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Glimpses of India Tea From Assam Summary in English
Rajvir and Pranjol on way to Assam
Rajvir and Pranjol were travelling to Assam. A tea vendor called ‘chai-garam … garam- chai’. They took tea and sipped it. Rajvir told Pranjol that over 800,000,000 cups of tea are drunk everyday throughout the world.
Tea gardens seen
Rajvir looked at the beautiful scenery outside. Pranjol kept reading his detective book. There was greenery outside. Soon the soft green paddy fields gave way to tea-bushes. Tea-bushes spread as far as the eye could see. There were shade trees also over the areas. In the distance there was an ugly building. It was a tea-garden.
About legends behind tea
They were in Assam, the tea-country. Assam has the largest concentration of tea plantations in the world. Rajvir told Pranjol that no one really knew who discovered tea. There are many legends about it.
Chinese legend
A Chinese emperor always boiled water before drinking it. One day a few leaves of branches burning under the pot fell into the water. It gave a delicious flavour. These were tea-leaves.
Indian legend
Bodhidharma, a Buddhist monk cut off his eyelids because he felt sleepy during meditations. Ten tea plants grew out of his eyelids. These leaves when put in hot water and drunk, banished sleep.
Tea and China
Rajvir told Pranjol that tea was first drunk in China. It was as far back as 2700 B.C. Words like chai and chini are Chinese. Tea came to Europe in the sixteenth century. It was then drunk more as medicine.
Reaching the destination
Both of them dropped at Mariani junction. They were driven to Dhekiabari Tea Estate. On both sides of the road there were acres and acres of tea-bushes. Women with bamboo baskets were plucking the new leaves from them.
Rajvir’s knowledge about tea plantations
Pranjol’s father received them there. They had come there in the sprouting season. It lasts from May to July. It gives out the best tea. Rajvir told this to Pranjol’s father. He told Rajvir that he knew many things about tea plantations. Rajvir told him that he would learn more about them there.
Glimpses of India Tea From Assam Summary in Hindi
राजवीर और प्रान्जल असम की यात्रा पर
राजवीर और प्रान्जल असम जा रहे थे। चाय बेचने वाले एक व्यक्ति ने कहा ” चाय गर्म … गर्म चाय’। उन्होंने चाय ली और उसकी चुस्की ली। राजवीर ने प्रान्जल को बताया कि संसार में रोज 800,000,000 कप से अधिक चाय पी जाती है।
चाय के बागान का दिखना
राजवीर ने बाहर सुन्दर दृश्य देखा। प्रान्जल ने अपनी जासूसी पुस्तक पढ़ना जारी रखा। बाहर हरियाली थी। शीघ्र ही हल्के हरे धान के खेतों ने चाय की झाड़ियों को स्थान दे दिया। जहाँ तक आँखें जाती थीं चाय की झाड़ियाँ फैली हुई थीं। इन इलाकों में छायादार वृक्ष भी थे। दूर एक भद्दी दिखने वाली बिल्डिंग थी। यह चाय बागान था।
चाय से सम्बन्धित दन्त कथाओं के बारे में
वे चाय के देश असम में थे। संसार में असम में सबसे अधिक चाय के बागान हैं। राजवीर ने प्रान्जले को बताया कि कोई यथार्थ में नहीं जानता कि चाय किसने खोजी थी। इसके बारे में काफी दन्त कथाएँ हैं।
चीनी दन्त कथा
चीन का एक सम्राट पानी पीने से पहले हमेशा उसे उबाला करता था। एक दिन बर्तन के नीचे जलती हुई टहनियों के कुछ पत्ते पानी में गिर गए। इनसे एक स्वादिष्ट सुगन्ध आ गई। ये चाय के पत्ते थे।
भारतीय दन्त कथा
बुद्ध के एक भिक्षुक बोधिधर्म ने अपनी पलकें काट लीं क्योंकि उसे गहन चिन्तन के दौरान नींद आ जाया करती थी। उसकी पलकों से चाय के दस पौधे उग आए। इन पत्तों को गर्म पानी में डालने से और पीने से नींद से छुटकारा पाया जा सकता था।
चाय और चीन
राजवीर ने प्रान्जल को बताया कि पहली बार चीन में चाय पी गई थी। यह 2700 ईसा पूर्व था। चाय और चीनी जैसे शब्द चीन देश के हैं। सोलहवीं शताब्दी में चाय यूरोप में आई। तब इसे दवाई के रूप में अधिक पीया जाता था।
गंतव्य स्थान पर पहुँचते हुए
वे दोनों मरियानी जंक्शन पहुँच गए। उन्हें धेकियाबाड़ी चाय बागान तक ले जाया गया। सड़क के दोनों तरफ चाय की झाड़ियों के एकड़ों में फैले हुए बागान थे। बाँस की टोकरी लिए हुए महिलाएँ उनसे नये पत्ते तोड़ रही थीं।
चाय के बागान के बारे में राजवीर का ज्ञान
प्रान्जल के पिताजी ने वहाँ उनका स्वागत किया। वे नई पत्तियों के उगने के मौसम में वहाँ आए थे। यह मई से जुलाई तक होता है। इस समय में उत्तम चाय मिलती है। राजवीर ने यह बात प्रान्जल के पिता को बताई। उसने राजवीर को बताया कि वह चाय के बागान के बारे में काफी चीजें जानता है। राजवीर ने उसे बताया कि वह वहाँ पर उनके बारे में और अधिक जान सकेगा।
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