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Chapter - 2 दादी माँ
MCQs
Question 1.
इस पाठ के लेखक का नाम बताएँ-
(a) शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
(b) शिवप्रसाद सिंह
(c) यतीश अग्रवाल
(d) नागार्जुन
Answer
Answer: (b) शिवप्रसाद सिंह
Question 2.
लेखक की कमज़ोरी क्या थी?
(a) घर न जाने की
(b) घर में लड़ाई-झगड़े करने की
(c) घर की याद सताने की
(d) घर पर सोते रहने की
Answer
Answer: (c) घर की याद सताने की
Question 3.
दादी माँ का व्यक्तित्व कैसा था?
(a) स्नेह और ममता भरा
(b) क्रोधपूर्ण
(c) झगड़ालु
(d) चिढ़चिढ़ा
Answer
Answer: (a) स्नेह और ममता भरा
Question 4.
दादी माँ क्यों उदास रहती थी?
(a) पड़ोसियों से झगड़ा होने के कारण
(b) अपने पुत्र द्वारा अपमानित करने के कारण
(c) दादा जी की मृत्यु हो जाने के कारण
(d) पुत्र की मृत्यु हो जाने के कारण
Answer
Answer: (c) दादा जी की मृत्यु हो जाने के कारण
Question 5.
पाठ में बच्चे किस महीने में झागदार पानी में नहाते थे?
(a) आषाढ़
(b) माघ
(c) क्वार
(d) भादो
Answer
Answer: (c) क्वार
Question 6.
विवाह से चार-पाँच दिन पहले औरतें क्या करती थीं?
(a) भजन
(b) भोजन
(c) अभिनय
(d) रात भर गीत गाती थी
Answer
Answer: (d) रात भर गीत गाती थी
Question 7.
कौआ पहले कहाँ बैठा था?
(a) आम के पेड़ पर
(b) खिड़की पर
(c) छत पर
(d) दरवाज़े पर
Answer
Answer: (b) खिड़की पर
Question 8.
नहाकर लौटने पर दादी माँ लेखक के लिए क्या लेकर आई थी?
(a) मिठाई
(b) फल
(c) चबूतरे की मिट्टी
(d) नए कपड़े
Answer
Answer: (c) चबूतरे की मिट्टी
(1)
कमज़ोरी ही है अपनी, पर सच तो यह है कि ज़रा-सी कठिनाई पड़ते; बीसों गरमी, बरसात और वसंत देखने के बाद भी, मेरा मन सदा नहीं तो प्रायः अनमना-सा हो जाता है। मेरे शुभचिंतक मित्र मुँह पर मुझे प्रसन्न करने के लिए आनेवाली छुट्टियों की सूचना देते हैं और पीठ पीछे मुझे कमज़ोर और ज़रा-सी प्रतिकूलता से घबरानेवाला कहकर मेरा मज़ाक उड़ाते हैं।
Question 1.
उपरोक्त गद्यांश के पाठ का नाम एवं लेखक हैं-
(a) माँ-नागार्जुन
(b) दादी माँ-शिवप्रसाद सिंह
(c) नानी माँ-शिवमंगल सिंह
(d) नानी माँ-शिवप्रसाद सिंह
Answer
Answer: (b) दादी माँ-शिवप्रसाद सिंह
Question 2.
लेखक की कमज़ोरी थी-
(a) खाने की
(b) घर जाने की
(c) घर की याद सताने की
(d) घर को भूल जाने की
Answer
Answer: (c) घर की याद सताने की
Question 3.
बीसों गरमी, बरसात और वसंत का अभिप्राय है-
(a) बीस साल का मौसम
(b) बीस वर्ष का होना
(c) लेखक की उम्र बीस साल होना
(d) एक लंबा समय का व्यतीत होना
Answer
Answer: (d) एक लंबा समय का व्यतीत होना
Question 4.
शुभचिंतक शब्द का अभिप्राय है
(a) आनंददायक
(b) भला सोचने वाले
(c) चिंतन करने वाले
(d) अशुभ सोचने वाले
Answer
Answer: (b) भला सोचने वाले
Question 5.
लेखक को खुश करने के लिए उनके मित्र क्या करते थे-
(a) उनकी बातें सुनते थे
(b) उनको हँसाते थे
(c) छुट्टियों के बारे में बातें करते थे
(d) छुट्टियों में घूमने जाते थे
Answer
Answer: (c) छुट्टियों के बारे में बातें करते थे
Question 6.
प्रतिकूलता का विलोम होता है-
(a) अनुकूलता
(b) विकलता
(c) व्याकुलता
(d) विपरीत स्थिति
Answer
Answer: (a) अनुकूलता
(2)
दिन में मैं चादर लपेटे सोया था। दादी माँ आईं, शायद नहाकर आई थीं, उसी झागवाले जल में। पतले-दुबले स्नेह-सने शरीर पर सफ़ेद किनारीहीन धोती, सन-से सफ़ेद बालों के सिरों पर सद्यः टपके हुए जल की शीतलता। आते ही उन्होंने सर, पेट छुए। आँचल की गाँठ खोल किसी अदृश्य शक्तिधारी के चबूतरे की मिट्टी मुँह में डाली, माथे पर लगाई। दिन-रात चारपाई के पास बैठी रहतीं, कभी पंखा झलतीं, कभी जलते हुए हाथ-पैर कपड़े से सहलाती, सर पर दालचीनी का लेप करतीं और बीसों बार छू-छूकर ज्वर का अनुमान करतीं।
Question 1.
दिन में बाहर चादर लपेटे कौन सोया था?
(a) दादी माँ
(b) लेखक का मित्र
(c) लेखक
(d) लेखक का बड़ा भाई किशन
Answer
Answer: (c) लेखक
Question 2.
दादी माँ कैसे पानी में नहा कर आई थी?
(a) गरम पानी से
(b) ठंडा पानी से
(c) झाग वाले पानी से
(d) गुनगुना पानी से
Answer
Answer: (c) झाग वाले पानी से
Question 3.
दादी माँ की धोती कैसी थी?
(a) सफ़ेद
(b) बिना किनारी की
(c) नीला
(d) दोनों तरह की
Answer
Answer: (d) दोनों तरह की
Question 4.
दादी माँ के बाल किसके समान थे?
(a) सन के
(b) कपड़े के
(c) धूप के
(d) साबुन के
Answer
Answer: (a) सन के
Question 5.
दादी माँ की क्रियाकलापों से उसका क्या भाव झलकता था?
(a) क्रूरता का
(b) चिंता का भाव
(c) स्नेह का भाव
(d) पाखंडी का भाव
Answer
Answer: (c) स्नेह का भाव
(3)
किशन के विवाह के दिनों की बात है। विवाह के चार-पाँच रोज़ पहले से ही औरतें रात-रातभर गीत गाती हैं। विवाह की रात को
अभिनय भी होता है। यह प्रायः एक ही कथा का हुआ करता है, उसमें विवाह से लेकर पुत्रोत्पत्ति तक के सभी दृश्य दिखाए जाते हैं-सभी पार्ट औरतें ही करती हैं। मैं बीमार होने के कारण बारात में न जा सका।
Question 1.
किसके विवाह के दिनों की बात है?
(a) लेखक मित्र के
(b) लेखक के भाई के
(c) लेखक के बड़े भाई किशन के
(d) लेखक के
Answer
Answer: (b) लेखक के भाई के
Question 2.
विवाह से चार-पाँच दिन पहले औरतें क्या करती हैं?
(a) मिठाई बनाती हैं
(b) मेहँदी लगाती हैं
(c) रातभर गीत गाती हैं
(d) खाना पकाती हैं
Answer
Answer: (c) रातभर गीत गाती हैं
Question 3.
विवाह की रात को औरतें क्या करती हैं?
(a) पेंटिंग करती हैं
(b) मेहँदी लगाती हैं
(c) अभिनय करती हैं
(d) सजावट करती हैं
Answer
Answer: (c) अभिनय करती हैं
Question 4.
“पुत्रोत्पत्ति’ शब्द का सही संधि-विच्छेद है
(a) पुत्र + उत्पति
(b) पुत्रो + उत्तपत्ति
(c) पुत्रो + त्पति
(d) पुत्र + उत्पत्ति
Answer
Answer: (d) पुत्र + उत्पत्ति
(4)
स्नेह और ममता की मूर्ति दादी माँ की एक-एक बात आज कैसी-कैसी मालूम होती है। परिस्थितियों का वात्याचक्र जीवन को सूखे पत्ते-सा कैसा नचाता है, इसे दादी माँ खूब जानती थीं। दादा की मृत्यु के बाद से ही वे बहुत उदास रहतीं। संसार उन्हें धोखे की टट्टी मालूम होता। दादा ने उन्हें स्वयं जो धोखा दिया। वे सदा उन्हें आगे भेजकर अपने पीछे जाने की झूठी बात कहा करते थे।
Question 1.
दादी माँ किसकी मूर्ति प्रतीत होती थीं?
(a) स्नेह की
(b) दया की
(c) स्नेह-ममता की
(d) शांति की
Answer
Answer: (c) स्नेह-ममता की
Question 2.
‘परिस्थितियों का वात्याचक्र जीवन को सूखे पत्ते-सा नचाता है’-का अभिप्राय है।
(a) सूखे पत्ते नाचते हैं
(b) जीवन सूखे पत्ते जैसा है
(c) परिस्थितियाँ सूखे पत्ते-सी होती हैं
(d) जीवन में अच्छी और बुरी परिस्थितियाँ आती-जाती रहती हैं
Answer
Answer: (d) जीवन में अच्छी और बुरी परिस्थितियाँ आती-जाती रहती हैं
Question 3.
दादी माँ क्यों उदास रहती थी?
(a) गरीबी के कारण
(b) आपसी लड़ाई-झगड़े के कारण
(c) बीमारी होने के कारण
(d) दादा जी की मृत्यु हो जाने के कारण
Answer
Answer: (d) दादा जी की मृत्यु हो जाने के कारण
Question 4.
दादा ने दादी को क्या धोखा दिया?
(a) दादी माँ को बेघर करके
(b) दादी को कर्जा में डुबाकर
(c) दादी से पहले मरकर
(d) इनमें कोई नहीं
Answer
Answer: (c) दादी से पहले मरकर
Question 5.
लेखक को किस बात का यकीन नहीं हो रहा था?
(a) अपनी बड़े भाई की शादी पर
(b) उनकी नौकरी जाने पर
(c) अपने दादी माँ की मृत्यु पर
(d) दादी का कंगन बिक जाने पर
Answer
Answer: (c) अपने दादी माँ की मृत्यु पर
(5)
मझे लगता है जैसे क्वार के दिन आ गए हैं। मेरे गाँव के चारों ओर पानी ही पानी हिलोरें ले रहा है। दर के सिवान से बहकर आए हुए मोथा और साईं की अधगली घासें, घेऊर और बनप्याज की जड़ें तथा नाना प्रकार की बरसाती घासों के बीज, सूरज की गरमी में खौलते हुए पानी में सड़कर एक विचित्र गंध छोड़ रहे हैं। रास्तों में कीचड़ सूख गया है और गाँव के लड़के किनारों पर झागभरे जलाशयों में धमाके से कूद रहे हैं। अपने-अपने मौसम की अपनी-अपनी बातें होती हैं। आषाढ़ में आम और जामुन न मिलें, चिंता नहीं, अगहन में चिउड़ा और गुड़ न मिले दुख नहीं, चैत के दिनों में लाई के साथ गुड़ की पट्टी न मिले, अफ़सोस नहीं, पर क्वार के दिनों में इस गंधपूर्ण झागभरे जल में कूदना न हो तो बड़ा बुरा मालूम होता है।
Question 1.
इस गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।
Answer
Answer: पाठ का नाम- दादी माँ, लेखक का नाम- शिवप्रसाद सिंह।
Question 2.
क्वार के दिन आते ही लेखक को क्या लगने लगता है ?
Answer
Answer: क्वार के दिन आते ही लेखक को लगता था कि गाँव के चारों ओर पानी हिलोरें मार रहा है। नालों में मोथा व साईं की घासें, घेऊर और वनप्याज की जड़ें, सूरज की गरमी से तपते जलाशयों में सड़कर गंध छोड़ रहे हैं।
Question 3.
गाँव में क्वार के दिनों की क्या विशेषता होती है ?
Answer
Answer: गाँव में क्वार के महीने में तालाबों में भरे पानी में घास सड़ने की अजीब-सी गंध उठती है। इस झागदार पानी में नहाने का आनंद लेते हैं।
Question 4.
क्वार के दिनों में सिवान (नाले) के पानी में क्या-क्या बहकर आता था?
Answer
Answer: क्वार के दिनों में सिवान (नाले) में मोथा और साईं की अधगली घासें, घेऊर और बनप्याज की जड़ें व अनेक किस्म की घासों के बीज बहकर आते थे।
Question 5.
लेखक को क्या बुरा लगता था?
Answer
Answer: लेखक को तालाब के झाग भरे पानी में न नहा पाना बुरा लगता था।
(6)
दिन में मैं चादर लपेटे सोया था। दादी माँ आईं, शायद नहाकर आई थीं, उसी झागवाले जल में। पतले-दुबले स्नेह-सने शरीर पर सफ़ेद किनारीहीन धोती, सन-से सफ़ेद बालों के सिरों पर सद्यः टपके हुए जल की शीतलता। आते ही उन्होंने सर, पेट छुए। आँचल की गाँठ खोल किसी अदृश्य शक्तिधारी के चबूतरे की मिट्टी मुँह में डाली, माथे पर लगाई। दिन-रात चारपाई के पास बैठी रहतीं, कभी पंखा झलतीं, कभी जलते हुए हाथ-पैर कपड़े से सहलाती, सर पर दालचीनी का लेप करतीं और बीसों बार छू-छूकर ज्वर का अनुमान करतीं।
Question 1.
कौन, क्यों चादर लपेटे सोया था?
Answer
Answer: लेखक चादर लपेटे सोया था, क्योंकि वह झागवाले पानी में नहाया था और उसे बुखार था, इसलिए वह चादर लपेटे सोया था।
Question 2.
लेखक ने दादी माँ की छवि का वर्णन किस रूप में किया है?
Answer
Answer: लेखक ने दादी माँ की छवि का वर्णन दुबली-पतली रूप में किया है। वह बिना किनारी वाली सफ़ेद धोती पहनती थीं, उनके बाल सफ़ेद हो चुके थे। वह स्नेह एवं ममता की मूर्ति थीं।
Question 3.
दादी ने आते ही क्या किया?
Answer
Answer: दादी माँ ने आते ही लेखक का सिर और पैर छुआ। आँचल की गाँठ खोलकर किसी शक्तिधारी चबूतरे की थोड़ी मिट्टी मुँह में डाली और थोड़ी माथे पर लगाई।
Question 4.
वे चारपाई के पास बैठकर क्या करती?
Answer
Answer: दादी चारपाई के पास बैठकर कभी पंखा से हवा करती, कभी हाथ-पैर को कपड़े से सहलाती, कभी सिर पर दालचीनी का लेप करती और कभी हाथ से छूकर बुखार का अंदाजा लगाती।
Question 5.
दादी माँ अंधविश्वासी थीं, स्पष्ट कीजिए।
Answer
Answer: जब स्नान कर दादी माँ अपने आँचल में शक्तिधारी चबूतरे की मिट्टी लाई थी, जिसे उन्होंने लेखक के मुँह में डाला और सिर पर लगाया ताकि बीमार लेखक शीघ्र स्वस्थ हो जाए। इससे पता चलता है कि दादी माँ अंधविश्वासी थीं।
(7)
किशन के विवाह के दिनों की बात है। विवाह के चार-पाँच रोज़ पहले से ही औरतें रात-रातभर गीत गाती हैं। विवाह की रात को अभिनय भी होता है। यह प्रायः एक ही कथा का हुआ करता है, उसमें विवाह से लेकर पुत्रोत्पत्ति तक के सभी दृश्य दिखाए जाते हैं-सभी पार्ट औरतें ही करती हैं। मैं बीमार होने के कारण बारात में न जा सका। मेरा ममेरा भाई राघव दालान में सो रहा था (वह भी बारात जाने के बाद पहुँचा था)। औरतों ने उस पर आपत्ति की।
Question 1.
किसकी शादी की बात का उल्लेख है?
Answer
Answer: लेखक के बड़े भैया किशन की शादी का उल्लेख है।
Question 2.
गाँव में विवाह के समय क्या रिवाज़ था?
Answer
Answer: गाँव में यह प्रथा थी कि विवाह के चार-पाँच दिन पहले से ही औरतें रात-रातभर गीत गाती थी व शादी की रात अभिनय करती थी। यह एक प्रकार की कथा होती थी जिसमें विवाह से पुत्र की प्राप्ति तक दृश्य दिखाए जाते थे। ये सभी अभिनय महिलाओं द्वारा ही संपन्न किए जाते हैं।
Question 3.
दालान में कौन सो रहा था और क्यों ?
Answer
Answer: बाहर दालान में लेखक का ममेरा भाई सो रहा था, क्योंकि वह बारात जाने के बाद पहुंचा।
Question 4.
लेखक और उसका ममेरा भाई बारात में क्यों नहीं गए?
Answer
Answer: लेखक बीमार होने के कारण व उसका ममेरा भाई देर से आने के कारण बारात में न जा सका।
Question 5.
‘पुत्रोत्पत्ति’ का संधि-विच्छेद कीजिए।
Answer
Answer: पुत्रोत्पत्ति = पुत्र + उत्पत्ति।
(8)
दिन काफ़ी चढ़ आया है। पास के लंबे खजूर के पेड़ से उड़कर एक कौआ अपनी घिनौनी काली पाँखें फैलाकर मेरी खिड़की पर बैठ गया। हाथ में अब भी किशन भैया का पत्र काँप रहा है। काली चींटियों-सी कतारें धूमिल हो रही हैं। आँखों पर विश्वास नहीं होता। मन बार-बार अपने से ही पूछ बैठता है-‘क्या सचमुच दादी माँ नहीं रहीं?’
Question 1.
लेखक के घर की खिड़की पर कौन आकर बैठ गया?
Answer
Answer: लेखक की खिड़की पर कौआ आकर बैठ जाता था।
Question 2.
लेखक को क्या अपशकुन लगा?
Answer
Answer: लेखक को कौए का पंख फैलाकर खिड़की पर बैठना अपशकुन लगता था।
Question 3.
लेखक के हाथ में पत्र क्यों काँप रहा था?
Answer
Answer: लेखक के हाथ में जो पत्र था उसमें दादी की मृत्यु का संदेश था, इसलिए लेखक का हाथ कांप रहा था।
Question 4.
लेखक को किस पर विश्वास नहीं होता?
Answer
Answer: लेखक को दादी माँ की मृत्यु पर विश्वास नहीं हो रहा था।
Question 5.
‘पाँख’ शब्द कैसा है?
Answer
Answer: ‘पाँख’ शब्द तद्भव है।
कहानी से
प्रश्न 1.
लेखक को अपनी दादी माँ की याद के साथ-साथ बचपन की और किन-किन बातों की याद आ जाती है?
उत्तर:
लेखक को अपनी दादी माँ की याद के साथ-साथ बचपन की निम्नलिखित घटनाओं की याद आती है
- क्वार माह में तालाब के बदबूदार पानी में नहाने की।
- रामी की चाची धन्नो को पैसों के लिए डाँटते हुए | तथा कर्जा माफ़ कर देने पर धन्नो का दादी माँ को आशीर्वाद | देते हुए।
- किशन भैया के ब्याह में रतजगे में हुए अभिनय की।
- अत्यंत मुसीबत के दिनों में पिताजी को सांत्वना तथा मदद देते हुए।
प्रश्न 2.
दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति खराब क्यों हो गई थी? ।
उत्तर:
दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति इसलिए ख़राब हो गई क्योंकि लेखक के पिताजी ने दादी माँ के मना करने घर भी खूब धन-सम्पत्ति खर्च की थी।
प्रश्न 3.
दादी माँ के स्वभाव का कौन-सा पक्ष आपको सबसे अच्छा लगता है और क्यों?
उत्तर:
दादी माँ के स्वभाव के सबसे अच्छे पक्ष में मुझे उनके द्वारा दूसरों की मदद करना लगता है। समय-असमय पर वे जरूरतमंदों की पैसों से मदद करती हैं। समय पर रुपए-पैसे वापस न मिलने पर वे डाँटती भी हैं और उसका कर्ज माफ कर पुनः उसकी मदद कर दिया करती हैं।
कहानी से आगे
प्रश्न 1.
आपने इस कहानी में महीनों के नाम पढ़े, जैसे-क्वार, आषाढ़, माघ। इन महीनों में मौसम कैसा रहता है, लिखिए।
उत्तर:
क्वार-यह वर्षा ऋतु का अंतिम महीना होता है। इस समय अधिकतर आसमान स्वच्छ एवं निर्मल हो जाता है। कभी-कभार बादल दिख जाते हैं। गर्मी में कुछ कमी आ चुकी होती है। तालाब जल से भरे होते हैं।
आषाढ़ – यह वर्षा का पहला महीना है जिसका तापमान अधिक होता है और गर्मी अपने चरम पर होती है। आसमान पर काले-काले बादल छा जाते हैं, जिससे खूब वर्षा होती है। गर्मी से राहत मिलती है।
माघ – इस महीने में तापमान अत्यंत कम हो जाता है। कड़ाके की सर्दी पड़ती है। कभी-कभी पाला पड़ जाता है। पछुवा हवाएँ सर्दी को और बढ़ा देती हैं। यह सर्दी हड्डियों में समाती हुई प्रतीत होती है।
प्रश्न 2.
अपने-अपने मौसम की अपनी-अपनी बातें होती हैं’-लेखक के इस कथन के अनुसार यह बताइए कि किस मौसम में कौन-कौन सी चीजें विशेष रूप से मिलती हैं?
उत्तर:
निम्नलिखित मौसमों में निम्नलिखित चीजें विशेष रूप से मिलती हैं
- सर्दी का मौसम : सेब, अनार, अमरूद, ताजा गुड़, चिउड़ा, केला, कॉफी, चाय आदि।
- गर्मी का मौसम : संतरे, आम, केला, अंगूर, जामुन, लीची, ककड़ी, तरबूजा, खीरा, फालसा., ख़रबूज़ा, शर्बत, शीतल पेय, लस्सी आदि।
- वर्षा का मौसम : अमरूद, खीरा, ककड़ी, केला, नाशपाती, लीची आदि।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1.
इस कहानी में कई बार ऋण लेने की बात आपने पढ़ी। अनुमान लगाइए किन-किन पारिवारिक परिस्थितियों में गाँव के लोगों को ऋण लेना पड़ता होगा और यह उन्हें कहाँ से मिलता होगा? बड़ों से बातचीत कर इस विषय में लिखिए।
उत्तर:
गाँव के लोग ज़मीन लेने, घर बनाने, बैल खरीदने, गाय या भैंस आदि खरीदने के लिए ऋण लेते हैं। इसके अलावा वे बीमारी, जन्मोत्सव, शादी, श्राद्ध, धार्मिक अवसरों पर भोज, त्योहारों आदि के लिए भी ऋण लेते हैं। यह ऋण उन्हें साहूकारों, मित्रों, रिश्तेदारों तथा विभिन्न प्रकार के बैंकों से मिलता है।
प्रश्न 2.
घर पर होनेवाले उत्सवों/समारोहों में बच्चे क्या-क्या करते हैं? अपने और अपने मित्रों के अनुभवों के आधार पर लिखिए।
उत्तर:
घर पर होने वाले समारोहों में बच्चों को हर छोटा काम करना पड़ता है। समारोह स्थल की सजावट, देखरेख आदि का काम करना होता है। बच्चे तो समारोहों की जान होते हैं। उनके बिना समारोह सूना-सूना लगता है।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
नीचे दी गई पंक्तियों पर ध्यान दीजिए
ज़रा – सी कठिनाई पड़ते
अनमना – सा हो जाता है
सन – से सफेद
समानता का बोध कराने के लिए सा, सी, से का प्रयोग किया जाता है। ऐसे पाँच और सब्द लिखिए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 2.
कहानी में “छू-छूकर ज्वर का अनुमान करतीं, पूछ-पूछकर घरवालों को परेशान कर देतीं’-जैसे वाक्य आए हैं। किसी क्रिया को जोर देकर कहने के लिए एक से अधिक बार एक ही शब्द का प्रयोग होता है। जैसे वहाँ जा-जाकर थक गया, उन्हें ढूँढ-ढूँढ़कर देख लिया। इस प्रकार के पाँच वाक्य बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 3.
बोलचाल में प्रयोग होनेवाले शब्द और वाक्यांश ‘दादी माँ’ कहानी में हैं। इन शब्दों और वाक्यांशों से पता चलता है कि यह कहानी किसी विशेष क्षेत्र से संबंधित है। ऐसे शब्दों और वाक्यांशों में क्षेत्रीय बोलचाल की खूबियाँ होती हैं। उदाहरण के लिए-निकसार, बरह्मा, उरिन, चिउड़ा, छौंका इत्यादि शब्दों को देखा जा सकता है। इन शब्दों का उच्चारण अन्य क्षेत्रीय बोलियों में अलग ढंग से होता है, जैसे-चिउड़ा को चिड़वा, चूड़त्र, पोहा और इसी तरह छौंका को छौंक, तड़का भी कहा जाता है। निकसार, उरिन और बरह्मा शब्द क्रमशः निकास, उऋण और ब्रह्मा शब्द का क्षेत्रीय रूप हैं। इस प्रकार के दस शब्दों को बोलचाल में उपयोग होनेवाली भाषा। बोली से एकत्र कीजिए और कक्षा में लिखकर दिखाइए।
उत्तर:
बोलचाल में उपयोग होने वाली भाषा / बोली से एकत्र दस शब्द
- कार-परोजन
- किरपा
- हिरदय
- किरपान
- लच्छन
- रमायन
- जमुना
- कृशन
- लक्षमन
- लच्छमी।।
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