MCQ Questions for Class 8 Hindi: Ch 16 पानी की कहानी Vasant

1. बूँद प्रारंभिक अवस्था में किस रूप में थी?         

(क) वाष्प के रूप में   

(ख) तरल रूप में 

(ग) बर्फ़ के रूप में   

(घ) सागर के रूप में

► (क) वाष्प के रूप में   

2. सरिता के दिन किस के लिए मशे के थे?         

(क) मछलियों के लिए           

(ख) अन्य जल-जीवों के लिए           

(ग) पानी की बूँद के लिए         

(घ) किनारे खड़े पेड़ों के लिए

► (ग) पानी की बूँद के लिए         

3. प्राकृतिक सौंदर्य कब निखर उठता था?         

(क) सूर्य के छिप जाने पर           

(ख) रात होने पर             

(ग) सूर्य की किरणें पड़ने पर 

(घ) चाँदनी फल जाने पर

► (ग) सूर्य की किरणें पड़ने पर 

4. बूँद के हथेली पर पड़ते ही लेखक को किस तरह की ध्वनि सुनाई पड़ी?            

(क) सितार के तारों-सी    

(ख) गिटार के तारों-सी    

(ग) वीणा के तारों-सी    

(घ) वायलिन के तारों-सी

► (क) सितार के तारों-सी    

5. बूँद ने इनमें से कौन-सा जीव नहीं देखा था?         

(क) भारी कछुवे   

(ख) जालीदार मछलियाँ 

(ग) मगरमच्छ   

(घ) कछुवे

► (ग) मगरमच्छ

6. ग्रहराज’ किसे कहा गया है?         

(क) गजराज को   

(ख) पृथ्वी को   

(ग) प्रकाश पिंड को   

(घ) चंद्रमा को

► (ग) प्रकाश पिंड को   

7. जड़ के रोएँ तथा पंखियों के बीच बूँद निम्नलिखित में से कितने दिन दुख भोगती रही?            

(क) एक दिन    

(ख) चार दिन    

(ग) दो दिन    

(घ) तीन दिन

► (घ) तीन दिन

8. बूँद ने रात कहाँ बिताई?         

(क) फूल की पंखुड़ी पर           

(ख) पेड़ के पत्ते पर             

(ग) पेड़ की शाखा पर           

(घ) बादलों की गोद में

► (ख) पेड़ के पत्ते पर             

10. बूँद तीन दिन तक कहाँ दुख भोगती रही?         

(क) ज़मीन में           

(ख) पत्तियों पर         

(ग) वायुमंडल में पँफसकर         

(घ) तने और पत्तियों के बीच पँफसकर

► (घ) तने और पत्तियों वेफ बीच पँफसकर

11. लेखक की कलाई पर बूँद कहाँ से आ गिरी?          

(क) आम के पेड़ से    

(ख) बेर के पेड़ से    

(ग) गुलाब के पेड़ से    

(घ) नीम के पेड़ से

► (ख) बेर के पेड़ से    

12. निरा नमक कहाँ भरा हुआ है?         

(क) नदी में   

(ख) झील में 

(ग) तालाब में   

(घ) समुद्र में

► (घ) समुद्र में

13. बूँद को मुक्ति किसके कारण मिली?           

(क) नदी के बहाव के कारण   

(ख) नल के टूटे होने के कारण               

(ग) अन्य साथियों से मिलाप के कारण   

(घ) मोटे नल में बहने के कारण

► (ख) नल के टूटे होने के कारण               

14. बूँद को बाहर निकलने का रास्ता कहाँ से मिला?           

(क) तने के छिद्र से           

(ख) जड़ के रोओें से               

(ग) पत्तियों के छिद्र से         

(घ) फूलों की पंखुड़ियों से

► (ग) पत्तियों के छिद्र से         

15. पेड़ से गिरनेवाली बूँद लेखक को निम्नलिखित में से कैसी लगी?            

(क) सोने-सी    

(ख) हीरे-सी    

(ग) चाँदी-सी    

(घ) मोती-सी

► (घ) मोती-सी

16. बूँद कैसे उत्पन्न हुई?               

(क) बर्फ़ के पिघलने से         

(ख) वाष्प के जमने से               

(ग) हाइड्रोजन और ओषजन की क्रिया से   

(घ) हाइड्रोजन और ओषजन के अलग होने से

► (ग) हाइड्रोजन और ओषजन की क्रिया से   

17. सूर्य बूँद की मदद कैसे करते हैं?           

(क) जैसे पृथ्वी तक पहुँचाकर   

(ख) उसे जम जाने की शक्ति देकर         

(ग) जैसे उड़ जाने की शक्ति देकर 

(घ) उसे पिघल जाने की शक्ति देकर

► (ग) जैसे उड़ जाने की शक्ति देकर 

18. लेखक की कलाई से हथेली पर आकर बूँद के कितने कण हो गए थे?           

(क) तीन    

(ख) दो    

(ग) चार    

(घ) पाँच

► दो   

पानी की कहानी प्रश्न-अभ्यास (महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर )

प्रश्न 1 – लेखक को ओंस की बूँद कहाँ मिली?

उत्तर – सुबह काम पर जाते समय बेर के पेड़ पर से लेखक की हथेली पर एक बून्द गिरी। वही ओस की बून्द थी। 

प्रश्न 2 – ओंस की बूँद क्रोध और घृणा से क्यों काँप उठी?

उत्तर – ओंस की बूँद के अनुसार पेड़ की जड़ों के रोएँ बहुत निर्दयी होते हैं। वे बलपूर्वक जल-कणों को पृथ्वी में से खींच लेते हैं। कुछ को तो पेड़ एकदम खा जाते हैं और ज्यादातर पानी के जो कण हैं वो अपने असस्तिव को खो देते है और उनका सब कुछ छीन जाता है और पेड़ के द्वारा उन्हें बाहर निकाल दिया जाता है, यानी के वह अपना रूप खो देते हैं। यह सब बताते हुए ओंस की बून्द का शरीर क्रोध और घृणा से काँप रहा था।

प्रश्न 3  – हाइट्रोजन और ऑक्सीजन को पानी ने अपना पूर्वज/पुरखा क्यों कहा?

उत्तर – ओस की बून्द लेखक को बताती है कि अरबों वर्ष पहले ‘हाइड्रोजन’ और ’ऑक्सीजन’ के मिलने से वह पैदा हुई है। उन्होंने आपस में मिलकर अपना प्रत्यक्ष अस्तित्व गँवा दिया है और उसे उत्पन्न किया है। इसी कारण वह हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को अपना पूर्वज/पुरखा कहती है। 

प्रश्न 4 – “पानी की कहानी” के आधार पर पानी के जन्म और जीवन-यात्रा का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए?

उत्तर – “पानी की कहानी” के आधार पर पानी का जन्म अरबों वर्ष पहले ‘हाइड्रोजन’ और ‘ऑक्सीजन’ के मिलने से पानी का जन्म हुआ और तब से लेकर पानी की जीवन यात्रा बहुत ही विचित्र रही है। जन्म के बाद पानी ने ठोस रूप बर्फ का रूप लिया और गर्म धारा के द्वारा तरल रूप ले लिया। वहां से समुद्र के तल तक यात्रा कर के जमीन के द्वारा ज्वालामुखी तक पहुँच गया और वहां पर गर्मी के कारण वाष्प रूप ले लिया और आकाश में आंधी के साथ मिल गया। अधिक वाष्प कण हो जाने पर बारिश के रूप में वापिस पृथ्वी पर आ गया। वहाँ से नदियों के सहारे दोबारा जमीन द्वारा सोख लिया गया और पेड़ों द्वारा वाष्पीकरण से दोबारा भाप की स्थिति में आ कर वायुमंडल में घूमने लगा। 

प्रश्न 5 – कहानी के अंत और आरम्भ के हिस्से को स्वयं पढ़ कर देखिए और बताइए कि ओस की बूँद लेखक को आपबीती सुनाते हुए किसकी प्रतीक्षा कर रही थी?

उत्तर – ओस की बूँद लेखक को आपबीती सुनाते हुए सूर्य के निकलने की किसकी प्रतीक्षा कर रही थी, ताकि वह सूर्य की ऊष्मा से भाप बन कर उड़ सके। 


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