NCERT Important Questions & MCQs for Class 6 Hindi बाल रामकथा
Bal Ram Katha is a book containing various chapters of stories about Ram and his family and all of the stories that children grow up hearing. About Ram, we know about the Ramayana, but the Bal Ram Katha propagates a lot more stories about the god so that students get a fair idea of Hindu culture and its history and significance. In a country like India, where culture takes centre-stage in every aspect of life, it is important to know these stories.
CHAPTER- 3 दो वरदान
Important Questions for Class 6 Hindi Bal Ram Katha पाठ ३ – दो वरदान
अति लघु उत्तरीय प्रश्न (1 अंक)
- राजा दशरथ के मन में अब क्या इच्छा प्रबल हो रही थी ?
उत्तर: दशक के मन में अब यह इच्छा प्रबल हो रही थी कि जल्द से जल्द राम का राज्याभिषेक कर उसको युवराज बना दिया जाए ।
- राजा दशरथ और राम के बीच क्या चर्चा हुई ?
उत्तर: राजा दशरथ ने राम से चर्चा में कहा कि भरत यहां नहीं है लेकिन मैं चाहता हूं कि राज्य अभिषेक का कार्यक्रम ना रोका जाए ।
- मंथरा कौन थी?
उत्तर: मंथरा रानी कैकयी की दासी थी ।
- कैकयी अपना वचन मनवाने के लिए कहां चली गई?
उत्तर: अपना वचन मनवाने के लिए कैकयी कोपभवन में चली गई ।
- कैकयी ने राजा दशरथ से कौन से दो वचन माँगे?
उत्तर: राजा दशरथ से कैकयी ने भरत के लिए राजगद्दी और राम के लिए 14 वर्षों का वनवास माँगा ।
लघु उत्तरीय प्रश्न (2 अंक )
- राजा दशरथ ने दरबार में क्या कहा?
उत्तर: राजा दशरथ ने अपने दरबारियों से कहा कि मैंने लंबे समय तक राजकाज संभाला परंतु मैं अब वृद्ध हो गया हूं ।अगर आप सबकी सहमति हो तो मैं चाहता हूं कि यह कार्यभार मैं अब राम को दे दूं और उन्हें युवराज बना दूँ।
- राजा दशरथ के प्रस्ताव का सभा पर क्या असर हुआ?
उत्तर: सभा में सभी ने राजा के प्रस्ताव का स्वागत किया। प्रस्ताव से चारों तरफ राम नाम कि जय जयकार होने लगी।
- राज्य अभिषेक के तैयारियों के समय भरत कहाँ थे ?
उत्तर: राज्य अभिषेक के तैयारियों के समय भरत अपने नाना के यहाँ गए हुए थे।और भरत जब अयोध्या लौटने की बात करते तो उनके नाना उन्हें रोक लेते थे।
- रनिवास में जाकर मंथरा ने कैकयी से क्या कहा?
उत्तर: रनिवास में जाकर मंथरा ने कैकयी से कहा – “अरे मेरी मूर्ख रानी उठ तेरे ऊपर भयानक विपदा आने वाली है ।यह समय सोने का नहीं है ।होश में आओ विपत्ति का पहाड़ टूटे इससे पहले जाग जाओ ।
- निम्नलिखित शब्दों के अर्थ लिखिए :
वृद्ध, शिथिल, तुमुलध्वनि, अचंभा
उत्तर: वृद्ध – बूढ़ा, तुमुलध्वनि -एक साथ गूंजने वाली ध्वनि ,अचंभा -आश्चर्यचकित
लघु उत्तरीय प्रश्न (3 अंक)
- मंथरा ने कैकयी को क्या सुझाव दिया ?
उत्तर: मंथरा कैकयी के पास जब मंत्र आ गई तो उसने उसे सुझाव दिया – “याद करो रानी महाराज दशरथ ने तुम्हें दो वरदान दिए थे । राजा से अपना वचन पूरा करने के लिए कहो एकवचन से भरत के लिए राजगद्दी माँगू और दूसरे वचन से राम के लिए 14 वर्ष का वनवास माँग लो ।
- कैकयी को मंथरा का सुझाव कैसा लगा ? और उसके मन में क्या प्रश्न उठ रहे थे ?
उत्तर: जब मंत्रालय के कई से अपने दोनों वरदान राजा से माँगने को कहा तब कैकयी का चेहरा तिलमिला गया ।तथा उससे मंत्रा की बात ठीक लगने लगी लेकिन उसके मन में बार-बार एक ही सवाल उठ रहा था कि वह राजा से बात कैसे करें ?क्या वह राजा को रानी वास बुलाकर प्रतीक्षा करें या फिर वह क्या करें ।
- कैकयी के मन में उठ रहे प्रश्नों के असमंजस को हल करने के लिए मंथरा ने क्या सुझाव दिया ?
उत्तर: कैकयी के मन में काफी सारे प्रश्न उठ रहे थे तब मंत्रालय के कई के असमंजस को भाप लिया और उसे सुझाव दिया कि “रानी तुम मैले कपड़े पहनकर कोप भवन चली जाओ अगर महाराज आए तो उनकी तरफ ना देखो,उनसे बात भी ना करो,तुम उनके प्रिय रानी हो तुम्हारा दुख वह देख नहीं पाएंगे,बस उसी समय तुम अपने वचन याद दिला देना ।
- चलते चलते मंथरा ने रानी कैकयी से क्या कहा ?
उत्तर: चलते-चलते मंथरा ने रानी कैकयी से कहा – “राम के लिए 14 वर्ष से कम का वनवास मत माँगना ।इससे भरत इतने समय में राजकाज संभाल लेंगे और जब तक राम वनवास पूरा करके लौटेंगे लोग उन्हें भूल चुके होंगे ।रानी अब जल्दी से को भवन की तरफ जाओ बहुत कम समय है ।
- निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखें ?
सफल,तिरस्कार,स्नेह ,जेष्ठ , मैले, शुभ, प्रिय
उत्तर: सफल असफल , तिरस्कार – अपनाना, स्नेह – इर्ष्या, ज्येष्ठ – छोटा, मैले – स्वच्छ, शुभ – अशुभ, प्रिय – अप्रिय
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (5 अंक)
- दो वरदान ओं के विषय में लिखिए ?
उत्तर: एक बार राजा दशरथ ने रणभूमि में रानी कैकयी को वचन दिया था कि वह उनसे कभी भी दो वचन माँग सकती है ।जिसे वह पूरा करेंगे जब राम के राज्य अभिषेक की तैयारी होने लगी और पूरा महल सजा दिया गया और दरबार में घोषणा कर दी गई कि राम को युवराज बनाया जाएगा तो इसकी भनक कैकयी की दासी मंथरा को लग गई मंत्रा नहीं चाहती थी कि राम राजा बने इसलिए वह भागती हुई कैकयी के पास पहुंची और कैकयी को सारी बात बताई ।पहले तो इन बातों का के कई पर कुछ असर नहीं पड़ा परंतु भरत को राजगद्दी दिलाने की लालसा ने कैकयी पर असर डालना शुरू कर दिया इस पर मंथरा ने कैकयी को सुझाव दिया कि वह राजा से अपने दो वरदान माँग ले एक में वह राम को वनवास और दूसरे में भरत को राजगद्दी दिलवा दे और कैकयी ने ऐसा ही किया I
- रनिवास पहुँचने के बाद राजा दशरथ ने क्या देखा और उनके मन में क्या विचार आया ?
उत्तर: दिन भर के वाद विवाद के बाद जब राजा दशरथ को रानियों की याद आई तो वे तुरंत निवास की और चल पड़े ।रानियों को राम के राज्य अभिषेक का शुभ समाचार देने सबसे पहले वह रानी के कैकयी कक्ष की ओर गए परंतु कैकयी वहाँ नहीं थी तो उन्होंने रानी की दासियों से पूछा तब उन्हें पता चला कि रानी कोप भवन में है ।इस पर राजा के मन में काफी सारे प्रश्न उठने लगे कि आखिर रानी को भवन में क्यों है ?क्या इसलिए कि राम के राज्याभिषेक की सूचना उन्हें अभी तक नहीं मिली “मैं उन्हें अवश्य मना लूँगा” राजा दशरथ के मन में यह विचार आ रहे थे ” ।
- राजा दशरथ ने को भवन में किस प्रकार का दृश्य देखा और उन्होंने कैकयी से क्या कहा?
उत्तर: राजा दशरथ जब को भवन में गए तो वहां का दृश्य देखकर वह बहुत चकित रह गए ।उन्होंने देखा रानी कैकयी जमीन पर लेटी हुई थी उनके बाल बिखरे हुए थे कक्ष में चारों तरफ गहने बिखरे हुए थे ।रानी ने मेले कपड़े पहन रखे थे इस दृश्य को देखने के बाद राजा ने रानी से कहा तुम्हें क्या दुख है क्या तुम अस्वस्थ हो ? क्या मैं राज वेद को बुलाऊ ? हे प्रिय तुम्हें क्या कष्ट है ? मुझे बताओ परंतु उनके इन सवालों का रानी ने कोई जवाब नहीं दिया ।
- राजा दशरथ और रानी के कई के बीच को भवन में क्या बातें हुई ?
उत्तर: जब राजा दशरथ कौन भवन में पहुंचे तो वहां का दृश्य देखकर वह चकित हो गए उनके पूछे किसी भी सवाल का जवाब रानी ने नहीं दिया तो राजा थक कर जमीन पर ही बैठ गए ।और नानी से विनती करने लगे तब रानी ने जवाब दिया राजन में अपनी बीमारी के संबंध में आपको बताऊंगी लेकिन आप मुझे वचन दीजिए मै जो माँगू आप उसे पूरा करेगे । इस पर राजा ने तत्काल हामी भर दी और कहा मै राम की सौगंध खा कर कहता हूँ तुम्हारी हर इच्छा पूरी करूँगा ।जब राजा ने राम की सौगंध ली तो रानी के कई ने झट से कहा – “आप मुझे वह दो वरदान दीजिए जिस का संकल्प आपने रणभूमि में लिया था ” ।
- रानी के कई ने राजा दशरथ से क्या-क्या वरदान मांगे ?और उन पर दानों का राजा पर क्या असर हुआ ?
उत्तर: कोप भवन में जब राजा दशरथ ने हामी भरी तो रानी के कई ने अपने वरदान राजा के समक्ष रखते हुए कहा – “कल सुबह राज्य अभिषेक राम का नहीं बल्कि भरत का हो और थोड़ा रुक कर कहां राम को 14 वर्ष का वनवास हो ” ।इस पर राजा दशरथ वाचक के रह गए उनको ऐसा लगा उन पर वज्रपात सा हुआ है ।दशरथ का चेहरा सफेद पड़ गया वह बिल्कुल अवाक रह गए उनका सर चकराने लगा और वह मूर्छित होकर गिर पड़ेजब होश आया तो मैं नानी के गए की माँग को अस्वीकार करने लगे तब रानी ने अंतिम हथियार चलाया और कहां अपने वचन से पीछे हटना रघु जब होश आया तो मैं रानी के कई की माँग को अस्वीकार करने लगे तब रानी ने अंतिम हथियार चलाया और कहां अपने वचन से पीछे हटना रघुकुल का अनादर है ।आप चाहो तो ऐसा कर सकते हैं परंतु आप दुनिया को दिखाने लायक नहीं रहेंगे ।आप वरदान नहीं देंगे तो मैं विष पीकर आत्महत्या कर लूंगी और यह कलाम आपके सिर माथे होगा ” ।
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Very bad