल घर से दूर मैदान में खेले जाते हैं।
  • दोनों ही खेलों से शारीरिक व्यायाम भली-भाँति होता है।
  • दोनों के खेलने की विधि में यह समानता है कि गुल्ली और गेंद दोनों को ही डंडे तथा बल्ले से दूर रखने का प्रयास किया जाता है।

अंतर:

  • गुल्ली-डंडा अत्यंत सस्ता तथा गाँवों में खेला जाने वाला खेल है, जबकि क्रिकेट अत्यंत महँगा तथा लोकप्रिय खेल है।
  • गुल्ली-डंडा कम-से-कम दो लोगों में भी खेला जा सकता है जबकि क्रिकेट के लिए नियमतः बाइस खिलाड़ी तथा दो अम्पायर चाहिए।
  • क्रिकेट अंतर्राष्ट्रीय खेल है तथा हर चौथे साल इसका विश्वकप आयोजित किया जाता है, जबकि गिल्ली-डंडा में ऐसा नहीं है।

भाषा की बात

नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित मुहावरे किन भावों को प्रकट करते हैं? इन भावों से जुड़े दो-दो मुहावरे बताइए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
माँ ने दाँतों तले उँगली दबाई।
सारी कक्षा साँस रोके हुए उसी तरफ देख रही है।
उत्तर:
‘दाँतों तले उँगली दबाना’ एवं ‘साँस रोके देखना’ मुहावरों से आश्चर्य का भाव प्रकट हो रहा है।
इन भावों से जुड़े मुहावरे, अर्थ एवं प्रयोग
दंग रह जाना – आश्चर्य में पड़ जाना-सरकस में छोटी बच्ची का करतब देख दर्शक दंग रह गए।
पैरों तले जमीन खिसक जाना – होश उड़ जाना अपने जनाधार को खोता देखकर नेता जी के पैरों तले जमीन खिसक गई।
हक्का – बक्का रह जाना – हैरान रह जाना-अपने घर में चोरी होने की बात सुनकर दरोगा जी हक्के-बक्के रह गए।
दम साधे बैठना – चुपचाप बैठना-शिकार को अपनी ओर आता देख शिकारी दम साधे बैठ गया।

प्रश्न 2.
विशेषण कभी-कभी एक से अधिक शब्दों के भी होते हैं। नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित हिस्से क्रमशः रकम और कंचे के बारे में बताते हैं, इसलिए वे विशेषण हैं।
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 12 कंचा image - 1
इसी प्रकार के कुछ विशेषण नीचे दिए गए हैं इनका प्रयोग कर वाक्य बनाएँ
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 12 कंचा image - 2
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 12 कंचा image - 3

कुछ करने को
मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘ईदगाह’ खोजकर पढ़िए। ‘ईदगाह’ कहानी में हामिद चिमटा खरीदता है और ‘कंचा’ कहानी में अप्पू कंचे। इन दोनों बच्चों में से किसकी पसंद को आप महत्त्व देना चाहेंगे? हो सकता है, आपके कुछ साथी चिमटा खरीदनेवाले हामिद को पसंद करें और कुछ अप्पू को। अपनी कक्षा में इस विषय पर वाद-विवाद का आयोजन कीजिए।
उत्तर:
मैं हामिद की पसंद को महत्त्व देना चाहूँगा। इस विषय पर कक्षा के छात्र स्वयं वाद-विवाद का आयोजन करें।

Read More

CHAPTER – 11 रहीम की दोहे | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter -11 रहीम की दोहे

MCQs

प्रश्न अभ्यास

दोहे से

प्रश्न 1.
पाठ में दिए गए दोहों की कोई पंक्ति कथन है और कोई कथन को प्रमाणित करने वाला उदाहरण। इन दोनों प्रकार की पंक्तियों को पहचान कर अलग-अलग लिखिए।
उत्तर:
कथन

  1. कहि रहीम संपति सगे बनत बहुत बहु रीति।
  2. जाल परे ……….. छोह।
  3. कहि रहीम परकाज हित ……….. सुजान।
  4. धनी पुरुष ………..
  5. चना पुरुष ……….. बात।
  6. धरती की सी ………… मेह।

प्रमाणित करने वाले उदाहरण

  1. विपति कसौटी जे कसे तेई साँचे मीत।
  2. रहिमन ……….. छोह।
  3. तरुवर ……….. पान।
  4. थोथे बादर क्वार ……….. घहरात।
  5. जैसी परे ……….. देह।

प्रश्न 2.
रहीम ने क्वार के मास में गरजनेवाले बादलों की तुलना ऐसे निर्धन व्यक्तियों से क्यों की है जो पहले कभी धनी थे और बीती बातों को बताकर दूसरों को प्रभावित करना चाहते हैं? दोहे के आधार पर आप सावन के बरसने और गरजनेवाले बादलों के विषय में क्या कहना चाहेंगे?
उत्तर:
रहीम ने यह तुलना इसलिए की है क्योंकि जिस प्रकार निर्धन हुए व्यक्ति के पास धन (सामर्थ्य) तो रहता नहीं है। वह आश्वासन या धमकियाँ तो दे सकता है परंतु वास्तव में कुछ कर नहीं सकता है, ठीक उसी तरह से क्वार (आश्विन) माह के जलहीन बादल गरज तो सकते हैं, परंतु बरस नहीं सकते हैं। सावन के बादल जलयुक्त होते हैं, जो गरजने के साथ बरसते भी हैं।

दोहों से आगे

नीचे दिए गए दोहों में बताई गई सच्चाइयों को यदि हम अपने जीवन में उतार लें तो उनके क्या लाभ होंगे? सोचिए और लिखिए
(क) तरुवर फल …………. सचहिं सुजान।
उत्तर:
पेड़ों और सरोवरों की भाँति ही यदि हमारा स्वभाव भी परोपकारी बन जाता है तो हमारे आस-पास का जन-जीवन भी सुखमय हो जाएगा। लोगों में कटुता, द्वेष तथा विषमता कम होगी और सद्भाव बढ़ेगा। अमीर और गरीब के बीच खाई की गहराई में कमी आएगी।

(ख) धरती की-सी …………. यह. देह॥
उत्तर:
यदि हम दोहे में वर्णित यथार्थ स्वीकार कर लें तो हमें दुख की अनुभूति कम होगी। जीवन हमारे लिए आनंददायी बन जाएगा। हम बीमारियों तथा रोगों से बचे रहेंगे क्योंकि हमारा शरीर हर तरह की परिस्थितियों को सहने के योग्य बन जाएगा।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित हिंदी रूप लिखिए
जैसे-परे-पड़े (रे, डे)
बिपति बादर मछरी सीत
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 11 रहीम की दोहे image - 1

प्रश्न 2.
नीचे दिए उदाहरण पढ़िए
(क) बनत बहुत बहु रीत।
(ख) जाल परे जल जात बहि।
उपर्युक्त उदाहरणों की पहली पंक्ति में ‘ब’ का प्रयोग कई बार किया गया है और दूसरी में ‘ज’ का प्रयोग। इस प्रकार बार-बार एक ध्वनि के आने से भाषा की सुंदरता बढ़ जाती है। वाक्य रचना की इस विशेषता के अन्य उदाहरण खोजकर लिखिए।
उत्तर:
इसी प्रकार के कुछ अन्य उदाहरण –

  • चारु चंद्र की चंचल किरणें खेल रही थी जल थल में।
  • रघुपति राघव राजा राम।
  • रावण रथी विरभ रघुवीरा।
  • तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहुछाए।
  • जो खग हौं तो बसेरो करो मिलि कालिंदी कूल कदंब की डारन।
  • मुदित महीपति मंदिर आए।
  • विमल वाणी ने वीणा ली कमल कोमल कर में सप्रीत।
Read More