CHAPTER -14 खानपान की बदलती तस्वीर | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 14 खानपान की बदलती तस्वीर

 MCQs

Question 1.
‘खानपान की बदलती तसवीर’ नामक पाठ के लेखक के नाम बताएँ।
(a) रामचंद्र शुक्ल
(b) शिवप्रसाद सिंह
(c) प्रयाग शुक्ल
(d) विजय तेंदुलकर।

Answer

Answer: (c) प्रयाग शुक्ल


Question 2.
खानपान की संस्कृति में बड़ा बदलाव कब से आया?
(a) पाँच-सात वर्षों में
(b) आठ-दस वर्षों में
(c) दस-पंद्रह वर्षों में
(d) पंद्रह-बीस वर्षों में

Answer

Answer: (c) दस-पंद्रह वर्षों में


Question 3.
युवा पीढ़ी इनमें से किसके बारे में बहुत अधिक जानती है?
(a) स्थानीय व्यंजन
(b) नए व्यंजन
(c) खानपान की संस्कृति
(d) इनमें से कोई नहीं।

Answer

Answer: (c) खानपान की संस्कृति


Question 4.
ढाबा संस्कृति कहाँ तक फैल चुकी है?
(a) दक्षिण भारत
(b) उत्तर भारत तक
(c) पूरे देश में
(d) कहीं नहीं।

Answer

Answer: (d) कहीं नहीं।


Question 5.
पाव-भाजी किस प्रांत का स्थानीय व्यंजन है?
(a) राजस्थान
(b) महाराष्ट्र
(c) गुजरात
(d) मध्य प्रदेश।

Answer

Answer: (b) महाराष्ट्र


Question 6.
किसी स्थान का खान-पान भिन्न क्यों होता है?
(a) मौसम के अनुसार, मिलने वाले खाद्य पदार्थ
(b) रुचि के आधार पर
(c) आसानी से वस्तुओं की उपलब्धता
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी


Question 7.
इनमें से किसे फास्ट फूड के नाम से जाना जाता है।
(a) सेव
(b) रोटी
(c) दाल
(d) बर्गर

Answer

Answer: (d) बर्गर


(1)

पिछले दस-पंद्रह वर्षों से हमारी खानपान की संस्कृति में एक बड़ा बदलाव आया है। इडली-डोसा-बड़ा-साँभर-रसम अब केवल दक्षिण भारत तक सीमित नहीं हैं। ये उत्तर भारत के भी हर शहर में उपलब्ध हैं और अब तो उत्तर भारत की ‘ढाबा’ संस्कृति लगभग पूरे देश में फैल चुकी है। अब आप कहीं भी हों, उत्तर भारतीय रोटी-दाल-साग आपको मिल ही जाएँगे। ‘फ़ास्ट फूड’ (तुरंत भोजन) का चलन भी बड़े शहरों में खूब बढ़ा है। इस ‘फ़ास्ट फ़ूड’ में बर्गर, नूडल्स जैसी कई चीजें शामिल हैं। एक ज़माने में कुछ ही लोगों तक सीमित ‘चाइनीज़ नूडल्स’ अब संभवतः किसी के लिए अजनबी नहीं रहें।

Question 1.
किस बात में बदलाव आया है?
(a) वेशभूषा में
(b) सोचने-विचारने में
(c) खानपान की संस्कृति में
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (a) वेशभूषा में


Question 2.
खान-पान की संस्कृति में बदलाव कितने वर्षों में आया?
(a) पाँच-सात वर्षों में
(b) दस-पंद्रह वर्षों में
(c) पंद्रह-बीस वर्षों में
(d) बीस-पच्चीस वर्षों में

Answer

Answer: (b) दस-पंद्रह वर्षों में


Question 3.
‘ढाबा संस्कृति’ कहाँ तक फैल चुकी है?
(a) पूरे देश में
(b) दक्षिण भारत तक
(c) उत्तर भारत तक
(d) पूरे विश्व में

Answer

Answer: (a) पूरे देश में


Question 4.
बड़े शहरों में किसका प्रचलन बढ़ा है?
(a) फ़ास्ट फूड का
(b) साँभर-डोसा का
(c) दाल रोटी का
(d) खान-पान का

Answer

Answer: (a) फ़ास्ट फूड का


Question 5.
‘उत्तर भारत की ढाबा’ संस्कृति पर क्या परिणाम हुआ है?
(a) पूरी तरह समाप्त हो गई
(b) पूरे देश में फैल गई है
(c) सीमित जगहों पर ही उपलब्ध है
(d) कोई परिवर्तन नहीं हुआ

Answer

Answer: (b) पूरे देश में फैल गई है


Question 6.
उपरोक्त गद्यांश के पाठ और उसके लेखक का नाम बताइए।
(a) खानपान की बदलती तस्वीर – रामचंद्र शुक्ल
(b) खानपान की बदलती तस्वीर – विजय तेंदुलकर
(c) खानपान की बदलती तस्वीर – प्रयाग शुक्ल
(d) खानपान की बदलती तस्वीर – भवानीप्रसाद मिश्र।

Answer

Answer: (c) खानपान की बदलती तस्वीर – प्रयाग शुक्ल


(2)

स्थानीय व्यंजन भी तो अब घटकर कुछ ही चीज़ों तक सीमित रह गए हैं। बंबई की पाव-भाजी और दिल्ली के छोले-कुलचों की दुनिया पहले की तुलना में बढ़ी ज़रूर है, पर अन्य स्थानीय व्यंजनों की दुनिया में छोटी हुई है। जानकार ये भी बताते हैं कि मथुरा के पेड़ों और आगरा के पेठे-नमकीन में अब वह बात कहाँ रही! यानी जो चीजें बची भी हुई हैं, उनकी गुणवत्ता में फ़र्क पड़ा है। फिर मौसम और ऋतुओं के अनुसार फलों-खाद्यान्नों से जो व्यंजन और पकवान बना करते थे, उन्हें बनाने की फुरसत भी अब कितने लोगों को रह गई है। अब गृहिणियों या कामकाजी महिलाओं के लिए खरबूजे के बीज सुखाना-छीलना और फिर उनसे व्यंजन तैयार करना सचमुच दुस्साध्य है?

Question 1.
नई पीढ़ी को स्थानीय व्यंजनों से किस प्रकार ज्ञान का प्राप्त था?
(a) रुचि के साथ खाने का
(b) उन्हें गहराई तक जानती समझती है
(c) बहुत कम जानकारी है
(d) जानने की जिज्ञासा नहीं है।

Answer

Answer: (c) बहुत कम जानकारी है


Question 2.
खानपान की बदलती संस्कृति ने किसे अधिक प्रभावित किया।
(a) सभी को
(b) पुरानी पीढ़ी को
(c) किसी को नहीं
(d) नई पीढ़ी को।

Answer

Answer: (d) नई पीढ़ी को।


Question 3.
युवा पीढ़ी इनमें से किसके बारे में अधिक जानती है?
(a) स्थानीय व्यंजन को
(b) नए व्यंजनों को
(c) खानपान की संस्कृति के बारे में
(d) इनमें से कोई नहीं।

Answer

Answer: (b) नए व्यंजनों को


Question 4.
मुंबई की क्या चीज़ लोकप्रिय खान-पान में है?
(a) छोले-भठूरे
(b) दाल-रोटी
(c) इडली-डोसा
(d) पाव भाजी।

Answer

Answer: (d) पाव भाजी।


Question 5.
खानपान की चीजों की किस बात में अंतर आया है?
(a) गुणवत्ता में
(b) स्वाद में
(c) दोनों में
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (c) दोनों में


Question 6.
भारतीय शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय इनमें से कौन-सा है?
(a) य
(b) तीय
(c) इय
(d) ईय।

Answer

Answer: (d) ईय।


(3)

हम खानपान से भी एक-दूसरे को जानते हैं। इस दृष्टि से देखें तो खानपान की नई संस्कृति में हमें राष्ट्रीय एकता के लिए नए बीज भी मिल सकते हैं। बीज भलीभाँति अंकुरित होंगे जब हम खानपान से जुड़ी हुई दूसरी चीजों की ओर भी ध्यान देंगे। मसलन हम उस बोली-बानी, भाषा-भूषा आदि को भी किसी-न-किसी रूप में ज्यादा जानेंगे, जो किसी खानपान-विशेष से जुड़ी हुई है। इसी के साथ ध्यान देने की बात यह है कि ‘स्थानीय’ व्यंजनों का पुनरुद्धार भी ज़रूरी है जिन्हें अब ‘एथनिक’ कहकर पुकारने का चलन है। ऐसे स्थानीय व्यंजन केवल पाँच सितारा होटलों के प्रचारार्थ नहीं छोड़ दिए जाने चाहिए। पाँच सितारा होटलों में वे कभीकभार मिलते रहें, पर घरों-बाज़ारों से गायब हो जाएँ तो यह एक दुर्भाग्य ही होगा। अच्छी तरह बनाई-पकाई गई पूड़ियाँ-कचौड़ियाँजलेबियाँ भी अब बाज़ारों से गायब हो रही हैं। मौसमी सब्जियों से भरे हुए समोसे भी अब कहाँ मिलते हैं ? उत्तर भारत में उपलब्ध व्यंजनों की भी दुर्गति हो रही है?

Question 1.
खानपान की नई संस्कृति का सबसे अधिक प्रभाव किस पर पड़ता है?
(a) सांस्कृतिक एकजुटता पर
(b) राष्ट्रीय एकता पर
(c) खानपान का नया स्वरूप
(d) इनमें से कोई नहीं।

Answer

Answer: (b) राष्ट्रीय एकता पर


Question 2.
खानपान के अलावे किन चीज़ों का अनुसरण किया जाता है?
(a) भाषा और बोली
(b) वेशभूषा
(c) रहन-सहन
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी।


Question 3.
किसका पुनरुद्धार जरूरी है?
(a) स्थानीय व्यंजनों का
(b) नए व्यंजनों
(c) एथनिक
(d) किसी का नहीं।

Answer

Answer: (a) स्थानीय व्यंजनों का


Question 4.
‘बोली और भाषा’ राष्ट्रीय एकता को कैसे प्रभावित करते हैं-
(a) सभी लोग एक-दूसरे की भाषा जान जाते हैं
(b) एक-दूसरे प्रांत के लोग भावों और विचारों को समझने लगते हैं
(c) एक दूसरे की जान पहचान बढ़ जाती है
(d) एक प्रांत से दूसरे प्रांत में जा सकते हैं।

Answer

Answer: (b) एक-दूसरे प्रांत के लोग भावों और विचारों को समझने लगते हैं


Question 5.
मौसमी सब्जियाँ-रेखांकित शब्द क्या हैं ?
(a) संज्ञा
(b) सर्वनाम
(c) विशेषण
(d) क्रिया

Answer

Answer: (c) विशेषण


(4)

खानपान की मिश्रित संस्कृति में हम कई बार चीज़ों का असली और अलग स्वाद नहीं ले पा रहे। अकसर प्रीतिभोजों और पार्टियों में एक साथ ढेरों चीजें रख दी जाती हैं और उनका स्वाद गड्डमड्ड होता रहता है। खानपान की मिश्रित या विविध संस्कृति हमें कुछ चीजें चुनने का अवसर देती हैं, हम उसका लाभ प्रायः नहीं उठा रहे हैं। हम अकसर एक ही प्लेट में कई तरह के और कई बार तो बिलकुल विपरीत प्रकृतिवाले व्यंजन परोस लेना चाहते हैं।

Question 1.
उपरोक्त गद्यांश के पाठ का नाम इनमें से कौन-सा है?
(a) खानपान की संस्कृति
(b) खानपान की नई संस्कृति
(c) खानपान की बदलती तस्वीर
(d) खानपान की तस्वीर।

Answer

Answer: (c) खानपान की बदलती तस्वीर


Question 2.
खानपान की मिश्रित संस्कृति का प्रभाव क्या पड़ता है?
(a) व्यंजनों का उपलब्ध न होना
(b) व्यंजनों का असली स्वाद न ले पाना
(c) स्थानीय व्यंजनों का महत्त्व बढ जाना
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (b) व्यंजनों का असली स्वाद न ले पाना


Question 3.
खानपान की मिश्रित संस्कृति ने हमें किसका मौका दिया है?
(a) अलग स्वाद लेने का
(b) दूर दराज़ जगहों के व्यंजनों की जानकारी का
(c) नए-नए व्यंजन चुनने का
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी।


Question 4.
प्रीति भोजों और पार्टियों में एक साथ ढेरों चीजें एक साथ रख देने से क्या होता है?
(a) स्वाद परस्पर मिल जाता है
(b) चयन करने का मौका मिलता है
(c) खानेवालों का समय बच जाता है
(d) स्वाद बढ़ जाता है।

Answer

Answer: (a) स्वाद परस्पर मिल जाता है


Question 5.
प्रकृतिवाले में कौन सा ‘प्रत्यय’ है-
(a) ले
(b) वाले
(c) प्र
(d) ति

Answer

Answer: (b) वाले


(5)

बंबई की पाव-भाजी और दिल्ली के छोले-कुलचों की दुनिया पहले की तुलना में बड़ी ज़रूर है, पर अन्य स्थानीय व्यंजनों की दुनिया में छोटी हुई है। जानकार ये भी बताते हैं कि मथुरा के पेड़ों और आगरा के पेठे-नमकीन में अब वह बात कहाँ रही! यानी जो चीजें बची भी हुई हैं, उनकी गुणवत्ता में फ़र्क पड़ा है। फिर मौसम और ऋतुओं के अनुसार फलों-खाद्यान्नों से जो व्यंजन और पकवान बना करते थे, उन्हें बनाने की फुरसत भी अब कितने लोगों को रह गई है। अब गृहिणियों या कामकाजी महिलाओं के लिए खरबूज़ के बीच सुखाना-छीलना और फिर उनसे व्यंजन तैयार करना सचमुच दुस्साध्य है?

Question 1.
वस्तुओं की गुणवत्ता में क्या और कैसे फ़र्क आया है?

Answer

Answer: वस्तुओं की गुणवत्ता में आज के दौर में काफ़ी अंतर आया है। पहले समय की वस्तुएँ शुद्ध, ताज़ी और स्वादिष्ट होती थीं लेकिन आज के समय में इंसानों का लालच बढ़ता जा रहा है जिसके कारण दुकानदार अधिक लाभ कमाने के चक्कर में मिलावटी समान बेचने लगे हैं। उदाहरणस्वरूप-मथुरा के पेड़े व आगरा के पेठे, नमकीन अब उतने स्वादिष्ट नहीं होते जितने की पहले होते थे।


Question 2.
आज की गृहिणियों और कामकाजी महिलाओं के लिए क्या दुस्साध्य है?

Answer

Answer: आज की घरेलू व कामकाजी महिला अत्यधिक व्यस्त रहती है। उनके पास इतना समय नहीं कि पुरानी परिपाठी के अनुसार व्यंजन बना सकें। जैसे-खरबूजे के बीजों को धोना, सुखाना व छीलना, फिर उससे व्यंजन बनाना उनके लिए अत्यंत मुश्किल है।


Question 3.
मौसमी फलों और खाद्यानों से बनाए जाने वाले कई व्यंजन अब नहीं बनाए जाते हैं, क्यों?

Answer

Answer: मौसमी फलों और खाद्यानों से बनाए जाने वाले कई व्यंजन अब नहीं बनाए जाते हैं, क्योंकि लोगों के पास न तो उतना समय है और न तो उतना परिश्रम करने की क्षमता है।


Question 4.
स्थानीय व्यंजनों की दुनिया सीमित होती जा रही है? इसके क्या कारण हैं ?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजनों की दुनिया सीमित होती जा रही है, क्योंकि उनमें गुणवत्ता में कमी, नए-नए व्यंजनों की उपलब्धता तथा समय की कमी के कारण व्यंजनों को कम तैयार करना है।


Question 5.
इस गद्यांश के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहते हैं और क्यों?

Answer

Answer: इस गद्यांश के माध्यम से लेखक कहना चाहते हैं कि स्थानीय व्यंजनों यानी खाद्य पदार्थों के प्रचलन में काफ़ी कमी आई है। इसके दो प्रमुख कारण हैं एक तो चीज़ों की गुणवत्ता कम होना, दूसरा विशेष तरीके से किसी चीज़ को बनाने के लिए लोगों के पास समय की कमी है।


(6)

हम खान-पान से भी एक-दूसरे को जानते हैं। इस दृष्टि से देखें तो खानपान की नई संस्कृति में हमें राष्ट्रीय एकता के लिए नए बीज भी मिल सकते हैं। बीज भलीभाँति तभी अंकुरित होंगे जब हम खानपान से जुड़ी हुई दूसरी चीज़ों की ओर भी ध्यान देंगे। मसलन हम उस बोली-बानी, भाषा-भूषा आदि को भी किसी-न-किसी रूप में ज्यादा जानेंगे, जो किसी खानपान-विशेष से जुड़ी हुई है। इसी के साथ ध्यान देने की बात यह है कि ‘स्थानीय’ व्यंजनों का पुनरुद्धार भी ज़रूरी है जिन्हें अब ‘एथनिक’ कहकर पुकारने का चलन बहुत है। ऐसे स्थानीय व्यंजन केवल पाँच सितारा होटलों के प्रचारार्थ नहीं छोड़ दिए जाने चाहिए। पाँच सितारा होटलों में वे कभी-कभार मिलते रहें, पर घरों-बाज़ारों से गायब हो जाएँ तो यह एक दुर्भाग्य ही होगा। अच्छी तरह बनाई-पकाई गई पूड़ियाँकचौड़ियाँ-जलेबियाँ भी अब बाज़ारों से गायब हो रही हैं। मौसमी सब्जियों से भरे हुए समोसे भी अब कहाँ मिलते हैं ? उत्तर भारत में उपलब्ध व्यंजनों की भी दुर्गति हो रही है?

Question 1.
खानपान की नई संस्कृति का क्या लाभ है ?

Answer

Answer: खानपान की नई संस्कृति का यह लाभ है कि इससे राष्ट्रीय एकता की भावना जाग्रत होती है। खान-पान की चीज़ों के अतिरिक्त पहनावा-पोशाक एवं अन्य बातों की ओर भी हमारा ध्यान जाएगा।


Question 2.
स्थानीय व्यंजनों को क्या कहकर पुकारा जाने लगा है? और क्यों?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजनों को ‘एथनिक’ कहकर पुकारा जाने लगा है क्योंकि ये किसी स्थान और ‘समुदाय’ विशेष से संबंधित हैं।


Question 3.
स्थानीय व्यंजनों का पुनरुद्धार क्यों ज़रूरी है?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजनों का पुनरुद्धार इसलिए ज़रूरी है क्योंकि इसका प्रचलन निरंतर कम होता जा रहा है। इसके बारे में जानना और अपनाना आवश्यक हो गया है।


Question 4.
स्थानीय व्यंजनों के उद्धार के लिए क्या-क्या प्रयास किया जाना चाहिए?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजनों के उद्धार के लिए इन्हें पाँच सितारा होटलों के प्रचार के भरोसे नहीं छोड़ा जाना चाहिए। समय-समय पर घरों में इन्हें बनाना चाहिए और बाज़ार में भी इनकी बिक्री को बढ़ावा देना चाहिए।


Question 5.
किन चीज़ों को होटलों पर नहीं छोड देना चाहिए?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजनों को ‘एथनिक’ के नाम पर पाँच सितारा होटलों के ऊपर नहीं छोड़ देना चाहिए।


Question 6.
उत्तर भारत के व्यंजनों की दुर्गति हो रही है- लेखक ने ऐसा क्यों कहा?

Answer

Answer: उत्तर भारत के व्यंजनों की दुर्गति हो रही है-लेखक ने इसलिए कहा क्योंकि उत्तर भारत के कुछ व्यंजन धीरे-धीरे बाज़ारों से गायब होते जा रहे हैं। अच्छी तरह बनाई गई पूड़ियाँ-कचौड़िया, मौसमी सब्जियों से भरे समोसे, जलेबियाँ अब दिखाई नहीं देती।


(7)

यह भी एक कड़वा सच है कि कई स्थानीय व्यंजनों को हमने तथाकथित आधुनिकता के चलते छोड़ दिया है और पश्चिम की नकल में बहुत-सी ऐसी चीजें अपना ली हैं, जो स्वाद, स्वास्थ्य और सरसता के मामले में हमारे बहुत अनुकूल नहीं हैं।
हो यह भी रहा है कि खानपान की मिश्रित संस्कृति में हम कई बार चीज़ों का असली और अलग स्वाद नहीं ले पा रहे। अकसर प्रीतिभोजों और पार्टियों में एक साथ ढेरों चीजें रख दी जाती हैं और उनका स्वाद गड्डमड्ड होता रहता है। खानपान की मिश्रित या विविध संस्कृति हमें कुछ चीजें चुनने का अवसर देती है, हम उसका लाभ प्रायः नहीं उठा रहे हैं। हम अकसर एक ही प्लेट में कई तरह के और कई बार तो बिलकुल विपरीत प्रकृतिवाले व्यंजन परोस लेना चाहते हैं।

Question 1.
कड़वा सच क्या है?

Answer

Answer: कड़वा सच यह है कि हमने आधुनिकता की दौड़ में स्थानीय व्यंजनों का प्रयोग कम कर दिया है।


Question 2.
स्थानीय व्यंजन कई कारणों से छोड़े जा रहे हैं, परंतु सबसे दुखद क्या है ?

Answer

Answer: स्थानीय व्यंजन कई कारणों से छोड़े जा रहे हैं, लेकिन सबसे दुखद यह है कि कई बार केवल आधुनिकता के नाम पर हम कुछ स्थानीय व्यंजनों को बनाते हैं, तो कभी उसका इस्तेमाल कम कर देते हैं।


Question 3.
क्या खानपान में पश्चिम की नकल सही हैं?

Answer

Answer: आधुनिकता की होड़ में स्थानीय व्यंजनों का प्रयोग कम करना सही नहीं है। खानपान में पश्चिम देशों की नकल कर किसी वस्तु को अपनाने से पहले हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि वह वस्तु हमारे स्वाद और स्वास्थ्य के अनुकूल है या नहीं।


Question 4.
खानपान की मिश्रित संस्कृति के हम कई बार चीज़ों का असली स्वाद क्यों नहीं ले पाते?

Answer

Answer: खानपान की मिश्रित संस्कृति में हम कई चीज़ों का असली स्वाद नहीं ले पाते क्योंकि एक ही बार में ढेरों चीजें परोस दी जाती हैं। अलग-अलग रूप में किसी का भी स्वाद नहीं लिया जाता।


Question 5.
‘सरसता’ और ‘अनुकूल’ का विलोम लिखिए।

Answer

Answer:

शब्दविलोम
सरसतानीरसता
अनुकूलप्रतिकूल

Question 6.
उपरोक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।

Answer

Answer:
पाठ का नाम-खानपान की बदलती तसवीर
लेखक का नाम-प्रयाग शुक्ल

प्रश्न अभ्यास

निबंध से

प्रश्न 1.
खानपान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का क्या मतलब है? अपने घर के उदाहरण देकर इसकी व्याख्या करें?
उत्तर:
खानपान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का मतलब है-देशी-विदेशी व्यंजनों का मेल-जोल अर्थात् स्थानीय व्यंजनों और पकवानों का महत्त्व रखते हुए देश के अन्य भागों
के पकवानों तथा विदेशी व्यंजनों व पकवानों को अपनाना। मेरे अपने ही घर में कुछ दिन पहले तक उत्तर भारतीय भोजन रोटी, दाल, साग, पूड़ी ही खाई जाती थी, वहीं अब कभी इनके साथ इडली-डोसा-बड़ा तथा फास्ट फूड-बर्गर, नूडल्स, पिज्या भी खाया जाने लगा है।

प्रश्न 2.
खानपान में बदलाव के कौन से फायदे हैं? फिर लेखक इस बदलाव को लेकर चिंतित क्यों है?
उत्तर:
खानपान में बदलाव के निम्नलिखित फायदे हैं –

  • किसी क्षेत्र के पकवान या व्यंजन को उस क्षेत्र के बाहर के लोगों ने भी अपनाया।
  • खाने-खिलाने में विविधता आ गई।
  • हम अन्य संस्कृति बोली-बानी, भाषा-भूषा से भी परिचित होते हैं।
  • राष्ट्रीय एकता की भावना प्रबल होती है।

फिर भी लेखक इस बदलाव से चिंतित है क्योंकि

  • स्थानीय व्यंजन तथा पकवान घटकर कुछ ही चीज़ों तक सीमित होते जा रहे हैं।
  • नई पीढ़ी इन स्थानीय पकवानों को भूलती जा रही है।
  • स्थानीय पकवान बाजारों से गायब होते जा रहे हैं।

प्रश्न 3.
खानपान के मामले में स्थानीयता का क्या अर्थ है?
उत्तर:
खानपान के मामले में स्थानीयता का अर्थ है-किसी क्षेत्र या स्थान विशेष पर खाए-खिलाए जाने वाले व्यंजन तथा पकवान। जैसे-इडली-डोसा-बड़ा-साँभर-रसम दक्षिण भारत के स्थानीय व्यंजन व पकवान हैं।

निबंध से आगे

प्रश्न 1.
घर में बातचीत करके पता कीजिए कि आपके घर में क्या चीजें पकती हैं और क्या चीजें बनी-बनाई बाज़ार से आती हैं? इनमें से बाजार से आनेवाली कौन-सी चीजें आपके माँ-पिता जी के बचपन में घर में बनती थीं?
उत्तर:
मेरे घर में पूड़ियाँ, कचौड़ियाँ, छोले, सब्जियाँ, रायता, चाउमीन, नूडल्स, चाबल, दाल, कढ़ी, रोटियाँ, समोसे घर पर पकाए तथा बनाए जाते हैं। इसके अलावा, चिप्स, पापड़, नमकीन, इडली, डोसा, साँभर, रसम, हलवा, चाउमीन, गुझिया बाज़ार से आती हैं। माँ-पिता जी के बचपन में चिप्स, पापड़, गुझिया, नमकीन, हलवा आदि घर पर ही बनते थे।

प्रश्न 2.
यहाँ खाने, पकाने और स्वाद से संबंधित कुछ शब्द दिए गए हैं। इन्हें ध्यान से देखिए और इनका वर्गीकरण कीजिए
उबालना, तलना, भूनना, सेंकना, दाल, भात, रोटी, पापड़, आलू, बैंगन, खट्टा, मीठा, तीखा, नमकीन, कमैला
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 14 खानपान की बदलती तस्वीर image - 1
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 14 खानपान की बदलती तस्वीर image - 2

प्रश्न 3.
छौंक   चावल    कढ़ी
इन शब्दों में क्या अंतर है? समझाइए। इन्हें बनाने के तरीके विभिन्न प्रांतों में अलग-अलग हैं। पता करें कि आपके प्रांत में इन्हें कैसे बनाया जाता है।
उत्तर:
शब्दों का अंतर छात्र अध्यापक तथा माता-पिता की मदद से स्वयं करें। बनाने के तरीके  चावल – जितना चावल पकाना होता है, उसका लगभग डेढ़ गुना पानी बर्तन में रख देते हैं। चावल को भली प्रकार साफ करके धो लेते हैं। पानी गुनगुना होते ही उसमें चावल डालकर एक-डेढ़ चम्मच घी मिलाकर हिला देते हैं। कुकर का ढक्कन बंद कर एक सीटी लगने तक पकने देते हैं। फिर ठंडा होने पर उसे बड़े चम्मच से मिला देते हैं। कढ़ी-बेसन को गाढ़ा घोलकर. भली प्रकार मिला लेते हैं।

उसमें स्वादानुसार नमक मिर्च तथा मसाले मिलाकर तेल में तलकर पकौड़ियाँ बना लेते हैं और लाल भूरी रंग की होने पर निकाल लेते हैं। फिर कुछ तेल में मसाले (जीरा, प्याज, लहसुन, हरी मिर्च, अदरक) आदि को भूरा-सा भूनकर बेसन, दही तथा उचित मात्रा में पानी, नमक तथा मसाले डालकर पकाते हैं। पहले से बनी पकौड़ियाँ डालकर देर तक गाढ़ा होने तक पकाते हैं। इस प्रकार ठंडा होने पर कढ़ी खाने के लिए तैयार हो जाती है। छौंक तैयार करने की विधि छात्र स्वयं अपने प्रांत (प्रदेश) के अनुसार पता करके लिखें।

प्रश्न 4.
पिछली शताब्दी में खानपान की बदलती हुए तस्वीर का खाका खींचें तो इस प्रकार होगा
सन् साठ का दशक – छोले-भटूरे
सन् सत्तर का दशक – इडली, डोसा
सन् अस्सी का दशक तिब्बती – (चीनी) खाना
सन् नब्बे का दशक – पीज़ा, पाव-भाजी
इसी प्रकार आप कुछ कपड़ों या पोशाकों की बदलती तसवीर का खाका खींचिए।
उत्तर:
सन् साठ का दशक – धोती-कुरता
सन् सत्तर का दशक – कुरता-पाजामा
सन् अस्सी का दशक – पैंट-शर्ट
सन् नब्बे का दशक – कोट-पैंट (सूट), टाई।

प्रश्न 5.
मान लीजिए कि आपके घर कोई मेहमान आ रहे हैं जो आपके प्रांत का पारंपरिक भोजन करना चाहते हैं। उन्हें खिलाने के लिए घर के लोगों की मदद से एक व्यंजन-सूची (मेन्यू) बनाइए।
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 14 खानपान की बदलती तस्वीर image - 3

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
‘फ़ास्ट फूड’ यानी तुरंत भोजन के नफेनुकसान पर कक्षा में वाद-विवाद करें।
उत्तर:
‘फास्ट फूड’ यानी तुरंत-भोजन
नफे (फायदे) –

  • कम समय में तुरंत मिल जाता है।
  • आकस्मिक भोजन की आवश्यकता को पूरी कर। देता है।
  • कुछ अलग संस्कृति से परिचित होने का अवसर मिलता है।

नुकसान:

  • स्थानीय भोजन की दिन-प्रतिदिन उपेक्षा होती जा रही है, और वे अपनी प्रसिद्धि खोते जा रहे हैं।
  • स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं माने जाते हैं।
  • स्थानीय भोजन की अपेक्षा कई गुने महँगे होने के कारण धन का अपव्यय बढ़ता है। छात्र वाद-विवाद में कुछ अपनी ओर से और जोड़ें।

प्रश्न 2.
हर शहर, कस्बे में कुछ ऐसी जगहें होती हैं जो अपने किसी खास व्यंजन के लिए जानी जाती हैं। आप अपने शहर, कस्बे का नक्शा बनाकर उसमें ऐसी सभी जगहों को दर्शाइए?
उत्तर:
छात्र अध्यापक की मदद से करें।

प्रश्न 3.
खानपान के मामले में शुद्धता का मसला काफी पुराना है। आपने अपने अनुभव में इस तरह की मिलावट को देखा है? किसी फ़िल्म या अखबारी खबर के हवाले से खानपान में होनेवाली मिलावट के नुकसानों की चर्चा कीजिए।
उत्तर:
हाँ, एक बार जब माँ ने मुझे काली मिर्च खरीदने के लिए भेजा। मैं 100 ग्राम काली मिर्च लाया। माँ ने सब्ज़ियाँ बनाईं। सब्जी का स्वाद ठीक न लगने पर जब उस काली मिर्च की जाँच की गई तो पता लगा कि उसमें तो पपीते के बीज मिले हुए हैं। मैंने उसे दुकान पर वापस कर दिया। अखबारी खबर के हवाले से खानपान में होने वाली मिलावट के नुकसान –
कल ………. समाचार पत्र में अरहर की दाल में खेसारी की दाल की मिलावट का समाचार पढ़ा। लोग अपने फायदे या धन कमाने के लालच में आकर मिलावट करते हैं। इससे –

  • लोगों का स्वास्थ्य खराब होता है और वे मरीज़ बन जाते हैं।
  • लोग अपनी गाढ़ी कमाई डॉक्टर के पास लुटाते हैं।
  • पीड़ित लोगों का विकास रुक जाता है।
  • सरकारी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाते हैं।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
खानपान शब्द, खान और पान दो शब्दों को जोड़कर बना है। खानपान शब्द में और छिपा हुआ है। जिन शब्दों के योग में और, अथवा, या जैसे योजक शब्द छिपे हों, उन्हें द्वंद्व समास कहते हैं। नीचे द्वंद्व समास के कुछ उदाहरण दिए गए हैं। इनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए और अर्थ समझिए –
सीना-पिरोना
भला-बुरा
चलना-फिरना
लंबा-चौड़ा
कहा-सुनी
घास-फूस
उत्तर:
सीना-पिरोना (सिलाई और उससे जुड़े काम) – उसने भली भाँति सीना-पिरोना सीख लिया है।
भला-बुरा (अपना हित-अहित) – दूसरों पर कब तक आश्रित रहोगे, तुम अपना भला-बुरा कब सोचोगे?
चलना-फिरना (घूमना-टहलना) – कार से दुर्घटनाग्रस्त होने के चार महीने बाद उसने फिर से चलना-फिरना शुरू कर दिया है।
लंबा-चौड़ा (विशाल आकार वाला) – इतना लंबा-चौड़ा पुल मैं पहली बार देख रहा हूँ।
कहा-सुनी (नाराज़गी भरी बातचीत) – ‘देखो सुमन! इस कहा-सुनी में कुछ नहीं रखा है’, मैंने समझाते हुए कहा।
घास-फूस (बेकार की वस्तुएँ) – खाने के नाम पर तुम क्या घास-फूस उठा लाए?

प्रश्न 2.
कई बार एक शब्द सुनने या पढ़ने पर कोई और शब्द याद आ जाता है। आइए शब्दों की ऐसी कड़ी बनाएँ। नीचे शुरुआत की गई है। उसे आप आगे बढ़ाइए। कक्षा में मौखिक सामूहिक गतिविधि के रूप में भी इसे किया जा सकता है –
इडली-दक्षिण-केरल-ओणम्- त्योहार-छुट्टी-आराम
उत्तर:
इडली-दक्षिण, केरल-ओणम-त्योहार
छुट्टी-आराम, आम-दशहरी-मलीहाबाद।
साड़ियाँ-बनारसी, ताजमहल-आगरा,
लालकिला-दिल्ली, बह्माजी का मन्दिर-पुष्कर,
संगम-प्रयाग, इलाहाबाद ……… आदि।

कुछ करने को

उन विज्ञापनों को इकट्ठा कीजिए जो हाल ही के ठंडे पेय पदार्थों से जुड़े हैं। उनमें स्वास्थ्य और सफाई पर दिए गए ब्योरों को छाँटकर देखें कि हकीकत क्या है।
उत्तर:
छात्र ऐसे विज्ञापनों को स्वयं इकट्ठा करें और माता-पिता तथा अध्यापक की मदद से हकीकत का पता करें।

Read More

CHAPTER -13 एक तिनका | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 13 एक तिनका

 MCQs

Question 1.
तिनका कहाँ से उड़कर आया था?
(a) पास से
(b) पैरों के तले से
(c) छत से
(d) बहुत दूर से

Answer

Answer: (d) बहुत दूर से


Question 2.
तिनका कहाँ आ गिरा?
(a) कवि के सिर पर
(b) कवि की नाक में
(c) कवि की आँख में
(d) कवि के पैर पर

Answer

Answer: (c) कवि की आँख में


Question 3.
आँख में तिनका जाने पर क्या हुआ?
(a) आँख दुखने लगी
(b) आँख लाल हो गई
(c) वह दर्द से परेशान हो गया
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी


Question 4.
कवि पर किसने व्यंग्य किया?
(a) अक्ल ने
(b) सहपाठियों ने
(c) पड़ोसियों ने
(d) घमंड ने

Answer

Answer: (a) अक्ल ने


(1)

जब किसी ढब से निकल तिनका गया,
तब ‘समझ’ ने यों मुझे ताने दिए।
ऐंठता तू किसलिए इतना रहा,
एक तिनका है बहुत तेरे लिए।

Question 1.
इस कविता के रचयिता कौन हैं?
(a) अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
(b) कबीर
(c) मैथिलीशरण गुप्त
(d) रहीम

Answer

Answer: (a) अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’


Question 2.
कवि कहाँ खड़ा था?
(a) सड़क पर
(b) बगीचे में
(c) घर के अंदर
(d) छत के किनारे

Answer

Answer: (d) छत के किनारे


Question 3.
ढब शब्द कैसा है?
(a) तत्सम
(b) तद्भव
(c) देशज
(d) विदेशी

Answer

Answer: (c) देशज


Question 4.
कवि कैसे खड़ा था?
(a) खुशी से
(b) घमंड से चूर
(c) उदास होकर
(d) बेपरवाह

Answer

Answer: (b) घमंड से चूर


(2)

मैं घमंडों में भरा ऐंठा हुआ,
एक दिन जब था मुंडेरे पर खड़ा।
आ अचानक दूर से उड़ता हुआ,
एक तिनका आँख में मेरी पड़ा।

Question 1.
कवि कहाँ, किस मनः स्थिति में खड़ा था?

Answer

Answer: कवि घमंड से भरा हुआ एक दिन छत की मुँडेर पर खड़ा था।


Question 2.
अचानक क्या हुआ?

Answer

Answer: अचानक एक तिनका उड़कर कवि के आँख में चला गया।


Question 3.
अचानक कौन-सी घटना ने उनके घमंड को तोड़कर रखा दिया?

Answer

Answer: अचानक एक तिनका कवि की आँख में पड़ा और वह बेचैन हो गया।


Question 4.
कवि मन ही मन अपने बारे में क्या सोचता था?

Answer

Answer: इस घटना ने उसके घमंड को तोड़कर रख दिया।


Question 5.
‘आँख’ शब्द के दो पर्यायवाची लिखिए।

Answer

Answer: आँख-चक्षु, नेत्र, लोचन, नयन


(3)

मैं झिझक उठा, हुआ बेचैन सा,
लाल होकर आँख भी दुखने लगी।
मूँठ देने लोग कपड़े की लगे,
ऐंठ बेचारी दबे पाँवों भगी।

Question 1.
कवि एवं कविता का नाम लिखिए।

Answer

Answer: कवि-अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ कविता का नाम – एक तिनका।


Question 2.
कवि क्यों झिझक गया?

Answer

Answer: कवि को झिझक तब हुआ जब उसे बेचैनी पर शर्म आने लगी।


Question 3.
कवि की आँखें क्यों लाल हो गईं ?

Answer

Answer: एक तिनके के पड़ जाने से कवि की आँख लाल हो गई थी और उसमें पीड़ा हो रही थी।


Question 4.
लोगों ने तिनका निकालने के लिए क्या प्रयास किया?

Answer

Answer: कवि की आँख में पड़ा तिनका निकालने के लिए लोगों ने कपड़े की नोंक से प्रयास किया।


Question 5.
‘ऐंठ बेचारी दबे पाँव भागी’ शब्दों का अर्थ क्या है?

Answer

Answer: ‘ऐंठ बेचारी दबे पाँव भागी’ शब्दों का अभिप्राय है, घमंड चूर होना।


(4)

जब किसी ढब से निकल तिनका गया,
तब ‘समझ’ ने यों मुझे ताने दिए।
ऐंठता तू किसलिए इतना रहा,
एक तिनका है बहुत तेरे लिए।

Question 1.
कवि के आँख में पड़ा तिनका कैसे निकला?

Answer

Answer: कवि के आँख में पड़ा तिनका लोगों ने कपड़े की नोंक से निकाला।


Question 2.
कवि को क्या बात समझ में आ गई ?

Answer

Answer: कवि को यह बात समझ में आ गई कि आदमी को परेशान करने के लिए एक तिनका ही काफ़ी है। अतः उसे किसी बात का घमंड नहीं करना चाहिए।


Question 3.
कवि को किसने ताने दिए?

Answer

Answer: कवि को उनकी अपनी बुद्धि ने ताने दिए। यानी एक प्रकार से बुद्धि ने उनके ऊपर व्यंग्य किय।


Question 4.
कवि अपने आप से क्या प्रश्न करता है?

Answer

Answer: कवि अपने आप से प्रश्न करता है कि आखिर उसे किस बात पर घमंड था। उसके घमंड को चूर करने के लिए तो एक तिनका ही काफ़ी है।


Question 5.
ढब शब्द का क्या अर्थ होता है?

Answer

Answer: ढब शब्द का अर्थ है- ‘उपाय’ तरीका, विधि।

प्रश्न अभ्यास

कविता से

प्रश्न 1.
नीचे दी गई कविता की पंक्तियों को सामान्य वाक्य में बदलिए।
जैसे-एक तिनका आँख में मेरी पड़ा-मेरी आँख में ‘एक तिनका पड़ा।
मूंठ देने लोग कपड़े की लगे-लोग कपड़े की मूंठ देने लगे।
(क) एक दिन जब था मुंडेरे पर खडा-……..
(ख) लाल होकर आँख भी दुखने लगी-……..
(ग) ऐंठ बेचारी दबे पाँवों भगी-………
(घ) जब किसी ढब से निकल तिनका गया-……
उत्तर:
(क) एक दिन जब मुंडेरे पर खड़ा था।
(ख) आँख भी लाल होकर दुखने लगी।
(ग) बेचारी ऐंठ दबे पाँव भगी।
(घ) जब तिनका किसी ढब से निकल गया।

प्रश्न 2.
‘एक तिनका’ कविता में किस घटना की चर्चा की गई है, जिससे घमंड नहीं करने का संदेश मिलता है?
उत्तर:
कविता में चर्चा की गई है कि जब एक छोटा-सा निर्बल घास का टुकड़ा मनुष्य को विवश कर देता है और वह स्वयं को असहाय-सा महसूस करने लगता है तो शक्तिशाली वस्तु तो मनुष्य का नामोनिशान मिटा सकती है। इससे मनुष्य को घमंड न करने का संदेश मिलता है।

प्रश्न 3.
आँख में तिनका पड़ने के बाद घमंडी की क्या दशा हुई?
उत्तर:
आँख में तिनका पड़ने के बाद घमंडी परेशान हो गया। उसे पीड़ा होने लगी और उसकी सारी ऐंठ (घमंड) गायब हो गई।

प्रश्न 4.
घमंडी की आँख से तिनका निकालने के लिए उसके आसपास के लोगों ने क्या किया?
उत्तर:
घमंडी की आँख से तिनका निकालने के लिए आसपास के लोगों ने कपड़े को लपेटकर मूंठ बनाया और वे उसकी मदद से आँख में पड़ा तिनका निकालने का प्रयास करने लगे।

प्रश्न 5.
‘एक तिनका’ कविता में घमंडी को उसकी ‘समझ’ ने चेतावनी दी –
ऐंठता तू किसलिए इतना रहा,
एक तिनका है बहुत तेरे लिए।
इसी प्रकार की चेतावनी कबीर ने भी दी है –
तिनका कबहूँ न निदिए, पाँव तले जो होय।
कबहूँ उड़ि आँखिन परै, पीर घनेरी होय॥
इन दोनों में क्या समानता है और क्या अंतर? लिखिए।
उत्तर:
दोनों में समानता –
(i) दोनों ही दोहों में तिनके को शक्तिहीन न समझने की चेतावनी दी गई है।
(ii) एक नन्हा-सा तिनका आदमी को बेबस कर सकता है।

दोनों में अंतर –
(i) पहले काव्यांश में तिनके द्वारा कष्ट देने के ढंग का संकेत नहीं है, जबकि दूसरे में स्पष्ट संकेत है।
(ii) पहले काव्यांश में घमंड न करने की सलाह दी गई है जबकि दूसरे में तिनके की भी निंदा न करने की सलाह दी गई है।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
इस कविता को कवि ने ‘मैं’ से आरंभ किया है- “मैं घमंडों में भरा ऐंठा हुआ’। कवि का यह ‘मैं’ कविता पढ़नेवाले व्यक्ति से भी जुड़ सकता है और तब अनुभव यह होगा कि कविता पढ़नेवाला व्यक्ति अपनी बात बता रहा है। यदि कविता में ‘मैं’ की जगह ‘वह’ या , कोई नाम लिख दिया जाए, तब कविता के वाक्यों में बदलाव आ जाएगा। कविता में ‘मैं’ के स्थान पर ‘वह’ या कोई नाम लिखकर वाक्यों के बदलाव को देखिए और कक्षा में पढ़कर सुनाइए।
उत्तर:
‘मैं’ के स्थान पर ‘वह’ रखने पर वाक्यों में बदलाव

  • वह घमंडों से भरा ऐंठा हुआ।
  • एक तिनका आँख में उसकी पड़ा।
  • वह झिझक उठा, हुआ बेचैन-सा
  • तब समझ ने यों उसे ताने दिए।

प्रश्न 2.
नीचे दी गई पंक्तियों को ध्यान से पढ़िएऐंठ बेचारी दबे पाँवों भगी, तब ‘समझ’ ने यों मुझे ताने दिए।
इन पंक्तियों में “ऐंठ’ और ‘समझ’ शब्दों का प्रयोग सजीव प्राणी की भाँति हुआ है। कल्पना कीजिए, यदि ‘ऐंठ’ और ‘समझ’ किसी नाटक में दो पात्र होते तो उनका अभिनय कैसा होता?
उत्तर:
(पहला दृश्य-एक आदमी घमंडपूर्वक खड़ा है। तभी ऐंठ (घमंड) उसके अंदर से बाहर आती है और सामने खड़ी हो जाती है।)
ऐंठ (मनुष्य से) : कहो, कैसे हो?
मनुष्य : मैं तो एकदम ठीक हूँ। मुझे किस बात की चिंता है?
ऐंठ : हाँ, हाँ जब तक मैं तुम्हारे साथ हूँ तुम्हें किसी से डरने या परेशान होने की ज़रूरत नहीं है।
मनुष्य : कोई सामने तो आए मैं हर एक को देख लूँगा।
(तभी अचानक एक तिनका उसकी आँख में पड़ जाता है और वह दर्द से व्याकुल हो जाता है।)
मनुष्य : हाय-हाय! मेरी आँख में कुछ पड़ गया। कोई देखो, क्या पड़ गया? अरे, कोई तो इसे निकाल दे।
ऐंठ : तू अपनी आँख सँभाल। मैं तो चली।
(ऐंठ चुपचाप भाग जाती है।)
(दूसरा दृश्य-कुछ लोग एक आदमी को घेरे खड़े हैं। उनमें से एक उसकी आँख से तिनका निकालता है। उसकी आँख का दर्द बंद हो जाता है। अब उसकी बुद्धि उसके सामने आ जाती है।)
बुद्धि (मनुष्य से) : कहो, अब कैसे हो?
मनुष्य : अब जाकर चैन मिला। अब तक तो लगता था कि मेरी जान ही निकल जाएगी।
बुद्धि : थोड़ी देर पहले तो बड़ी लंबी-लंबी बातें कर रहे थे। कहाँ गईं वे बातें?
मनुष्य : एक तिनके ने इतनी पीड़ा पहुँचाई कि पीड़ा के सिवा सब भूल गया।
बुद्धि : फिर तू अब तक किसके बल पर इतना घमंड कर रहा था? तेरा घमंड तोड़ने के लिए तो एक तिनका ही पर्याप्त है।
मनुष्य : अब और ज्यादा शर्मिंदा न करो।

प्रश्न 3.
नीचे दी गई कबीर की पंक्तियों में तिनका शब्द का प्रयोग एक से अधिक बार किया गया है। इनके अलग-अलग अर्थों की जानकारी प्राप्त करें।
उठा बबूला प्रेम का, तिनका उड़ा अकास।
तिनका-तिनका हो गया, तिनका तिनके पास॥
उत्तर:
तिनका शब्द के अलग-अलग अर्थ –
तिनका – अज्ञान रूपी तिनका कण
तिनका-तिनका होना – छोटे-छोटे टुकड़े होकर बिखर जाना
तिनका – उनका
तिनके – उनके (ईश्वर के)

भाषा की बात

प्रश्न 1.
“किसी ढब से निकलना’ का अर्थ है किसी ……….. ढंग से निकलना। ‘ढब से’ जैसे कई वाक्यांशों से आप परिचित होंगे, जैसे-धम से वाक्यांश है लेकिन ध्वनियों में समानता होने के बाद भी ढब से और धम से जैसे वाक्यांशों के प्रयोग में अंतर है। ‘धम से’, ‘छप से’ इत्यादि का प्रयोग ध्वनि द्वारा क्रिया को सूचित करने के लिए किया जाता है। नीचे कुछ ध्वनि द्वारा क्रिया को सूचित करने वाले वाक्यांश और कुछ अधूरे वाक्य दिए गए हैं। उचित वाक्यांश चुनकर वाक्यों के खाली स्थान भरिए छप से टप से थर्र से फर्र से सन से
(क) मेंढक पानी में …………… कूद गया।
(ख) नल बंद होने के बाद पानी की एक बूंद ………….. चू गई।
(ग) शोर होते ही चिड़िया ………. उड़ी।
(घ) ठंडी हवा ………. गुज़री, मैं ठंड में ………. काँप गया।
उत्तर:
(क) मेंढक पानी में छप से कूद गया।
(ख) नल बंद होने के बाद पानी की एक बूंद टप से चू गई।
(ग) शोर होते ही चिड़िया फुर्र से उड़ी।
(घ) ठंडी हवा सन से गुज़री, मैं ठंड में थर्र से काँप गया।

 
Read More

CLASS 6TH | UNIT 2:  RATIO, PROPORTION AND ARITHMETIC PROBLEMS | PERCENT(PERCENTAGE) | REVISION NOTES

In mathematics, a percentage is a number or ratio that can be expressed as a fraction of 100. If we have to calculate percent of a number, divide the number by whole and multiply by 100. Hence, the percentage means, a part per hundred. The word per cent means per 100. It represented by the symbol “%”

Examples of percentages are:

  • 10% is equal to 1/10 fraction
  • 20% is equivalent to ⅕ fraction
  • 25% is equivalent to ¼ fraction
  • 50% is equivalent to ½ fraction
  • 75% is equivalent to ¾ fraction
  • 90% is equivalent to 9/10 fraction

Percentages have no dimension. Hence it is called a dimensionless number. If we say, 50% of a number, then it means 50 per cent of its whole.

Percentages can also be represented in decimal or fraction form, such as 0.6%, 0.25%, etc. In academics, the marks obtained in any subject are calculated in terms of percentage. Like, Ram has got 78% of marks in his final exam. So, this percentage is calculated on account of total marks obtained by Ram, in all subjects to the total marks.

Percentage Formula

To determine the percentage, we have to divide the value by the total value and then multiply the resultant to 100.

Percentage formula = (Value/Total value)×100

Example: 2/5 × 100 = 0.4 × 100 = 40 per cent

How to calculate the percentage of a number?

To calculate the percentage of a number, we need to use a different formula such as:

P% of Number = X

where X is the required percentage.

If we remove the % sign, then we need to express the above formulas as;

P/100 * Number = X

Example: Calculate 10% of 80.

Let 10% of 80 = X

10/100 * 80 = X

X = 8

Percentage Difference Formula

If we are given with two values and we need to find the percentage difference between the two values, then it can be done using the formula:

For example, if 20 and 30 are two different values, then the percentage difference between them will be:

% difference between 20 and 30 = 

Percentage Increase and Decrease

The percentage increase is equal to the subtraction of original number from a new number, divided by the original number and multiplied by 100.

% increase = [(New number – Original number)/Original number] x 100

where,

increase in number = New number – original number

Similarly, percentage decrease is equal to subtraction of new number from original number, divided by original number and multiplied by 100. 

% decrease = [(Original number – New number)/Original number] x 100

Where decrease in number = Original number – New number

So basically if the answer is negative then there is percentage decrease.

Solved Example

Two quantities are generally expressed on the basis of their ratios. Here, let us understand the concepts of percentage through a few examples in a much better way.

Examples: Let a bag contain 2 kg of apples and 3kg of grapes. Find the ratio of quantities present, and percentage occupied by each.Solution: The number of apples and grapes in a bag can be compared in terms of their ratio, i.e. 2:3.The actual interpretation of percentages can be understood by the following way:The same quantity can be represented in terms of percentage occupied, which is given as:Total quantity present = 5 kgRatio of apples (in terms of total quantity) =

From the definition of percentage, it is the ratio that is expressed per hundred,

Thus, Percentage of Apples 

Percentage of Grapes 

Percentage Chart

The percentage chart is given here for fractions converted into percentage.

Fractions Percentage
1/2 50%
1/3 33.33%
1/4 25%
1/5 20%
1/6 16.66%
1/7 14.28%
1/8 12.5%
1/9 11.11%
1/10 10%
1/11 9.09%
1/12 8.33%
1/13 7.69%
1/14 7.14%
1/15 6.66%

Converting Fractions to Percentage

A fraction can be represented by

Multiplying and dividing the fraction by 100, we have

From the definition of percentage, we have 

Thus equation (i) can be written as:

Thus fraction can be converted to percentage simply by multiplying the given fraction by 100.
Also, read: Ratio To Percentage

Percentage Questions

Q.1: If 16% of 40% of a number is 8, the number is?

Solution: Let the required number be X.

Therefore, as per the given question, 

(16/100) x (40/100) x X = 8

So, X = (8 x 100 x 100) / (16 x 40)

= 125

Q.2: What percentage of 2/7 is 1/35 ?

Solution: Suppose X% of 2/7 is 1/35

∴ (2/7 x X) / 100 = 1/35

⇒ X = 1/35 x 7/2 x 100 

= 10%

Q.3: Which number is 40% less than 90 ?

Solution: Required number = 60% of 90

= (90 x 60)/100

= 54

Therefore, the required number is 54.

Q.4: The sum of (16% of 24.2) and (10% of 2.42) is equal to what value?

Solution: As per the given question ,

Sum = (16% of 24.2) + (10% of 2.42)

Required value = (24.2 × 16)/100 + (2.42 × 10)/100

Required value = 3.872 + 0.242

Therefore, required value = 4.114

Word Problems

Q.1: A fruit seller had some apples. He sells 40% apples and still has 420 apples. Originally, he had how many apples?

Solution: Let he had N apples, originally.

Now as per the given question, 

(100 – 40)% of N = 420

⇒ (60/100)x N = 420

⇒ N = (420 x 100/60) = 700

Q.2: Out of two numbers, 40% of the greater number is equal to 60% of the smaller. If the sum of the numbers is 150, then the greater number is?

Solution: Let us assume, greater number be X.

∴ Smaller number = 150 – X

According to the question,

(40 x X)/100 = 60(150 – X)/100

⇒ 2p = 3 × 150 – 3X

⇒ 5X = 3 × 150

⇒ X = 90

Difference between Percentage and Percent

The word percentage and percent are related closely to each other.

Percent ( or symbol %) is accompanied by a specific number.

E.g., More than 75% of the participants responded with their positive response to abjure.

The percentage is represented without a number.

E.g., The percentage of the population affected by malaria is between 60% and 65%.

Fractions, Ratios, Percents and Decimals are interrelated with each other. Let us look on to the conversion of one form to other:

S.no Ratio Fraction Percent(%) Decimal
1 1:1 1/1 100 1
2 1:2 1/2 50 0.5
3 1:3 1/3 33.333 0.3333
4 1:4 1/4 25 0.25
5 1:5 1/5 20 0.20
6 1:6 1/6 16.667 0.16667
7 1:7 1/7 14.285 0.14285
8 1:8 1/8 12.5 0.125
9 1:9 1/9 11.111 0.11111
10 1:10 1/10 10 0.10
11 1:11 1/11 9.0909 0.0909
12 1:12 1/12 8.333 0.08333
13 1:13 1/13 7.692 0.07692
14 1:14 1/14 7.142 0.07142
15 1:15 1/15 6.66 0.0666

Percentage in Maths

Every percentage problem has three possible unknowns or variables :

  • Percentage
  • Part
  • Base

In order to solve any percentage problem, you must be able to identify these variables.

Look at the following examples. All three variables are known:

Example: 70% of 30 is 21

70 is the percentage.

30 is the base.

21 is the part.

Example: 25% of 200 is 50

25 is the percent.

200 is the base.

50 is the part.

Example: 6 is 50% of 12

6 is the part.

50 is the percent.

12 is the base.

Percentage Tricks

To calculate the percentage, we can use the given below tricks.

x % of y = y % of x

Example- Prove that 10% of 30 is equal to 30% of 10.

Solution- 10% of 30 = 3

30% of 10 = 3

Therefore they are equal i.e. x % of y = y % of x holds true.

Marks Percentage

Students get marks in exams, usually out of 100. The marks are calculated in terms of per cent. If a student has scored out of total marks, then we have to divide the scored mark from total marks and multiply by 100. Let us see some examples here:

Marks obtained Out of Total Marks Percentage
30 100 30%
10 20 50%
23 50 46%
13 40 32.5%
90 120 75%

Problems and Solutions

Example– Suman has a monthly salary of $1200. She spends $280 per month on food. What percent of her monthly salary does she save?Solution Suman’s monthly salary = $1200Savings of Suman = $(1200 – 280) = $ 920
Fraction of salary she saves =

Percentage of salary she saves 

Example- Below given are three grids of chocolate. What percent of each White chocolate bar has Dark chocolate bar?Problems on PercentageSolution- Each grid above has 100 white chocolate blocks. For each white chocolate bar, the ratio of the number of dark chocolate boxes to the total number of white chocolate bars can be represented as a fraction.(i) 0 dark and 100 white.i.e. 0 per 100 or 0%.(ii) 50 dark and 50 white.I.e. 50 per 100 or 50%.(iii) 100 dark and 0 white.I .e., 100 per 100 or 100%.

Frequently Asked Questions – FAQs

What do you mean by percentage?

In maths, a percentage is a value or ratio that shows a fraction of 100. Percent means per 100. It does not have any unit.

What is the symbol of percentage?

Percentage is denoted by ‘%’ symbol. It is also termed as per cent.

What is the percentage formula?

The formula to calculate percentage of a number out of another number is:
Percentage = (Original number/Another number) x 100

What is the percentage of 45 out of 150?

(45/150) x 100 = 30%

What is 40% of 120?

40% of 120
= 40/100 x 120
= 48

Read More

CHAPTER -12 कंचा | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 12 कंचा

MCQs

Question 1.
इस कहानी के लेखक का नाम बताएँ-
(a) पी० रामास्वामी
(b) पी० गोपालस्वामी
(c) टी० सुब्रह्मण्यम
(d) टी० पद्मनाभन्

Answer

Answer: (d) टी० पद्मनाभन्


Question 2.
काँच के बड़े-बड़े ज़ार कहाँ रखे थे?
(a) दुकान में
(b) मेज़ पर 188
(c) अलमारी में
(d) काउंटर पर

Answer

Answer: (c) अलमारी में


Question 3.
रामन मल्लिका किसकी हँसी उड़ा रहे थे।
(a) जॉर्ज की
(b) अप्पू की
(c) कंचों की
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (b) अप्पू की


Question 4.
अप्पू के विद्यालय के रास्ते में किसके पेड़ों की घनी छाँव थी?
(a) पीपल के
(b) नीम के
(c) आम के
(d) शीशम के

Answer

Answer: (b) नीम के


Question 5.
अप्पू का ध्यान किसकी कहानी पर केंद्रित था?
(a) सियार और कौआ की
(b) लोमड़ी और कौए की
(c) लोमड़ी और सारस की
(d) सियार और ऊँट की

Answer

Answer: (a) सियार और कौआ की


Question 6.
अप्पू को कंचा आकार में किस प्रकार का लग रहा था?
(a) बाल की तरह
(b) आँवले की तरह
(c) अंगूर की तरह
(d) नींबू की तरह

Answer

Answer: (b) आँवले की तरह


(1)

कौए ने गाने के लिए मुँह खोला तो रोटी का टुकड़ा ज़मीन पर गिर पड़ा। सियार उसे उठाकर नौ दो ग्यारह हो गया।
वह ज़ोर से हँसा।
बुधु कौआ।
वह चलते-चलते दुकान के सामने पहुँचा। वहाँ अलमारी में काँच के बड़े-बड़े ज़ार कतार में रखे थे। उनमें चॉकलेट, पिपरमेंट और बिस्कुट थे। उसकी नज़र उनमें से किसी पर नहीं पड़ी। क्यों देखे? उसके पिता जी उसे ये चीजें बराबर ला देते हैं।
फिर भी एक नए ज़ार ने उसका ध्यान आकृष्ट किया। वह कंधे से लटकते बस्ते का फीता एक तरफ़ हटाकर, उस ज़ार के सामने खड़ा टुकर-टुकर ताकता रहा।

Question 1.
किसने मुँह खोला?
(a) सियार ने
(b) कौए ने
(c) अप्पू ने
(d) मल्लिका ने

Answer

Answer: (b) कौए ने


Question 2.
ज़ोर से कौन हँस पड़ा
(a) कौए
(b) सियार
(c) अप्पू
(d) जॉर्ज

Answer

Answer: (c) अप्पू


Question 3.
दुकान के पास कौन पहुँचा?
(a) रामन
(b) अप्पू
(c) सियार
(d) जॉर्ज

Answer

Answer: (b) अप्पू


Question 4.
काँच के बड़े-बड़े जार कहाँ रखे थे?
(a) दुकान में
(b) मेज़ पर
(c) अलमारी में
(d) काउंटर पर

Answer

Answer: (c) अलमारी में


Question 5.
लड़के की नज़र किस ज़ार पर थी?
(a) चॉकलेटवाली ज़ार पर
(b) बिस्कुटवाले ज़ार पर
(c) कंचे की जार पर
(d) खिलौनेवाली ज़ार पर

Answer

Answer: (c) कंचे की जार पर


(2)

सब अपनी-अपनी जगह पर हैं। रामन अगली बेंच पर है। वह रोज़ समय पर आता है। तीसरी बेंच के आखिर में मल्लिका के बाद अम्मु बैठी है।
जॉर्ज दिखाई नहीं पड़ता।
लड़कों के बीच जॉर्ज ही सबसे अच्छा कंचे का खिलाड़ी है। कितना भी बड़ा लड़का उसके साथ खेले, जॉर्ज से मात खाएगा। हारने पर यों ही विदा नहीं हो सकता। हारे हुए को अपनी बंद मुट्ठी ज़मीन पर रखनी होगी। तब जॉर्ज बंद मुट्ठी के जोड़ों की हड्डी पर कंचा चलाता था।

Question 1.
उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और उसके लेखक के नामवाला विकल्प छाँटकर लिखिए।
(a) अप्पू और कंचे टी० सुब्रह्मण्यम
(b) अप्पू और कंचा-पी० स्वामी
(c) कंचा-टी पद्मनाभन
(d) कंचा-पी गोपाल स्वामी

Answer

Answer: (c) कंचा-टी पद्मनाभन


Question 2.
उस दिन आखिरी बेंच पर किसे बैठना पड़ा?
(a) अप्पू को
(b) जॉर्ज को
(c) रामन को
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (a) अप्पू को


Question 3.
अप्पू कक्षा में किसे ढूँढ़ रहा था?
(a) कंचे
(b) बस्ता
(c) जॉर्ज
(d) इनमें से कुछ नहीं

Answer

Answer: (c) जॉर्ज


Question 4.
कंचे देखकर अप्पू को जॉर्ज की याद क्यों आई?
(a) क्योंकि वह उसके साथ खेलना चाहता था
(b) क्योंकि जॉर्ज कंचों का अच्छा खिलाड़ी था
(c) क्योंकि जॉर्ज अप्पू का घनिष्ठ मित्र था
(d) क्योंकि जॉर्ज ने अप्पू को बुलाया था।

Answer

Answer: (b) क्योंकि जॉर्ज कंचों का अच्छा खिलाड़ी था


Question 5.
जॉर्ज जीतने के बाद हारे हुए बच्चे को क्या करता था?
(a) वह हारे हुए बच्चों को सज़ा देता था
(b) वह हारे हुए बच्चों पर जुर्माना देता था
(c) हारे हुए बच्चे को अपनी मुट्ठी बंद करके ज़मीन पर रखनी पड़ती थी। वह बंद मुट्ठी के जोड़ों की हड्डी पर कंचा चलाता था
(d) हारनेवाले बच्चों को दुबारा मौका नहीं देता था।

Answer

Answer: (c) हारे हुए बच्चे को अपनी मुट्ठी बंद करके ज़मीन पर रखनी पड़ती थी। वह बंद मुट्ठी के जोड़ों की हड्डी पर कंचा चलाता था


(3)

कर्मठ मास्टर जी उस लड़के का चेहरा देखकर समझ गए कि उसके मन में और कुछ है। शायद उसने पाठ पर ध्यान दिया भी हो। अगर दिया है तो उसका जवाब उसके मन से बाहर ले आना है। इसी में उनकी सफलता है।
“हाँ, हाँ, बता। डरना मत।”
मास्टर जी ने देखा, अप्पू की ज़बान पर जवाब था।
“हाँ, हाँ…।”
वह काँपते हुए बोला-“कंचा।”
“कंचा…!”
वे सकपका गए।
कक्षा में भूचाल आ गया

Question 1.
मास्टर जी ने लड़के के बारे में क्या अनुमान लगा लिया?
(a) मन लगाकर पढ़ाई न करने का
(b) उसके गरीबी का
(c) मन अन्यत्र होने का
(d) उसकी बौद्धिक क्षमता का

Answer

Answer: (c) मन अन्यत्र होने का


Question 2.
मास्टर जी अपनी सफलता किसमें मान रहे थे?
(a) गृह कार्य पूरा कराने में
(b) कक्षा का अच्छी तरह संचालन करने पर
(c) प्रश्न का उत्तर मन से निकलवाने में
(d) प्रश्न का उत्तर याद कराने में

Answer

Answer: (c) प्रश्न का उत्तर मन से निकलवाने में


Question 3.
मास्टर जी द्वारा पूछे गए प्रश्न का अप्पू सही जवाब न दे सका। क्यों?
(a) क्योंकि जवाब कठिन था
(b) क्योंकि वह प्रश्न न समझ सका
(c) क्योंकि पाठ पर उसका ध्यान नहीं था
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (c) क्योंकि पाठ पर उसका ध्यान नहीं था


Question 4.
कक्षा में भूचाल क्यों आ गया?
(a) बाहर भूचाल आने के कारण
(b) मास्टर जी को काफ़ी गुस्सा आ गया
(c) अप्पू द्वारा उदंडता करने के कारण
(d) जवाब में कंचा शब्द सुनकर

Answer

Answer: (d) जवाब में कंचा शब्द सुनकर


Question 5.
‘कर्मठ’ विशेषण का प्रयोग किसके लिए किया गया है?
(a) अप्पू के लिए
(b) जॉर्ज के लिए
(c) मास्टर जी के लिए
(d) पूरी कक्षा के लिए

Answer

Answer: (c) मास्टर जी के लिए


(4)

एकाएक उसे शक हुआ। क्या सब कंचों में लकीर होगी?
उसने पोटली खोलकर देखने का निश्चय किया। बस्ता नीचे रखकर वह धीरे से पोटली खोलने लगा। पोटली खुली और सारे कंचे बिखर गए। वे सड़क के बीचोंबीच पहुंच रहे हैं।
क्षणभर सकपकाने के बाद वह उन्हें चुनने लगा। हथेली भर गई। वह चुने हुए कंचे कहाँ रखे?

Question 1.
अप्पू को क्या शक हुआ?
(a) कंचे कम तो नहीं हैं
(b) क्या कंचे के खेल में जॉर्ज से जीत पाएँगे
(c) क्या सभी कंचों में लकीर है
(d) क्या कंचे को देखकर माँ नाराज़ होगी।

Answer

Answer: (c) क्या सभी कंचों में लकीर है


Question 2.
पोटली खोलने का निश्चय किसने किया?
(a) माँ ने
(b) मास्टर जी ने
(c) जॉर्ज ने
(d) अप्पू ने

Answer

Answer: (d) अप्पू ने


Question 3.
वह पोटली खोलने की कोशिश क्यों कर रहा था?
(a) कंचे गिनना चाहता था
(b) वह कंचे देखना चाहता था
(c) कंचे से खेलना चाहता था
(d) कंचे किसी को देना चाहता था।

Answer

Answer: (b) वह कंचे देखना चाहता था


Question 4.
पोटली खुलने के बाद क्या हुआ?
(a) कंचे इधर-उधर बिखर गए
(b) कंचे बच्चों ने लूटली
(c) कंचे गड्डे में गिए गए
(d) इनमें कोई नहीं

Answer

Answer: (a) कंचे इधर-उधर बिखर गए


Question 5.
कंचे कहाँ तक फैल गए थे?
(a) पूरे कक्षा में
(b) गड्ढे में
(c) पूरे घर में
(d) सड़क के बीचोंबीच

Answer

Answer: (d) सड़क के बीचोंबीच


(5)

पूरे ज़ार में कंचे हैं। हरी लकीरवाले बढ़िया सफ़ेद गोल कंचे। बड़े आँवले जैसे। कितने खूबसूरत हैं! अब तक ये कहाँ थे? शायद दुकान के अंदर। अब दुकानदार ने दिखाने के लिए बाहर रखा होगा।
उसके देखते-देखते ज़ार बड़ा होने लगा। वह आसमान-सा बड़ा हो गया तो वह भी उसके भीतर आ गया। वहाँ और कोई लड़का तो नहीं था। फिर भी उसे वही पसंद था। छोटी बहन के हमेशा के लिए चले जाने के बाद वह अकेले ही खेलता था।

Question 1.
ज़ार में कैसे कंचे थे?

Answer

Answer: ज़ार में आँवले के आकार के हरी लकीरवाले बढ़िया सफ़ेद गोल कंचे थे। कंचे इतने खूबसूरत थे कि अप्पू उन्हें देखते ही उनकी ओर आकर्षित हो गया।


Question 2.
‘उसके देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया’ का अभिप्राय क्या है?

Answer

Answer: ‘उसके देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया’ का अभिप्राय है अप्पू कल्पना की दुनिया में खो गया।


Question 3.
वह अकेला क्यों खेलता था?

Answer

Answer: उसकी छोटी बहन की मृत्यु हो गई थी, इसलिए वह अकेला खेलता था।


Question 4.
अप्पू किस दुनिया में खो गया?

Answer

Answer: अप्पू ने जब कंचों से भरे ज़ार को देखा तो उसी दुनिया में खो गया। उसे लगने लगा कि देखते-देखते ज़ार बड़ा हो गया इतना बड़ा कि वह भी ज़ार के अंदर आ गया और कोई खेलनेवाला भी उसके साथ नहीं था लेकिन फिर भी वह खुश था।


(6)

अरे हाँ! जॉर्ज को बुखार है न! उसे रामन ने यह सूचना दी थी। उसने मल्लिका को सब बताया था। जॉर्ज का घर रामन के घर के रास्ते में पड़ता है।
अप्पू कक्षा की तरफ़ ध्यान नहीं दे रहा है।
मास्टर जी!
उसने हड़बड़ी में पुस्तक खोलकर सामने रख ली। रेलगाड़ी का सबक था। रेलगाड़ी…रेलगाड़ी। पृष्ठ सैंतीस। घर पर उसने यह पाठ पढ़ लिया है।
मास्टर जी बीच-बीच में बेंत से मेज़ ठोकते हुए ऊँची आवाज़ में कह रहे थे-“बच्चो! तुममें से कई ने रेलगाड़ी देखी होगी। उसे भाप की गाड़ी भी कहते हैं क्योंकि उसका यंत्र भाप की शक्ति से ही चलता है। भाप का मतलब पानी से निकलती भाप से है। तुम लोगों के घरों के चूल्हे में भी…।”

Question 1.
जॉर्ज कौन है? वह स्कूल क्यों नहीं आया?

Answer

Answer: जॉर्ज अप्पू की कक्षा में पढ़ने वाला छात्र है, वह लड़कों के बीच सबसे अच्छा कंचे का खिलाड़ी है। उसे आज बुखार है इसलिए वह स्कूल नहीं आया।


Question 2.
मास्टर जी कौन-सा पाठ पढ़ा रहे थे?

Answer

Answer: मास्टर जी ‘रेलगाड़ी’ का पाठ पढ़ा रहे थे।


Question 3.
मास्टर जी किस मुद्रा में बच्चों को समझा रहे थे?

Answer

Answer: मास्टर जी के हाथ में बेंत थी। उस बेंत से वे मेज़ को ठोककर ऊँची आवाज़ में ज़ोर-ज़ोर से पढ़ा रहे थे। वे कह रहे थे बच्चो! तुममे से कइयों ने रेलगाड़ी देखी होगी। इसे भाप गाड़ी भी कहते हैं।


Question 4.
मास्टर जी रेलगाड़ी के बारे में क्या जानकारी दे रहे थे?

Answer

Answer: मास्टर जी रेलगाड़ी के बारे में बता रहे थे कि इसे भाप की गाड़ी भी कहते हैं, क्योंकि इसका इंजन भाप की शक्ति से चलता है। भाप पानी से निकलती है। यह घरों के चूल्हों पर भी निकलती है।


(7)

रोकने की पूरी कोशिश करने पर भी वह अपना दुख रोक नहीं सका। सुबकता रहा।
रोते-रोते उसका दुख बढ़ता ही गया। सब उसकी तरफ़ देख-देखकर उसकी हँसी उड़ा रहे हैं। रामन, मल्लिका…सब ।
बेंच पर खड़े-खड़े उसने सोचा, दिखा दूंगा सबको। जॉर्ज को आने दो। जॉर्ज जब आए…जॉर्ज के आने पर वह कंचे खरीदेगा। इनमें से किसी को वह खेलने नहीं बुलाएगा। कंचे को देख ये ललचाएँगे। इतना खूबसूरत कंचा है।
हरी लकीरवाले सफ़ेद गोल कंचे। बड़े आँवले जैसे।
तब…
शक हुआ। कंचा मिलें कैसे? क्या माँगने पर दुकानदार देगा? जॉर्ज को साथ लेकर पूछे तो, नहीं दे तो?
“किसी को शक हो तो पूछ लो।”
मास्टर जी ने उस घंटे का सबक समाप्त किया?

Question 1.
अप्पू क्यों सुबक रहा था?

Answer

Answer: अप्पू इसलिए सुबक रहा था क्योंकि कक्षा में पाठ पर ध्यान न देने के कारण मास्टर जी ने उसे डाँटकर बेंच पर खड़ा कर दिया था, इसलिए अप्पू सुबक रहा था।


Question 2.
कौन रो रहा था और उसका दुख क्यों बढ़ता जा रहा था?

Answer

Answer: अप्पू रो रहा था। उसका सहपाठी उसकी ओर देखते हुए मुंसकरा रहे थे और उसकी हँसी उड़ा रहे थे, इसलिए अप्पू का दुख बढ़ता जा रहा था।


Question 3.
बेंच पर खड़ा-खड़ा किसने, क्या सोचा?

Answer

Answer: बेंच पर खड़ा-खड़ा अप्पू सोच रहा था कि जॉर्ज के आने के बाद वह कंचा खरीदेगा। इनमें वह किसी को खेलने नहीं बुलाएगा। कंचे को देखकर ये सभी ललचाएँगे। यह इतना खूबसूरत कंचा है।


Question 4.
अप्पू के अनुसार कंचे किस प्रकार के थे?

Answer

Answer: अप्पू के अनुसार, कंचों को देख सभी ललचेंगे, क्योंकि वह जो कंचे खरीदने वाला था, वे बहुत खूबसूरत थे। आँवले जैसे थे। वे हरी लकीरवाले सफ़ेद कंचे थे।

Question 5.
मास्टर जी ने बच्चों से क्या पूछा?

Answer

Answer: ‘इतना खूबसूरत कंचा है’ में ‘इतना’ शब्द प्रविशेषण है।


(8)

उसका जी चाहता था-काश! पूरा ज़ार उसे मिल जाता। ज़ार मिलता तो उसके छूने से ही कंचे को छूने का अहसास होता। एकाएक उसे शक हुआ। क्या सब कंचों में लकीर होगी?
उसने पोटली खोलकर देखने का निश्चय किया। बस्ता नीचे रखकर वह धीरे से पोटली खोलने लगा। पोटली खुली और सारे कंचे बिखर गए। वे सड़क के बीचोंबीच पहुँच रहे हैं।

Question 1.
उसका जी क्या चाहता था?

Answer

Answer: अप्पू का जी चाह रहा था कि उसे कंचों का पूरा ज़ार मिल जाता तो कितना अच्छा होता। वह ज़ार को छूना चाहता था।


Question 2.
पोटली खुलने पर क्या हुआ?

Answer

Answer: पोटली खुलने पर सारे कंचे बिखर गए और सड़क के बीचोंबीच फैल गए।


Question 3.
पोटली खोलकर देखने की कोशिश कौन कर रहा था?

Answer

Answer: पोटली खोलकर देखने की कोशिश अप्पू कर रहा था।


Question 4.
अप्पू बार-बार कंचे को क्यों देख रहा था?

Answer

Answer: अप्पू बार-बार कंचे को इसलिए देख रहा था क्योंकि कंचे देखने की चाहत को वह छिपा नहीं पा रहा था।


Question 5.
कंचे कहाँ तक फैल गए?

Answer

Answer: कंचा सड़क के बीचोंबीच तक फैल गया था।

प्रश्न अभ्यास

कहानी से

प्रश्न 1.
कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं, तब क्या होता है?
उत्तर:
कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं, तो देखते ही देखते जार आसमान जैसा बड़ा होने लगता है। अप्पू भी उसी जार के अंदर आ जाता है। वहाँ कोई और नहीं है। वह कंचे चारों ओर बिखेरता हुआ मज़े से खेलने में व्यस्त हो जाता है।

प्रश्न 2.
दुकानदार और ड्राइवर के सामने अप्पू की क्या स्थिति है? वे दोनों उसको देखकर पहले परेशान होते हैं, फिर हँसते हैं। कारण बताइए।
उत्तर:
दुकानदार और ड्राइवर के सामने अप्पू की स्थिति बेवकूफ लड़के की है क्योंकि वह दुकानदार से उतने कंचे खरीदता है, जितने कभी किसी बच्चे ने एक साथ नहीं खरीदे थे और कार से बेखबर बीच सड़क पर अपनी जान की परवाह किए बिना कंचे समेट रहा है। वे (दुकानदार एवं ड्राइवर) कंचों के प्रति उसका समर्पण भाव देखकर हँसते हैं। वे सोचते हैं कि उसकी दृष्टि में कंचों से ज्यादा महत्त्वपूर्ण और कुछ नहीं है।

प्रश्न 3.
‘मास्टर जी की आवाज़ अब कम ऊँची थी। वे रेलगाड़ी के बारे में बता रहे थे।’ मास्टर जी की आवाज़ धीमी क्यों हो गई होगी? लिखिए।
उत्तर:
मास्टर जी की आवाज़ शुरू में तेज़ थी, ताकि बच्चों का ध्यान उस सवक की ओर केंद्रित हो जाए और बच्चों का शोर थम जाए। बच्चों का ध्यान केंद्रित हो गया था। इसलिए उनकी आवाज़ कम हो गई होगी।

कहानी से आगे

प्रश्न 1.
कंचे, गिल्ली-डंडा, गेंदतड़ी (पिठू) जैसे गली-मोहल्लों के कई खेल ऐसे हैं जो बच्चों में बहुत लोकप्रिय हैं। आपके इलाके में ऐसे कौन-कौन से खेल खेले जाते हैं? उनकी एक सूची बनाइए।
उत्तर:
हमारे इलाके में कबड्डी, गिल्ली-डंडा, कंचे, छिपम-छिपाई, लंगड़ी-दौड़, बैडमिंटन, पिठू, लूडो, कैरम, ताश आदि खेल खेले जाते हैं।

प्रश्न 2.
किसी एक खेल को खेले जाने की विधि को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
कबड्डी खेले जाने की विधि इस खेल में बच्चों (खिलाड़ियों) को उपलब्ध संख्या के अनुसार दो वर्गों में बाँट दिया जाता है। प्रत्येक वर्ग में सात या नौ खिलाड़ी होते हैं। एक निर्णायक होता है, जिसका निर्णय दोनों पक्षों को मानना पड़ता है। इसमें खेल के मैदान के बीच में एक रेखा बनाई जाती है। इस रेखा के दोनों ओर खिलाड़ियों को निश्चित दूरी पर खड़ा किया जाता है। एक पक्ष का एक खिलाड़ी ‘कबड्डी-कबड्डी’ कहता हुआ दूसरी ओर जाता है। दूसरी ओर के खिलाड़ी उसे पकड़ने की कोशिश करते हैं।

यदि वह खिलाड़ी साँस टूटने से पहले, बीच की लाइन नहीं छू पाता है, तो उसे मरा हुआ मान लेते हैं और यदि ‘कबड्डी-कबड्डी’ कहता हुआ लाइन को छू लेता है, तो दूसरी ओर के खिलाड़ी को मरा मान लेते हैं। ऐसा ही दूसरी ओर का खिलाड़ी करता है। मरा खिलाड़ी बाहर बैठ जाता है। जिस पक्ष के ज़्यादा खिलाड़ी मैदान में बच जाते हैं, उसी समूह को विजयी घोषित कर दिया जाता है। कभी-कभी यह खेल मरे खिलाड़ी को बाहर न बिठाकर विपक्ष को अंक प्रदान करके खेला जाता है। निश्चित समय में ज्यादा अंक अर्जित करने वाले समूह को विजयी घोषित किया जाता है।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
जब मास्टर जी अप्पू से सवाल पूछते हैं तो वह कौन-सी दुनिया में खोया हुआ था? क्या आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है कि आप किसी दिन क्लास में रहते हुए भी क्लास से गायब रहे हों? ऐसा क्यों हुआ और आप पर उस दिन क्या गुजरी? अपने अनुभव लिखिए। .
उत्तर:
जब मास्टर जी अप्पू से सवाल पूछते हैं तो वह कंचों की दुनिया में खोया था। मेरे साथ भी ऐसा हुआ है कि मास्टरजी कक्षा में गणित में त्रिभुज का क्षेत्रफल पढ़ा रहे थे और मैं ख्यालों में खोया मेट्रो की वातानुकूलित यात्रा का आनंद ले रहा था। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैं उससे एक दिन पहले ही पिताजी के साथ मेट्रो की यात्रा करके आया था। मेरा ध्यान अन्यत्र समझकर मास्टरजी मुझसे हीरोन का सूत्र पूछ बैठे। मैंने हड़बड़ाकर सोचा कि कौन-से हीरो के विषय में बताऊँ? पूछ बैठा, कौन-सा हीरो …? मेरा इतना कहना था कि सारी कक्षा हँस पड़ी और मास्टर जी ने सारी कक्षा के सामने डाँटा-फटकारा और पिताजी को फोन करके सब कुछ बता दिया।

प्रश्न 2.
आप कहानी को क्या शीर्षक देना चाहेंगे?
उत्तर:
‘अप्पू और कंचे’ या ‘जार में नई वस्तु’।

प्रश्न 3.
गुल्ली-डंडा और क्रिकेट में कुछ समानता है और कुछ अंतर। बताइए, कौन-सी समानताएँ हैं और क्या-क्या अंतर हैं?
उत्तर:
गुल्ली-डंडा और क्रिकेट में समानताएँ

  • दोनों ही खेल घर से दूर मैदान में खेले जाते हैं।
  • दोनों ही खेलों से शारीरिक व्यायाम भली-भाँति होता है।
  • दोनों के खेलने की विधि में यह समानता है कि गुल्ली और गेंद दोनों को ही डंडे तथा बल्ले से दूर रखने का प्रयास किया जाता है।

अंतर:

  • गुल्ली-डंडा अत्यंत सस्ता तथा गाँवों में खेला जाने वाला खेल है, जबकि क्रिकेट अत्यंत महँगा तथा लोकप्रिय खेल है।
  • गुल्ली-डंडा कम-से-कम दो लोगों में भी खेला जा सकता है जबकि क्रिकेट के लिए नियमतः बाइस खिलाड़ी तथा दो अम्पायर चाहिए।
  • क्रिकेट अंतर्राष्ट्रीय खेल है तथा हर चौथे साल इसका विश्वकप आयोजित किया जाता है, जबकि गिल्ली-डंडा में ऐसा नहीं है।

भाषा की बात

नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित मुहावरे किन भावों को प्रकट करते हैं? इन भावों से जुड़े दो-दो मुहावरे बताइए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
माँ ने दाँतों तले उँगली दबाई।
सारी कक्षा साँस रोके हुए उसी तरफ देख रही है।
उत्तर:
‘दाँतों तले उँगली दबाना’ एवं ‘साँस रोके देखना’ मुहावरों से आश्चर्य का भाव प्रकट हो रहा है।
इन भावों से जुड़े मुहावरे, अर्थ एवं प्रयोग
दंग रह जाना – आश्चर्य में पड़ जाना-सरकस में छोटी बच्ची का करतब देख दर्शक दंग रह गए।
पैरों तले जमीन खिसक जाना – होश उड़ जाना अपने जनाधार को खोता देखकर नेता जी के पैरों तले जमीन खिसक गई।
हक्का – बक्का रह जाना – हैरान रह जाना-अपने घर में चोरी होने की बात सुनकर दरोगा जी हक्के-बक्के रह गए।
दम साधे बैठना – चुपचाप बैठना-शिकार को अपनी ओर आता देख शिकारी दम साधे बैठ गया।

प्रश्न 2.
विशेषण कभी-कभी एक से अधिक शब्दों के भी होते हैं। नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित हिस्से क्रमशः रकम और कंचे के बारे में बताते हैं, इसलिए वे विशेषण हैं।
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 12 कंचा image - 1
इसी प्रकार के कुछ विशेषण नीचे दिए गए हैं इनका प्रयोग कर वाक्य बनाएँ
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 12 कंचा image - 2
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 12 कंचा image - 3

कुछ करने को
मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘ईदगाह’ खोजकर पढ़िए। ‘ईदगाह’ कहानी में हामिद चिमटा खरीदता है और ‘कंचा’ कहानी में अप्पू कंचे। इन दोनों बच्चों में से किसकी पसंद को आप महत्त्व देना चाहेंगे? हो सकता है, आपके कुछ साथी चिमटा खरीदनेवाले हामिद को पसंद करें और कुछ अप्पू को। अपनी कक्षा में इस विषय पर वाद-विवाद का आयोजन कीजिए।
उत्तर:
मैं हामिद की पसंद को महत्त्व देना चाहूँगा। इस विषय पर कक्षा के छात्र स्वयं वाद-विवाद का आयोजन करें।

Read More

CHAPTER – 11 रहीम की दोहे | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter -11 रहीम की दोहे

MCQs

प्रश्न अभ्यास

दोहे से

प्रश्न 1.
पाठ में दिए गए दोहों की कोई पंक्ति कथन है और कोई कथन को प्रमाणित करने वाला उदाहरण। इन दोनों प्रकार की पंक्तियों को पहचान कर अलग-अलग लिखिए।
उत्तर:
कथन

  1. कहि रहीम संपति सगे बनत बहुत बहु रीति।
  2. जाल परे ……….. छोह।
  3. कहि रहीम परकाज हित ……….. सुजान।
  4. धनी पुरुष ………..
  5. चना पुरुष ……….. बात।
  6. धरती की सी ………… मेह।

प्रमाणित करने वाले उदाहरण

  1. विपति कसौटी जे कसे तेई साँचे मीत।
  2. रहिमन ……….. छोह।
  3. तरुवर ……….. पान।
  4. थोथे बादर क्वार ……….. घहरात।
  5. जैसी परे ……….. देह।

प्रश्न 2.
रहीम ने क्वार के मास में गरजनेवाले बादलों की तुलना ऐसे निर्धन व्यक्तियों से क्यों की है जो पहले कभी धनी थे और बीती बातों को बताकर दूसरों को प्रभावित करना चाहते हैं? दोहे के आधार पर आप सावन के बरसने और गरजनेवाले बादलों के विषय में क्या कहना चाहेंगे?
उत्तर:
रहीम ने यह तुलना इसलिए की है क्योंकि जिस प्रकार निर्धन हुए व्यक्ति के पास धन (सामर्थ्य) तो रहता नहीं है। वह आश्वासन या धमकियाँ तो दे सकता है परंतु वास्तव में कुछ कर नहीं सकता है, ठीक उसी तरह से क्वार (आश्विन) माह के जलहीन बादल गरज तो सकते हैं, परंतु बरस नहीं सकते हैं। सावन के बादल जलयुक्त होते हैं, जो गरजने के साथ बरसते भी हैं।

दोहों से आगे

नीचे दिए गए दोहों में बताई गई सच्चाइयों को यदि हम अपने जीवन में उतार लें तो उनके क्या लाभ होंगे? सोचिए और लिखिए
(क) तरुवर फल …………. सचहिं सुजान।
उत्तर:
पेड़ों और सरोवरों की भाँति ही यदि हमारा स्वभाव भी परोपकारी बन जाता है तो हमारे आस-पास का जन-जीवन भी सुखमय हो जाएगा। लोगों में कटुता, द्वेष तथा विषमता कम होगी और सद्भाव बढ़ेगा। अमीर और गरीब के बीच खाई की गहराई में कमी आएगी।

(ख) धरती की-सी …………. यह. देह॥
उत्तर:
यदि हम दोहे में वर्णित यथार्थ स्वीकार कर लें तो हमें दुख की अनुभूति कम होगी। जीवन हमारे लिए आनंददायी बन जाएगा। हम बीमारियों तथा रोगों से बचे रहेंगे क्योंकि हमारा शरीर हर तरह की परिस्थितियों को सहने के योग्य बन जाएगा।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित हिंदी रूप लिखिए
जैसे-परे-पड़े (रे, डे)
बिपति बादर मछरी सीत
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 11 रहीम की दोहे image - 1

प्रश्न 2.
नीचे दिए उदाहरण पढ़िए
(क) बनत बहुत बहु रीत।
(ख) जाल परे जल जात बहि।
उपर्युक्त उदाहरणों की पहली पंक्ति में ‘ब’ का प्रयोग कई बार किया गया है और दूसरी में ‘ज’ का प्रयोग। इस प्रकार बार-बार एक ध्वनि के आने से भाषा की सुंदरता बढ़ जाती है। वाक्य रचना की इस विशेषता के अन्य उदाहरण खोजकर लिखिए।
उत्तर:
इसी प्रकार के कुछ अन्य उदाहरण –

  • चारु चंद्र की चंचल किरणें खेल रही थी जल थल में।
  • रघुपति राघव राजा राम।
  • रावण रथी विरभ रघुवीरा।
  • तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहुछाए।
  • जो खग हौं तो बसेरो करो मिलि कालिंदी कूल कदंब की डारन।
  • मुदित महीपति मंदिर आए।
  • विमल वाणी ने वीणा ली कमल कोमल कर में सप्रीत।
Read More

CHAPTER – 10 अपूर्व अनुभव | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 10 अपूर्व अनुभव

 MCQs

Question 1.
बच्चे किस्से अपनी संपत्ति मानते थे?
(a) स्वयं को
(b) पेड़ को
(c) अपनी जगह को
(d) किसी को नहीं

Answer

Answer: (b) पेड़ को


Question 2.
यासुकी-चान को क्या रोग था?
(a) पोलियो का
(b) पेड़ पर चढ़ने के लिए
(c) आपस में मिलने के लिए
(d) कहीं चलने के लिए

Answer

Answer: (a) पोलियो का


Question 3.
तोत्तो-चान किस काम को आसान समझ रही थी?
(a) यासुकी-चान के साथ खेलना
(b) सीढ़ी लाना
(c) यासुकी-चान के साथ रहना
(d) यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाना

Answer

Answer: (d) यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाना


Question 4.
यासुकी-चान का घर इनमें से कहाँ था?
(a) तोमोए में
(b) डेनेनवोफु में
(c) कुहोन्बसु में
(d) हिरोशिमा में

Answer

Answer: (b) डेनेनवोफु में


Question 5.
तोत्तो-चान ने अपनी योजना का सच सर्वप्रथम किसे बताया?
(a) यासुकी-चान को
(b) अपनी माँ को
(c) यासुकी-चान की माँ को
(d) रॉकी को

Answer

Answer: (d) रॉकी को


Question 6.
तोत्तो-चान यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने का कौन-सा तरीका अपना रही थी?
(a) धक्के लगाकर
(b) हाथ से ऊपर की ओर खींचकर
(c) सीढ़ी पर धकियाकर
(d) पेड़ के तने पर सरकाकर

Answer

Answer: (c) सीढ़ी पर धकियाकर


Question 7.
दोनों के विशाखा पर पहुँचने पर क्या हुआ?
(a) यासुकी-चान ने तोत्तो-चान को धन्यवाद दिया
(b) तोतो ने यासुकी-चान का स्वागत किया
(c) दोनों हँसने लगे
(d) दोनों बतियाने लगे

Answer

Answer: (b) तोतो ने यासुकी-चान का स्वागत किया


Question 8.
‘यह उसकी हार्दिक इच्छा थी’ वाक्य में हार्दिक शब्द है-
(a) संज्ञा
(b) सर्वनाम
(c) विशेषण
(d) क्रियाविशेषण

Answer

Answer: (c) विशेषण


(1)

तोमोए में हरेक बच्चा बाग के एक-एक पेड़ को अपने खुद के चढ़ने का पेड़ मानता था। तोत्तो-चान का पेड़ मैदान के बाहरी हिस्से में कुहोन्बुत्सु जानेवाली सड़क के पास था। बड़ा सा पेड़ था उसका, चढ़ने जाओ तो पैर फिसल-फिसल जाते। पर, ठीक से चढ़ने पर ज़मीन से कोई छह फुट की ऊँचाई पर एक विशाखा तक पहुँचा जा सकता था। बिलकुल किसी झूले-सी आरामदेह जगह थी यह। तोत्तो-चान अकसर खाने की छुट्टी के समय या स्कूल के बाद ऊपर चढ़ी मिलती।

Question 1.
उपर्युक्त गद्यांश के पाठ का नाम एवं लेखक हैं
(a) पाठ – एक किसान, लेखक-विजय तेंदुलकर
(b) पाठ – रक्त और हमारा शरीर, लेखक-यतीश अग्रवाल
(c) पाठ – अपूर्व अनुभव, लेखक-तेत्सुको कुरिया नागी।

Answer

Answer: पाठ – अपूर्व अनुभव, लेखक-तेत्सुको कुरिया नागी।


Question 2.
हरेक बच्चा बाग के एक-एक पेड़ को क्या मानता था?
(a) विद्यार्थी
(b) खिलाड़ी
(c) अपने खुद के चढ़ने का पेड़ मानता था
(d) पड़ोसी

Answer

Answer: (c) अपने खुद के चढ़ने का पेड़ मानता था


Question 3.
पेड़ की विशाखा ज़मीन से कितनी ऊँचाई पर थी?
(a) चार फुट
(b) पाँच फुट
(c) छह फुट
(d) सात फुट

Answer

Answer: (c) छह फुट


Question 4.
उपर्युक्त गद्यांश से हमें किस बात का पता चलता है?
(a) बच्चों का आपसी प्रेम
(b) बच्चों का खेल से प्रेम
(c) बच्चों का सड़क के प्रति प्रेम
(d) बच्चों का पेड़ों के प्रति प्रेम

Answer

Answer: (d) बच्चों का पेड़ों के प्रति प्रेम


Question 5.
पेड़ की विशाखा पर दोनों बच्चे कैसे महसूस करते थे?
(a) कष्टदायक
(b) झूले सी आरामदेह जगह
(c) प्रकृति से सान्निध्यता
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (b) झूले सी आरामदेह जगह


(2)

यासुकी-चान को पोलियो था, इसलिए वह न तो किसी पेड़ पर चढ़ पाता था और न किसी पेड़ को निजी संपत्ति मानता था। अत: तोत्तो-चान ने उसे अपने पेड़ पर आमंत्रित किया था। पर यह बात उन्होंने किसी से नहीं कही, क्योंकि अगर बड़े सुनते तो ज़रूर डाँटते।

Question 1.
यासुकी-चान किस बीमारी से पीड़ित था?
(a) टी०वी०
(b) पोलियो
(c) फेफड़े के
(d) दमा

Answer

Answer: (b) पोलियो


Question 2.
यासुकी-चान को क्यों आमंत्रित किया गया था?
(a) खाना-खाने के लिए
(b) पेड़ पर चढ़ने के लिए
(c) खेलने के लिए
(d) प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए

Answer

Answer: (b) पेड़ पर चढ़ने के लिए


Question 3.
बच्चे किसे अपना निजी संपत्ति मानते थे?
(a) अपने खेल-कूद के सामान को
(b) पेड़ों को
(c) घर को
(d) माता-पिता को

Answer

Answer: (b) पेड़ों को


Question 4.
तोत्तो-चान ने अपनी बातों की खबर किसी को क्यों नहीं होने दी?
(a) क्योंकि वहाँ बच्चों की भीड़ जम जाती
(b) क्योंकि वह इस काम को अकेले ही करना चाहता था
(c) क्योंकि काम बहुत खतरनाक था
(d) क्योंकि माँ नाराज़ हो जाती

Answer

Answer: (c) क्योंकि काम बहुत खतरनाक था


Question 5.
“निजी’ शब्द का इनमें विलोम शब्द है
(a) सार्वजनिक
(b) व्यक्तिगत
(c) सरकारी
(d) इनमें किसी का नहीं

Answer

Answer: (a) सार्वजनिक


(3)

यासुकी-चान के हाथ-पैर इतने कमज़ोर थे कि वह पहली सीढ़ी पर भी बिना सहारे के चढ़ नहीं पाया। इस पर तोत्तो-चान नीचे उतर आई और यासुकी-चान को पीछे से धकियाने लगी। पर तोत्तो-चान थी छोटी और नाजुक-सी, इससे अधिक साहयता क्या करती! यासुकी-चान ने अपना पैर सीढ़ी पर से हटा लिया और हताशा से सिर झुकाकर खड़ा हो गया। तोत्तो-चान को पहली बार लगा कि काम उतना आसान नहीं है जितना वह सोचे बैठी थी। अब क्या करे वह ?

Question 1.
यासुकी-चान पहली सीढ़ी पर भी क्यों नहीं चढ़ सकता था?
(a) क्योंकि उसके हाथ-पैर कमज़ोर थे
(b) क्योंकि उसे डर लग रहा था
(c) क्योंकि सीढ़ी काफ़ी कमज़ोर थी
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (a) क्योंकि उसके हाथ-पैर कमज़ोर थे


Question 2.
पेड़ के नीचे कौन उतर आया?
(a) यासुकी-चान
(b) तोत्तो-चान
(c) वायु-चान
(d) भाओ-चान

Answer

Answer: (b) तोत्तो-चान


Question 3.
यासुकी-चान हताश क्यों हो गया?
(a) क्योंकि रास्ता काफ़ी कठिन था
(b) क्योंकि वह सीढ़ी पर चढ़ नहीं पा रहा था
(c) तोत्तो-चान के धक्का देने पर गिर गया
(d) क्योंकि उसका हौसला जवाब दे गया।

Answer

Answer: (b) क्योंकि वह सीढ़ी पर चढ़ नहीं पा रहा था


Question 4.
यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने का काम कैसा था?
(a) सरल
(b) कठिन
(c) पक्का
(d) ठीक

Answer

Answer: (b) कठिन


Question 5.
तोत्तो-चान, यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने का कौन-सा तरीका अपना रही थी?
(a) कूदकर
(b) कंधे पर चढ़ाकर
(c) सीढ़ी पर धक्के लगाकर
(d) हाथ से ऊपर की ओर खींचकर

Answer

Answer: (c) सीढ़ी पर धक्के लगाकर


(4)

उस समय विशाखा पर खड़ी तोत्तो-चान द्वारा यासुकी-चान को पेड़ की ओर खींचते हुए अगर कोई बड़ा देखता तो वह ज़रूर डर के मारे चीख उठता। उसे वे सच में जोखिम उठाते ही दिखाई देते। पर यासुकी-चान को तोत्तो-चान पर पूरा भरोसा था और वह खुद भी यासुकी-चान के लिए भारी-खतरा उठा रही थी। अपने नन्हें-नन्हें हाथों से वह पूरी ताकत से यासुकी-चान को खींचने लगी। बादल का एक बड़ा टुकड़ा बीच-बीच में छाया करके उन्हें कड़कती धूप से बचा रहा था। काफ़ी मेहनत के बाद दोनों आमने-सामने पेड़ की द्विशाखा पर थे। पसीने से तरबतर अपने बालों को चहरे पर से हटाते हुए तोत्तोचान ने सम्मान से झुककर कहा, “मेरे पेड़ पर तुम्हारा स्वागत है।”

Question 1.
तोत्तो-चान यासुकी-चान को चढ़ाना चाहती थी?
(a) पेड़ की सबसे ऊँची टहनी पर
(b) पेड़ की द्विशाखा पर
(c) पेड़ के तने पर
(d) पेड़ की लंबी टहनी पर

Answer

Answer: (b) पेड़ की द्विशाखा पर


Question 2.
यासुकी-चान के लिए तोत्तो-चान खतरा क्यों ले रही थी?
(a) बीमारी से बचाना चाहती थी
(b) उससे पैसा लेना चाहती थी
(c) लाचार यासुकी-चान को द्विशाखा का आनंद देना चाहती थी
(d) अपना वचन पूरा करना चाहती थी

Answer

Answer: (c) लाचार यासुकी-चान को द्विशाखा का आनंद देना चाहती थी


Question 3.
तोत्तो-चान ने यासुकी-चान का स्वागत कहाँ किया?
(a) अपने पेड़ पर
(b) ज़मीन पर
(c) अपने घर पर
(d) सीढ़ी पर

Answer

Answer: (a) अपने पेड़ पर


Question 4.
यासुकी-चान ने क्या पूछा?
(a) क्या मैं पेड़ पर चढ़ सकता हूँ?
(b) क्या मैं अंदर आ सकता हूँ?
(c) तुम यहाँ क्यों आए हो ?
(d) क्या तुम मेरे साथ खेलोगे?

Answer

Answer: (b) क्या मैं अंदर आ सकता हूँ?


Question 5.
यासुकी-चान ने पेड़ पर क्या देखा?
(a) पेड़ों की झलक
(b) नई दुनिया अर्थात संसार
(c) नीला आसमान
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (b) नई दुनिया अर्थात संसार


(5)

बच्चे अपने-अपने पेड़ को निजी संपत्ति मानते थे। किसी दूसरे के पेड़ पर चढ़ना हो तो उससे पहले पूरी शिष्टता से, “माफ़ कीजिए, क्या मैं अंदर आ जाऊँ?” पूछना पड़ता था।
यासकी-चान को पोलियो था, इसलिए वह न तो किसी पेड़ पर चढ़ पाता था और न किसी पेड़ को निजी संपत्ति मानता था। अतः तोत्तो-चान ने उसे अपने पेड़ पर आमंत्रित किया था, पर यह बात उन्होंने किसी से नहीं कही, क्योंकि अगर बड़े सुनते तो ज़रूर डाँटते।

Question 1.
बच्चे इनमें किसे अपनी संपत्ति मानते थे?

Answer

Answer: बच्चे इनमें से अपने-अपने पेड़ को अपनी निजी संपत्ति मानते थे।


Question 2.
यासुकी-चान किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति क्यों नहीं मानता था?

Answer

Answer: यासुकी-चान किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति इसलिए नहीं मानते थे, क्योंकि वह पोलियो से ग्रस्त था, वह किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था इसलिए वे किसी पेड़ को अपनी निजी संपत्ति नहीं मानता था।


Question 3.
किसी दूसरे के पेड़ पर चढ़ने से पूर्व क्या करना पड़ता था?

Answer

Answer: किसी दूसरे के पेड़ पर चढ़ने से पूर्व उस पेड़ के मालिक से विनयपूर्वक पूछना पड़ता था-“माफ़ कीजिए क्या मैं अंदर आ जाऊँ?”


Question 4.
कौन किस कारण पेड़ पर नहीं चढ़ पाया था?

Answer

Answer: यासुकी-चान किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था क्योंकि उसको पोलियो था। वह किसी पेड़ को अपनी संपत्ति भी नहीं मानता था।


Question 5.
किसने, किसको कहाँ आमंत्रित किया था?

Answer

Answer: तोत्तो-चान ने यासुकी-चान को अपने पेड़ पर आमंत्रित किया था।


(6)

यासुकी-चान के मन में भी उत्साह था। वह उसके सामने गई। उसका लटका चेहरा इतना उदास था कि तोत्तो-चान को उसे हँसाने के लिए गाल फुलाकर तरह-तरह के चेहरे बनाने पड़े।
“ठहरो, एक बात सूझी है।” वह फिर चौकीदार के छप्पर की ओर दौड़ी और हरेक चीज़ उलट-पुलटकर देखने लगी। आखिर उसे एक तिपाई-सीढ़ी मिली जिसे थामे रहना भी जरूरी नहीं था।
वह तिपाई-सीढ़ी को घसीटकर ले आई तो अपनी शक्ति पर हैरान होने लगी। तिपाई की ऊपरी सीढ़ी विशाखा तक पहुँच रही थी।

Question 1.
किसकी क्या इच्छा थी?

Answer

Answer: तोत्तो-चान की यह हार्दिक इच्छा थी कि यासुकी-चान उसके पेड़ पर चढ़े।


Question 2.
तोत्तो-चान किस प्रयास में लगी?

Answer

Answer: तोत्तो-चान ने यासुकी-चान का उदास चेहरा देखा तो वह उसे हँसाने के प्रयास में लग गई। उसने अपना-गाल फुलाकर तरह-तरह के चेहरे बनाए।


Question 3.
तोत्तो-चान को कौन-सी बात सूझी थी?

Answer

Answer: तोत्तो-चान को यह बात सूझी थी कि तिपाई-सीढ़ी की सहायता से यासुकी-चान के लिए विशाखा तक पहुँचना आसान हो जाएगा। तिपाई-सीढ़ी को थामें रखने की भी ज़रूरत नहीं थी।


Question 4.
तोत्तो-चान तिपाई-सीढ़ी ढूँढ़ने कहाँ गई?

Answer

Answer: तोत्तो-चान तिपाई-सीढ़ी ढूँढ़ने छप्पर की ओर दौड़ी। आखिर वहाँ उसे तिपाई-सीढ़ी मिल गई।


Question 5.
तोत्तो-चान किस बात पर हैरान थी?

Answer

Answer: तोत्तो-चान छोटी-सी बच्ची थी। जब वह तिपाई-सीढ़ी को चौकीदार के छप्पर से घसीटकर अपने पेड़ तक ले आई तो उसे अपने शक्ति पर हैरानी हुई।

Question 6.
तोत्तो-चान की आवाज़ बड़ी बहन जैसे क्यों लगने लगी?

Answer

Answer: तोत्तो-चान, के कंधों पर उसकी जिम्मेदारी थी। अतः वह उसे करने के लिए हिम्मत बँधा रही थी तो उसकी आवाज़ में बड़ी बहन जैसी गंभीरता और आश्वासन की भावना झलक रही थी।


(7)

उस समय द्विशाखा पर खड़ी तोत्तो-चान द्वारा यासुकी-चान को पेड़ की ओर खींचते अगर कोई बड़ा देखता तो वह ज़रूर डर के मारे चीख उठता। उसे वे सच में जोखिम उठाते ही दिखाई देते। पर यासुकी-चान को तोत्तो-चान पर पूरा भरोसा था और वह खुद भी यासुकी-चान के लिए भारी-खतरा उठा रही थी। अपने नन्हें-नन्हें हाथों से वह पूरी ताकत से यासुकी-चान को खींचने लगी। बादल का एक बड़ा टुकड़ा बीच-बीच में छाया करके उन्हें कड़कती धूप से बचा रहा था।
काफ़ी मेहनत के बाद दोनों आमने-सामने पेड़ की द्विशाखा पर थे। पसीने से तरबतर अपने बालों को चहरे पर से हटाते हुए तोत्तोचान ने सम्मान से झुककर कहा, “मेरे पेड़ पर तुम्हारा स्वागत है।”

Question 1.
तोत्तो-चान यासुकी-चान को कहाँ चढ़ाना चाहती थी?

Answer

Answer: तोत्तो-चान यासुकी-चान को पेड़ की विशाखा पर चढ़ाना चाहती थी।


Question 2.
तोत्तो-चान और यासुकी-चान क्या खतरा उठा रहे थे?

Answer

Answer: तोत्तो-चान और यासुकी-चान छह फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित विशाखा पर चढ़ने का प्रयास कर रहे थे। जहाँ से गिरने पर दोनों को गंभीर चोटें आ सकती थीं।


Question 3.
दोनों के विशाखा पर पहुँचने पर क्या हुआ?

Answer

Answer: दोनों के विशाखा पर पहुँचने पर तोत्तो-चान ने यासुकी-चान का स्वागत किया।


Question 4.
यासुकी-चान का क्या सपना साकार हुआ?

Answer

Answer: तोत्तो-चान का अपने विकलांग मित्र यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने का सपना पूरा हुआ।


Question 5.
‘बादल’ शब्द का पर्यायवाची क्या है?

Answer

Answer: ‘बादल’ शब्द का पर्यायवाची है-घन, मेघ, जलद, नीरद।


(8)

तोत्तो-चान उस समय यह तो न समझ पाई कि यासुकी-चान के लिए, जो कहीं भी दूर तक चल नहीं सकता था, घर बैठे चीजों को देख लेने के क्या अर्थ होंगे? वह तो यह ही सोचती रही कि सूमो पहलवान घर में रखे किसी डिब्बे में कैसे समा जाएँगे? उनका आकार तो बड़ा होता है, पर बात उसे बड़ी लुभावनी लगी। उन दिनों टेलीविजन के बारे में कोई नहीं जानता था। पहले-पहल यासुकी-चान ने ही तोत्तो-चान को उसके बारे में बताया था।

Question 1.
तोत्तो-चान को क्या समझ में नहीं आई ?

Answer

Answer: तोत्तो-चान को यह समझ बात में नहीं आई कि यासुकी चान के लिए घर बैठे किसी चीज़ को देख लेना क्या महत्त्व रखता है, क्योंकि उसे यासुकी-चान की परेशानियों का सही अनुमान नहीं था।


Question 2.
तोत्तो-चान क्या सोच रही थी?

Answer

Answer: तोत्तो-चान यह सोच रही थी कि सूमो पहलवान घर में रखे किसी डिब्बे में कैसे अंदर प्रवेश कर जाएँगे। वे तो बहुत बड़े होते हैं फिर भी उनके बारे में सोचना आकर्षित करने जैसा था।


Question 3.
लोगों को इन दिनों टेलीविजन के बारे में जानकारी क्यों नहीं थी?

Answer

Answer: पुराने समय में टेलीविजन का आविष्कार नया-नया ही हुआ था। लोग उसके बारे में परिचित नहीं थे। विकसित देशों में मसलन-अमेरिका जैसे में ही इसका प्रचार-प्रसार हुआ था। जापान के लोग व्यावहारिक रूप में टी०वी० से अपरिचित थे।


Question 4.
तोत्तो-चान को टेलीविजन के बारे में किसने बताया?

Answer

Answer: यासुकी-चान वे तोत्तो-चान को टेलीविजन के बारे में बताया।


Question 5.
‘लुभावना’ शब्द का पर्यायवाची लिखिए?

Answer

Answer: लुभावना – सुहावना, मनोरम, मनोहारी, मनहर, चित्ताकर्षक।

प्रश्न अभ्यास

पाठ से

प्रश्न 1.
यासुकी-चान को अपने पेड़ पर चढ़ाने के लिए तोत्तो-चान ने अथक प्रयास क्यों किया? लिखिए।
उत्तर:
यासुकी-चान एक पोलियोग्रस्त बालक था। उसके लिए किसी पेड़ पर चढ़ना संभव न था। उससे एक वर्ष बड़ी तोत्तो-चान की हार्दिक इच्छा थी कि यासुकी-चान उसके पेड़ पर चढ़े और इसके लिए उसने अथक प्रयास किया।

प्रश्न 2.
दृढ़ निश्चय और अथक परिश्रम से सफलता पाने के बाद तोत्तो-चान और यासुकी-चान को अपूर्व अनुभव मिला, इन दोनों के अपूर्व अनुभव कुछ अलग-अलग थे। दोनों में क्या अंतर रहे? लिखिए।
उत्तर:
यासुकी-चान और तोत्तो-चान के अपूर्व अनुभव कुछ अलग-अलग थे। उनमें अन्तर भी थे, जैसे-पोलियोग्रस्त यासुकी-चान सपने में भी नहीं सोच सकता था कि पेड़ पर चढ़कर वह भी ऐसा सुखद अनुभव कर सकता है। तोत्तो-चान ने जब अथक परिश्रम और साहस से पोलियोग्रस्त यासुकी-चान को अपने पेड़ पर चढ़ाकर उसका स्वागत किया तो उसे हार्दिक खुशी एवं संतुष्टि प्राप्त हुई।

प्रश्न 3.
पाठ में खोजकर देखिए-कब सूरज का ताप यासुकी-चान और तोत्तो-चान पर पड़ रहा था, वे दोनों पसीने से तरबतर हो रहे थे और कब बादल का एक टुकड़ा उन्हें छाया देकर कड़कती धूप से बचाने लगा था। आपके अनुसार इस प्रकार परिस्थिति के बदलने का कारण क्या हो सकता है?
उत्तर:
यासुकी-चान और तोत्तो-चान अथक प्रयास करते हुए पेड़ पर सीढ़ी के सहारे चढ़ते-चढ़ाते हुए इतने व्यस्त थे कि उन्हें समय या अपने सुख-दुख का ज़रा भी ध्यान नहीं था। यासुकी-चान के एक-एक कदम आगे बढ़ने पर उन्हें अद्भुत सुख प्राप्त होता था। अपने असाधारण प्रयास से वे अपना लक्ष्य भी सफल हो गए। उनकी परिस्थितियाँ बदलने का यही कारण हो सकता हैं।

प्रश्न 4.
‘यासुकी-चान के लिए पेड़ पर चढ़ने का यह ………अंतिम मौका था।’-इस अधूरे वाक्य को पूरा कीजिए और लिखिकर बताइए कि लेखिका ने ऐसा क्यों लिखा होगा?
उत्तर:
“यासुकी-चान के लिए पेड़ पर चढ़ने का यह पहला और अंतिम मौका था”, लेखिका ने ऐसा इसलिए लिखा होगा क्योंकि पोलियोग्रस्त यासुकी-चान के लिए पेड़ पर चढ़ना संभव न रह जाएगा। उसका शरीर बडा होगा और वज़न भी बढ़ता जाएगा। यासुकी-चान के लिए अब ऐसा जोखिम लेने को शायद कोई तैयार न हो।

पाठ से आगे

प्रश्न 1.
तोत्तो-चान ने अपनी योजना को बड़ों से इसलिए छिपा लिया कि उसमें जोखिम था, यासुकी-चान के गिर जाने की संभावना थी। फिर भी उसके मन में यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने की दृढ़ इच्छा थी। ऐसी दृढ़ इच्छाएँ बुद्धि और कठोर परिश्रम से अवश्य पूरी हो जाती हैं। आप किस तरह की सफलता के लिए तीव्र इच्छा और बुद्धि का उपयोग कर कठोर परिश्रम करना चाहते हैं?
उत्तर:
मैं अपनी तीव्र इच्छा लक्ष्य को पूरी करने के लिए जोखिम उठाऊँगा क्योंकि बिना जोखिम उठाए साहसिक कार्यों को नहीं किया जा सकता है। जो व्यक्ति समुद्र की लहरों में पाँव भिगोने से डरता है वह सागर से मोती नहीं निकाल सकता है।

प्रश्न 2.
हम अकसर बहादुरी के बड़े-बड़े कारनामों के बारे में सुनते रहते हैं, लेकिन ‘अपूर्व अनुभव’, कहानी एक मामूली बहादुरी और जोखिम की ओर हमारा ध्यान खींचती है। यदि आपको अपने आसपास के संसार में कोई रोमांचकारी अनुभव प्राप्त करना हो तो कैसे प्राप्त करेंगे?
उत्तर:
अपने आस पास के संसार में कोई रोमांचकारी अनुभव प्राप्त करने के लिए अदम्य साहस और बुद्धि से काम करना होगा। उदाहरण के लिए एक बार में सड़क के रास्ते होकर स्कूल जा रहा था। उस दिन विद्यालय में आधे दिन बाद ही छुट्टी कर दी गई। मेरे कुछ मित्रों ने जंगल की ओर से साइकिलें लेकर घर चलने को कहा। मेरे मित्र साइकिलें तेज़ चलाते हुए भागे जा रहे थे। वे आगे निकलने की होड़ में आड़ी-तिरछी साइकिलें चला रहे थे। मेरे एक मित्र की साइकिल से टक्कर लगकर दूसरा मित्र अपना संतुलन खो बैठा और साइकिल समेत पास की खाई में गिरने लगा। गहरी खाई में गिरते हुए वह उसी खाई में उगी झाड़ियों को पकड़कर लटक गया। उसकी साइकिल गिर चुकी थी।

वह मदद के लिए पुकारता जा रहा था। मेरे दिमाग में कुछ ख्याल आया और मैंने अपनी कमीज उतारकर एक साइकिल का पिछला और दूसरी साइकिल का अगला पहिया बाँधकर खाई में लटकाया। इसी तरह दो साइकिलें और जोड़कर मैं उसी पर सीढ़ी की तरह धीरे-धीरे उतरने लगा। यदि मेरा संतुलन खोता, तो मैं भी खाई में जा गिरता, परन्तु एक हाथ से साइकिल तथा दूसरे से मित्र को पकड़कर उसे भी साइकिल की ओर खींचा। इस प्रकार पहले वह और बाद में मैं दोनों ही बाहर आ गए। हमारे घरवालों को यह बात आज तक पता न चल सकी। छात्र इस तरह स्वयं के अनुभव भी लिख सकते हैं।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
अपनी माँ से झूठ बोलते समय तोत्तो-चान की नज़रें नीचे क्यों थीं?
उत्तर:
झूठ बोलते समय तोत्तो-चान में आत्म-विश्वास पहले जैसा नहीं था। इसी कमी के कारण वह माँ से नज़रें मिलाकर बात नहीं कर पा रही थी और उसकी नज़रें नीची थीं।

प्रश्न 2.
यासुकी-चान जैसे शारीरिक चुनौतियों से गुज़रनेवाले व्यक्तियों के लिए चढ़ने-उतरने की सुविधाएँ हर जगह नहीं होतीं। लेकिन कुछ जगहों पर ऐसी सुविधाएँ दिखाई देती हैं। उन सुविधावाली जगहों की सूची बनाइए।
उत्तर:
अस्पतालों में
विद्यालयों में
सिनेमागृहों में
कॉलेजों में
सामुदायिक विकास केन्द्रों में
कुछ अन्य सार्वजनिक भवनों तथा स्थानों पर

भाषा की बात

प्रश्न 1.
द्विशाखा शब्द द्वि और शाखा के योग से बना है। द्वि का अर्थ है-दो और शाखा का अर्थ है-डाल। द्विशाखा पेड़ के तने का वह भाग है जहाँ से दो मोटी-मोटी डालियाँ एक साथ निकलती हैं। द्वि की भाँति आप त्रि से बनने वाला शब्द त्रिकोण जानते होंगे। त्रि का अर्थ है तीन। इस प्रकार, चार, पाँच, छह, सात, आठ, नौ और दस संख्यावाची संस्कृत शब्द उपयोग में अकसर आते हैं। इन संख्यावाची शब्दों की जानकारी प्राप्त कीजिए और देखिए कि क्या इन शब्दों की ध्वनियाँ अंगेज़ी संख्या के नामों से कछकुछ मिलती-जुलती हैं, जैसे-हिंदी-आठ, संस्कृत-अष्ट, अंग्रेज़ी-एट।
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 10 अपूर्व अनुभव image - 1

प्रश्न 2.
पाठ में “ठिठियाकर हँसने लगी’, ‘पीछे से धकियाने लगी’ जैसे वाक्य आए हैं। ठिठियाकर हँसने के मतलब का आप अवश्य अनुमान लगा सकते हैं। ठी-ठी-ठी हँसना या ठठा मारकर हँसना बोलचाल में प्रयोग होता है। इनमें हँसने की ध्वनि के एक खास अंदाज़ को हँसी का विशेषण बना दिया गया है। साथ ही ठिठियाना और धकियाना शब्द में ‘आना’ प्रत्यय का प्रयोग हुआ है। इस प्रत्यय से फ़िल्माना शब्द भी बन जाता है। ‘आना’ प्रत्यय से बननेवाले चार सार्थक शब्द लिखिए।
उत्तर:
मूल शब्द आना प्रत्यय जोड़ने से बने शब्द हाथ
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 10 अपूर्व अनुभव image - 2

 
Read More

CHAPTER – 9 चिड़िया की बच्ची | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter -9 चिड़िया की बच्ची

MCQs

Read More

CHAPTER –  8 शाम एक किशान | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 8 शाम एक किशान

MCQs

 

Read More

CHAPTER –  7 पापा खो गए | CLASS 7TH | NCERT HINDI IMPORTANT QUESTIONS & MCQS | EDUGROWN

Chapter - 7 पापा खो गए

MCQs

Question 1.
इस पाठ और लेखक का नाम इनमें से कौन-सा है?
(a) दादी माँ-शिवप्रसाद सिंह
(b) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
(c) मिठाईवाला-भगवती वाजपेयी
(d) पापा खो गए-विजय तेंदुलकर

Answer

Answer: (d) पापा खो गए-विजय तेंदुलकर


Question 2.
खंभा, पेड़, लैटरबक्स सभी एक साथ कहाँ खड़े थे?
(a) विद्यालय के समीप
(b) जंगल के पास
(c) समुद्र के किनारे
(d) झील के किनारे

Answer

Answer: (c) समुद्र के किनारे


Question 3.
इस पाठ में किस समय यह घटनाएं हो रही हैं ?
(a) प्रातःकाल
(b) सायंकाल
(c) रात्रि में
(d) दोपहर में

Answer

Answer: (c) रात्रि में


Question 4.
पत्र को कौन पढ़ रहा है?
(a) पेड़
(b) कौआ
(c) लैटरबक्स
(d) खंभा

Answer

Answer: (c) लैटरबक्स


Question 5.
खंभे के स्वभाव के बारे में पेड़ क्या सोचता था?
(a) वह बहुत दुष्ट है
(b) वह बहुत सभ्य है
(c) वह मिलनसार है
(d) वह अभिमानी है

Answer

Answer: (c) वह मिलनसार है


Question 6.
आसमान में गड़गड़ाती बिजली किस पर आ गिरी थी?
(a) खंभे पर
(b) पेड़ पर
(c) लैटरबक्स पर
(d) पोस्टर पर

Answer

Answer: (b) पेड़ पर


Question 7.
‘आदमी’ लड़की को छोड़कर कहाँ चला गया?
(a) खाना खाने
(b) घूमने चला गया
(c) बच्चे को उठाने
(d) सोने के लिए

Answer

Answer: (a) खाना खाने


Question 8.
‘फ़ीस के पैसे क्या फोकट में आते हैं?’-का भाव क्या है?
(a) फ़ीस मुफ्त में आती है
(b) पढ़ाई मुफ्त में होनी चाहिए
(c) फ़ीस के पैसे बड़ी मुश्किल से आते हैं
(d) फ़ीस अवश्य जमा करना चाहिए

Answer

Answer: (c) फ़ीस के पैसे बड़ी मुश्किल से आते हैं


(1)

तब भी बरसात की रातों से तो ये रातें कहीं अच्छी हैं, पेड़राजा! बरसात की रातों में तो रातभर भीगते रहो, बादलों से आनेवाले पानी की मार खाते रहो, तेज़ हवाओं में भी बल्ब को कसकर पकड़े बराबर एक टाँग पर खड़े रहो-बिलकुल अच्छा नहीं लगता। उस वक्त लगता है, इससे तो अच्छा था…न होता बिजली के खंभे का जन्म! बल्ब फेंक, तब दूर कहीं भाग जाने का जी होता है।

Question 1.
उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम बताएँ।
(a) बरसात की रातें-मीरा बाई
(b) पापा खो गए—विजय तेंदुलकर
(c) चिड़िया की बच्ची-जैनेद कुमार
(d) कठपुतली-भवानीप्रसाद मिश्र

Answer

Answer: (b) पापा खो गए—विजय तेंदुलकर


Question 2.
खंभे की बातों को कौन सुन रहा है?
(a) पेड़
(b) बादल
(c) पत्र-पेटी
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (a) पेड़


Question 3.
खंभे को किस ऋतु की रात पसंद नहीं है?
(a) सरदी
(b) गरमी
(c) बरसात
(d) वसंत

Answer

Answer: (c) बरसात


Question 4.
खंभा किसे कसकर पकड़े रहता है?
(a) स्वयं को
(b) बल्ब को
(c) लड़की को
(d) हवा को।

Answer

Answer: (b) बल्ब को


Question 5.
खंभे की परेशानी क्या है?
(a) बारिश में भींगना
(b) एक टाँग पर खड़े रहना
(c) तेज़ आँधी तूफान में बल्ब को सँभाल कर रखना
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी।


(2)

अपने पत्तों का कोट पहनकर मुझे सरदी, बारिश या धूप में उतनी तकलीफ़ नहीं होती, तो भी तुमसे बहुत पहले का खड़ा हूँ मैं यहाँ। यहीं मेरा जन्म हुआ-इसी जगह। तब सब कुछ कितना अलग था यहाँ। वहाँ के, वे सब ऊँचे-ऊँचे घर नहीं थे तब। यह सड़क भी नहीं थी। वह सिनेमा का बड़ा सा पोस्टर और उसमें नाचनेवाली औरत भी तब नहीं थी। सिर्फ सामने का यह समुद्र था। बहुत अकेलापन महसूस होता था। तुम्हें जब यहाँ लाकर खड़ा किया तो सोचा, चलो कोई साथी तो मिला-इतना ही सही। लेकिन वो भी कहाँ? तुम शुरू-शुरू में मुझसे बोलने को ही तैयार नहीं थे। मैंने बहुत बार कोशिश की, पर तुम्हारी अकड़ जहाँ थी वहीं कायम! बाद में मैंने भी सोच लिया, इसकी नाक इतनी ऊँची है तो रहने दो। मैंने भी कभी आवाज़ नहीं लगाई, हाँ! अपना भी स्वभाव ज़रा ऐसा ही है।

Question 1.
कौन किससे कह रहा है?
(a) पेड़ अपने आप से
(b) पेड़ खंभे को
(c) पेड़ कौए को
(d) पेड़ चोर को

Answer

Answer: (b) पेड़ खंभे को


Question 2.
जब पेड़ का जन्म हुआ तो उस स्थान पर विशेष रूप से क्या था?
(a) सड़क
(b) पोस्टर
(c) समुद्र
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (c) समुद्र


Question 3.
‘तुम्हें जब यहाँ लाकर खड़ा किया गया’ किसे खड़ा करने को कहा गया है?
(a) पेड़ को
(b) खंभे को
(c) लेटर बॉक्स को
(d) ऊँचे मकान को

Answer

Answer: (b) खंभे को


Question 4.
किसकी नाक ऊँची थी?
(a) पेड़ की
(b) खंभे की
(c) लड़की की
(d) सभी की

Answer

Answer: (b) खंभे की


Question 5.
पेड़ का स्वभाव कैसा था?
(a) चंचल
(b) अभिमानी
(c) दुष्ट
(d) मिलन सार

Answer

Answer: (d) मिलन सार


Question 6.
किसने आवाज़ नहीं लगाई ?
(a) पेड़ ने
(b) खंभे ने
(c) लड़की ने
(d) पत्र-पेटी ने।

Answer

Answer: (a) पेड़ ने


(3)

मैं बच्चे उठानेवाला हैं। दसरा कोई काम करने की मेरी इच्छा नहीं होती। अभी थोड़ी देर पहले एक घर से यह लड़की उठाई है मैंने। गहरी नींद सो रही थी। अब तक उठी नहीं है। उठेगी भी नहीं, मैंने इसे थोड़ी बेहोशी की दवा जो दी है। अब मुझे लगी है भूख। दिनभर कुछ खाने का वक्त ही नहीं मिला। पेट में जैसे चूहे दौड़ रहे हों!..तो ऐसा किया जाए…इसे यहीं लेटाकर अपने ज़रा कुछ खाने की तलाश करें…देखें कुछ मिल जाए तो! इतनी रात गए यहाँ इस वक्त अब किसी का आना मुमकिन नहीं।

Question 1.
कौन, किससे, क्या कह रहा है?
(a) पेड़ बच्चे उठानेवाले से
(b) बच्चे उठानेवाला अपने आप से
(c) कौआ बच्चे उठानेवाले से
(d) इनमें कोई नहीं

Answer

Answer: (b) बच्चे उठानेवाला अपने आप से


Question 2.
उसने लड़की को कहाँ से उठाया था?
(a) सड़क पर से
(b) खेल के मैदान से
(c) सोई हुई लड़की को उसके घर से
(d) विद्यालय से

Answer

Answer: (c) सोई हुई लड़की को उसके घर से


Question 3.
वह लड़की को छोड़कर कहाँ चला गया?
(a) दूसरे बच्चे को उठाने
(b) चोरी करने
(c) खाना खाने
(d) सोने चला गया

Answer

Answer: (c) खाना खाने


Question 4.
उसने यह क्यों सोचा कि लड़की नहीं उठेगी?
(a) क्योंकि वह भूखी है
(b) क्योंकि लड़की को उसने बेहोशी की दवा पिलाई थी
(c) लड़की बेहोश थी
(d) क्योंकि उसे उसने गहरी नींद में सुलाया था।

Answer

Answer: (b) क्योंकि लड़की को उसने बेहोशी की दवा पिलाई थी


Question 5.
‘मुमकिन’ शब्द का तात्पर्य है-
(a) संभव
(b) असंभव
(c) मँगाना
(d) मारना।

Answer

Answer: (a) संभव


(4)

कौआ उसके कान में कुछ कहता है। लैटरबक्स स्वीकृति में गरदन हिलाता है। अँधेरा। कुछ देर बाद उजाला। सुबह होती है। खंभा अपनी जगह पर टेढ़ा होकर खड़ा है। पेड़ सोई हुई लड़की पर झुककर अपनी छाया किए हुए है। कौए की काँव-काँव ज़ोर-ज़ोर से सुनाई दे रही है और सिनेमा के पोस्टर पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है-पापा खो गए हैं। पोस्टर पर बनी नाचनेवाली की इससे मेल खानेवाली भंगिमा। लेटर बॉक्स धीरे से सरकता हुआ प्रेक्षकों की ओर आता है।

Question 1.
खंभा क्यों झुक गया?
(a) आँधी आने के कारण
(b) लोगों व पुलिस को आकर्षित करने के लिए
(c) लड़की को बचाने के लिए
(d) तेज़ बारिश के कारण

Answer

Answer: (b) लोगों व पुलिस को आकर्षित करने के लिए


Question 2.
पेड़ झुककर छाया क्यों कर रहा था?
(a) क्योंकि नीचे एक व्यक्ति बैठा था
(b) क्योंकि नीचे लड़की सो रही थी
(c) खंभे के कहने पर
(d) पेड़ का आकार ऐसा ही था

Answer

Answer: (b) क्योंकि नीचे लड़की सो रही थी


Question 3.
उपर्युक्त गद्यांश के लेखक का नाम बताएँ-
(a) शिव प्रसाद सिंह
(b) विजय तेंदुलकर
(c) नागार्जुन
(d) यतीश अग्रवाल

Answer

Answer: (b) विजय तेंदुलकर


Question 4.
कौआ काँव-काँव क्यों कर रहा था?
(a) उसे भूख लगी थी
(b) लड़की को जगाने के लिए
(c) पुलिस को बुलाने के लिए
(d) उस व्यक्ति से बचाने के लिए

Answer

Answer: (c) पुलिस को बुलाने के लिए


Question 5.
सिनेमा के पोस्टर पर बड़े-बड़े अक्षरों में क्या लिखा था?
(a) लड़की चोरी हो गई
(b) लड़की का नाम
(c) पापा खो गए
(d) माता-पिता का नाम

Answer

Answer: (c) पापा खो गए


Question 6.
पेड़ झुककर, खंभा टेड़ा होकर और कौआ काँव-काँव करके क्या संकेत देना चाह रहे थे?
(a) दुर्घटना होने की
(b) लोगों को उस जगह बुलाने का
(c) लड़की को उसके घर तक पहुँचाने का
(d) उपर्युक्त सभी।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी।


(5)

अपने पत्तों का कोट पहनकर मुझे सरदी, बारिश या धूप में उतनी तकलीफ़ नहीं होती, तो भी तुमसे बहुत पहले का खड़ा हूँ मैं यहाँ। यहीं मेरा जन्म हुआ-इसी जगह। तब सब कुछ कितना अलग था यहाँ। वहाँ के, वे सब ऊँचे-ऊँचे घर नहीं थे तब। यह सडक भी नहीं थी। वह सिनेमा का बड़ा-सा पोस्टर और उसमें नाचनेवाली औरत भी तब नहीं थी। सिर्फ सामने का यह समुद्र था। बहुत अकेलापन महसूस होता था। तुम्हें जब यहाँ लाकर खड़ा किया गया तो सोचा, चलो कोई साथी तो मिला-इतना ही सही। लेकिन वो भी कहाँ? तुम शुरू-शुरू में मुझसे बोलने को ही तैयार नहीं थे। मैंने बहुत बार कोशिश की, पर तुम्हारी अकड़ जहाँ थी वहीं कायम! बाद में मैंने भी सोच लिया, इसकी नाक इतनी ऊँची है तो रहने दो। मैंने भी कभी आवाज़ नहीं लगाई, हाँ! अपना स्वभाव ज़रा ऐसा ही है।

Question 1.
पेड़ अपने जन्म के बारे में क्या कहता है ?

Answer

Answer: पेड़ अपने जन्म के बारे में कहता है कि अपने पत्तों का कोट पहनकर मुझे सरदी, बारिश या धूप में उतनी तकलीफ़ नहीं होती, तो भी तुम से पहले का खड़ा हूँ। पहले मेरा जन्म इसी जगह हुआ।


Question 2.
पेड़ की बातों को कौन सुन रहा है?

Answer

Answer: पेड़ की बातों को खंभा, पोस्टर एवं लैटरबाक्स सुन रहे हैं।


Question 3.
‘यहीं मेरा जन्म हुआ’-किसका कथन है?

Answer

Answer: यह कथन पेड़ का है।


Question 4.
तब पेड के सामने क्या था?

Answer

Answer: तब पेड़ के सामने सिर्फ समुद्र था।


Question 5.
किसमें अकड़ की बात की जा रही है?

Answer

Answer: बिजली के खंभे के अकड़ की बात की जा रही है।


(6)

चलता है पता तो चल जाने दो। मेरी तरह यहाँ रात-दिन बैठकर दिखाएँ तब पता चले। परसों वह पोस्टमैन मेरे पेट में से चिट्ठियाँ निकाल रहा था और मुझे इतनी लंबी जम्हाई आई कि रोके नहीं रुकी। (जम्हाई लेता है।) वह देखता ही रह गया। चिट्ठियों का बंडल बनाकर जल्दी-जल्दी चलता बना वह। लेकिन यह लैटरबक्स, इसे नहीं बोरियत होती एक जगह बैठे-बैठे? मैं कहता हूँ चार चिट्ठियाँ मन बहलाने के लिए पेड़ भी ले तो क्या हो गया?

Question 1.
‘चलता है पता तो चल जाने दो।’ किसने और क्यों कहा?

Answer

Answer: ‘चलता है पता तो चल जाने दो।’ यह कथन लैटरबक्स के हैं। लैटरबक्स ने यह कथन इसलिए कहा क्योंकि चोरी-चोरी किसी की चिट्ठियों को पढ़ना ठीक नहीं है। पोस्टर मास्टर को पता चल गया तो क्या होगा। लैटरबक्स अपनी बोरियत दूर करने के लिए ऐसा करता है, इसलिए कहता है-चलता है पता तो चल जाने दो।


Question 2.
लैटरबक्स के साथ परसों कौन-सी घटना घटी।

Answer

Answer: लैटरबक्स के साथ घटना घटी कि परसों पोस्टमैन के पत्र निकालते समय लैटरबक्स को जम्हाई आ रही थी, फिर वह चिट्ठियों का बंडल बनाकर चलता बना।


Question 3.
लैटरबक्स अपनी गलती की क्या सफाई देता है ?

Answer

Answer: लैटरबक्स अपनी सफ़ाई देते हुए कहता है कि अपनी बोरियत दूर करने और मन बहलाने के लिए दो-चार चिट्ठियाँ पढ़ ली तो क्या गलत कर दिया।

Question 4.
एक जगह बैठने से लैटरबक्स को क्या परेशानी होती है?

Answer

Answer: एक जगह लैटरबक्स के बैठने से बोरियत होती है।


Question 5.
इस गद्यांश के लेखक कौन हैं ?

Answer

Answer: इस गद्यांश के लेखक विजय तेंदुलकर हैं।


(7)

मैं बच्चे उठानेवाला हूँ। दूसरा कोई काम करने की मेरी इच्छा नहीं होती। अभी थोड़ी देर पहले एक घर से यह लड़की उठाई है मैंने। गहरी नींद सो रही थी। अब तक उठी नहीं है। उठेगी भी नहीं, मैंने इसे थोड़ी बेहोशी की दवा जो दी है। अब मुझे लगी है भूख। दिनभर कुछ खाने का वक्त ही नहीं मिला। पेट में जैसे चूहे दौड़ रहे हों!..तो ऐसा किया जाए…इसे यहीं लेटाकर अपने ज़रा कुछ खाने की तलाश करें…देखें कुछ मिल जाए तो! इतनी रात गए यहाँ इस वक्त अब किसी का आना मुमकिन नहीं ।

Question 1.
बच्चा उठानेवाला कौन है ?

Answer

Answer: बच्चा उठानेवाला एक भिखारी जैसा व्यक्ति है।


Question 2.
बच्चे उठानेवाला अपने बारे में क्या कहता है ?

Answer

Answer: बच्चे उठानेवाला व्यक्ति अपने बारे में कहता है कि वह बच्चे उठाने के सिवा और कोई कार्य नहीं कर सकता है।


Question 3.
लड़की की क्या दशा थी?

Answer

Answer: लड़की गहरी नींद सो रही थी, उस पर बेहोशी का प्रभाव है।


Question 4.
वह व्यक्ति लड़की को छोड़कर कहाँ चला गया?

Answer

Answer: वह व्यक्ति लड़की को छोड़कर खाना खाने चला गया।


Question 5.
बच्चा उठानेवाला व्यक्ति क्या करना चाहता है ?

Answer

Answer: बच्चा उठाने वाला व्यक्ति भोजन की तलाश करना चाहता है।


(8)

यो तो ठीक लग रहे हैं। फिर मुझे जो दिखाई दिया वह सपना था…या कुछ और? (फिर गौर से देखती है, सभी नि:स्तब्ध।) कौन बोल रहा था? कौन गप्पें मार रहा था? (सभी चप) कौन बातें कर रहा था? मुझे…मुझे डर लग रहा है। मैं कहाँ हूँ? यह…यह सब क्या है? मेरा घर कहाँ है? मेरे पापा कहाँ हैं? मम्मी कहाँ हैं ? कहाँ हूँ मैं? मुझे…मुझे बहुत डर लग रहा है…बहुत डर लग रहा है। कैसा अँधेरा है चारों तरफ़! रात है…सपना देख रही थी मैं। पर सब सच है…कोई तो बोलो न…नहीं तो चीखंगी मैं…चीखंगी।

Question 1.
यह संवाद कौन कह रहा है? कौन ठीक लग रहे हैं ? किसे?

Answer

Answer: यह संवाद लड़की का है। लैटरबक्स बिजली का खंभा, पेड़ और कौआ लड़की को ठीक लग रहे हैं।


Question 2.
लड़की के दिमाग में कौन-कौन से प्रश्न उठते हैं?

Answer

Answer: लड़की के दिमाग में ये प्रश्न उठते हैं-मैं कहाँ हूँ? मेरा घर कहाँ है? मेरे पापा कहाँ है? मम्मी कहाँ हैं ?


Question 3.
लड़की को डर क्यों लग रहा है?

Answer

Answer: लड़की को डर इसलिए लग रहा है कि चारों ओर काफ़ी अँधेरा है। रात है।


Question 4.
लड़की क्या करेगी?

Answer

Answer: लड़की चीखेगी।


(9)

पुलिस को लगेगा एक्सीडेंट हो गया। वो यहाँ आएगी और हमारी इस छोटी सहेली को देखेगी। वो लगाएगी इसके घर का पता। पुलिस सबके घर का पता मालूम करती है। खोए हुए बच्चों को उनके घर पहुँचाती है?

Question 1.
यह संवाद कौन, किससे कह रहा है?

Answer

Answer: यह संवाद पेड़; खंभा और कौआ आपस में कह रहे हैं। वे लड़की को उसके घर पहुँचाना चाहते हैं। उनका मानना है कि पुलिस ही उसे उसके घर तक पहुँचा सकती है, क्योंकि लड़की को अपने घर का पता भी मालूम नहीं होता। इसलिए ही वे इस तरह खड़े होने की योजना बनाते हैं कि पुलिस को लगे कि यहाँ कोई दुर्घटना हो गई है।


Question 2.
ऊपर लिखी तरकीब किसने सोची और क्यों?

Answer

Answer: ऊपर लिखी तरकीब कौए ने सोची, क्योंकि उन्हें बच्ची को उसके घर तक सही-सलामत पहुँचा देने की चिंता थी। वे कुछ ऐसा तरकीब करना चाह रहे थे जिससे बच्ची अपने घर पहुँच जाए।


Question 3.
पुलिस लड़की के लिए क्या करेगी? और क्यों?

Answer

Answer: पुलिस लड़की के लिए वहाँ आएगी तो उस छोटी बच्ची को देखेगी। फिर वह उसके घर का पता लगाकर उसे वहीं पहुँचा देगी क्योंकि पुलिस खोए हुए बच्चों को उनके घर पहुँचाती है।


Question 4.
उपर्युक्त पद्यांश में छोटी सहेली किसे कहा गया है?

Answer

Answer: उपर्युक्त पद्यांश में छोटी सहेली उस लड़की को कहा गया है जिसे आदमी लाया था और पेड़, खंभा, लैटरबक्स ने उसे उस आदमी से बचाया था।

प्रश्न अभ्यास

नाटक से

प्रश्न 1.
नाटक में आपको सबसे बुद्धिमान पात्र कौन लगा और क्यों?
उत्तर:
नाटक में सबसे बुद्धिमान पात्र कौआ लगा, क्योंकि लड़की को बचाने में वह सबसे ज़्यादा बुद्धिमानी दिखाता है। पहली बार जब वह भिखारी को लड़की उठाने के लिए आता देखकर ‘भूत’ चिल्लाता  है और सबके ‘भूत-भूत’ चिल्लाने पर उसे भागना पड़ता है। दूसरी बार कौआ ही सबको लड़की को उसके पापा के पास पहुँचाने की योजना बताता है।

प्रश्न 2.
पेड़ और खंभे में दोस्ती कैसे हुई?
उत्तर:
पेड़ और खंभा दोनों पास स्थित थे। एक बार आँधी में खंभा जब गिरने लगा था तो पेड़ ने उसे सहारा देकर गिरने से बचा लिया था। इस क्रिया में पेड़ जख्मी हो गया था। तब से दोनों में दोस्ती हो गई।

प्रश्न 3.
लैटरबक्स को सभी लाल ताऊ कहकर क्यों पुकारते थे?
उत्तर:
लैटरबक्स को लाल ताऊ कहकर इसलिए पुकारते हैं क्योंकि वह पढ़ा-लिखा है और दूसरों की चिट्ठियाँ अपने पेट से निकालकर पढ़ता है। वह परीक्षित के स्कूल छोड़कर बंटे खेलने से दुखी है। वह कहता है कि यदि वह परीक्षित का हेडमास्टर होता तो परीक्षित के होश ठिकाने पर ला देता।

प्रश्न 4.
लाल ताऊ किस प्रकार बाकी पात्रों से भिन्न है?
उत्तर:
लाल ताऊ बाकी पात्रों से भिन्न है, क्योंकि

  • पढ़ा-लिखा होने के कारण वह दूसरे की चिट्ठियाँ निकालकर पढ़ता है।
  • वह मधुर आवाज़ में बात करता है।
  • उसका रंग लाल है। उसे लाल ताऊ कहा जाता है।
  • नाटक के अंत में वह प्रेक्षकों से कहता है कि यदि इस लड़की के पापा मिल जाएँ तो उन्हें जल्दी यहाँ लाएँ।

प्रश्न 5.
नाटक में बच्ची को बचानेवाले पात्रों में एक ही सजीव पात्र है। उसकी कौन-कौन सी बातें आपको मजेदार लगीं? लिखिए।
उत्तर:
बच्ची को बचाने वाले सजीव पात्रों में कौए की निम्नलिखित बातें मज़ेदार लगीं –

  • कौआ लड़की उठाने वाले को आता देख सबसे पहले भूत कहकर चिल्लाता है।
  • कौआ पेड़ से देर तक छाया देने तथा खंभे को तिरछा या झुककर खड़े होने को कहता है, जिससे कि यह लगे कि दुर्घटना हो गई है।
  • लोगों का ध्यान आकृष्ट करने के लिए ‘काँव-काँव’ करते हुए उनकी चीजें उठाकर वहाँ लाता है, जिससे लोगों का ध्यान लड़की पर जाए और वह अपने पापा से मिल सके।

प्रश्न 6.
क्या वजह थी कि सभी पात्र मिलकर भी लड़की को उसके घर नहीं पहुंचा पा रहे थे?
उत्तर:
सभी पात्र मिलकर भी लड़की को उसके घर इसलिए नहीं पहुंचा पा रहे थे क्योंकि छोटी लड़की अपने घर का पता, गली का नाम और पापा का नाम भी नहीं बता पा रही थी।

नाटक से आगे
प्रश्न 1.
अपने-अपने घर का पता लिखिए तथा चित्र बनाकर वहाँ पहुँचने का रास्ता भी बताइए।
उत्तर:
मेरे घर का पता-A/875, PU ब्लाक, मौर्य इंक्लेव, पीतमपुरा, दिल्ली है।
NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 7 पापा खो गए image - 1

प्रश्न 2.
मराठी से अनूदित इस नाटक का शीर्षक “पापा खो गए’ क्यों रखा गया होगा? अगर आपके मन में कोई दूसरा शीर्षक हो तो सुझाइए और साथ में कारण भी बताइए।
उत्तर:
‘चलो छोटी बच्ची को घर पहुचाएँ’-क्योंकि नाटक के पात्रों की समस्या यही है। उन सबका ध्यान उस छोटी बच्ची को उसके पापा से मिलाने पर है।

प्रश्न 3.
क्या आप बच्ची के पापा को खोजने का नाटक से अलग कोई और तरीका बता सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, पुलिस को सूचना देकर तथा लाउडस्पीकर द्वारा खोई बच्ची का नाम, उम्र, रंग, कपड़े आदि सूचनाएँ प्रसारित कर उसके पापा को खोजा जा सकता है।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
अनुमान लगाइए कि जिस समय बच्ची को चोर ने उठाया होगा वह किस स्थिति में होगी? क्या वह पार्क/मैदान में खेल रही होगी या घर से रूठकर भाग गई होगी या कोई अन्य कारण होगा?
उत्तर:
जिस समय चोर ने बच्ची को उठाया होगा वह पार्क में खेल रही होगी। चोर ने उसे खूब सारी टाफियों का लालच दिया होगा। बच्ची अपना लोभ संवरण न कर सकी होगी। उसने नशीली टाफी बच्ची को दी होगी और पार्क से उठा लिया होगा।

प्रश्न 2.
नाटक में दिखाई गई घटना को ध्यान में रखते हुए यह भी बताइए कि अपनी सुरक्षा के लिए आजकल बच्चे क्या-क्या कर सकते हैं। संकेत के रूप में नीचे कुछ उपाय सुझाए जा रहे हैं। आप इससे अलग कुछ और उपाय लिखिए। समूह में चलना।
एकजुट होकर बच्चा उठानेवालों या ऐसी घटनाओं का विरोध करना।
अनजान व्यक्तियों से सावधानीपूर्वक मिलना।
उत्तर:
इनसे अलग कुछ और उपाय –

  • बच्चों को टाफी या मिठाइयों के लिए दूसरों की बातों में नहीं आना चाहिए।
  • उन्हें अपने घर का पता या फोन नंबर जेब में अवश्य रखना चाहिए।
  • पार्क या सुनसान स्थलों पर अकेले नहीं निकलना चाहिए।
  • माता-पिता को बिना बताए या साथ लिए ऐसे स्थानों पर नहीं निकलना चाहिए।
  • अपरिचित के साथ बातचीत या उसकी दी गई चीजें नहीं खानी चाहिए।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
आपने देखा होगा कि नाटक के बीच-बीच में कुछ निर्देश दिए गए हैं। ऐसे निर्देशों से नाटक के दृश्य स्पष्ट होते हैं, जिन्हें नाटक खेलते हुए मंच पर दिखाया जाता है, जैसे-‘सड़क/रात का समय दूर कहीं कुत्तों के भौंकने की आवाज़।’ यदि आपको रात का दृश्य मंच पर दिखाना हो तो क्या-क्या करेंगे, सोचकर लिखिए।
उत्तर:
रात का दृश्य मंच पर दिखाने के लिए –

  • नेपथ्य में काले रंग का प्रयोग करेंगे, जिस पर तारे तथा बड़ा-सा चाँद बना हो।
  • गीदड़, लोमड़ी, भौंकते कुत्तों की आवाजें रह-रहकर सुनाने का प्रयास करेंगे।
  • चौकीदार की लाठी की खटखट तथा उसकी सीटी की आवाज़ बीच-बीच में आती रहेगी।
  • एक किनारे कुछ लोग सोते हुए तथा सोता हुआ कुत्ता दिखाने का प्रयास करेंगे।
  • बीच-बीच में पुलिस की गाड़ियों के हूटर की आवाज़ सुनाई देनी चाहिए।

प्रश्न 2.
पाठ को पढ़ते हुए आपका ध्यान कई तरह के विराम चिह्नों की ओर गया होगा। अगले पृष्ठ पर दिए गए अंश से विराम चिह्नों को हटा दिया गया है। ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा उपयुक्त चिह्न लगाइए मुझ पर भी एक रात आसमान से गड़गड़ाती बिजली आकर पड़ी थी अरे बाप रे वो बिजली थी या आफ़त याद आते ही अब भी दिल धक-धक करने लगता है और बिजली जहाँ गिरी थी वहाँ खड्डा कितना गहरा पड़ गया था खंभे महाराज अब जब कभी बारिश होती है तो मुझे उस रात की याद हो आती है, अंग थरथर काँपने लगते हैं।
उत्तर:
मुझ पर भी एक रात आसमान से गड़गड़ाती बिजली आकर पड़ी थी। अरे बाप रे! वो बिजली थी या आफत! याद करते ही अब भी दिल धक-धक करने लगता है और जहाँ बिजली गिरी थी, वहाँ खड्डा कितना गहरा पड़ गया था। खंभे महाराज! अब जब भी बारिश होती है तो मुझे उस रात की याद हो आती है। अंग थरथर काँपने लगते हैं।

प्रश्न 3.
आसपास की निर्जीव चीज़ों को ध्यान में रखकर कुछ संवाद लिखिए, जैसे
चॉक का ब्लैक बोर्ड से संवाद
कलम का कॉपी से संवाद
खिड़की का दरवाजे से संवाद
उत्तर:
चॉक का ब्लैकबोर्ड से संवाद
ब्लैक बोर्ड-(चॉक से) ओह! तुम फिर मुझे गंदा करने आ गए। ज़रा दूर ही रहो। देखो आज ही मैंने नया मुंदर-सा काला. रंग वाला नया कपड़ा पहना है। (नया पेंट किया गया है।)
चॉक-आज मैं तुम्हें गंदा करने नहीं बल्कि छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक बातें लिखने आयी हूँ।
ब्लैक बोर्ड-याद है तुमने कल आड़ी तिरछी रेखाएँ खींचकर कैसी-कैसी बकवास पूर्ण बातें लिखी थीं?
चॉक-आज तो मैं सुंदर-सा चित्र बनाकर लिख देती हूँ ‘कृपया इसे न मिटाएँ’। यह तो ठीक रहेगा?
ब्लैक बोर्ड-सबसे ऊपर लिखना-नए सत्र में सभी छात्रों का स्वागत है। फिर चित्र बनाना।
चॉक-ठीक है। जैसा तुम चाहो।

कलम का कॉपी से संवाद –
कॉपी-(कलम देखकर) आज तुम मुझे फिर परेशान करने क्यों आ गई?
कलम-मैं तुम्हें परेशान करने नहीं बल्कि आज के पाठ के प्रश्नोत्तर लिखने आई हूँ।
कॉपी-कल तो तुम अनेक जगह मेरे सीने में चुभ गई थी। मुझे अब तक उसका दर्द है।
कलम-कल मेरा प्वाइंट खराब हो रहा था। पर आज ऐसा नहीं है।
कॉपी-ठीक है। सावधानी से काम करना और पूरा काम करना, जिससे बंटी को आज अध्यापक से डाँट न खानी पड़े।
कलम-अरे वो तो कल मुझे सहेलियों के साथ खेलने जाना था। पर आज बिना पूरा काम किए उलूंगी ही नहीं।

खिड़की का दरवाज़े से संवाद –
खिड़की – (दरवाज़े से) देखों, आज हम दोनों ही नहाएधोए नए-से लग रहे हैं न!
दरवाज़ा – हाँ, कल ही जो हमारे कपड़े बदल दिए गए हैं। (पर्दे बदले गए हैं)
खिड़की – अब तो हम दोनों एक से हो गए हैं न?
दरवाज़ा – क्या कहा, एक से? कभी नहीं। अरे, अपना और मेरा आकार कभी देखा है?
खिड़की – आकार बड़ा-छोटा होने से क्या होता है? घर में मेरी भी तो उपयोगिता है न?
दरवाज़ा – उपयोगिता होगी, पर श्यामू तो रोज़ तुम्हें चौखट में बाँधकर रखता है। (चिटखनी से)
खिड़की – और तुम भूल गए, जब श्यामू ने तुम्हारे सीने पर बड़ा सा ताला लटका दिया था।
दरवाज़ा – हाँ, याद है। उसके ताले से अब तक दर्द हो रहा है। सच कहा, हम दोनों की दशा एक समान है।
खिड़की – यह तो ठीक है, पर आप तो हमेशा से बड़े हो और बड़े ही रहोगे।
दरवाज़ा – धन्यवाद! वास्तव में हम दोनों मिलकर मकान की शोभा बढ़ाते हैं।

प्रश्न 4.
उपर्युक्त में से दस-पंद्रह संवादों को चुनें, उनके साथ दृश्यों की कल्पना करें और एक छोटा सा नाटक लिखने का प्रयास करें। इस काम में अपने शिक्षक से सहयोग लें।
उत्तर:
उपर्युक्त संवादों के आधार पर छात्र/छात्राएँ शिक्षक ‘के सहयोग से स्वयं नाटक लिखने का प्रयास करें।

 
Read More

CLASS 6TH | UNIT 2:  RATIO, PROPORTION AND ARITHMETIC PROBLEMS | IDEA OF SPEED, TIME AND DISTANCE | REVISION NOTES

What is Speed, Time and Distance?

The idea of speed, time, distance continues the same, however, the type of problems asked in the examinations may have variations in terms of data given and asked.

Frequently, one-two word problems are proposed based on speed, time, and distance with variation but candidates must also retain themselves ready to see questions on data sufficiency and data interpretation that are based on TDS (i.e time, distance and speed) topic. Let us start our discussion with the definition of speed, time and distance.

Speed 

It refers to the rate at which a particular distance is covered by an object in motion.

Time 

It refers to an interval separating two events.

Distance 

It refers to the extent of space between two points.

Units of Speed Time & Distance

Each of the speed, distance and time can be represented in different units:

  • Time can be generally expressed in terms of seconds(s), minutes (min) and hours (hr).
  • Whereas the distance is generally expressed in meters (m), kilometres (km), centimetres, miles, feet, etc.
  • Speed is commonly expressed in m/s, km/hr.

For example, if the distance is given in km and time in hr, then as per the formula:

Speed = Distance/ Time; the units of speed will become km/ hr.

Relationship Between Speed, Time & Distance

Now that we are well aware of the definition of speed, distance and time let us understand the relationship between them. It is said that an object attains motion or movement when it changes its position with respect to any external stationary point. Speed, Time and Distance are the three variables that represent the mathematical model of motion as, s x t = d.

  • Time is directly proportional to distance. It means that speed remains constant, if we have two vehicles moving two distances for two different time duration then the time is directly proportional to the distance.
  • Speed is directly proportional to distance. It means that time remains constant if we have two vehicles moving two distances at two different speeds respectively.
  • Speed is inversely proportional to time. It means that distance remains constant if we have two vehicles moving at two different speeds and taking times respectively.

In mathematical format:

The formula for speed calculation is:

Speed = Distance/Time 

This shows us how slow or fast a target moves. It represents the distance covered divided by the time needed to cover the distance. 

Speed is directly proportional to the given distance and inversely proportional to the proposed time. Hence,

Distance = Speed x Time, and 

Time = Distance / Speed, since as the speed grows the time needed will decrease and vice versa.

Speed, Time & Distance Conversions

Another important concept is the conversion of speed, distance and time into various units as discussed below:

  • To convert a given data from km/hour to m/sec, we multiply by 5/18. As, 1 km/hour = 5/18 m/sec.
  • To convert a given data m/sec to km/hour, we multiply by 18/5. As, 1 m/sec = 18/5 km/hour = 3.6 km/hour.

In terms of formula, we can list it as:

x km/hr=x×518m/sec x km/hr=x×518m/sec 

x m/sec =x×185 km/hrx m/sec =x×185 km/hr

Similarly some other conversion are listed below:

  •  1 km/hr = 5/8 miles/hour
  • 1 yard = 3 feet
  • 1 kilometer= 1000 meters
  • 1 mile= 1.609 kilometer
  • 1 hour= 60 minutes= 3600 seconds
  • 1 mile = 1760 yards
  • 1 yard = 3 feet
  • 1 mile = 5280 feet

Application of Speed, Time & Distance

The topic speed, time and distance topics tell us about the basis of the variation of questions asked in the examination. Let us understand some of their major application:

Average Speed

The average speed is determined by the formula = (Total distance travelled)/(Total time taken)

Average speed=d1+d2+d3⋯dnt1+t2+t3⋯tnAverage speed=d1+d2+d3⋯dnt1+t2+t3⋯tn

Sample 1 – When the distance travelled is constant and two speed is given then:

Average speed = 2xyx+y2xyx+y;

Where x and y are the two speeds at which the corresponding distance has been reached.

Sample 2 – When the time taken is constant average speed is calculated by the formula:

Average speed =(x+y)2(x+y)2;

Where x and y are the two speeds at which we covered the distance for the identical time.

Solved Example: An individual drives from one place to another at 40 km/hr and returns at 160 km/hr. If the complete time needed is 5 hours, then obtain the distance.

Solutions:

Here the distance is fixed, so the time taken will be inversely proportional to the speed. The ratio of speed is given as 40:160, i.e. 1:4.

Therefore the ratio of time taken will be 4:1.

Total time is practised = 5 hours; therefore the time taken while travelling is 4 hours and returning is 1 hour.

Hence, distance = 40x 4 = 160 km.

If the first part of any given distance is covered at a rate of v1 in time t1 and the second part of the distance is covered at a rate v2 in time t2 then the average speed is given by the formula:

Average speed = (v1t1+v2t2)t1+t2(v1t1+v2t2)t1+t2

Relative Speed

As the name suggests the idea is about the relative speed between two or more things. The basic concept in relative speed is that the speed gets combined in the case of objects moving in the opposite direction to one another. And the speed gets subtracted for the case when objects are moving in the identical direction.

For example, if two passenger trains are moving in the opposite direction with a speed of X km per hour and Y kilometre per hour respectively. Then their relative speed is given by the formula:

Relative speed=X + Y

On the other hand, if the two trains are travelling in the same direction with the speed of X km per hour and Y kilometre per hour respectively. Then their relative speed is given by the formula:

Relative speed=X -Y

For the first case time taken by the train in passing each other is given by the formula:

Relative speed=X + Y

Time taken= L1+L2X+YL1+L2X+Y

For the second case the time taken by the trains in crossing each other is given by the formula:

Relative speed=X -Y

Time taken= L1+L2X−YL1+L2X−Y

Here L1, L2L1, L2 are the lengths of the trains respectively.

Inverse Proportionality of Speed & Time

Speed is said to be inversely proportional to time when the distance is fixed. In mathematical format, S is inversely proportional to 1/T when D is constant. For such a case if the speeds are in the ratio m:n then the time taken will be in the ratio n:m.

There are two approaches to solve questions:

  • Applying Inverse Proportionality
  • Applying Constant Product Rule

Example:. After moving 100km, a train meets with an accident and travels at (34)th(34)th of the normal speed and reaches 55 min late. Had the accident occurred 20 km further on it would have arrived 45 min delayed. Obtain the usual Speed?

Solutions:

Applying Inverse Proportionality Method

Here there are 2 cases

Case 1: accident happens at 100 km

Case 2: accident happens at 120 km

The difference between the two incidents is only for the 20 km between 100 km and 120 km. The time difference of 10 minutes is just due to these 20 km.

In case 1, 20 km between 100 km and 120 km is covered at (34)th(34)th speed.

In case 2, 20 km between 100 km and 120 km is reached at the usual speed.

So the usual time “t” taken to cover 20 km, can be found as follows. 4/3 t – t = 10 mins = > t = 30 mins, d = 20 km

so the usual speed = 20/30min = 20/0.5 = 40 km/hr

Using Constant Product Rule Method

Let the actual time taken be equal to T.

There is a (1/4)th reduction in speed, this will result in a (1/3)rd increase in time taken as speed and time are inversely proportional to one another.

A 1/x increment in one of the parameters will result in a 1/(x+1) reduction in the other parameter if the parameters are inversely proportional.

The delay due to this reduction is 10 minutes

Thus 1/3 T= 10 and T=30 minutes or 0.5 hour

Also, Distance = 20 km

Thus Speed = 40 kmph

Meeting Point Question

If two individuals travel from two locations P and Q towards each other, and they meet at point X. Then the total distance traversed by them at the meeting will be PQ. The time taken by both of them to meet will be identical.

As the time is constant, the distances PX and QX will be in the ratio of their speed. Assume that the distance between P and Q is d.

If two individuals are stepping towards each other from P and Q respectively, when they meet for the first time, they collectively cover a distance “d”. When they meet each other for the second time, they mutually cover a distance “3d”. Similarly, when they meet for the third time, they unitedly cover a distance of “5d” and the process goes on.

Take an example to understand the concept:

Example:. Ankit and Arnav have to travel from Delhi to Hyderabad in their respective vehicles. Ankit is driving at 80 kmph while Arnav is operating at 120 kmph. Obtain the time taken by Arnav to reach Hyderabad if Ankit takes 9 hrs.

Solutions:

As we can recognise that the distance covered is fixed in both cases, the time taken will be inversely proportional to the speed. In the given question, the speed of Ankit and Arnav is in ratio 80: 120 or 2:3.

Therefore the ratio of the time taken by Ankit to that taken by Arnav will be in the ratio 3:2. Hence if Ankit takes 9 hrs, Arnav will take 6 hrs.

Speed, Time and Distance Formulas

Below are some important speed, distance and time formulas that would be helpful to ease the calculation in the various exams.

Terms Formula
Speed Speed=DistanceTimeSpeed=DistanceTime
Time Time=DistanceSpeedTime=DistanceSpeed
Distance D = (Speed x Time)
Average Speed Average Speed=Total distance travelledTotal time takenAverage Speed=Total distance travelledTotal time taken
Average Speed(when the distance travelled is constant) 2xyx+y2xyx+y
Relative speed(If two trains are moving in the opposite direction) Relative speed=X + YTime taken= L1+L2X+YL1+L2X+YHere L1, L2L1, L2 are the lengths of the trains.
Relative speed(If two trains are moving in the same direction) Relative speed=X -YTime taken= L1+L2X−YL1+L2X−YHere L1, L2L1, L2 are the lengths of the trains.

Some additional formulas are:

  • If the ratio of the speeds of P and Q is p: q, then the ratio of the times used by them to reach the same distance is 1/p:1/q or q: p.
  • If two individuals or automobiles or trains start at the exact time in the opposing direction from two points say A and B and after crossing each other they take time a and b respectively to finish the journey then the speed ratio is provided by the formula:
  • Speed of firstSpeed of second=ba−−√Speed of firstSpeed of second=ba
  • If two individuals with two different speeds x and y cover the same distance and travel in opposite directions. Where the total time is given and distance is asked then the formula is:
  • Distance=xyx+y×Total TimeDistance=xyx+y×Total Time

Types of Questions from Speed, Time and Distance

There are some specific types of questions from Speed, time and distance that usually come in exams. Some of the important types of questions from speed, distance and time are as follows.

(a) Problems related to Trains

Please note that, in the case of the train problems, the distance to be covered when crossing an object is equal to, Distance to be covered = Length of train + Length of object.

Remember that, in case the object under consideration is a pole or a person or a point, we can consider them to be point objects with zero length. It means that we will not consider the lengths of these objects. However, if the object under consideration is a platform (non point object), then its length will be added to the formula of the distance to be covered.

(b) Boats and Streams 

In such problems boats travel either in the direction of stream or in the opposite di- rection of stream. The direction of boat along the stream is called downstream and the direction of boat against the stream is called upstream.

If the speed of a boat in still water is u km/hr and the speed of the stream is v km/hr, then:

1) Speed downstream = (u + v) km/hr

2) Speed upstream = (u – v) km/hr

Once you’ve mastered Speed, Time and Distance, Also, learn more about Ratio and Proportion concepts in depth!

How to Solve Question Based on Speed, Time and Speed- Know all Tips and Tricks 

Students can find different tips and tricks from below for solving the questions related to speed, time and distance.

Tip # 1: Relative speed is defined as the speed of a moving body with respect to another body. The possible cases of relative motion are, same direction, when two bodies are moving in the same direction, the relative speed is the difference between their speeds and is always expressed as a positive value. On the other hand, the opposite direction is when two bodies are moving in the opposite direction, the relative speed is the sum of their speeds.

Tip # 2: Average speed = Total Distance / Total Time

Tip # 3: When train crossing a moving body,

When a train passes a moving man/point object, the distance travelled by the train while passing it will be equal to the length of the train and relative speed will be taken as

1) If both are moving in same direction then relative speed = Difference of both speeds

2) If both are moving in opposite direction then relative speed = Addition of both speeds

Tip # 4: Train Passing a long object or platform, when a train passes a platform or a long object, the distance travelled by the train, while crossing that object will be equal to the sum of the length of the train and length of that object.

Tip # 5: Train passing a man or point object, when a train passes a man/object, the distance travelled by the train while passing that object, will be equal to the length of the train.

When you’ve finished with Speed, Time and Distance, you can read about Algebraic Identities concepts in depth here!

Speed, Time and Distance Solved Questions

Some of the solved questions regarding the topic for more practice are as follows:

Question 1: The speed of three cars are in the ratio 5 : 4 : 6. The ratio between the time taken by them to travel the same distance is

Solution: Ratio of time taken = ⅕ : ¼ : ⅙ = 12 : 15 : 10

Question 2: A truck covers a distance of 1200 km in 40 hours. What is the average speed of the truck?

Solution: Average speed = Total distance travelled/Total time taken

⇒ Average speed = 1200/40

∴ Average speed = 30 km/hr

Question 3: A man travelled 12 km at a speed of 4 km/h and further 10 km at a speed of 5 km/hr. What was his average speed?

Solution: Total time taken = Time taken at a speed of 4 km/h + Time taken at a speed of 5 km/ h

⇒ 12/4 + 10/5 = 5 hours [∵ Time = Distance/Speed] Average speed = Total distance/Total time

⇒ (12 + 10) /5 = 22/5 = 4.4 km/h

Question 4: Rahul goes Delhi to Pune at a speed of 50 km/h and comes back at a speed of 75 km/h. Find his average speed of the journey.

Solution: As, distance is same both cases

⇒ Required average speed = (2 × 50 × 75)/(50 + 75) = 7500/125 = 60 km/hr

Question 5: Determine the length of train A if it crosses a pole at 60km/h in 30 sec.

Solution: Given, speed of the train = 60 km/h

⇒ Speed = 60 × 5/18 m/s = 50/3 m/s

Given, time taken by train A to cross the pole = 30 s

The distance covered in crossing the pole will be equal to the length of the train.

⇒ Distance = Speed × Time

⇒ Distance = 50/3 × 30 = 500 m

Question 6: A 150 m long train crosses a 270 m long platform in 15 sec. How much time will it take to cross a platform of 186 m?

Solution: In crossing a 270 m long platform,

Total distance covered by train = 150 + 270 = 420 m

Speed of train = total distance covered/time taken = 420/15 = 28 m/sec In crossing a 186 m long platform,

Total distance covered by train = 150 + 186 = 336 m

∴ Time taken by train = distance covered/speed of train = 336/28 = 12 sec.

Question 7: Two trains are moving in the same directions at speeds of 43 km/h and 51 km/h respectively. The time taken by the faster train to cross a man sitting in the slower train is 72 seconds. What is the length (in metres) of the faster train?

Solution: Given: The speed of 2 trains = 43 km/hr and 51 km/hr Relative velocity of both trains = (51 – 43) km/hr = 8 km/hr Relative velocity in m/s = 8 × (5/18) m/s

⇒ Distance covered by the train in 72 sec = 8 × (5/18) × 72 = 160 Hence, the length of faster train = 160 m

Question 8: How long will a train 100m long travelling at 72km/h take to overtake another train 200m long travelling at 54km/h in the same direction?

Solution: Relative speed = 72 – 54 km/h (as both are travelling in same direction)

= 18 km/hr = 18 × 10/36 m/s = 5 m/s

Also, distance covered by the train to overtake the train = 100 m + 200 m = 300 m Hence,

Time taken = distance/speed = 300/5 = 60 sec

Question 9: A boat takes 40 minutes to travel 20 km downstream. If the speed of the stream is 2.5 km/hr, how much more time will it take to return back?

Solution: Time taken downstream = 40 min = 40/60 = 2/3 hrs. Downstream speed = 20/ (2/3) = 30 km/hr.

As we know, speed of stream = 1/2 × (Downstream speed – Upstream speed)

⇒ Upstream speed = 30 – 2 × 2.5 = 30 – 5 = 25 km/hr.

Time taken to return back = 20/25 = 0.8 hrs. = 0.8 × 60 = 48 min.

∴ The boat will take = 48 – 40 = 8 min. more to return back

Read More