Chapter – 12 संसार पुस्तक है Important Questions & MCQs Class 6th |HINDI -वसंत, भाग 1| NCERT | EDUGROWN

NCERT Important Questions & MCQs Class 6th Hindi -वसंत, भाग 1

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Chapter - 12 संसार पुस्तक है

 

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Chapter – 11 जो देखकर भी नहीं देखते Important Questions & MCQs Class 6th |HINDI -वसंत, भाग 1| NCERT | EDUGROWN

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Chapter - 11 जो देखकर भी नहीं देखते

 

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Chapter – 10 झाँसी की रानी Important Questions & MCQs Class 6th |HINDI -वसंत, भाग 1| NCERT | EDUGROWN

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Chapter - 10 झाँसी की रानी

MCQs Questions with Answers

Question 1.
‘झाँसी की रानी’ कविता किसने लिखी है?
(a) लक्ष्मीबाई
(b) सुभद्रा कुमारी चौहान
(c) सुमित्रानंदन पंत
(d) केदारनाथ अग्रवाल

Answer

Answer: (b) सुभद्रा कुमारी चौहान


Question 2.
रानी लक्ष्मीबाई किसकी मुँहबोली बहन थी?
(a) अजीमुल्ला खाँ
(b) अहमदशाह
(c) कुंवर सिंह
(d) नाना धुंधूपंत पेशवा

Answer

Answer: (d) नाना धुंधूपंत पेशवा


Question 3.
कवयित्री ने झाँसी की रानी की कथा किसके मुँह से सुनी थी?
(a) मराठों के
(b) बुंदेलों के
(c) अपने अध्यापक के
(d) कवियों के

Answer

Answer: (b) बुंदेलों के


Question 4.
नाना साहब कहाँ के रहने वाले थे?
(a) इलाहाबाद
(b) झाँसी
(c) कानपुर
(d) ग्वालियर

Answer

Answer: (c) कानपुर


Question 5.
लक्ष्मीबाई का प्रिय खेल था?
(a) नकली युद्ध करना
(b) व्यूह की रचना करना, शिकार करना
(c) सैन्य घेरना, दुर्ग तोड़ना
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी


(1)

सिंहासन हिल उठे, राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,
बूढ़े भारत में भी आई फिर से नयी जवानी थी,
गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी,
दूर फ़िरंगी को करने की सबसे मन में ठानी थी,
चमक उठी सन् सत्तावन में
वह तलवार पुरानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥

Question 1.
इस काव्यांश में किस समय की दशा का वर्णन है?
(a) भारत की परतंत्रता की
(b) भारत की स्वतंत्रता की।
(c) भारत में अंग्रेज़ी शासन की
(d) भारत में मुगल शासन की

Answer

Answer: (c) भारत में अंग्रेज़ी शासन की


Question 2.
राजवंशों की भृकुटी तानने से कवयित्री का तात्पर्य क्या है?
(a) तिरछी नज़रों से देखना
(b) क्रोध भरी नज़रों से देखना
(c) एक आँख से देखना
(d) युद्ध के लिए तैयार होना

Answer

Answer: (b) क्रोध भरी नज़रों से देखना


Question 3.
भारत को बूढ़ा क्यों कहा गया है?
(a) भारत शक्तिहीन हो चुका था।
(b) भारत पुराना देश है।
(c) भारत के लोग बूढ़े हो गए थे।
(d) युद्ध के लिए तैयार होना।

Answer

Answer: (a) भारत शक्तिहीन हो चुका था।


(2)

कानपुर के नाना की मुँहबोली बहन ‘छबीली’ थी,
लक्ष्मीबाई नाम, पिता की वह संतान अकेली थी,
नाना के संग पढ़ती थी वह, नाना के संग खेली थी,
बरछी, ढाल, कृपाण, कटारी उसकी यही सहेली थी,
वीर शिवाजी की गाथाएँ
उसको याद ज़बानी थीं।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥

Question 1.
इस काव्यांश में लक्ष्मीबाई के जीवन के किस काल का चित्रण मिलता है?
(a) बाल्यकाल का
(b) युवाकाल का
(c) प्रौढ़ अवस्था का
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (a) बाल्यकाल का


Question 2.
यह कविता किस काल के बारे में है?
(a) वर्ष 1885
(b) वर्ष 1857
(c) वर्ष 1757
(d) वर्ष 1947

Answer

Answer: (c) वर्ष 1757


Question 3.
नाना कहाँ के थे?
(a) झाँसी के
(b) आगरा के
(c) कानपुर के
(d) ग्वालियर के

Answer

Answer: (c) कानपुर के


(3)

लक्ष्मी थी या दुर्गा थी वह स्वयं वीरता की अवतार,
देख मराठे पुलकित होते उसकी तलवारों के वार,
नकली युद्ध, व्यूह की रचना और खेलना खूब शिकार,
सैन्य घेरना, दुर्ग तोड़ना, ये थे उसके प्रिय खिलवार,
महाराष्ट्र-कुल-देवी उसकी
भी आराध्य भवानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

Question 1.
वीरता की अवतार किसे कहा गया है?
(a) दुर्गा को
(b) भवानी को
(c) लक्ष्मी को
(d) लक्ष्मीबाई को

Answer

Answer: (d) लक्ष्मीबाई को


Question 2.
लक्ष्मीबाई को तलवार चलाते देख कौन प्रसन्न होते थे?
(a) बुंदेले
(b) मराठे
(c) गुजराती
(d) पंजाबी

Answer

Answer: (b) मराठे


Question 3.
लक्ष्मीबाई की आराध्य कौन थी?
(a) लक्ष्मी
(b) भवानी
(c) काली
(d) दुर्गा

Answer

Answer: (b) भवानी


Question 4.
लक्ष्मीबाई को दुर्गा का अवतार क्यों कहा जाता था?

Answer

Answer: जैसे देवी दुर्गा ने राक्षसों का वध किया वैसे ही लक्ष्मीबाई भी अंग्रेजों से लोहा ले रही थीं।


Question 5.
मराठे क्यों पुलकित होते थे?

Answer

Answer: लक्ष्मीबाई की वीरता, तलवार का वार व शत्रु सेना को घेरने की व्यूह रचना देखकर मराठे पुलकित होते थे।


Question 6.
लक्ष्मीबाई कौन से खेल खेलती थीं?

Answer

Answer: लक्ष्मीबाई के प्रिय खेल थे-नकली युद्ध करना, व्यूह की रचना करना और शिकार करना।


(4)

हुई वीरता की वैभव के साथ सगाई झाँसी में,
ब्याह हुआ रानी बन आई लक्ष्मीबाई झाँसी में,
राजमहल में बजी बधाई खुशियाँ छाईं झाँसी में,
सुभट बुंदेलों की विरुदावलि-सी वह आई झाँसी में,
चित्रा ने अर्जुन को पाया,
शिव से मिली भवानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥

Question 1.
लक्ष्मीबाई की सगाई किस राजा से हुई?
(a) दिल्ली के शासक गंगाधर राव से
(b) झाँसी के शासक गंगाधर राव से
(c) लखनऊ के शासक गंगाधर राव से
(d) कश्मीर के शासक गंगाधर राव से

Answer

Answer: (b) झाँसी के शासक गंगाधर राव से


Question 2.
झाँसी में खुशियाँ क्यों छा गईं ?
(a) झाँसी के राजा की लक्ष्मीबाई से शादी होने पर
(b) झाँसी के राजा की लक्ष्मीबाई से सगाई होने पर
(c) झाँसी के राजा द्वारा धन संपत्ति बाँटने पर।
(d) झाँसी के राजा द्वारा एक के बाद एक प्रांत विजय करने पर

Answer

Answer: (a) झाँसी के राजा की लक्ष्मीबाई से शादी होने पर


Question 3.
चित्रा और भवानी कौन थी?
(a) रानियाँ
(b) नर्तकियाँ
(c) वीरांगनाएँ
(d) मंत्राणियाँ

Answer

Answer: (c) वीरांगनाएँ


Question 4.
कवयित्री का नाम लिखिए।

Answer

Answer: कवयित्री का नाम सुभद्रा कुमारी चौहान’ है।


Question 5.
कौन ब्याह होकर कहाँ आ गई?

Answer

Answer: लक्ष्मीबाई ब्याह करके झाँसी में रानी बनकर आ गई।


Question 6.
विरुदावलि क्या होता है?

Answer

Answer: विरुदावलि ‘यश का गान’ होता है। रानी के झाँसी के आगमन पर वीर योद्धाओं ने गुणगान किया।


(5)

उदित हुआ सौभाग्य, मुदित महलों में उजयाली छाई,
किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई,
तीर चलाने वाले कर में उसे चूड़ियाँ कब भाई,
रानी विधवा हुई हाय! विधि को भी नहीं दया आई,
नि:संतान मरे राजा जी,
रानी शोक-समानी थी,
बुंदेले हर बोलों के मुँह।
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो।
झाँसीवाली रानी थी॥

Question 1.
झाँसी के राजमहलों में प्रसन्नता और उजयाली छा गई
(a) लक्ष्मीबाई का युद्ध कौशल देखकर
(b) रानी की वीरता की अंग्रेजों द्वारा प्रसंशा सुनकर
(c) जब लक्ष्मीबाई रानी बनकर आई।
(d) लक्ष्मीबाई और गंगाधर राव के विवाह की सूचना पाकर

Answer

Answer: (c) जब लक्ष्मीबाई रानी बनकर आई।


Question 2.
किसके जीवन में कालगति ने काली घटा घेर दी-
(a) ताँत्या
(b) नाना साहब
(c) लक्ष्मीबाई
(d) गंगाधर राव

Answer

Answer: (c) लक्ष्मीबाई


Question 3.
गंगाधर राव की आकस्मिक मृत्यु से किसके शोक एवं दुख की कोई सीमा नहीं थी-
(a) अंग्रेजों के दुख की कोई सीमा न थी।
(b) रानी लक्ष्मीबाई के दुख की कोई सीमा न थी।
(c) पड़ोसी राज्यों के दुख की कोई सीमा न थी।
(d) इनमें से कोई नहीं।

Answer

Answer: (b) रानी लक्ष्मीबाई के दुख की कोई सीमा न थी।


Question 4.
कब कौन-सा सौभाग्य उदित हुआ?

Answer

Answer: जब लक्ष्मीबाई झाँसी की रानी बनकर आई तब वहाँ के राजमहलों में सौभाग्य उदित हुआ।


Question 5.
कालगति किस प्रकार काली घटा घेर लाई?

Answer

Answer: कालगति से लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर राव को आकस्मिक मृत्यु हो आई।


Question 6.
रानी के शोक की सीमा क्यों न थी?

Answer

Answer: विवाह के कुछ समय बाद लक्ष्मीबाई के पति राजा जी की मृत्यु हो गयी। वह नि:संतान ही चल बसे थे। रानी अत्यंत अकेली पड़ गई थी। अपने व्यक्तिगत दुख के अतिरिक्त उन्हें राज्य की भी चिंता थी, जिसकी देखरेख करने वाला कोई न था।


(6)

बुझा दीप झाँसी का तब डहलौज़ी मन में हरषाया,
राज्य हड़प करने का उसने यह अच्छा अवसर पाया,
फौरन फ़ौजें भेज दुर्ग पर अपना झंडा फहराया,
लावारिस का वारिस बनकर ब्रिटिश राज्य झाँसी आया,
अश्रपूर्ण रानी ने देखा
झाँसी हुई बिरानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥

Question 1.
झाँसी का दीप बुझने से कवयित्री का क्या आशय है?
(a) राज्य में अंधकार छा गया
(b) राज्य पराधीन हो गया
(c) लक्ष्मीबाई की मृत्यु
(d) युद्ध में हार

Answer

Answer: (c) लक्ष्मीबाई की मृत्यु


Question 2.
डहलौज़ी मन-ही-मन क्यों प्रसन्न हुआ?
(a) डहलौज़ी को अब अवसर मिल गया कि वह झाँसी राज्य को अंग्रेज़ी राज्य में मिला सकता था।
(b) डहलौजी झाँसी पर हमला करना चाहता था।
(c) वह लावारिस राज्य का वारिस बनना चाहता था।
(d) सभी कथन सत्य हैं।

Answer

Answer: (d) सभी कथन सत्य हैं।


Question 3.
झाँसी पर अब किसकी हुकूमत चलने लगी?
(a) झाँसी की रानी की
(b) ब्रिटिश राजा की
(c) भारतीयों की
(d) मराठों की

Answer

Answer: (b) ब्रिटिश राजा की


(7)

अनुनय-विनय नहीं सुनता है, विकट फ़िरंगी की माया,
व्यापारी बन दया चाहता था जब यह भारत आया,
डलहौज़ी ने पैर पसारे अब तो पलट गई काया,
राजाओं नव्वाबों को भी उसने पैरों ठुकराया,
रानी दासी बनी, बनी यह
दासी अब महारानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

Question 1.
फिरंगी किसे कहा गया है
(a) शत्रु राज्यों को
(b) मित्र राज्यों को
(c) अंग्रेज़ों को
(d) देश में आने वाले सभी व्यापारियों को

Answer

Answer: (c) अंग्रेज़ों को


Question 2.
रानी के अनुनय-विनय को किसने ठुकरा दिया
(a) पड़ोसी राज्यों ने
(b) झाँसी की जनता ने
(c) फिरंगियों ने
(d) गंगाधर राव ने

Answer

Answer: (c) फिरंगियों ने


Question 3.
अंग्रेज़ किस समय भारतीय राज्यों के राजाओं से दया चाहते थे
(a) जब वह व्यापारी बनकर भारत आए।
(b) जब वे राज्यों को हराकर उस पर अधिकार करते थे।
(c) भारतीय राजाओं से हारने पर।
(d) उपरोक्त सभी।

Answer

Answer: (a) जब वह व्यापारी बनकर भारत आए।


Question 4.
फिरंगी कैसे थे?

Answer

Answer: फिरंगी बहुत क्रूर थे। वे लालची थे और भारतीय राज्यों पर आधिपत्य स्थापित करना चाहते थे।


Question 5.
अंग्रेज़ किस रूप में भारत आए।

Answer

Answer: अंग्रेज़ भारत में व्यापारी बनकर आए थे।


Question 6.
डलहौज़ी ने राजाओं-नवाबों के साथ क्या व्यवहार किया?

Answer

Answer: डलहौज़ी राजाओं और नवाबों के साथ सम्मानपूर्ण बर्ताव नहीं करता था।

(8)

छिनी राजधानी देहली की, लिया लखनऊ बातों-बात
कैद पेशवा था बिठूर में, हुआ नागपुर का भी घात,
उदैपुर, तंजौर, सतारा, करनाटक की कौन बिसात,
जबकि सिंध, पंजाब ब्रह्म पर अभी हुआ था वज्र-निपात,
बंगाले, मद्रास आदि की
भी तो यही कहानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥

Question 1.
मुँह से सुनी थी कि रानी लक्ष्मीबाई अंग्रेजों से डटकर लड़ी थी। बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
(क) भारत की दशा कैसी थी?
(a) दीन-हीन
(b) सुदृढ़
(c) संपन्न
(d) राजनैतिक मज़बूर

Answer

Answer: (a) दीन-हीन


Question 2.
अंग्रेज़ों ने किन दो स्थानों पर पूरी तरह कब्जा कर लिया? ।
(a) दिल्ली-तंजोर
(b) दिल्ली-नागपुर
(c) दिल्ली-लखनऊ
(d) दिल्ली-कर्नाटक

Answer

Answer: (c) दिल्ली-लखनऊ


Question 3.
अंग्रेज़ों ने पेशवा को कहाँ कैद किया था?
(a) कर्नाटक में
(b) दिल्ली में
(c) बिठूर में
(d) उदयपुर में

Answer

Answer: (c) बिठूर में


Question 4.
किसने राजधानी दिल्ली को छीनकर कब्जा कर लिया?

Answer

Answer: अंग्रेजों ने दिल्ली पर कब्जा कर लिया।


Question 5.
पेशवा को कैद करके किस स्थान पर रखा गया था?

Answer

Answer: अंग्रेजों ने पेशवा को कैद करके बिठूर में रखा था।


Question 6.
बंगाल, मद्रास, तंजौर, सतारा और उदयपुर राज्यों की क्या दशा थी?

Answer

Answer: अंग्रेजों ने बंगाल, मद्रास, तंजोर, सतारा और उदयपुर पर कब्जा कर लिया था।


Question 7.
अंग्रेजों ने राजधानी दिल्ली के साथ-साथ किस स्थान पर अधिकार कर लिया?

Answer

Answer: अंग्रेज़ों ने राजधानी दिल्ली के साथ लखनऊ पर भी हाथोहाथ अधिकार कर लिया था।


(9)

रानी रोईं रनिवासों में, बेगम गम से थी बेज़ार,
उनके गहने-कपड़े बिकते थे कलकत्ते के बाजार,
सरे-आम नीलाम छापते थे अंग्रेज़ों के अखबार,
‘नागपुर के जेवर ले लो’ ‘लखनऊ के लो, नौलख हार,’
यों परदे की इज्जत
परदेशी के हाथ बिकानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

Question 1.
रानियाँ कहाँ रोती थीं?
(a) लोगों के घरों में जाकर
(b) राजदरबारों में जाकर
(c) रनिवासों में
(d) बाजारों में जाकर

Answer

Answer: (c) रनिवासों में


Question 2.
गम से बेज़ार कौन था?
(a) रानियाँ
(b) नवाबों की बेगम
(c) राजा
(d) जनता

Answer

Answer: (b) नवाबों की बेगम


Question 3.
बेगमों और रानियों के गहने और कपड़े किस बाज़ार में बिकते थे।
(a) लखनऊ के बाज़ार में
(b) मद्रास के बाज़ार में
(c) कलकत्ता के बाजार में
(d) सतारा के बाजार में

Answer

 


Question 4.
कवयित्री का नाम लिखिए।

Answer

Answer: इस पद्यांश की कवयित्री का नाम-सुभद्रा कुमारी चौहान है।


Question 5.
रानियों और बेगमों की क्या दशा थी?

Answer

Answer: रानियों और बेगमों की दशा दयनीय थी। उनके गहने और कपड़े खुलेआम बाज़ारों में बेचे जा रहे थे।


Question 6.
अंग्रेजों के अखबारों में किसकी नीलामी की खबर छपती थी?

Answer

Answer: अंग्रेजों के अखबारों में भारतीय राजघरानों के जेवरों और कपड़ों की नीलामी के विज्ञापन छपते थे।


(10)

कुटियों में थी विषम वेदना, महलों में आहत अपमान,
सैनिकों के मन में था, अपने पुरखों का अभिमान,
नाना धुंधूपंत पेशवा जुटा रहा था सब सामान,
बहिन छबीली ने रण-चंडी का कर दिया प्रकट आह्वान
हुआ यज्ञ प्रारंभ उन्हें तो वीर
सोई ज्योति जगानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

Question 1.
किसका अभिमान आहत हो रहा था?
(a) मकानों में रहने वाले लोगों का
(b) कुटियों में रहने वाले लोगों का
(c) महलों में रहने वाले लोगों का
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (a) मकानों में रहने वाले लोगों का


Question 2.
विषम वेदना कहाँ थी?
(a) महलों में
(b) मकानों में
(c) कुटियों में
(d) धर्मशालाओं में

Answer

Answer: (c) कुटियों में


Question 3.
अपने पुरखों का अभिमान कौन करता था?
(a) वीर सैनिक
(b) साधारण जन
(c) सेनापति
(d) राजा

Answer

Answer: (a) वीर सैनिक


Question 4.
कुटियों में रहने वालों की क्या दशा थी?

Answer

Answer: कुटियों में रहने वाले वेदना से ग्रस्त थे, अंग्रेजी सरकार के अत्याचार उन्हें सहने पड़े थे।


Question 5.
वीर सैनिकों के मन में क्या था?

Answer

Answer: वीर सैनिको के मन में अपने पूर्वजों के प्रति अभिमान का भाव था।


Question 6.
नाना धुंधूपंत क्या कर रहे थे?

Answer

Answer: नाना धुंधूपंत युद्ध का सामान जुटा रहे थे।


(11)

महलों ने दी आग, झोपड़ी ने ज्वाला सुलगाई थी,
यह स्वतंत्रता की चिनगारी अंतरतम से आई थी,
झाँसी चेती, दिल्ली चेती, लखनऊ लपटें छाई थीं,
मेरठ, कानपुर, पटना ने भारी धूम मचाई थी,
जबलपुर, कोल्हापुर में भी
कुछ हलचल उकसानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुंह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

Question 1.
स्वतंत्रता की चिनगारी कहाँ से आई थी?
(a) ग्वालियर से
(b) लखनऊ से
(c) नागपुर से
(d) लोगों के अंतरतम से

Answer

Answer: (d) लोगों के अंतरतम से


Question 2.
स्वतंत्रता संग्राम में आग लगाने का काम किसने किया?
(a) महलों ने
(b) झोंपड़ियों ने
(c) मकानों ने
(d) साधारण जनता ने

Answer

Answer: (b) झोंपड़ियों ने


Question 3.
किस शहर पर स्वतंत्रता के आग की लपटें छा गई थीं?
(a) दिल्ली
(b) मेरठ
(c) लखनऊ
(d) झाँसी

Answer

Answer: (c) लखनऊ


Question 4.
स्वतंत्रता की आग को किसने रोशन किया?

Answer

Answer: स्वतंत्रता की आग को महलों ने रोशन किया था।


Question 5.
स्वतंत्रता के आग की लपटों को किसने तेज़ कर दिया?

Answer

Answer: स्वतंत्रता की आग की लपटों को झोंपड़ियों ने तेज़ करके भड़का दिया।


Question 6.
झाँसी और दिल्ली के बाद किस स्थान पर आंदोलन की लपटें छा गई थीं?

Answer

Answer: दिल्ली और झाँसी के बाद स्वतंत्रता आंदोलन की लपटें लखनऊ पर छा गई थीं।


(12)

इस स्वतंत्रता-महायज्ञ में कई वीरवर आए काम,
नाना धुंधूपंत, ताँतिया, चतुर अज़ीमुल्ला सरनाम,
अहमद शाह मौलवी, ठाकुर कुँवरसिंह सैनिक अभिराम,
भारत के इतिहास-गगन में अमर रहेंगे जिनके नाम,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।
लेकिन आज जुर्म कहलाती
उनकी जो कुरबानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।

Question 1.
किस स्वतंत्रता-महायज्ञ की बात कवयित्री ने इस पद्यांश में की है?
(a) 1857 की क्रांति
(b) स्वदेशी आंदोलन
(c) असहयोग आंदोलन
(d) भारत छोड़ो आंदोलन

Answer

Answer: (a) 1857 की क्रांति


Question 2.
भारत के इतिहास-गगन में किनके नाम अमर होने की बात कही गई है?
(a) अजीमुल्लाह एवं नाना धुंधूपंत
(b) रानी सखियाँ-काना एवं मंदरा
(c) रानी का घोड़ा
(d) इनमें कोई नहीं

Answer

Answer: (a) अजीमुल्लाह एवं नाना धुंधूपंत


Question 3.
स्वतंत्रता-महायज्ञ में कई वीर सैनिकों ने अपना योगदान दिया, जिनमें प्रमुख थे-
(a) बालकृष्ण गोखले
(b) लाला लाजपत राय
(c) ठाकुर कुँवर सिंह
(d) बी.जी. तिलक

Answer

Answer: (c) ठाकुर कुँवर सिंह


Question 4.
इस स्वतंत्रता-महायज्ञ में कई वीरवर आए काम-इस पंक्ति का क्या अर्थ है ?

Answer

Answer: इसका अर्थ है कि इस स्वतंत्रता-महायज्ञ में कई भारतीय वीर सैनिकों ने अपनी आहुति दी और अपने आप को कुर्बान कर दिया।


Question 5.
देश के लिए कुर्बान होने वाले विख्यात वीर सैनिक कौन थे?

Answer

Answer: देश के लिए कुर्बान होने वाले वीर सपूतों में प्रमुख थे-नाना धुंधूपंत, ताँत्या, अजीमुल्ला, अहमद शाह मौलवी, ठाकुर कुँवर सिंह आदि।


Question 6.
भारत के इतिहास-गगन में किसके नाम अमर रहेंगे?

Answer

Answer: भारत के इतिहास-गगन में वीर सैनिकों एवं भारत माता के उन वीर सपूतों का नाम अमर रहेगा, जिन्होंने इस स्वतंत्रता महायज्ञ में अपनी कुर्बानियाँ दीं।


(13)

इनकी गाथा छोड़ चले हम झाँसी के मैदानों में,
जहाँ खड़ी है लक्ष्मीबाई मर्द बनी मर्दानों में,
लेफ्टिनेंट वॉकर आ पहुँचा, आगे बढ़ा जवानों में,
रानी ने तलवार खींच ली, हुआ द्वंद्व असमानों में,
ज़ख्मी होकर वॉकर भागा,
उसे अजब हैरानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुंह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥

Question 1.
झाँसी के मैदानों में मर्द बनकर कौन खड़ी है?
(a) रानी की सखियाँ
(b) रानी लक्ष्मीबाई
(c) राजपूत नारियाँ
(d) राजघराने की सभी नारियाँ

Answer

Answer: (b) रानी लक्ष्मीबाई


Question 2.
युद्ध क्षेत्र में रानी के पहुँचने के बाद कौन अंग्रेज़ सेनापति आ पहुँचा?
(a) डलहौजी
(b) कार्नवालिस
(c) लेफ्टिनेंट वॉकर
(d) लार्ड वेलेजली

Answer

Answer: (c) लेफ्टिनेंट वॉकर


Question 3.
किसके बीच युद्ध क्षेत्र में तलवारों से वंद्व हुआ?
(a) रानी और लेफ्टिनेंट वॉकर
(b) कार्नवालिस और रानी
(c) डलहौजी और रानी
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (a) रानी और लेफ्टिनेंट वॉकर


Question 4.
इस पद्यांश में झाँसी के मैदानों में चलने की बात क्यों की गई है?

Answer

Answer: झाँसी के मैदानों में चलने की बात इसलिए कही गई है, क्योंकि वहाँ रानी लक्ष्मीबाई वीर पुरुषवेष में खड़ी थीं।


Question 5.
किस अंग्रेज सेनापति ने अपने जवानों के साथ झाँसी के मैदान में रानी से युद्ध किया?

Answer

Answer: रानी से युद्ध के लिए लेफ्टिनेंट वॉकर अपने जवानों के साथ झाँसी के मैदान में पहुंचा।


Question 6.
झाँसी के युद्ध क्षेत्र में किसके-किसके मध्य द्वंद्व हुआ?

Answer

Answer: युद्ध क्षेत्र में रानीलक्ष्मीबाई और लेफ्टिनेंट वॉकर मध्य वंद्व हुआ।


(14)

रानी बढ़ी कालपी आई, कर सौ मील निरंतर पार,
घोड़ा थककर गिरा भूमि पर, गया स्वर्ग तत्काल सिधार,
यमुनातट पर अंग्रेजों ने फिर खाई रानी से हार,
विजयी रानी आगे चल दी, किया ग्वालियर पर अधिकार,
अंग्रेजों के मित्र सिंधिया
ने छोड़ी राजधानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
‘झाँसीवाली रानी थी।

Question 1.
रानी झाँसी के मैदानों से आगे बढ़कर कहाँ पहुँची?
(a) ग्वालियर
(b) कालपी
(c) लखनऊ
(d) कानपुर

Answer

Answer: (b) कालपी


Question 2.
रानी का घोड़ा क्यों मर गया?
(a) घोड़ा कमज़ोर था
(b) कई दिनों से भूखा-प्यासा था।
(c) सौ मील चलने के बाद थककर
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (c) सौ मील चलने के बाद थककर


Question 3.
रानी ने अधिकार कर लिया
(a) ग्वालियर पर
(b) पुणे पर
(c) सतारा पर
(d) लखनऊ पर

Answer

Answer: (a) ग्वालियर पर


Question 4.
लगातार सौ मील की दूरी तय करके रानी कहाँ पहुँची?

Answer

Answer: झाँसी के युद्ध क्षेत्र से रानी आगे बढ़ी और सौ मील की दूरी तय करके कालपी पहुंची।


Question 5.
रानी के घोड़े के स्वर्ग सिधारने का क्या कारण था?

Answer

Answer: रानी का घोड़ा लगातार सौ मील की दूरी तय करने के बाद थक गया था। जिसके कारण वह गिर पड़ा और स्वर्ग सिधार गया।


Question 6.
अंग्रेज़ फिर से रानी के हाथों किस नदी के तट पर पराजित हुए?

Answer

Answer: झाँसी में पराजित होने के बाद अंग्रेज़ एकबार फिर यमुना के तट पर रानी से पराजित हुए।


(15)

विजय मिली, पर अंग्रेजों की फिर सेना घिर आई थी,
अबके जनरल स्मिथ सन्मुख था, उसने मुँह की खाई थी,
काना और मंदरा सखियाँ रानी के संग आई थीं,
युद्ध क्षेत्र में उन दोनों ने भारी मार मचाई थी,
पर, पीछे यूरोज़ आ गया,
हाय! घिरी अब रानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

Question 1.
अंग्रेजों की सेना का सेनापति कौन था जिसने ग्वालियर विजय के पश्चात रानी की सेना को फिर से घेर लिया?
(a) लार्ड डलहौजी
(b) कार्नवालिस
(c) लेफ़्टीनेंट वॉकर
(d) जनरल स्मिथ

Answer

Answer: (d) जनरल स्मिथ


Question 2.
रानी के सम्मुख किसने मुँह की खाई थी?
(a) जनरल स्मिथ
(b) डलहौजी
(c) कार्नवालिस
(d) इनमें से कोई नहीं झाँसी की रानी

Answer

Answer: (a) जनरल स्मिथ


Question 3.
रानी के साथ युद्ध क्षेत्र में आई उनकी सखियों का क्या नाम था?
(a) काना और सुवर्णा
(b) काना-मंदरा
(c) मंदिरा-दीपिका
(d) सोना-रेखा

Answer

Answer: (b) काना-मंदरा


Question 4.
ग्वालियर विजय के पश्चात रानी से युद्ध के लिए उनके सम्मुख कौन अंग्रेज़ सेनापति आया?

Answer

Answer: ग्वालियर विजय के पश्चात रानी के सम्मुख जनरल स्मिथ सेना के साथ आया।


Question 5.
रानी की किन सखियों ने युद्ध में भारी मार-काट मचाई थी?

Answer

Answer: रानी की सखियों-मंदरा और काना ने रानी के साथ मिलकर भारी मार-काट मचाई थी।


Question 6.
रानी को युद्ध क्षेत्र में किस अंग्रज़ सेनापति ने पीछे से घेर लिया?

Answer

Answer: अंग्रेज़ सेनापति यूरोज ने रानी के पीछे की तरफ से आक्रमण कर दिया।


Question 7.
किस अंग्रेज़ सेनापति को युद्ध में रानी से मुँह की खानी पड़ी?

Answer

Answer: जनरल स्मिथ को मुँह की खानी पड़ी और रानी ने उसे भागने के लिए मजबूर कर दिया।


(16)

तो भी रानी मार-काटकर चलती बनी सैन्य के पार,
किंत सामने नाला आया, था यह संकट विषम अपार,
घोड़ा अड़ा, नया घोड़ा था इतने में आ गए सवार,
रानी एक, शत्रु बहुतेरे, होने लगे वार पर वार,
घायल होकर गिरी सिंहनी
उसे वीर-गति पानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

Question 1.
रानी के सामने कौन-सा विषम संकट आ गया?
(a) रानी के रास्ते में नदी आ गई
(b) रानी के रास्ते में नाला पड़ा
(c) रानी के सामने दुर्गम पहाड़ आ गया
(d) इनमें से कोई नहीं ।

Answer

Answer: (b) रानी के रास्ते में नाला पड़ा


Question 2.
घोड़ा क्यों अड़ गया?
(a) घोड़ा प्यासा था।
(b) घोड़ा भूखा था।
(c) घोड़ा थक गया था।
(d) घोड़ा नया था।

Answer

Answer: (d) घोड़ा नया था।


Question 3.
सिंहनी किसे कहा गया है?
(a) रानी लक्ष्मीबाई को
(b) रानी की सखियों को
(c) जंगल की शेरनी को
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (a) रानी लक्ष्मीबाई को


(17)

रानी गई सिधार चिता अब उसकी दिव्य सवारी थी,
मिला तेज से तेज, तेज की वह सच्ची अधिकारी थी,
अभी उम्र कुल तेईस की थी, मनुज नहीं अवतारी थी,
हमको जीवित करने आई बन स्वतंत्रता नारी थी,
दिखा गई पथ, सिखा गई हमको
जो सीख सिखानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी॥

Question 1.
अब रानी की सवारी क्या थी?
(a) रथ
(b) घोड़ा
(c) चिता
(d) हाथी

Answer

Answer: (b) घोड़ा


Question 2.
वीरगति प्राप्त करते समय रानी की उम्र क्या थी?
(a) बीस वर्ष
(b) बाईस वर्ष
(c) तेईस वर्ष
(d) पच्चीस वर्ष

Answer

Answer: (c) तेईस वर्ष


Question 3.
रानी लक्ष्मीबाई ने कौन-सा पथ दिखाया?
(a) स्वतंत्रता प्राप्त करने का
(b) अंग्रेजों की सत्ता का विनाश करने का
(c) अंग्रेजों की हर चाल का मुँहतोड़ जवाब देने का
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (a) स्वतंत्रता प्राप्त करने का


Question 4.
रानी की क्या दशा हुई ?

Answer

Answer: रानी अपना अमर बलिदान देकर स्वर्ग सिधार गई थी।


Question 5.
रानी लक्ष्मीबाई को अवतारी क्यों कहा गया है?

Answer

Answer: रानी लक्ष्मीबाई ने अत्यंत कम उम्र में जो साहस और वीरता दिखाई, वह किसी साधारण मनुष्य की क्षमता से बाहर की बात थी। इसलिए उन्हें अवतारी अर्थात ईश्वर का रूप कहा गया है।


Question 6.
मिला तेज से तेज, तेज की वह सच्ची अधिकारी थी-का क्या अर्थ है ?

Answer

Answer: रानी शहीद हो गई। चिता उनकी अलौकिक सवारी थी, जिस पर चढ़कर वह इस लोक से उस लोक को प्रस्थान कर गई। उनके तेज से अग्नि का तेज मिला, वह सही अर्थों में तेजस्विनी थी और तेज की अधिकारी थी।


(18)

जाओ रानी याद रखेंगे हम कृतज्ञ भारतवासी,
यह तेरा बलिदान जगावेगा स्वतंत्रता अविनाशी,
होवे चुप इतिहास, लगे सच्चाई को चाहे फाँसी,
हो मदमाती विजय, मिटा दे गोलों से चाहे झाँसी,
तेरा स्मारक तू ही होगी,
तू खुद अमिट निशानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झाँसीवाली रानी थी।

Question 1.
यहाँ रानी के कहाँ जाने की बात हो रही है?
(a) स्वर्ग
(b) झाँसी में
(c) भारत से बाहर
(d) अपने घर

Answer

Answer: (a) स्वर्ग


Question 2.
रानी का बलिदान हमारे हृदयों में कैसी स्वतंत्रता का भाव पैदा करता है?
(a) अस्थाई
(b) चिरस्थाई
(c) घूमने-फिरने की स्वतंत्रता
(d) मत देने की आज़ादी

Answer

Answer: (b) चिरस्थाई


Question 3.
रानी लक्ष्मीबाई के अमर होने का क्या कारण था?
(a) स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु लक्ष्मीबाई का संघर्ष
(b) अंग्रेजों के समक्ष घुटने टेकने के कारण
(c) अपनी जान की परवाह न करते हुए जीवन के अंतिम दम तक लड़ना
(d) अपने जीवन में ऐसे कार्य किए जिनके लिए वह अमर रहेगी। इसलिए कहा गया कि उसे याद करने हेतु किसी स्मारक की आवश्यकता नहीं।

Answer

Answer: (d) अपने जीवन में ऐसे कार्य किए जिनके लिए वह अमर रहेगी। इसलिए कहा गया कि उसे याद करने हेतु किसी स्मारक की आवश्यकता नहीं।


Question 4.
भारतवासी क्या करेंगे?

Answer

Answer: भारतवासी कृतज्ञ हैं, अत: लक्ष्मीबाई के अमर बलिदान को सदा याद रखेंगे।


Question 5.
रानी लक्ष्मीबाई का बलिदान भारतीयों के मन में कैसी स्वतंत्रता का भाव जगाता है?

Answer

Answer: लक्ष्मीबाई का बलिदान भारतीयों के मन में चिर स्थाई स्वतंत्रता का भाव जगाता है।


Question 6.
अंग्रेजों की विजय को कैसा बताया गया है?

Answer

Answer: अंग्रेजों की विजय को मदमाती बताया गया है।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

कविता से

प्रश्न 1.
‘किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई
(क) इस पंक्ति में किस घटना की ओर संकेत है?
(ख) काली घटा घिरने की बात क्यों कही गयी है?
उत्तर-
(क) इस पंक्ति में रानी लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर राव की मृत्यु की ओर संकेत है।

(ख) राजा जी की मृत्यु के उपरांत रानी झाँसी के ऊपर एक के बाद एक विपत्ति आने लगी। अंग्रेजों की नीति थी कि वे नि:संतान राजा की मृत्यु के बाद उस राज्य पर अपना अधिकार कर लेते थे। रानी के जीवन में दुख का अंधकार छा गया। इसलिए काली घटा घिरने की बात कही गई है।

प्रश्न 2.
कविता की दूसरी पंक्ति में भारत को ‘बूढ़ा’ कहकर और उसमें ‘नयी जवानी’ आने की बात कहकर सुभद्रा कुमारी चौहान क्या बताना चाहती हैं?
उत्तर-
कवयित्री ‘सुभद्रा कुमारी चौहान ने भारत को ‘बूढ़ा इसलिए कहा क्योंकि तब भारत की दशा बहुत शिथिल और जर्जर हो चुकी थी। भारत लंबे समय से अंग्रेजों की गुलामी से हर तरह से कमज़ोर हो रहा था। ‘नई जवानी’ आने की बात कहकर कवयित्री यह बताना चाहती थी कि अपनी खोई हुई आज़ादी को हासिल करने के लिए देश में नया जोश उत्पन्न हो गया था। अब उनमें आशा और उत्साह का नया संचार हो गया। संघर्ष करने की शक्ति आ गई और वे स्वतंत्रता पाने के लिए प्रयास करने लगे।

प्रश्न 3.
झाँसी की रानी के जीवन की कहानी अपने शब्दों में लिखो और यह भी बताओ कि उनका बचपन तुम्हारे बचपन से कैसे अलग था?
उत्तर-
रानी लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम छबीली था। वह इकलौती संतान थी। कानपुर के नाना की वह मुँहबोली बहन थी। लक्ष्मीबाई को मनु के नाम से भी जाना जाता था। उनको बचपन से ही हथियार चलाने का शौक था। शिवाजी की गाथाएँ। लक्ष्मीबाई को जुबानी याद थी। नकली युद्ध करना, व्यूह की रचना करना, किले तोड़ना और शिकार खेलना लक्ष्मीबाई के प्रिय खेल थे। भवानी उनके कुल की देवी थी। झाँसी के राजा गंगाधर राव के साथ लक्ष्मीबाई का विवाह हुआ था। विवाह के थोड़े दिन बाद रानी लक्ष्मीबाई के पति की मृत्यु हो गई। इसके बाद अंग्रेजी शासकों ने झाँसी पर अपना अधिकार करने का प्रयास किया। घमासान युद्ध हुआ। लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के साथ लड़ते-लड़ते वीरगति को प्राप्त हो गई।

उनका नाम इतिहास में हमेशा के लिए अमर हो गया। उनका बचपन हमारे बचपन से इस मायने में अलग थी कि वह हमारे समान सामान्य खेल-कूदों में वह नहीं उलझी रहती थी। बचपन में बरछी, ढाल, कृपाण जैसे हथियार ही उनकी सहेली थे। शिवाजी की वीरता की कहानी याद थी। इसके विपरीत हमारे बचपन में हथियार नाम की कोई चीज नहीं है। हम वीडियो गेम्स, कंप्यूटर, बिजली वाले खिलौने से खेलते हैं। राष्ट्रीय गीत भी हमें याद है।

प्रश्न 4.
वीर महिला की इस कहानी में कौन-कौन से पुरुषों के नाम आए हैं? इतिहास की कुछ अन्य वीर स्त्रियों की कहानियाँ खोजो।
उत्तर-
वीर महिला की इस कहानी में कई पुरुषों के नाम आए हैं-जैसे नाना साहब, (इनका पूरा नाम धुंधूपंत था) डलहौज़ी, पेशवा वाजीराव, तात्याँ टोपे, अजीमुल्ला, अहमद शाह मौलवी, ठाकुर कुँवर सिंह, लेफ्टिनेंट वॉकर, शिवाजी, ग्वालियर के महराज सिंधिया, जनरल स्मिथ, यूरोज।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
कविता में किस दौर की बात है? कविता से उस समय के माहौल के बारे में क्या पता चलता है?
उत्तर-
कविता में वर्ष 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौर की बात कही गई है। इस संग्राम में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस समय के माहौल के बारे में यह पता चलता है कि देश गुलाम था और लोगों के दिलों में देशप्रेम की ज्वाला भड़क रही थी। वे आजादी पाने के लिए लालायित थे।

प्रश्न 2.
सुभद्रा कुमारी चौहान, लक्ष्मीबाई को ‘मर्दानी’ क्यों कहती हैं?
उत्तर-
वीरता, साहस, हिम्मत, ताकत, युद्ध कौशल, घुड़सवारी तलवारबाज़ी-ये सभी मर्दो वाले गुण उनमें विद्यमान थे। रानी लक्ष्मीबाई ने वीर सेनापतियों की तरह अंग्रेजों से युद्ध किया और झाँसी की रक्षा करती रही। इसलिए कवयित्री ने उन्हें ‘मर्दानी’ कहा है।

खोजबीन

प्रश्न 1.
‘बरछी’ ‘कपाण’ ‘कटारी’ उस ज़माने के हथियार थे। आजकल के हथियारों के नाम पता करो।
उत्तर-
बंदूक, तोप, गोला, मिसाइलें, ए. के. 47, ए. के. 56, टैंक, पिस्तौल, एटम-बम, बम आदि।

प्रश्न 2.
लक्ष्मीबाई के समय में ज्यादा लड़कियाँ ‘वीरांगना’ नहीं हुई क्योंकि लड़ना उनका काम नहीं माना जाता था। भारतीय सेनाओं में अब क्या स्थिति है? पता करो।
उत्तर-
आजकल लड़कियों की सेना में काफ़ी भागीदारी है, लेकिन पुरु षों के अनुपात में स्त्रियों की संख्या काफ़ी कम है। इसे संतोषजनक नहीं कहा जा सकता, फिर भी उस समय की तुलना में यह बेहतर है।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
नीचे लिखे वाक्यांशों (वाक्य के हिस्सों) को पढ़ो-
झाँसी की रानी
मिट्टी का घरौंदा
प्रेमचंद की कहानी
पेड़ की छाया
ढाक के तीन पात
नहाने का साबुन
मील का पत्थर
रेशमी के बच्चे
बनारस के आम
का, के और की दो संज्ञाओं का संबंध बताते हैं। ऊपर दिए गए वाक्यांशों में अलग-अलग जगह इन तीनों का प्रयोग हुआ है। ध्यान से पढ़ो और कक्षा में बताओ कि का, के और की का प्रयोग कहाँ और क्यों हो रहा है?
उत्तर-
का, के और की संबंध कारक के चिह्न हैं। इन्हें परसर्ग भी कहते हैं। इनका प्रयोग संबंधी संज्ञा के अनुसार होता है। स्त्रीलिंग संबंधी संज्ञा के पूर्व ‘की पुल्लिंग संबंधी संज्ञा के पूर्व ‘का’ और बहुवचन पुल्लिंग संबंधी संज्ञा के पूर्व ‘के’ का ः प्रयोग होता है।

  • का’ का प्रयोग – एकवचन संज्ञा शब्दों के साथ हुआ है।
  • मिट्टी का घरौंदा – घरौंदा एकवचन पुल्लिंग है। घरौंदे का संबंध मिट्टी से बताने के लिए प्रयोग हुआ है।
  • मील का पत्थर – पत्थर पुल्लिंग है और एकवचन है, इसलिए उससे पहले ‘का’ प्रयोग हुआ है।
  • नहाने का साबुन – साबुन पुल्लिंग और एकवचन है। इसलिए उसके पहले का प्रयोग हुआ है।
  • ‘के’ का प्रयोग – बहुवचन संज्ञा शब्दों के साथ हुआ है।
  • रेशमा के बच्चे – बच्चे बहुवचन हैं, अतः बच्चे के पहले ‘के’ का प्रयोग हुआ है।
  • बनारस के आम – आम पुल्लिंग एवं बहुवचन शब्द है। अतः उसके पहले ‘के’ प्रयुक्त है।
  • ‘की’ का प्रयोग स्त्रीलिंग सूचक – संज्ञा शब्दों के साथ प्रयोग हुआ है।
  • झाँसी की रानी – रानी स्त्रीलिंग है। इसलिए उसके पूर्व ‘की’ लगा है।
  • पेड़ की छाया – छाया स्त्रीलिंग है, इसलिए उसके पूर्व ‘की’ लगा है।

पढ़ने को

  1. प्रकाशन विभाग, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित ‘भारत की महान नारियाँ’ श्रृंखला की पुस्तकें।
  2. चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित कमला शर्मा द्वारा लिखित उपन्यास ‘अपराजिता’।

परियोजना

  1. ‘रानी लक्ष्मीबाई’ के जीवन पर एक लघु नाटिका तैयार करो और बाल सभा में उसका मंचन करो। कविता के आधार पर संवाद लिखो तथा उनका उच्चारण करते समय भावपूर्ण अभिनय करो।
  2. ‘रानी लक्ष्मीबाई’ पर एक निबंध लिखो।

अन्य पाठेतर हल प्रश्न

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर

(क) ‘झाँसी की रानी’ कविता किसने लिखी है?
(i) लक्ष्मीबाई
(ii) सुभद्रा कुमारी चौहान
(iii) सुमित्रानंदन पंत
(iv) केदारनाथ अग्रवाल

(ख) रानी लक्ष्मीबाई किसकी मुँहबोली बहन थी?
(i) अजीमुल्ला खाँ
(ii) अहमदशाह
(iii) कुँवर सिंह
(iv) नाना धुंधूपंत पेशवा

(ग) कवयित्री ने झाँसी की रानी की कथा किसके मुँह से सुनी थी?
(i) मराठों के
(ii) बुंदेलों के
(iii) अपने अध्यापक के
(iv) कवियों के

(घ) नाना साहब कहाँ के रहने वाले थे?
(i) इलाहाबाद।
(ii) झाँसी
(iii) कानपुर
(iv) ग्वालि

(ङ) लक्ष्मीबाई का प्रिय खेल था?
(i) नकली युद्ध करना
(ii) व्यूह की रचना करना, शिकार करना
(iii) सैन्य घेरना, दुर्ग तोड़ना
(iv) उपर्युक्त सभी

उत्तर

(क) (ii)
(ख) (iv)
(ग) (ii)
(घ) (iii)
(ङ) (iv)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
महल में खुशी का कारण क्या था?
उत्तर-
विवाह के बाद रानी लक्ष्मीबाई का महल में आना खुशी का प्रमुख कारण था।

प्रश्न 2.
डलहौज़ी प्रसन्न क्यों था?
उत्तर-
क्योंकि नि:संतान राजा गंगाधर राव की मृत्यु होने पर झाँसी का अधिकार स्वतः ही अंग्रेज़ी सरकार को मिल जाना था इसलिए डलहौज़ी प्रसन्न था।

प्रश्न 3.
ब्रिटिश सरकार ने झाँसी के दुर्ग पर झंडा क्यों फहराया?
उत्तर-
क्योंकि वहाँ के राजा नि:संतान मृत्यु को प्राप्त हुए।

प्रश्न 4.
अंग्रेज़ों ने भारत के किन-किन क्षेत्रों पर अधिकार कर लिया था?
उत्तर-
अंग्रेजों ने भारत के कई हिस्सों पर अधिकार कर लिया था। उनमें से प्रमुख हैं-दिल्ली, लखनऊ, बिहार, नागपुर, तंजौर, सतारा, कर्नाटक, सिंध, पंजाब, मद्रास आदि।

प्रश्न 5.
रानियों और बेगमों की क्या दशा थी?
उत्तर-
वे परेशान थीं, क्योंकि उनके कपड़े और गहने खुलेआम बाजारों में बेचे जा रहे थे।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
झाँसी की रानी के जीवन से हम क्या प्रेरणा ले सकते हैं?
उत्तर-
झाँसी की रानी के जीवन से हम देश के लिए मर मिटने, स्वाभिमान से जीने, विपत्तियों से न घबराने, साहस, दृढ़ निश्चय, नारी अबला नहीं सबला है आदि की प्रेरणा ले सकते हैं।

प्रश्न 2.
अंग्रेज़ों के कुचक्र के विरुद्ध रानी ने अपनी वीरता का परिचय कैसे दिया?
उत्तर
अंग्रेजों की नीति थी यदि किसी राज्य में कोई राजा संतानहीन मृत्यु को प्राप्त हो जाता था तो वे उनके राज्य को अपने राज्य में मिला लेते थे। लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर की मृत्यु के उपरांत डलहौजी ने झाँसी के राज्य को अपने राज्य में मिलाने की चाल चली। रानी उसकी चाल को समझ गईं। उसने अपनी सेना की तैयारियाँ शुरू कर दी। उसने स्त्रियों को भी सैनिक शिक्षा दी। लक्ष्मीबाई ने डटकर अंग्रेजों का मुकाबला किया। उसने अंग्रेजों के कई किलों पर भी अधिकार कर लिया। अंत में रानी अंग्रेज़ी सेना के बीच घिर जाती हैं। रानी युद्ध करते-करते वीरगति को प्राप्त हो जाती हैं।

प्रश्न 3.
भारतीयों ने अंग्रेजों को दूर करने का निश्चय क्यों किया था?
उत्तर-
भारत कई सौ वर्षों तक गुलाम रहा। इस कारण यहाँ के लोग स्वतंत्रता के महत्त्व को भूल गए थे। इस आंदोलन से उन्हें स्वतंत्रता का महत्त्व को समझ में आ गया। उन्होंने यह भी महसूस किया कि फिरंगी धीरे-धीरे अपने साम्राज्य का विस्तार कर रहे हैं। इस कारण भारतीयों ने अंग्रेज़ों को दूर भगाने का निश्चय किया।

प्रश्न 4.
ऐसी कौन-सी विशेषताएँ थीं जिनके कारण मराठे लक्ष्मीबाई को देखकर पुलकित हुए?
उत्तर-
रानी लक्ष्मीबाई वीर और साहसी नारी थीं उन्हें युद्ध कला में महारथ हासिल थी। नकली युद्ध व्यूह की रचना करना, खूब शिकार खेलना, सेना घेरना और दुर्ग तोड़ना उनके प्रिय खेल थे। लक्ष्मीबाई की इन विशेषताओं को देखकर मराठे बहुत पुलकित होते थे।

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Chapter - 8 ऐसे-ऐसे

MCQs Questions with Answers

Question 1.
“ऐसे-ऐसे’ एकांकी के लेखक कौन हैं?
(a) जयंत विष्णु
(b) विष्णु प्रभाकर
(c) गुणाकर मुले
(d) अनुबंधोपाध्याय

Answer

Answer: (b) विष्णु प्रभाकर


Question 2.
मोहन ने पिता के दफ़तर में क्या खाया था?
(a) बर्गर
(b) समोसे
(c) फल
(d) मिठाई

Answer

Answer: (c) फल


Question 3.
किन बहानों को मास्टर जी समझ जाते हैं?
(a) पेट दर्द
(b) सिर दर्द
(c) चक्कर आना
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी


Question 4.
वैद्य जी को बुलाकर कौन लाया?
(a) मोहन की माँ
(b) मोहन के पिता
(c) मोहन के पड़ोसी दीनानाथ
(d) मोहन का मित्र

Answer

Answer: (a) मोहन की माँ


Question 5.
मोहन कैसा लड़का था?
(a) कमज़ोर
(b) कम बुद्धिवाला
(c) भला
(d) शरारती

Answer

Answer: (d) शरारती


(1)

पिता-कहाँ? कुछ भी नहीं। सिर्फ एक केला और एक संतरा खाया था। अरे, यह तो दफ़तर से चलने तक कूदता फिर रहा था। बस अड्डे पर आकर यकायक बोला-पिता जी, मेरे पेट में तो कुछ ऐसे-ऐसे’ हो रहा है। माँ-कैसे?
पिता-बस ‘ऐसे-ऐसे’ करता रहा। मैंने कहा-अरे, गड़गड़ होती है? तो बोला नहीं। फिर पूछा-चाकू सा चुभता है? तो जवाब दियानहीं। गोला-सा फूटता है? तो बोला नहीं। जो पूछा उसका जवाब नहीं। बस एक ही रट लगाता रहा, कुछ ऐसे-ऐसे’ होता है।

Question 1.
एक केला और संतरा किसने खाया था?
(a) सोहन ने
(b) रोहन ने
(c) मोहन ने
(d) रोहित ने

Answer

Answer: (c) मोहन ने


Question 2.
‘ऐसे-ऐसे’ का बहाना कौन करता था?
(a) सोहन एक मास्टर
(b) मोहन स्वयं
(c) मोहन का पिता
(d) मोहन की माँ

Answer

Answer: (b) मोहन स्वयं


Question 3.
मोहन के पेट में किस तरह का दर्द हो रहा था?
(a) ऐसे-ऐसे
(b) सूई-सी चुभना जैसा
(c) गड़गड़ होने जैसा
(d) चाकू की चुभन जैसा

Answer

Answer: (a) ऐसे-ऐसे


(2)

पिता-वैद्य जी, शाम तक ठीक था। दफ़तर से चलते वक्त रास्ते में एकदम बोला-मेरे पेट में दर्द होता है। ऐसे-ऐसे’ होता है। समझ नहीं आता, यह कैसा दर्द है!
वैद्य जी-अभी बता देता हूँ। असल में बच्चा है। समझा नहीं पाता है। (नाड़ी दबाकर) वात का प्रकोप है… मैंने कहा, बेटा, जीभ तो दिखाओ। (मोहन जीभ निकालता है।) कब्ज है। पेट साफ़ नहीं हुआ। (पेट टटोलकर) हूँ, पेट साफ़ नहीं है। मल रुक जाने से वायु बढ़ गई है। क्यों बेटा? (हाथ की उँगलियों को फैलाकर फिर सिकोड़ते हैं) ऐसे-ऐसे होता है?

Question 1.
वैद्य जी के अनुसार-मोहन ऐसे-ऐसे क्यों कर रहा है?
(a) क्योंकि उसे यह बीमारी हुई है।
(b) क्योंकि उसे दर्द का कारण पता नहीं है।
(c) क्योंकि उसे यह बीमारी पहली बार हुई।
(d) क्योंकि बीमारी को इसी नाम से पुकारा जाता है

Answer

Answer: (c) क्योंकि उसे यह बीमारी पहली बार हुई।


Question 2.
उसे किस बात की बीमारी है?
(a) बुखार है।
(b) मलेरिया है।
(c) वात की
(d) सरदी और जुकाम का है।

Answer

Answer: (c) वात की


Question 3.
मोहन के पेट में वायु बढ़ने का कारण था-
(a) उल्टे-सीधे खाना
(b) तला भूना खाना
(c) मल रुक जाना
(d) बासी तथा दूषित भोजन करना

Answer

Answer: (c) मल रुक जाना


(3)

माँ-पर मास्टर जी, वैद्य और डॉक्टर तो दस्त की दवा भेजेंगे।
मास्टर-माता जी, मोहन की दवा वैद्य और डॉक्टर के पास नहीं है। इसकी ऐसे-ऐसे की बीमारी को मैं जानता हूँ। अकसर मोहन जैसे लड़कों को वह हो जाती है।

Question 1.
वैद्य जी और डॉक्टर दवा भेजेंगे किसने कहा?
(a) पिता जी ने
(b) पड़ोसी ने
(c) माँ जी ने
(d) मास्टर जी ने

Answer

Answer: (c) माँ जी ने


Question 2.
‘मोहन की दवा वैद्य और डॉक्टर के पास नहीं है’ यह कथन किसके हैं?
(a) माँ जी के
(b) पिता जी के
(c) माँ जी ने
(d) पड़ोसिन के

Answer

Answer: (c) माँ जी ने


Question 3.
“ऐसे-ऐसे’ की बीमारी क्यों और किन्हें होती है?
(a) मौज-मस्ती करने के कारण
(b) खाना हजम न होने के कारण
(c) स्कूल का काम पूरा नहीं करने के कारण मोहन जैसे लड़कों को
(d) अंट-शंट खाने के कारण

Answer

Answer: (c) स्कूल का काम पूरा नहीं करने के कारण मोहन जैसे लड़कों को


(4)

मास्टर-(हँसकर) कुछ नहीं, माता जी, मोहन ने महीना भर मौज की। स्कूल का काम रह गया। आज खयाल आया। बस डर के मारे पेट में ‘ऐसे-ऐसे’ होने लगा-‘ऐसे-ऐसे’। अच्छा, उठिए साहब! आपके ‘ऐसे-ऐसे’ की दवा मेरे पास है। स्कूल से आपको दो दिन की छुट्टी मिलेगी। आप उसमें काम पूरा करेंगे और आपका ऐसे-ऐसे दूर भाग जाएगा।

Question 1.
मोहन ने महीना भर क्या किया?
(a) काम
(b) पढ़ाई
(c) मौज-मस्ती
(d) कुछ नहीं

Answer

Answer: (c) मौज-मस्ती


Question 2.
पेट में ‘ऐसे-ऐसे’ होने का क्या कारण था?
(a) पेट-दर्द
(b) छुट्टी करने का बहाना
(c) स्कूल का काम न करने का डर
(d) बासी एवं अंट-शंट खाना

Answer

Answer: (c) स्कूल का काम न करने का डर


Question 3.
मोहन के ‘ऐसे-ऐसे’ की दवा में क्या मिला?
(a) गोलियाँ
(b) दो दिन की छुट्टी
(c) तीन दिन की छुट्टी
(d) खेलने की आज़ादी

Answer

Answer: (b) दो दिन की छुट्टी


(5)

पिता-यह 43332 है। जी, जी हाँ। बोल रहा हूँ… कौन? डाक्टर साहब! जी हाँ, मोहन के पेट में दर्द है… जी नहीं, खाया तो कुछ नहीं… बस यही कह रहा है… बस जी… नहीं, गिरा भी नहीं… ‘ऐसे-ऐसे’ होता है। बस जी, ‘ऐसे-ऐसे’ होता! यह ऐसे-ऐसे क्या बला है, कुछ समझ में नहीं आता। जी-जी हाँ। चेहरा एकदम सफ़ेद हो रहा है। नाचा-नाचता फिरता है… जी नहीं, दस्त तो नहीं आई… जी हाँ, पेशाब तो आया था… जी नहीं, रंग तो नहीं देखा। आप कहें तो अब देख लेंगे… अच्छा जी! ज़रा जल्दी आइए।

Question 1.
गद्यांश के पाठ और उसके लेखक का नाम लिखो।

Answer

Answer:
पाठ का नाम-ऐसे-ऐसे
लेखक-विष्णु प्रभाकर।


Question 2.
यह बातचीत किस-किसमें हो रही है ?

Answer

Answer: यह वार्तालाप मोहन के पिता और डॉक्टर के बीच हो रही है।


Question 3.
ऐसे-ऐसे क्या है?

Answer

Answer: मोहन दर्द के बारे में बताता है कि पेट में ऐसे-ऐसे हो रहा है। वह स्पष्ट बता नहीं पाता।


(6)

मोहन-(कराहकर) जी हाँ… ओह!
वैद्य जी-(हर्ष से उछलकर) मैंने कहा न, मैं समझ गया। अभी पुड़िया भेजता हूँ। मामूली बात है, पर यही मामूली बात कभीकभी बड़ों-बड़ों को छका देती है। समझने की बात है। मैंने कहा, आओ जी, दीनानाथ जी, आप ही पुड़िया ले लो। (मोहन की माँ से) आधे-आधे घंटे बाद गरम पानी से देनी है। दो-तीन दस्त होंगे। बस फिर ‘ऐसे-ऐसे’ भागेगा; जैसे-गधे के सिर से सींग! (वैद्य जी द्वार की ओर बढ़ते हैं। मोहन के पिता पाँच का नोट निकालते हैं।)
पिता-वैद्य जी, यह आपकी भेंट।

Question 1.
वैद्य जी हर्ष से क्यों उछले?

Answer

Answer: वैद्य जी हर्ष से उछले क्योंकि उन्हें लगा कि वे मोहन की बीमारी समझ गए हैं।


Question 2.
वैद्य जी ने मोहन के लिए क्या दवा दिया?

Answer

Answer: वैद्य जी ने मोहन को दवा की पुड़िया दिया और उसे आधे-आधे घंटे बाद गरम पानी से लेने को कहा।


Question 3.
वैद्य जी ने दवा के बारे में क्या अश्वासन दिया?

Answer

Answer: वैद्य जी ने दवा के बारे में अश्वासन दिया कि दवा लेने के बाद दो-तीन दस्त होंगे और फिर ऐसे-ऐसे भी भागेगा; जैसे-गधे के सिर से सींग


(7)

जी नहीं, वह नहीं है। बिलकुल नहीं है। (मोहन से) ज़रा मुँह फिर खोलना। जीभ निकालो। (मोहन जीभ निकालता है।) हाँ, कब्ज ही लगता है। कुछ बदहज़मी भी है। (उठते हुए) कोई बात नहीं। दवा भेजता हूँ। (पिता से) क्यों न आप ही चलें! मेरा विचार है कि एक ही खुराक पीने के बाद तबीयत ठीक हो जाएगी। कभी-कभी हवा रुक जाती है और फंदा डाल लेती है। बस उसी की ऐंठन है।

Question 1.
‘जी नहीं, वह नहीं है।’ ये कथन किसका है?

Answer

Answer: जी नहीं, वह नहीं है। कथन वैद्य जी का है?


Question 2.
डॉक्टर मोहन से क्या कहता है?

Answer

Answer: डॉक्टर मोहन से मुँह खोलने तथा जीभ निकालने के लिए कहते हैं।


Question 3.
डॉक्टर ने मोहन को मुँह खोलने के लिए क्यों कहता है?

Answer

Answer: डॉक्टर ने मोहन को मुँह खोलने के लिए इसलिए कहा क्योंकि वह मुँह और जीभ देखकर उसकी बीमारी को पकड़ना चाह रहा था।


(8)

मास्टर-माता जी, मोहन की दवा वैद्य और डॉक्टर के पास नहीं है। इसकी ‘ऐसे-ऐसे’ की बीमारी को मैं जानता हूँ। अकसर मोहन जैसे लड़कों को वह हो जाती है। माँ-सच! क्या बीमारी है यह? मास्टर-अभी बताता हूँ। (मोहन से) अच्छा साहब! दर्द तो दूर हो ही जाएगा। डरो मत। बेशक कल स्कूल मत आना। पर हाँ, एक बात तो बताओ, स्कूल का काम तो पूरा कर लिया है?

Question 1.
माता जी मोहन की दवा वैद्य और डॉक्टर के पास नहीं है। यह वार्तालाप किस-किसके बीच हो रही है।

Answer

Answer: उपरोक्त कथन की बातचीत माँ और मास्टर के बीच में हो रही है।


Question 2.
मास्टर जी ने यह क्यों कहा कि मोहन की दवा वैद्य और डॉक्टर के पास नहीं है?

Answer

Answer: मोहन ने पूरा महीना मौज-मस्ती में व्यतीत कर दिया। उसने स्कूल का कार्य पूरा नहीं किया था। एक-दो दिन बाद स्कूल खुलने वाला था। उसे स्कूल जाना था और पेट में ‘ऐसे-ऐसे’ होने का बहाना कर रहा था। ऐसी बीमारी का इलाज वैद्य और डॉक्टर कैसे कर सकते थे। मास्टर जी मोहन की बीमारी को जानते थे। इसलिए उन्होंने कहा कि मोहन की बीमारी की दवा वैद्य और डॉक्टर के पास नहीं है।


Question 3.
मोहन जैसे लड़के कैसे होते हैं?

Answer

Answer: मोहन ने पूरा महीना मौज-मस्ती में व्यतीत कर दिया। उसने स्कूल का कार्य पूरा नहीं किया था। एक-दो दिन बाद स्कूल खुलने वाला था। उसे स्कूल जाना था और पेट में ‘ऐसे-ऐसे’ होने का बहाना कर रहा था। ऐसी बीमारी का इलाज वैद्य और डॉक्टर कैसे कर सकते थे। मास्टर जी मोहन की बीमारी को जानते थे। इसलिए उन्होंने कहा कि मोहन की बीमारी की दवा वैद्य और डॉक्टर के पास नहीं है।


Question 4.
‘ऐसे-ऐसे’ की बीमारी क्यों और किन्हें होती है?

Answer

Answer: मोहन ऐसे लड़कों में था जो छुट्टियों में खूब मौज-मस्ती करते हैं। स्कूल का काम पूरा नहीं करते और जब स्कूल की छुट्टियाँ समाप्त होने को आती हैं तो स्कूल का वर्क याद आता है। स्कूल का काम पूरा न होने से उन्हें स्कूल में जाने से भी डर लगता है। ऐसे लड़के पेट में दर्द होने या ‘ऐसे-ऐसे’ होने की रट लगा देते हैं।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

एकांकी से

प्रश्न 1.
‘सड़क के किनारे एक सुंदर फ्लैट में बैठक का दृश्य। उसका एक दरवाज़ा सड़क वाले बरामदे में खुलता है… उस पर एक फ़ोन रखा है। इस बैठक की पूरी तसवीर बनाओ।
उत्तर-
बैठक में फ़र्श पर कालीन बिछा है। इसके ऊपर सोफा सेट रखा है। कोने में तिपाही पर फूलदान सज़ा है। दूसरे कोने में टेबल लैंप रखा है। कमरे के बीच में शीशे की मेज़ रखी है। मेज़ पर अखबार और पत्रिकाएँ रखी हैं। दीवार पर दो सुंदर पेंटिंग टॅगी हुई है।
छात्र दिए गए विवरण के आधार पर चित्र बनाएँ।

प्रश्न 2.
माँ मोहन के ‘ऐसे-ऐसे’ कहने पर क्यों घबरा रही थी?
उत्तर-
माँ का घबराना स्वाभाविक था क्योंकि मोहन कुछ बताता ही नहीं था बस ऐसे-ऐसे किए जा रहा था। माँ ने सोचा पता नहीं यह कौन-सी बीमारी है और कितनी भयंकर है। इसलिए मोहन की माँ घबरा गई थी।

प्रश्न 3.
ऐसे कौन-कौन से बहाने होते हैं जिन्हें मास्टर जी एक ही बार सुनकर समझ जाते हैं? ऐसे कुछ बहानों के बारे में लिखो।
उत्तर-
पेट दर्द, सिर दर्द, बुखार, माता-पिता के साथ कहीं जाना, माता-पिता द्वारा किसी काम के लिए कहा जाना, शादी में जाना, बस छूट जाने का बहामा, माँ की बीमारी का बहाना इत्यादि।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
स्कूल के काम से बचने के लिए मोहन ने कई बार पेट में ऐसे-ऐसे’ होने के बहाने बनाए। मान लो, एक बार उसे सचमुच पेट में दर्द हो गया और उसकी बातों पर लोगों ने विश्वास नहीं किया, तब मोहन पर क्या बीती होगी?
उत्तर-
स्कूल के काम से बचने के लिए मोहन ने कई बार पेट में ऐसे-ऐसे’ होने के बहाने बनाए। यदि किसी दिन मोहन को सचमुच पेट में दर्द हो गया तो कोई भी उसकी बात को नहीं मानेगा तथा उसका दर्द बढ़ता जाएगा जो कि परेशानी का कारण बन सकता है। यदि किसी दिन मोहन के पेट में सचमुच दर्द हुआ होगा तो लोगों ने उस पर विश्वास नहीं किया हो और यही समझा होगा कि वह बहाने बना रहा है। ऐसे में वह तड़पा होगा और सबको बार-बार कहा होगा कि उसके पेट में सचमुच दर्द हो रहा है। तब जाकर मोहन को पता चला होगा कि झूठ बोलने से क्या नुकसान होता है। उसे अपनी आदत पर पछतावा होगा और संभवतः वह भविष्य में कभी झूठ बोलने से तौबा कर ले।

प्रश्न 2.
पाठ में आए वाक्य ‘लोचा-लोचा फिरे है, के बदले ढीला-ढाला हो गया है या बहुत कमज़ोर हो गया है-लिखा जा सकता है लेकिन, लेखक ने संवाद में विशेषता लाने के लिए बोलियों के रंग-ढंग का उपयोग किया है। इस पाठ में इस तरह की अन्य पंक्तियाँ भी हैं; जैसे-
इत्ती नई-नई बीमारियाँ निकली हैं,
राम मारी बीमारियों ने तंग कर दिया,
तेरे पेट में तो बड़ी दाढ़ी है।
अनुमान लगाओ, इन पंक्तियों को दूसरे ढंग से कैसे लिखा जा सकता है।
उत्तर-
इतनी नयी-नयी बीमारियाँ निकली हैं।

– इन बीमारियों ने परेशान कर दिया है।
– तुम तो बहुत चालाक हो।

प्रश्न 3.
मान लो कि तुम मोहन की तबीयत पूछने जाते हो। तुम अपने और मोहन के बीच की बातचीत को संवाद के रूप में लिखो।
उत्तर-
में-अरे मोहन ! कैसे हो? क्या हुआ है तुम्हें?
मोहन-कुछ नहीं भाई। बस पेट में ऐसे-ऐसे हो रहा है।
मैं-ऐसे कैसे?
मोहन-बस ऐसे-ऐसे।
मैं-डॉक्टर को दिखाया?
मोहन-डॉक्टर को भी दिखाया और वैद्य की भी दवा मिली है खाने को।
मैं-क्या कहा उन्होंने?
मोहन-उन्होंने कब्ज और बदहजमी बताया है।
मैं-ठीक है, दवा खाओ और जल्दी ठीक होने की कोशिश करो। कल से स्कूल खुल रहा है, याद है न।।
मोहन-हाँ, हाँ, याद है।
मैं-अब मैं चलता हूँ। कल स्कूल जाते समय आऊँगा। अगर पेट ठीक हो जाए तो तुम भी तैयार रहना।
मोहन-अच्छा भाई ! धन्यवाद ।

प्रश्न 4.
संकट के समय के लिए कौन-कौन से नंबर याद रखे जाने चाहिए? ऐसे वक्त में पुलिस, फायर ब्रिगेड और डॉक्टर से तुम कैसे बात करोगे? कक्षा में करके बताओ।
उत्तर-
संकट के समय पुलिस, फायर ब्रिगेड और हॉस्पिटल एवं चिकित्सक के नंबर याद रखे जाने चाहिए। पुलिस की नंबर-100, फायर ब्रिगेड की-101, एंबुलेंस की-102
यदि कोई वारदात होती है तो पुलिस को जानकारी देंगे। यदि आग लगती है तो फायर ब्रिगेड को खबर देंगे। यदि कोई बीमारे है तो डॉक्टर को फ़ोन करेंगे।
हम इनसे नम्र स्वभाव में प्रार्थना करते हुए बातें करेंगे।
हम उन्हें घर का पता बता देंगे।

उनसे शीघ्र आने के लिए कहेंगे। डॉक्टर को मरीज़ की बीमारी के लक्षण बता देंगे ताकि वह आवश्यक दवा साथ ला सके।
ऐसा होता तो क्या होता…
मास्टर- स्कूल का काम तो पूरा कर लिया है?
(मोहन हाँ में सिर हिलाता है।)
मोहन- जी, सब काम पूरा कर लिया है।
इस स्थिति में नाटक का अंत क्या होता? लिखो।
उत्तर-
ऐसी स्थिति में मास्टर जी समझ जाते कि सचमुच दर्द है। वह मोहन के माता-पिता को उसका ठीक से इलाज कराने की सलाह देते हैं।

भाषा की बात

(क) मोहन ने केला और संतरा खाया।
(ख) मोहन ने केला और संतरा नहीं खाया।
(ग) मोहन ने क्या खाया?
मोहन केला और संतरा खाओ।
उपर्युक्त वाक्यों में से पहला वाक्य एकांकी से लिया गया है। बाकी तीन वाक्य देखने में पहले वाक्य से मिलते-जुलते हैं, पर उनके अर्थ अलग-अलग हैं। पहला वाक्य किसी कार्य या बात के होने के बारे में बताता है। इसे विधिवाचक वाक्य कहते हैं। दूसरे वाक्य का संबंध उस कार्य के न होने से है, इसलिए उसे निषेधात्मक वाक्य कहते हैं। (निषेध का अर्थ नहीं या मनाही होता है।) तीसरे वाक्य में इसी बात को प्रश्न के रूप में पूछा जा रहा है, ऐसे वाक्य प्रश्नवाचक कहलाते हैं। चौथे वाक्य में मोहन से उसी कार्य को करने के लिए कहा जा रहा है। इसलिए उसे आदेशवाचक वाक्य कहते हैं। आगे एक वाक्य दिया गया है। इसके बाकी तीन रूप तुम सोचकर लिखो।

बताना- रूथ ने कपड़े अलमारी में रखे।
नहीं/मना करना : ……….
पूछना : ………
आदेश देना : ……….
उत्तर-
नहीं/मना करना :   रुथ ने कपड़े अलमारी में नहीं रखे।
पूछना              :   क्या रुथ ने कपड़े अलमारी में रखे ?
आदेश देना       :   रुथ कपड़े अलमारी में रखो।

कुछ और करने के लिए

प्रश्न 1.
क्या तुम स्कूल का काम न करने पर उल्टे-सीधे बहाने बनाते हो?
उत्तर-
नहीं, मैं स्कूल का काम नहीं कर पाने पर कोई बहाना नहीं बनाता। मैं माँ को साफ़-साफ़ बता देता हूँ कि आज मैं स्कूल न जाकर गृह कार्य पूरा करूंगा। तभी अगले दिन स्कूल जाऊँगा। मुझे झूठ बोलना कतई पसंद नहीं है।
एकांकी का मंचीकरण

बच्चे इस एकांकी को बाल सभा के मंच पर प्रस्तुत करेंगे।
पात्रों को चुनाव कर उन्हें संवाद याद करने के लिए दिए जाएँगे। अध्यापक/अध्यापिका दो दिनों तक रिहर्सल कराने के उपरांत प्रस्तुतीकरण के लिए कहेंगे। अभिनय कौशल को परखा जाएगा।
इससे बच्चों की अभिव्यक्ति का विकास होगा तथा मंच भय से मुक्ति मिलेगी।

अन्य पाठेतर हल प्रश्न

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर

(क) ‘ऐसे-ऐसे’ एकांकी के लेखक कौन हैं?
(i) जयंत विष्णु
(ii) विष्णु प्रभाकर
(iii) गुणाकर मुले
(iv) अनुबंधोपाध्याय

(ख) मोहन ने पिता के दफ़तर में क्या खाया था?
(i) बर्गर
(ii) समोसे
(iii) फल
(iv) मिठाई

(ग) किन बहानों को मास्टर जी समझ जाते हैं?
(i) पेट दर्द
(ii) सिर दर्द
(iii) चक्कर आना
(iv) उपर्युक्त सभी

(घ) वैद्य जी को बुलाकर कौन लाया?
(i) मोहन की माँ
(ii) मोहन के पिता
(iii) मोहन के पड़ोसी दीनानाथ
(iv) मोहन का मित्र

(ङ) मोहन कैसा लड़का था?
(i) कमज़ोर
(ii) कम बुद्धिवाला
(iii) भला
(iv) शरारती

उत्तर-

(क) (ii)
(ख) (iii)
(ग) (iv)
(घ) (i)
(ङ) (iv)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
मोहन ने पिता के दफ़तर में क्या खाया था?
उत्तर-
मोहन ने पिता के दफ़तर में एक केला और एक संतरा खाया था।

प्रश्न 2.
वैद्य जी को बुलाकर कौन लाया?
उत्तर-
मोहन के पड़ोसी वैद्य जी को बुलाकर लाए थे।

प्रश्न 3.
वैद्य जी ने मोहन को देखने के बाद क्या कहा?
उत्तर-
वैद्य जी मोहन को देखकर कहते हैं कि घबराने की कोई बात नहीं। मामूली बात है, पर इससे कभी-कभी बड़े भी तंग आ जाते हैं।

प्रश्न 4.
मोहन ने क्या बहाना बनाया?
उत्तर-
मोहन ने स्कूल न जाने के लिए बहाना बनाया कि उसके पेट में ऐसे-ऐसे’ दर्द हो रहा है।

प्रश्न 5.
क्या मोहन के पेट में सचमुच दर्द था?
उत्तर-
नहीं, मोहन के पेट में कोई दर्द नहीं था। वह केवल बहाना कर रहा था।

लघुउत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
मोहन की हालत देख माँ क्यों अधिक परेशान थी?
उत्तर-
मोहन की हालत देखकर मोहन की माँ ने मोहन को हींग, चूरन, पिपरमेंट आदि दिया था, पर मोहन ठीक नहीं हुआ था। वह बार-बार कहता था कि उसके पेट में ऐसे-ऐसे हो रहा है। माँ उसकी हालत देखकर परेशान थी क्योंकि मोहन को क्या हो रहा है, यह पता नहीं चल रहा था। उसने ‘ऐसे-ऐसे’ की बीमारी का नाम न सुना था। वह सोच में पड़ गई थी कि उसे कोई नई बीमारी तो नहीं हो गई है इसीलिए वह मोहन की हालत देखकर परेशान थी।

प्रश्न 2.
मोहन की माँ क्यों कहती है-हँसी की हँसी, दुख का दुख?
उत्तर
मोहन की माँ बार-बार मोहन से उसके पेट-दर्द के बारे में पूछती है। वह बस यही कहता है कि पेट में ऐसे-ऐसे’ हो रहा है। उसकी बात सुनकर माँ हँस पड़ती है और परेशान भी होती है। वह बेटे के दुख से दुखी होती है। इसी | मनः स्थिति में वह कहती है की हँसी की हँसी दुख का दुख। यह उसे अजीब बीमारी लगती है।

प्रश्न 3.
ऐसे कौन-कौन से बहाने होते हैं जिन्हें मास्टर जी एक ही बार में सुनकर समझ जाते हैं। ऐसे कुछ बहानों के बारे में लिखो।
उत्तर
ऐसे अनेक बहाने होते हैं; जैसे-आज स्कूल में कुछ नहीं होगा, बस सफ़ाई कराई जाएगी। कुछ छात्र कहते हैं कि मैं रात में पढ़ाई कर रहा था मेरी किताब और कॉपी वहीं छूट गई। कभी-कभी छात्र दूर के रिश्तेदार की बीमारी का बहाना बना लेते हैं। इसके अलावे छात्र पेट दर्द, सिर दर्द, माता-पिता के साथ कहीं जाना, जिन्हें एक ही बार सुनकर मास्टर जी समझ जाते हैं।

प्रश्न 4.
वैद्य जी मोहन को क्या बीमारी बताते हैं? वह उसे क्या दवा देते हैं।
उत्तर-
वैद्य जी मोहन के पेट-दर्द का कारण बताते हैं वात का प्रकोप है, कब्ज़ है। पेट साफ़ नहीं हुआ है। मल रु क जाने से वायु बढ़ गई है। वह मोहन को दवा की पुड़िया हर आधे-आधे घंटे बाद गरम पानी से लेने को कहते हैं।

प्रश्न 5.
डॉक्टर मोहने को क्या बीमारी बताते हैं और ठीक होने का क्या आश्वासन देते हैं?
उत्तर
डॉक्टर मोहन की जीभ देखकर कहते हैं कि उसे कब्ज़ और बदहजमी है। फिर वह बताते हैं कि कभी-कभी हवा रु क जाती है और फंदा डाल लेती है। मोहन के पेट में बस उसी का ऐंठन है। वह मोहन को आश्वासन देते हैं कि दवा की एक खुराक पी लेने के बाद तबियत ठीक हो जाएगी।

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Chapter -6 पार नज़र के Important Questions & MCQs Class 6th |HINDI -वसंत, भाग 1| NCERT | EDUGROWN

NCERT Important Questions & MCQs Class 6th Hindi -वसंत, भाग 1

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Chapter -6 पार नज़र के

MCQs Questions with Answers

Question 1.
इस पाठ के लेखक कौन हैं?
(a) गुणाकर मुले
(b) कृष्णा सोबती
(c) जयंत विष्णु नार्लीकर
(d) केदर नाथ अग्रवाल

Answer

Answer: (c) जयंत विष्णु नार्लीकर


Question 2.
छोटू का परिवार कहाँ रहता था ?
(a) पर्वत पर
(b) समुद्र में
(c) आकाश में
(d) ज़मीन के नीचे कॉलोनी में

Answer

Answer: (d) ज़मीन के नीचे कॉलोनी में


Question 3.
कंट्रोल रूम में जाकर छोटू ने क्या हरकत की?
(a) वह डांस करने लगा
(b) वह चॉकलेट माँगने लगा
(c) वह लाल बटन दबाने के लिए मचलने लगा
(d) उसने मोटर स्टार्ट कर दी।

Answer

Answer: (c) वह लाल बटन दबाने के लिए मचलने लगा


Question 4.
किस कमी के कारण मंगल ग्रहवासी अंतरिक्ष यान छोड़ने में असमर्थ थे?
(a) ऊर्जा की
(b) यंत्रों की
(c) तकनीकी की
(d) ईंधन की

Answer

Answer: (a) ऊर्जा की


Question 5.
मंगल ग्रह के निवासी ज़मीन के नीचे किसके सहारे रहते थे?
(a) रोशनी के सहारे
(b) पानी के सहारे
(c) यंत्रों के सहारे
(d) ईंधन के सहारे

Answer

Answer: (c) यंत्रों के सहारे


(1)

वैसे तो उनकी पूरी कॉलोनी ही जमीन के नीचे बसी थी। यह जो सुरंगनुमा रास्ता था-अंदर दीये जल रहे थे और प्रवेश करने से पहले एक बंद दरवाज़े का सामना करना पड़ता था। दरवाज़े में एक खाँचा बना हुआ था। छोटू ने खाँचे में कार्ड डाला, तुरंत दरवाज़ा खुल गया। छोटू ने सुरंग में प्रवेश किया। अंदर वाले खाँचे में सिक्योरिटी-पास आ पहुँचा था। उसे उठा लिया, कार्ड उठाते ही दरवाज़ा बंद हुआ। छोटू ने चारों तरफ़ नज़र दौड़ाई। सुंरंगनुमा यह रास्ता ऊपर की तरफ़ जाता था……यानी ज़मीन के ऊपर का सफ़र कर आने का मौका मिल गया था।
मगर कहाँ? मौका हाथ लगते ही फिसल गया। सुरंग में जगह-जगह लगाए गए निरीक्षक यंत्रों की जानकारी छोटू को नहीं थी। मगर छोट्र के प्रवेश करते ही पहले निरीक्षक यंत्र में संदेहास्पद स्थिति दर्शाने वाली हरकत हुई, इतने छोटे कद का व्यक्ति सुरंग में कैसे आया? दूसरे निरीक्षक यंत्र ने तुरंत छोटू की तसवीर खींच ली। किसी एक नियंत्रण केंद्र में इस तसवीर की जाँच की गई और खतरे की सूचना दी गई।

Question 1.
छोटू की कॉलोनी कहाँ बसी हुई थी?
(a) जंगल में
(b) ज़मीन के अंदर
(c) सुरंग में
(d) ज़मीन के ऊपर

Answer

Answer: (b) ज़मीन के अंदर


Question 2.
सुरंग में प्रकाश की क्या व्यवस्था थी?
(a) बिजली के बल्ब जले हुए थे।
(b) सुरंग में दीये जल रहे थे।
(c) सुरंग में झरोखों के द्वारा रोशनी आती थी।
(d) सुरंग में अँधेरा था।

Answer

Answer: (b) सुरंग में दीये जल रहे थे।


Question 3.
छोटू ने सुरंग में प्रवेश कैसे किया?
(a) छिपकर
(b) अपने पिता के साथ
(c) वह प्रवेश नहीं कर पाया
(d) खाँचे में कार्ड डालकर

Answer

Answer: (d) खाँचे में कार्ड डालकर


Question 4.
छोटू ने सुरंग में प्रवेश का किसे पता चल गया?
(a) छोटू के पिता को
(b) सुरक्षा गार्ड को
(c) निरीक्षक यंत्र को
(d) इनमें कोई नहीं

Answer

Answer: (c) निरीक्षक यंत्र को


Question 5.
निरीक्षक यंत्र ने क्या किया?
(a) छोटू को पकड़ लिया
(b) छोटू की तस्वीर खींच ली
(c) छोटू को छोड़ दिया
(d) छोटू को अंदर जाने दिया।

Answer

Answer: (b) छोटू की तस्वीर खींच ली


(2)

मैं वहाँ एक खास किस्म का स्पेस-सूट पहनकर जाता हूँ। इस स्पेस-सूट से मुझे ऑक्सीजन मिलती है, जिससे मैं साँस ले सकता हूँ। इसी स्पेस-सूट की वजह से बाहर की ठंड से मैं अपने आपको बचा सकता हूँ। खास किस्म के जूतों की वजह से जमीन के ऊपर मेरा चलना मुमकिन होता है। जमीन के ऊपर चलने के लिए हमें एक विशेष प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है।

Question 1.
गद्यांश के लेखक का नाम लिखिए-
(a) गुणाकर मुले
(b) कृष्णा सोबती
(c) जयंत विष्णु नार्लीकर
(d) केदार नाथ अग्रवाल

Answer

Answer: (c) जयंत विष्णु नार्लीकर


Question 2.
स्पेस-सूट पहनकर कौन जाता है?
(a) वैज्ञानिक
(b) छोटू के पापा
(c) छोटू
(d) निरीक्षक

Answer

Answer: (b) छोटू के पापा


Question 3.
स्पेस-सूट पहनने से क्या लाभ है?
(a) ठंड से बचाव होता है।
(b) ऑक्सीजन मिलती रहती है।
(c) ठंड से बचाव होता है। व ऑक्सीजन मिलती रहती है। दोनों लाभ होते हैं।
(d) कोई विशेष लाभ नहीं

Answer

Answer: (c) ठंड से बचाव होता है। व ऑक्सीजन मिलती रहती है। दोनों लाभ होते हैं।


(3)

“एक समय था, जब अपने मंगल ग्रह पर सभी लोग ज़मीन के ऊपर ही रहते थे। बगैर किसी तरह के यंत्रों की मदद के. बगैर किसी खास किस्म की पोशाक के हमारे पुरखे ज़मीन के ऊपर रहा करते थे लेकिन धीरे-धीरे वातावरण में परिवर्तन आने लगा। कई तरह के जीव धरती पर रहा करते थे। एक के बाद एक सब मरने लगे। इस परिवर्तन की जड़ में था-सूरज में हुआ परिवर्तन। सूरज से हमें रोशनी मिलती है, ऊष्णता मिलती है। इन्हीं तत्वों से जीवों का पोषण होता है। सूरज में परिवर्तन होते ही। यहाँ का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ गया। प्रकृति के बदले हुए रूप का सामना करने में यहाँ के पशु-पक्षी पेड़-पौधे अन्य जीव अक्षम साबित हुए। केवल हमारे पूर्वजों ने इस स्थिति का सामना किया।”

Question 1.
इस गद्यांश में किस ग्रह का उल्लेख हुआ है?
(a) शनि का
(b) बृहस्पति का
(c) मंगल का
(d) पृथ्वी का

Answer

Answer: (c) मंगल का


Question 2.
मंगल ग्रह पर सब लोग कैसे रहते थे?
(a) ज़मीन पर
(b) सुरंग में
(c) धरती के नीचे
(d) विशेष प्रकार के यंत्रों में

Answer

Answer: (a) ज़मीन पर


Question 3.
हमारे पूर्वज धरती पर कैसे रहते थे?
(a) स्पेस सूट पहनकर
(b) यंत्रों के सहारे धरती पर
(c) बिना किसी यंत्र के सहारे धरती पर
(d) आक्सीजन के मास्क लगाकर

Answer

Answer: (c) बिना किसी यंत्र के सहारे धरती पर


(4)

“अपने तकनीकी ज्ञान के आधार पर हमने ज़मीन के नीचे अपना घर बना लिया। ज़मीन के ऊपर लगे विभिन्न यंत्रों के सहारे हम सूर्य-शक्ति, सूरज की रोशनी और गरमी का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। उन्हीं यंत्रों के सहारे हम यहाँ ज़मीन के नीचे जी रहे हैं। यंत्र सुचारु रूप से चलते रहें, इसके लिए बड़ी सतर्कता बरतनी पड़ती है। मुझ जैसे कुछ चुनिंदा लोग इन्हीं यंत्रों का ध्यान रखते हैं।” “बड़ा हो जाऊँगा तो मैं भी यही काम करूँगा” छोटू ने अपनी मंशा जाहिर की।
“बिलकुल! मगर उसके लिए खूब पढ़ना होगा। माँ और पापा की बात सुननी होगी!” माँ ने कहा।
दूसरे दिन छोटू के पापा काम पर चले गए। देखा तो कंट्रोल रूम का वातावरण बदला-बदला सा था। शिफ़्ट खत्म कर घर जा रहे स्टाफ़ के प्रमुख ने टी० वी० स्क्रीन की तरफ़ इशारा किया। स्क्रीन पर एक बिंदु झलक रहा था। वह बताने लगा, “यह कोई आसमान का तारा नहीं है, क्योंकि कंप्यूटर से पता चल रहा है कि यह अपनी जगह अडिग नहीं रहा है। पिछले कुछ घंटों के दौरान इसने अपनी जगह बदली है। कंप्यूटर के अनुसार यह हमारी धरती की तरफ़ बढ़ता चला आ रहा है।”

Question 1.
मनुष्य ने किस आधार पर ज़मीन के नीचे घर बनाया?
(a) साहित्य ज्ञान
(b) व्यावहारिक ज्ञान
(c) तकनीकी ज्ञान
(d) यथार्थ ज्ञान

Answer

Answer: (c) तकनीकी ज्ञान


Question 2.
मनुष्य किसकी शक्ति का प्रयोग करना सीख गया?
(a) सूरज की
(b) मंगल ग्रह की
(b) पृथ्वी की
(d) मशीनों की

Answer

Answer: (a) सूरज की


Question 3.
सतर्कता बरतने की बात क्यों की जा रही है?
(a) ताकि यंत्र सुचारु रूप से चलते रहें।
(b) ताकि दूसरी दुनिया के जीव यहाँ न आ सकें
(c) ताकि मंगल ग्रह दुष्प्रभाव न छोड़ सके
(d) ताकि मशीन कार्य करती रहे।

Answer

Answer: (a) ताकि यंत्र सुचारु रूप से चलते रहें।


(5)

रोज़ाना यही वार्तालाप हुआ करता था छोटू की माँ और छोटू के बीच। उस तरफ़ एक सुरंगनुमा रास्ता था और छोटू के पापा इसी सुरंग से होते हुए काम पर जाया करते थे। आम आदमी के लिए इस रास्ते से जाने की मनाही थी। चंद चुनिंदा लोग ही इस सुरंगनुमा रास्ते का इस्तेमाल कर सकते थे और छोटू के पापा इन्हीं चुनिंदा लोगों में से एक थे।

Question 1.
रोज़ाना किसके बीच क्या वार्तालाप होता था?

Answer

Answer: रोज़ाना छोटू और उसकी माँ के बीच वार्तालाप होता था। यह वार्तालाप सुरंगनुमा रास्ते से होकर जाने के बारे में होता था।


Question 2.
छोटू के पापा कहाँ से काम पर जाया करते थे?

Answer

Answer: छोटू के पापा सुरंग से होते हुए अपने काम पर जाया करते थे।


Question 3.
इस रास्ते की मनाही किनके लिए थी?

Answer

Answer: आम आदमियों के लिए इस रास्ते पर जाने की मनाही थी।


(6)

“मैं वहाँ एक खास किस्म का स्पेस सूट पहनकर जाता हूँ। इस स्पेस सूट से मुझे ऑक्सीजन मिलती है, जिससे मैं साँस ले सकता हूँ। इसी स्पेस सूट की वजह से बाहर की ठंड से मैं अपने आपको बचा सकता हूँ। खास किस्म के जूतों की वजह से जमीन के ऊपर मेरा चलना मुमकिन होता है। ज़मीन के ऊपर चलने-फिरने के लिए हमें एक विशेष प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है।”

Question 1.
कौन, कहाँ, क्या पहनकर गया?

Answer

Answer: छोट्र के पापा एक खास किस्म का स्पेस-सूट पहनकर सुरंग से होकर अपने काम के स्थल पर जाते हैं।


Question 2.
गद्यांश के पाठ और लेखक के नाम लिखिए?

Answer

Answer:
पाठ का नाम-पार नज़र के।
लेखक का नाम-जयंत विष्णु नार्लीकर


Question 3.
स्पेस सूट की क्या उपयोगिता है?

Answer

Answer: ज़मीन के ऊपर चलने के लिए स्पेस सूट आवश्यक है। उसके बिना ज़मीन पर नहीं चला जा सकता। स्पेस-सूट पहनने वाले को ऑक्सीजन मिलती रहती है, जिससे वह साँस ले सकता है। स्पेस-सूट ठंड से भी बचाता है।


(7)

एक समय था, जब अपने मंगल ग्रह पर सभी लोग ज़मीन के ऊपर रहते थे। बगैर किसी तरह के यंत्रों की मदद के, बगैर किसी खास किस्म की पोशाक के, हमारे पुरखे ज़मीन के ऊपर रहा करते थे लेकिन धीरे-धीरे वातावरण में परिवर्तन आने लगा। कई तरह के जीव धरती पर रहा करते थे। एक के बाद एक सब मरने लगे। इस परिवर्तन की जड़ में था-सूरज में हुआ परिवर्तन। सूरज से हमें रोशनी मिलती है, ऊष्णता मिलती है। इन्हीं तत्वों से जीवों का पोषण होता है। सूरज में परिवर्तन होते ही यहाँ का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ गया। प्रकृति के बदले रूप का सामना करने में यहाँ के पशु-पक्षी, पेड़-पौधे अन्य जीव अक्षम साबित हुए। केवल हमारे पूर्वजों ने इस स्थिति का सामना किया।

Question 1.
पहले मंगलग्रह पर लोग कहाँ रहते थे?

Answer

Answer: पहले मंगल ग्रह के सभी लोग ज़मीन के ऊपर रहा करते थे।


Question 2.
हमारे पूर्वज धरती पर कैसे रहते थे?

Answer

Answer: हमारे पूर्वज धरती पर बिना किसी यंत्रों के सहारे रहा करते थे।


Question 3.
धरती पर जीवों में क्या परिवर्तन आया?

Answer

Answer: (ग) वातावरण में आए परिवर्तन के फलस्वरूप धरती पर रहने वाले जीव एक-एक करके मरने लगे।


(8)

“अपने तकनीकी ज्ञान के आधार पर हमने ज़मीन के नीचे अपना घर बना लिया। ज़मीन के ऊपर लगे विभिन्न यंत्रों के सहारे हम सूर्य-शक्ति, सूरज की रोशनी और गरमी का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। उन्हीं यंत्रों के सहारे हम यहाँ ज़मीन के नीचे जी रहे हैं। यंत्र सुचारु रूप से चलते रहें, इसके लिए बड़ी सतर्कता बरतनी पड़ती है। मुझ जैसे कुछ चुनिंदा लोग इन्हीं यंत्रों का ध्यान रखते हैं।”

Question 1.
मनुष्य ने किस आधार पर ज़मीन के नीचे घर बनाया।

Answer

Answer: मनुष्य ने तकनीकी ज्ञान का सहारा लेकर ज़मीन के नीचे घर बनाया।


Question 2.
विभिन्न यंत्रों से क्या काम लिया जाता है ?

Answer

Answer: ज़मीन के ऊपर लगे विभिन्न यंत्रों से सूर्य की शक्ति, सूर्य की रोशनी और गरमी का इस्तेमाल किया जाता है।


Question 3.
सूर्य की रोशनी से गरमी और शक्ति देने वाले उपकरण कहाँ लगे थे?

Answer

Answer: सूर्य की रोशनी, गरमी और शक्ति देने वाले उपकरण धरती के ऊपर लगे थे।


(9)

“जहाँ तक हो सके हमें अपने अस्तित्व को छिपाए ही रखना चाहिए, क्योंकि हो सकता है जिन लोगों ने अंतरिक्ष यान भेजे हैं वे कल को इनसे भी बड़े सक्षम अंतरिक्ष यान भेजें। हमें यहाँ का प्रबंध कुछ इस तरह रखना चाहिए जिससे इन यंत्रों को यह गलतफहमी हो कि इस ज़मीन पर कोई भी चीज़ इतनी महत्त्वपूर्ण नहीं है कि जिससे वे लाभ उठा सकें। अध्यक्ष महोदय से मैं यह दरख्वास्त करता हूँ कि इस तरह का प्रबंध हमारे यहाँ किया जाए।” नंबर तीन सामाजिक व्यवस्था का काम देखते थे।

Question 1.
यह कथन किसका है?

Answer

Answer: यह कथन प्रबंध समिति की बैठक में बोलने वाले तीसरे व्यक्ति थे।


Question 2.
वे अपने अस्तित्व को क्यों छिपाना चाहते थे?

Answer

Answer: वे अपने अस्तित्व को छिपाना चाहते थे क्योंकि वे उस ग्रह से लाभ उठा सकें, उनकी सुरक्षा को कोई खतरा न हो और उनका रहस्य अज्ञात ही बना रहे।


Question 3.
अस्तित्व छिपाए रखने की बात क्यों कही गई है?

Answer

Answer: अपने अस्तित्व को छिपाए रखने की बात इसलिए कही गई है क्योंकि जिन लोगों ने अंतरिक्ष यान भेजे हैं वे कल इनसे बड़े सक्षम अंतरिक्ष यान भेज सकते हैं।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

कहानी से

प्रश्न 1.
छोटू का परिवार कहाँ रहता था?
उत्तर-
छोटू का परिवार मंगल ग्रह पर ज़मीन के नीचे बनी एक कॉलोनी में रहता था।

प्रश्न 2.
छोटू को सुरंग में जाने की इजाज़त क्यों नहीं थी? पाठ के आधार पर लिखो।
उत्तर-
इस सुरंग में सुरक्षा कारणों से आम आदमी को जाने की मनाही थी। यहाँ केवल वह व्यक्ति जा सकता था जिसके पास सिक्योरिटी पास हो। छोटू के पास सिक्योरिटी पास नहीं था। इसके अलावा सुरंग में कई तरह के यंत्र लगे हुए थे। वहाँ केवल उन यंत्रों की देखभाल का काम करने वाले लोग जा पाते थे। यही कारण था कि छोटू को सुरंग में जाने की इजाजत नहीं थी।

प्रश्न 3.
कंट्रोल रूम में जाकर छोटू ने क्या देखा और वहाँ उसने क्या हरकत की?
उत्तर-
कंट्रोल रूम में जाकर छोटू ने अंतरिक्ष यान क्रमांक-एक देखा। उस यान से एक यांत्रिक हाथ बाहर निकल रहा था। हर पल उसकी लंबाई बढ़ती जा रही थी। छोटू का पूरा ध्यान कॉन्सोल-पैनल पर था जिस पर कई बटन लगे हुए थे। यहीं लगे लाल बटन को छोटू दबाना चाहता था। अंत में उसने अपनी इच्छा नहीं रोक पाई। उसने उसका लाल बटन दबा ही दिया। बटन दबते ही खतरे ही घंटी बज उठी। अपनी इस गलती पर उसने अपने पिता से एक थप्पड़ भी खाया क्योंकि उसके बटन दबाने से अंतरिक्ष यान की क्रमांक-एक का यांत्रिक हाथ बेकार हो गया।

प्रश्न 4.
इस कहानी के अनुसार मंगल ग्रह पर कभी आम जन-जीवन था। वह सब नष्ट कैसे हो गया? इसे लिखो-
उत्तर-
एक समय था जब लोग मंगल ग्रह पर जमीन के ऊपर रहते थे, ये पुरखे बगैर किसी तरह के यंत्रों की मदद के, बिना किसी खास किस्म के पोशाक के रहते थे लेकिन धीरे-धीरे वातावरण में परिवर्तन आने लगा। इससे धरती पर रहने वाले कई प्रकार के जीव धीरे-धीरे एक के बाद एक मरने लगे। इस परिवर्तन का कारण सूर्य में आया परिवर्तन था। सूर्य में परिवर्तन होते ही प्राकृतिक संतुलन बिगड़ गया।

प्रश्न 5.
कहानी में अंतरिक्ष यान को किसने भेजा था और क्यों?
उत्तर-
इस कहानी में अंतरिक्ष यान को पृथ्वी की एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक संस्था नासा–जिसका पूरा नाम “नेशनल एअरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA)” है ने भेजा था। इस यान का नाम वाइकिंग था। पृथ्वी के वैज्ञानिक मंगल ग्रह की मिट्टी का अध्ययन करने के लिए बड़े उत्सुक थे। उन्हें इस अध्ययन से यह पता लगने की उम्मीद थी कि पृथ्वी की तरह मंगल ग्रह पर भी जीवों का अस्तित्व है या नहीं। इसी उद्देश्य से ‘नासा’ ने अंतरिक्ष यान भेजा था।

प्रश्न 6.
नंबर एक, नंबर दो और नंबर तीन, अजनबी से निबटने के कौन तरीके सुझाते हैं और क्यों ?
उत्तर-
नंबर एक का कहना था कि इस अजनबी यान में केवल यंत्र हैं। हम इसको स्पेस में खत्म करने की क्षमता रखते हैं, मगर इससे फिर कोई जानकारी हासिल नहीं होगी। ज़मीन पर उतरने को मजबूर करने के लिए यंत्र हमारे पास नहीं हैं। यदि वह खुद व खुद ज़मीन पर उतर जाए तो हम इसे बेकार करने की क्षमता रखते हैं। नंबर दो वैज्ञानिक थे। उन्होंने उन यानों को बेकार न करने का सुझाव दिया। उनका विचार था कि उन्हें बेकार कर देने से दूसरे ग्रह के लोग हमारे बारे में जान जाएँगे। जिन लोगों ने ये अंतरिक्ष यान भेजे हैं, वे भविष्य में इनसे भी बढ़िया अंतरिक्ष यान यहाँ भेजेंगे।

इसलिए हमें इनका अवलोकन करते रहना चाहिए और हमें जहाँ तक हो सकें, अपने अस्तित्व को छिपाए रखना चाहिए। नंबर दो ने अध्यक्ष महोदय से प्रार्थना की कि हमारे यहाँ ऐसा प्रबंध किया जाए जिससे अन्य ग्रहवालों को यह लगे कि यहाँ पर कोई ऐसी चीज नहीं है। जिससे उन्हें लाभ हो। नंबर तीन अध्यक्ष थे और उनका दायित्व सामाजिक व्यवस्था की देखभाल करना था।

नंबर तीन की राय थी-”जहाँ तक हो सके, हमें अस्तित्व को छुपाए ही रखना चाहिए, क्योंकि हो सकता है जिन लोगों ने ये अंतरिक्ष यान भेजे हैं, वे कल को इनसे भी बड़े सक्षम अंतरिक्ष यान भेजें। हमें यहाँ प्रबंध कुछ इस तरह रखना चाहिए जिससे इन यंत्रों को यह गलतफहमी हो कि इस जमीन पर कोई भी चीज़ इतनी महत्त्वपूर्ण नहीं है कि जिससे वे लाभ उठा सकें। अध्यक्ष महोदय से मैं यह दरख्वास्त करता हूँ कि इस तरह का प्रबंध हमारे यहाँ किया जाए।”

कहानी से आगे

प्रश्न 1.
(क) दिलीप एम. साल्वी
(ख) जयंत विष्णु नार्लीकर
(ग) आइज़क ऐसीमोव
(घ) आर्थर क्लार्क
ऊपर दिए गए लेखकों की अंतरिक्ष संबंधी कहानियाँ इकट्ठी करके पढ़ो और एक-दूसरे को सुनाओ। इन कहानियों में कल्पना क्या है और सच क्या है, इसे समझने की कोशिश करो। कुछ ऐसी कहानियाँ छाँटकर निकालो, जो आगे चलकर सच साबित हुई हैं।
उत्तर-
छात्र ऊपर लिखे लेखकों की अंतरिक्ष संबंधी कहानियाँ विद्यालय के पुस्तकालय से लेकर पढ़ने का प्रयास करें और यह जानने की कोशिश करें कि उसमें कितनी सच्चाई है। इन लेखकों की कहानियाँ आप इंटरनेट से प्राप्त कर सकते हैं।

प्रश्न 2.
इस पाठ में अंतरिक्ष यान अजनबी बनकर आता है।’अजनबी’ शब्द सोचो? इंसान भी कई बार अजनबी माना जाता है और कोई जगह या शहर भी। क्या तुम्हारी मुलाकात ऐसे किसी अजनबी से हुई है? नए स्कूल का पहला अनुभव कैसा था? क्या उसे भी अजनबी कहोगे? अगर हाँ तो ‘अजनबीपन’ दूर कैसे हुआ? इस पर सोचकर कुछ लिखो।
उत्तर-
हाँ, नए विद्यालय में हमारी मुलाकात ऐसे व्यक्ति से हुई है जिसे मैं नहीं जानता। फिर बातचीत करके हमने एक दूसरे के विषय में जाना समझा और हमारा अजनबीपन खत्म हो गया। नए विद्यालय का पहला अनुभव बहुत अच्छा था। मैं किसी भी छात्र या अध्यापक से परिचित नहीं था, मैंने अपने ही आयु के एक लड़के से बातचीत करके इस अजनबीपन को दूर किया। फिर बाद में पता चला कि वह लड़का भी मेरी कक्षा का छात्र था। तब हम मित्र बन गए। तब उस मित्र ने कक्षा के छात्रों से भी मेरा परिचय करा दिया और मेरा अजनबीपन दूर हो गया। इस प्रकार जब धीरे-धीरे हम रोज उनसे मिलने लगते हैं उनके करीब जाते हैं तो उनसे हमारी पहचान होने लगती है। हमारा परिचय बढ़ता है और फिर कुछ अनजाना नहीं लगता है?

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
यह कहानी जमीन के अंदर की जिंदगी का पता देती है। जमीन के ऊपर मंगल ग्रह पर सब कुछ कैसा होगा, इसकी कल्पना करो और लिखो ?
उत्तर-
ज़मीन के ऊपर मंगल ग्रह पर भी जन-जीवन सामान्य नहीं होगा, न तो पेड़-पौधा होगा न कोई नाला। मंगल ग्रह पर जिधर भी देखें उधर ही पठारी भूमि, रेगिस्तान और मिट्टी के पहाड़ होंगे, वहाँ किसी प्रकार का जीवन नहीं होगा। प्राणवायु की कमी होगी, सरदी बहुत अधिक होगी। पानी की भी किल्लत होने की संभावना है। इस कारण यंत्रों की सहायता से ही जीना संभव हो पाता होगा। जिस प्रकार जमीन के अंदर मनुष्य विभिन्न यंत्रों के सहारे रहता है उसी प्रकार उसे वहाँ रहने के लिए विभिन्न यंत्रों की सहायता लेनी पड़ेगी क्योंकि मंगल ग्रह पर सूर्य की ऊर्जाशक्ति न होने के कारण प्राकृतिक संतुलन नहीं होगा। वहाँ सामान्य आदमी नहीं रह सकता है।

प्रश्न 2.
मान लो कि तुम छोटू हो और यह कहानी किसी को सुना रहे हो तो कैसे सुनाओगे? सोचो और ‘मैं’ शैली में कहानी सुनाओ।
उत्तर-
मेरा घर जमीन के नीचे बनी कॉलोनी में है। मैं ज़मीन के ऊपर देखना चाहता था। एक बार अपने पापा का सिक्योरिटी पास लेकर चुपके रास्ते से जाना चाहता था। पापा उसी रास्ते से प्रतिदिन काम करने जाया करते थे। सुरंग से बने खाँचे में मैंने कार्ड डाला और दरवाजा बंद हो गया। यंत्र में कुछ संदेहास्पद हरकत हुई और एक दूसरे यंत्र ने मेरी तसवीर खींच ली। तभी सिक्योरिटी गार्ड आ गए और मुझे पकड़कर वापस मेरे घर छोड़ दिया। फिर पापा ने बताया कि मंगल ग्रह पर कभी जमीन जैसा ही जीवन था, लेकिन सूर्य में आए परिवर्तन के कारण प्राकृतिक संतुलन बिगड़ गया।

जीव मरने लगे। ठंड इतनी बढ़ गई कि आम लोगों का वहाँ रहना मुश्किल हो गया। तब यंत्रों की सहायता से जमीन के नीचे घर बनाए गए। अब तो स्पेस-सूट और खास किस्म के जूते पहनकर धरती पर रहा जा सकता है। अब वहाँ का जीवन कठिन हो गया है। मनुष्यों को छोड़कर बाकी सभी जीव नष्ट हो गए। अपनी तकनीक से मनुष्य ने पृथ्वी के नीचे घर बना लिया जिसका नियंत्रण हम लोग अपने तरीके से करते हैं।

अगले दिन पापा ने कंप्यूटर पर एक बिंदु देखा जो कि एक यान था। कुछ समय बाद यान जमीन पर उतरा और उसमें से एक यांत्रिक हाथ बाहर निकला। यह मेरे लिए खास था। मैं पापा के साथ था। सभी इस दृश्य को कंप्यूटर पर देख रहे थे। मेरा ध्यान कॉन्सोल पर लगे बटन पर था। मैंने एक बटन दबा दिया। अचानक यान के यांत्रिक हाथ ने काम करना बंद कर दिया। पापा ने मुझे थप्पड़ मारा और उस बटन को पहले जैसा ही कर दिया। वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से भेजे इस यान का रिमोट से हाथ ठीक कर दिया। अब वह जमीन की मिट्टी खोद रहा था। इस मिट्टी से पृथ्वी के लोग अध्ययन करके यह जानना चाहते थे कि मंगल ग्रह पर जीवन सृष्टि है या नहीं।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
‘वार्तालाप’ शब्द वार्ता + आलाप के योग्य से बना है। यहाँ वार्ता के अंत का ‘आ’ और ‘आलाप’ के आरंभ का ‘आ’ मिलने से जो परिवर्तन हुआ है, उसे संधि कहते हैं। नीचे लिखे कुछ शब्दों में किन शब्दों की संधि है

  1. शिष्टाचार
  2. श्रद्धांजलि
  3. दिनांक
  4. उत्तरांचल
  5. सूर्यास्त
  6. अल्पाहार

उत्तर

  1. शिष्टाचार  =   शिष्ट + आचार
  2. श्रद्धांजलि  =   श्रद्धा + अंजलि
  3. दिनांक     =   दिन + अंक
  4. उत्तरांचल  =   उत्तर् + अंचल
  5. सूर्यास्त     =   सूर्य + अस्त
  6. अल्पाहार  =   अल्प + आहार

प्रश्न 2.
कार्ड उठाते ही दरवाजा बंद हुआ।
यह बात हम इस तरीके से भी कह सकते हैं जैसे ही कार्ड उठाया, दरवाज़ा बंद हो गया।
ध्यान दो कि दोनों वाक्यों में क्या अंतर है। ऐसे वाक्यों के तीन जोड़े आप स्वयं सोचकर लिखो।
उत्तर-
(i) शिक्षक के आते ही, शोर बंद हो गया।
⇒ जैसे ही शिक्षक आए, शोर बंद हो गया।
(ii) चोर के जाते ही, पुलिस आई।
⇒ जैसे ही चोर गया, पुलिस आ गई।
(iii) घर पहुँचते ही, बिजली चली गई।
⇒ जैसे ही घर पहुँचा, बिजली चली गई।

प्रश्न 3.
छोटू ने चारों तरफ़ नज़र दौड़ाई।
छोटू ने चारों तरफ़ देखा।

उपर्युक्त वाक्यों में समानता होते हुए भी अंतर है। मुहावरे वाक्यों को विशिष्ट अर्थ देते हैं। ऐसा ही मुहावरा पहली पंक्ति में दिखाई देता है। नीचे दिए गए वाक्यांशों में नज़र’ के साथ अलग-अलग क्रियाओं का प्रयोग हुआ है, जिनसे मुहावरे बने हैं। इनके प्रयोग से वाक्य बनाओ।

  1. नजर पड़ना
  2. नज़र रखना
  3. नज़र आना
  4. नज़रें नीची होना

उत्तर-

  1. नज़र पड़ना       ⇒ मेले में अचानक मेरी नज़र सोहन पर पड़ी।
  2. नज़र आना        ⇒ मेरी आँखों से आजकल कम नजर आता है।
  3. नज़र रखना       ⇒ परीक्षा हॉल में हर विद्यार्थी पर नजर रखनी पड़ती है।
  4. नज़रें नीची होना ⇒ बेटे की करतूत से माता-पिता की नजरें नीची हो गईं।

प्रश्न 4.
नीचे एक ही शब्द के दो रूप दिए गए हैं। एक संज्ञा है और दूसरा विशेषण है। वाक्य बनाकर समझो और बताओ कि इनमें से कौन से शब्द संज्ञा हैं और कौन से विशेषण।
आकर्षक – आकर्षण
प्रेरणा – प्रेरक
प्रभाव – प्रभावशाली
प्रतिभाशाली – प्रतिभा
उत्तर-
आकर्षक (विशेषण)—यह तसवीर बहुत आकर्षक है।
आकर्षण (संज्ञा)– इस तसवीर में बहुत आकर्षण है।
प्रभाव (संज्ञा)—उनका अपने क्षेत्र में प्रभाव है।
प्रभावशाली (विशेषण)-वह इस क्षेत्र के प्रभावशाली व्यक्ति हैं।
प्रेरणा (संज्ञा)-महान लोगों की कथाएँ हमें प्रेरणा देती हैं।
प्रेरक (विशेषण)-महान लोगों की कथाएँ प्रेरक होती हैं।
प्रतिभाशाली (विशेषण)-नेहा प्रतिभाशाली है।
प्रतिभा (संज्ञा)-नेहा में प्रतिभा है।

कुछ करने को

प्रश्न 1.
इस पाठ में मंगल ग्रह के जीवन के बारे में बताया गया है। क्या आपको वास्तविक प्रतीत होता है? अपना मत लिखिए।
उत्तर-
इस कहानी के अनुसार छोटू के माध्यम से मंगल ग्रह के जीवन के बारे में बताया गया है। यह तथ्य कल्पना पर आधारित अवश्य लगता है लेकिन इसमें पाठकों की जिज्ञासा उत्पन्न की गई है। हाँ, ऐसा कुछ-कुछ होना संभव अवश्य है, पर इसे पूर्णतः सत्य नहीं कहा जा सकता। यह एक वैज्ञानिक पृष्ठभूमि पर रची गई काल्पनिक कहानी है। इसे पढ़कर हमारे ज्ञान में अवश्य वृद्धि होती है।

प्रश्न 2.
इस पाठ को पढ़कर आपको किसके बारे में जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है?
उत्तर-
इस पाठ को पढ़कर हमें चंद्रमा के बारे में जानने की जिज्ञासा होती है कि वहाँ का जीवन कैसा है।

प्रश्न 3.
अंतरिक्ष के विभिन्न ग्रहों के बारे में जानकारी एकत्रित कीजिए।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 4.
ग्रहों को एक चार्ट में चित्र बनाकर डिसप्ले कीजिए।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 5.
आप भी अपनी किसी यात्रा का वर्णन करते हुए यात्रा वृत्तांत लिखिए।
उत्तर- छात्र स्वयं करें।

अन्य पाठेतर हल प्रश्न

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर

(क) इस पाठ के लेखक कौन हैं?
(i) गुणाकर मुले
(ii) कृष्णा सोबती
(iii) जयंत विष्णु नार्लीकर
(iv) केदार नाथ अग्रवाल

(ख) छोटू का परिवार कहाँ रहता था ?
(i) पर्वत पर
(ii) समुद्र में
(iii) आकाश में
(iv) जमीन के नीचे कॉलोनी में

(ग) कंट्रोल रूम में जाकर छोटू ने क्या हरकत की?
(i) वह डांस करने लगा
(ii) वह चॉकलेट माँगने लगा
(iii) वह लाल बटन दबाने के लिए मचलने लगा
(iv) उसने मोटर स्टार्ट कर दी।

(घ) किस कमी के कारण मंगल ग्रहवासी अंतरिक्ष यान छोड़ने में असमर्थ थे?
(i) ऊर्जा की
(ii) यंत्रों की
(iii) तकनीकी की
(iv) ईंधन की

(ङ) मंगल ग्रह के निवासी जमीन के नीचे किसके सहारे रहते थे?
(i) रोशनी के सहारे
(ii) पानी के सहारे
(iii) यंत्रों के सहारे
(iv) ईंधन के सहारे

उत्तर-

(क) (iii)
(ख) (iv)
(ग) (iii)
(घ) (i)
(ङ) (iii)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
छोटू और उसकी माँ के बीच क्या बात होती थी?
उत्तर-
छोटू और उसकी माँ के बीच सुरंगनुमा रास्ते की बात होती थी।

प्रश्न 2.
सुरंगनुमा रास्ते का प्रयोग कौन करते थे?
उत्तर-
सुरंगनुमा रास्ता सभी के लिए खुला नहीं था। इसका प्रयोग कुछ लोग ही कर सकते थे। यह रास्ता केवल उन लोगों के लिए खुला था जो इस रास्ते से होते हुए काम पर जाया करते थे।

प्रश्न 3.
ज़मीन पर चलना कैसे संभव हो पाया?
उत्तर-
जमीन पर चलने के लिए विशेष प्रकार के जूतों का प्रयोग किया जाता था। इसके लिए ट्रेनिंग भी दी जाती थी।

प्रश्न 4.
मंगल ग्रह के लोगों के लिए अब अंतरिक्ष यान छोड़ना असंभव क्यों है?
उत्तर-
मंगल ग्रह के लोगों के लिए यान छोड़ना असंभव है, क्योंकि उसके लिए आवश्यक मात्रा में ऊर्जा उपलब्ध नहीं है।

प्रश्न 5.
जमीन के नीचे रहना कैसे संभव हुआ?
उत्तर-
तकनीकी ज्ञान के आधार पर ज़मीन के नीचे घर बना लिए गए हैं। ज़मीन के ऊपर अनेक प्रकार के यंत्र लगे हुए हैं। जिसके सहारे सूर्यशक्ति, रोशनी और गरमी को प्राप्त किया जाता है। इसी के आधार पर ज़मीन के नीचे जीवन संभव हो पाया?

लघुउत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
इस पाठ के अनुसार मंगल ग्रह पर जन-जीवन था। वह सब नष्ट कैसे हो गया? इसे लिखिए?
उत्तर-
एक समय था जब मानव मंगल ग्रह पर जमीन के ऊपर रहते थे। धीरे-धीरे वातावरण में परिवर्तन आने लगा। कई तरह के जीव धरती पर रहते थे। सूरज में बहुत भारी परिवर्तन आया। सूरज में परिवर्तन होने की वजह से वहाँ का प्राकृतिक, संतुलन बिगड़ गया। प्रकृति के बदले हुए रूप का सामना करने में यहाँ के पशु-पक्षी, पेड़-पौधे व अन्य जीव असमर्थ साबित हुए। इसलिए मंगल ग्रह का जीवन नष्ट हो गया।

प्रश्न 2.
छोटू के सुरंग में प्रवेश करते ही क्या हुआ?
उत्तर-
उसके प्रवेश करते ही पहले निरीक्षक यंत्र में संदेहास्पद स्थिति दर्शाने वाली हरकत हुई, दूसरे यंत्र ने उसकी तस्वीर खींच ली और सूचना दे दी गई।

प्रश्न 3.
छोटू की माँ छोटू से क्यों नाराज़ थी?
उत्तर-
छोटू की माँ ने पहले भी कई बार छोटू को सुरंगनुमा रास्ते की तरफ़ जाने से मना किया था। फिर भी छोटू ने उनकी बात नहीं मानी। उसने पापा का सिक्यूरिटी पास चुराया और सुरंग का दरवाजा खोलकर उसके भीतर चला गया। इसी कारण छोटू की माँ उससे नाराज़ थी।

प्रश्न 4.
अंतरिक्ष यान को किसने भेजा था और क्यों भेजा था?
उत्तर-
अंतरिक्ष यान को ‘नेशनल एअरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन’ यानी नासा ने भेजा था। नासा के वैज्ञानिक मंगल ग्रह की मिट्टी का अध्ययन करना चाहते थे। वे इस अध्ययन द्वारा यह पता लगाना चाहते थे कि क्या मंगल ग्रह पर पृथ्वी की तरह के जीव रहते हैं या नहीं। इसी उद्देश्य से ‘नासा’ ने अंतरिक्ष यान भेजा था।

प्रश्न 5.
पाठ से फ़ और ज वाले (नुक्तेवाले) चार-चार शब्द छाँटकर लिखिए। इस सूची में तीन-तीन शब्द अपनी ओर से भी जोड़िए-
उत्तर-
‘फ़’ नुक्ते वाले शब्द-तरफ़, फ़रमा, सफ़र शिफ्ट।
ज़ नुक्ते वाले शब्द-नज़र, रोज, जमीन, दरवाजे।

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Chapter -7 साथी हाथ बढ़ाना Important Questions & MCQs Class 6th |HINDI -वसंत, भाग 1| NCERT | EDUGROWN

NCERT Important Questions & MCQs Class 6th Hindi -वसंत, भाग 1

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Chapter -7 साथी हाथ बढ़ाना

 

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

गीत से

प्रश्न 1.
इस गीत की किन पंक्तियों को तुम आप अपने आसपास की जिंदगी में घटते हुए देख सकते हो?
उत्तर-
इस गीत की निम्नलिखित पंक्तियों को हम अपने आसपास की जिंदगी में घटते हुए देख सकते हैं-
साथी हाथ बढ़ाना
एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना।
साथी हाथ बढ़ाना।
हम मेहनतवालों ने जब भी मिलकर कदम बढ़ाया।
सागर ने रस्ता छोड़ा, परबत ने सीस झुकाया,
फ़ौलादी हैं सीने अपने, फ़ौलादी हैं बाँहें।
हम चाहें तो चट्टानों में पैदा कर दें राहें।

प्रश्न 2.
‘सागर ने रस्ता छोड़ा, परबत ने सीस झुकाया’-साहिर ने ऐसा क्यों कहा है? लिखो।
उत्तर-
साहिर ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि एक साथ मिलकर काम करने से बड़ी से बड़ी बाधाओं में भी रास्ता निकल आता है, यानी काम आसान हो जाता है। साहसी व्यक्ति सभी बाधाओं पर आसानी से विजय पा लेता है क्योंकि एकता और संगठन में शक्ति होती है जिसके बल पर वह पर्वत और सागर को भी पार कर लेता है।

प्रश्न 3.
गीत में सीने और बाँहों को फ़ौलादी क्यों कहा गया है?
उत्तर-
सीने और बाँह को फ़ौलादी इसलिए कहा गया है क्योंकि हमारे इरादे मजबूत हैं। हमारे बाजुओं में आपार शक्ति है। हम ताकतवर हैं। हम बलवान हैं। हमारी बाँहें फ़ौलादी इसलिए भी हैं कि इसमें असीम कार्य क्षमता का पता चलता है। हमारी बाजुएँ काफ़ी शक्तिशाली भी हैं।

गीत से आगे

प्रश्न 1.
अपने आसपास तुम किसे साथी मानते हो और क्यों ? इससे मिलते-जुलते कुछ और शब्द खोजकर लिखो।
उत्तर-
हमारे माता-पिता, भाई-बहन, मित्र, सहपाठी, शिक्षक, पड़ोसी-ये सभी हमारे साथी हैं। क्योंकि ये सब हमें किसी न किसी रूप में सहयोग करते हैं। साथी से मिलते-जुलते शब्द हैं-सहायक, सखा, संगी, सहचर, शुभचिंतक, मित्र, मीत आदि।

प्रश्न 2.
‘अपना दुख भी एक है साथी, अपना सुख भी एक कक्षा, मोहल्ले और गाँव/शहर के किस-किस तरह के साथियों के बीच तुम्हें इस वाक्य की सच्चाई महसूस होती है। और कैसे?
उत्तर-
कुछ बातों के संबंध में हम अपने साथियों से जुड़े होते हैं। इन मामलों में हमारी सोच एक होती है और हमारे सुख-दुख की अनुभूति भी एक होती है। उदाहरण के लिए। पानी-बिजली की कमी, ट्रैफिक जैसी रोजमर्रा की मुश्किलों से जब हमारा सामना होता है तो हमें लगता है जैसे हमारा दुख एक है। वहीं दूसरी ओर विद्यालय के लिए पदक जीतना, कक्षा में अच्छे अंक लाना और बड़े होकर कुछ बनने की चाह से पता चलता है कि हमारा सुख भी एक ही है।

प्रश्न 3.
इस गीत को तुम किस माहौल में गुनगुना सकते हो?
उत्तर-
इस गीत को स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस या किसी संगठन की स्थापना के अवसर पर गा सकते हैं। खेल के मैदान में भी यह गीत खिलाड़ियों में जोश पैदा कर सकता है। वैसे तो यह गीत कभी-भी गुनगुनाया जा सकता है, पर विशेषकर जब सहयोग और संगठन की शक्ति बतानी हो तब यह गीत महत्त्व रखता है।

प्रश्न 4.
‘एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना’-

  1. तुम अपने घर में इस बात का ध्यान कैसे रख सकते हो?
  2. पापा के काम और माँ के काम क्या-क्या हैं?
  3. क्या वे एक-दूसरे का हाथ बँटाते हैं?

उत्तर-

  1. अपने घर के छोटे-बड़े कामों में माता-पिता का हाथ बँटा कर हम इस बात की। ध्यान रख सकते हैं।
  2. पापा और माँ को बहुत से काम करने होते हैं। जहाँ एक ओर पापा कार्यालय जाते हैं और घर के लिए आवश्यक बाहरी कामों का ध्यान रखते हैं वहीं माँ घर की सफाई, खाना बनाना, कपड़े धोना, हम सबों को पढ़ाना, खरीदारी करना और कई छोटे-बड़े कामों की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेती है।
  3. हाँ, वे इन कामों से एक-दूसरे का हाथ बँटाते हैं।

प्रश्न 5.
यदि तुमने ‘नया दौर’ फ़िल्म देखी है तो बताओ कि यह गीत फ़िल्म में कहानी के किस मोड़ पर आता है? यदि तुमने फ़िल्म नहीं देखी है तो फ़िल्म देखो और बताओ।
उत्तर-
‘नया दौर’ फिल्म में जब कच्ची सड़क को पक्का करने के लिए सब मिल जुल कर काम करते हैं तब यह गीत आता है। यह गीत उनके सहयोग, उत्साह और जोश को प्रदर्शित करता है।

कहावतों की दुनिया

प्रश्न 1.
अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता।
एक और एक मिलकर ग्यारह होते हैं।
(क) ऊपर लिखी कहावतों का अर्थ गीत की किन पंक्तियों से मिलता-जुलता है?
(ख) इन दोनों कहावतों का अर्थ कहावत-कोश में देखकर समझो और उनका वाक्यों में प्रयोग करो।
उत्तर-
(क)

  • एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना।
  • एक से मिले तो कतरा, बन जाता जाता है दरिया
    एक से एक मिले तो ज़र्रा, बन जाती है सेहरी
    एक से एक मिले तो राई, बन सकती है परबत
    एक से एक मिले तो इंसाँ, बस में कर ले किस्मत।

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 7 साथी हाथ बढ़ाना Q1

प्रश्न 2.
नीचे हाथ से संबंधित कुछ मुहावरे दिए गए हैं। इनके अर्थ समझो और प्रत्येक मुहावरे से वाक्य बनाओ-

  1. हाथ को हाथ न सूझना
  2. हाथ साफ़ करना
  3. हाथ-पैर फूलना
  4. हाथों-हाथ लेना।
  5. हाथ लगना।

उत्तर-

  1. बिजली चली जाने के बाद इतना अँधेरा हो गया कि हाथ को हाथ नहीं सूझ रहा था।
  2. मौका मिलते ही चोर ने गहनों पर अपना हाथ साफ कर दिया।
  3. पुलिस को देख कर चोर के हाथ-पैर फूल गए।
  4. नई किताब के बाजार में आते ही सबने उसे हाथों-हाथ लिया।
  5. तुम नहीं जान सकते कि कितने इंतजार के बाद यह इनामी राशि मेरे हाथ लगी

भाषा की बात

प्रश्न 1.
हाथ और हस्त एक ही शब्द के दो रूप हैं। नीचे दिए गए शब्दों में हस्त और हाथ छिपे हैं। शब्दों को पढ़कर बताओ कि हाथों का इनमें क्या काम है-
हाथघड़ी, हथौड़ा, हस्तशिल्प, हस्तक्षेप, निहत्था, हथकंडा, हस्ताक्षर, हथकरघा
उत्तर

  • हाथघड़ी- हाथघड़ी हाथ की कलाई पर पहनी जाती है।
  • हथौड़ा- एक ऐसा लोहे का औज़ार है जिसे हाथ से पकड़कर चलाया जाता है।
  • हस्तशिल्प- इस शिल्पकारी को हाथ (हस्त) से किया जाता है।
  • हस्तक्षेप- बीच-बचाव करने के लिए। इसका अर्थ है दखल देना।
  • निहत्था- जिसके हाथ में कोई हथियार न हो, उसे निहत्था कहते हैं।
  • हथकंडा- किसी कार्य को पूरा करने के लिए अनुचित तरीका अपनाने को हथकंडा कहते हैं। इसमें भी हाथ का कार्य नहीं है।
  • हस्ताक्षर- हाथ से अपना नाम लिखकर किसी कार्य हेतु स्वीकृति देना।
  • हथकरघा- हाथ से किए जाने वाले छोटे-मोटे उद्योग धंधे, जैसे चरखा चलाना, कपड़ा बुनना, टोकरी बुनना आदि।

प्रश्न 2.
इस गीत में परबत, सीस, रस्ता, इंसाँ शब्दों के प्रयोग हुए हैं। इन शब्दों के प्रचलित रूप लिखो।
उत्तर

  • परबत – पहाड़, पर्वत
  • सीस – शीश, सिर, माथा
  • रस्ता – रास्ता
  • इंसाँ – इंसान, मनुष्य

प्रश्न 3.
“कल गैरों की खातिर की, आज अपनी खातिर करना”-
इस वाक्य को गीतकार इस प्रकार कहना चाहता है
(तुमने) कल गैरों की खातिर (मेहनत) की, आज (तुम) अपनी खातिर करना।

इस वाक्य में ‘तुम’ कर्ता है जो गीत की पंक्ति में छंद बनाए रखने के लिए हटा दिया गया है। उपर्युक्त पंक्ति में रेखांकित शब्द ‘अपनी’ का प्रयोग कर्ता ‘तुम’ के लिए हो रहा है, इसलिए यह सर्वनाम है। ऐसे सर्वनाम जो अपने आप के बारे में बताएँ निजवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। (निज का अर्थ ‘अपना’ होता है।)
निजवाचक सर्वनाम के तीन प्रकार होते हैं जो नीचे दिए वाक्यों में रेखांकित हैं-
मैं अपने आप (या आप) घर चली जाऊँगी।
बब्बन अपना काम खुद करता है।
सुधा ने अपने लिए कुछ नहीं खरीदा।
अब तुम भी निजवाचक सर्वनाम के निम्नलिखित रूपों का वाक्यों में प्रयोग करो।

  1. अपने को
  2. अपने से
  3. अपना
  4. अपने पर
  5. अपने लिए
  6. आपस में

उत्तर-

  1. अपने को- हमें अपने को दुश्मन से बचाना है।
  2. अपने पर- मुझे अपने पर भरोसा है।
  3. अपने से- अपने से बड़े व्यक्तियों की बात मानना चाहिए।
  4. अपने लिए- हमें अपने लिए कुछ वक्त निकलना चाहिए।
  5. अपना- आप इसे अपना ही समझिए।
  6. आपस में- आपस में झगड़े मत करो।

कुछ करने को

प्रश्न 1.
बातचीत करते समय हमारी बातें, हाथ की हरकत से प्रभावशाली होकर दूसरे तक पहुँचती हैं। हाथ की हरकत से या हाथ के इशारे से भी कुछ कहा जा सकता है।
नीचे लिखे हाथ के इशारे किन अवसरों पर प्रयोग होते हैं? लिखो-

  1. ‘क्यों’ पूछते हाथ
  2. मना करते हाथ
  3. समझाते हाथ
  4. बुलाते हाथ
  5. आरोप लगाते हाथ
  6. चेतावनी देते हाथ
  7. जोश दिखाते हाथ

उत्तर-

  1. ‘क्यों’ पूछते हाथ- का प्रयोग हम किसी से प्रश्न करते समय करते हैं।
  2. ‘मना करते हाथ’- किसी की बात को मना करने के लिए किया गया हाथों का प्रयोग।
  3. बुलाते हाथ- किसी को बुलाने के लिए किया गया हाथों का प्रयोग।
  4. आरोप लगाते हाथ- किसी पर दोष मढ़ते समय हाथ की ऊँगली का इशारा।
  5. जोश दिखाते हाथ- जोश दिखाने के लिए दोनों हाथों का इशारा करते हैं।
  6. समझाते हाथ- हम हाथ के संकेत से समझाते हैं।
  7. चेतावनी देते हाथ- किसी काम के परिणाम के विषय में आगाह करते समय।

अन्य पाठेतर हल प्रश्न

बहुविकल्पी प्रश्न

(क) ‘साथी हाथ बढ़ाना’ गीत के गीतकार कौन हैं?
(i) विष्णु प्रभाकर
(ii) दिलीप एम. साल्वी
(iii) साहिर लुधियानवी
(iv) सुमित्रानंदन पंत

(ख) किसके सहारे इंसान अपना भाग्य बना सकता है-
(i) धन के
(ii) खेल के
(iii) मेहनत के
(iv) किस्मत के

(ग) गीतकार कहाँ राहें पैदा करने की बात कह रहा है?
(i) समुद्र में
(ii) हवा में
(iii) वन में
(iv) चट्टानों में

(घ) राई का पर्वत कैसे बनता है?
(i) एक से एक मिलते चले जाने पर
(ii) खेत में पैदा होने पर
(iii) व्यापारियों द्वारा खरीदे जाने पर
(iv) वर्षा होने पर साथी हाथ बढ़ाना

(ङ) हमारी मंज़िल क्या है?
(i) सत्य
(ii) झूठ
(iii) छल
(iv) फरेब

उत्तर

(क) (iii)
(ख) (iii)
(ग) (iv)
(घ) (i)
(ङ) (i)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
यह गीत किसको संबोधित है?
उत्तर-
यह गीत देशवासियों को संबोधित है।

प्रश्न 2.
‘साथी हाथ बढ़ाना’ वाक्य किस ओर संकेत करता है?
उत्तर-
साथी हाथ बढ़ाना वाक्य का संकेत है-मिलकर कार्य करना।

प्रश्न 3.
इंसान चाहे तो क्या कर सकता है?
उत्तर-
इंसान चाहे तो चट्टानों में भी रास्ता निकाल सकता है।

प्रश्न 4.
“गैरों’ के लिए हमने क्या किया है?
उत्तर-
‘गैरों’ के लिए हमने अपनी सुख-सुविधाओं की परवाह न करके उनके कार्यों को पूरा किया है।

प्रश्न 5.
हमारा लक्ष्य क्या है?
उत्तर-
हमारा लक्ष्य सत्य की प्राप्ति है। हमें मिल-जुलकर उन्नति के रास्ते पर चलना चाहिए।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
इस गीत का आशय क्या है?
उत्तर-
इस गीत का आशय यह है कि हमें आपस में मिल-जुलकर काम करना चाहिए। अकेला व्यक्ति काम करते-करते थक भी सकता है। संगठन और शक्ति के सामने बड़ी-बड़ी बाधाएँ दूर हो जाती हैं। मिल-जुलकर मेहनत करने से भाग्य भी बदल सकते हैं।

प्रश्न 2.
क्या बिना सहयोग के आगे बढ़ा जा सकता है?
उत्तर-
बिना किसी के सहयोग के अकेले आगे बढ़ना कठिन कार्य है। जीवन में हर पल पर हमें किसी न किसी के मदद की आवश्यकता होती है। इसका समाधान हमारे जीवन में कई लोगों के सहयोग एवं मार्गदर्शन से होता है। अतः बिना सहयोग के आगे बढ़ना असंभव-सा लगता है।

प्रश्न 3.
इस गीत से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर-
इस गीत से हमें प्रेरणा मिलती है कि हमें प्रत्येक कार्य मिल-जुलकर करना चाहिए, परिश्रम से कभी घबराना नहीं चाहिए। और सभी के सुख-दुख में सहयोग देना चाहिए। यह कविता हमें एकता और संगठन की शक्ति के बारे में भी बताती है।

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Chapter -5 अक्षरों का महत्व Important Questions & MCQs Class 6th |HINDI -वसंत, भाग 1| NCERT | EDUGROWN

NCERT Important Questions & MCQs Class 6th Hindi -वसंत, भाग 1

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Chapter -5 अक्षरों का महत्व

MCQs Questions with Answers

Question 1.
अक्षरों की खोज का सिलसिला लगभग कब शुरू हुआ?
(a) एक हजार साल पहले
(b) दस हज़ार साल पहले
(c) छह हजार साल पहले
(d) दो हज़ार साल पहले

Answer

Answer: (c) छह हजार साल पहले


Question 2.
धरती कितने साल पुरानी है?
(a) चार अरब साल
(b) पाँच अरब साल
(c) तीन अरब साल
(d) छह हज़ार साल

Answer

Answer: (b) पाँच अरब साल


Question 3.
गाँवों का विकास कितने वर्ष पूर्व हुआ?
(a) आठ हजार
(b) बारह हज़ार
(c) छह हज़ार
(d) दस हज़ार

Answer

Answer: (d) दस हज़ार


Question 4.
अक्षर ज्ञान से पहले मनुष्य किस प्रकार संदेश भेजता था?
(a) आवाज़ रिकार्ड करके
(b) चिल्लाकर
(c) चित्रों के माध्यम से
(d) घंटी बजाकर

Answer

Answer: (b) चिल्लाकर


Question 5.
स्थायी भाषा कौन-सी है?
(a) मौखिक
(b) लिखित
(c) सांकेतिक
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (d) इनमें से कोई नहीं


(1)

दुनिया में अब तक करोड़ों पुस्तकें छप चुकी हैं। हज़ारों पुस्तकें रोज़ छपती हैं। तरह-तरह के अक्षरों में हज़ारों की तादाद में रोज़ ही समाचार-पत्र छपते रहते हैं। इन सबके मूल में हैं अक्षर। हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि यदि आदमी अक्षरों को न जानता, तो आज इस दुनिया का क्या हाल होता।

Question 1.
प्रस्तुत पाठ और उसके लेखक का नाम इनमें से कौन-सा है?
(a) अक्षरों का महत्त्व-गुणाकर मुले
(b) अक्षरों का महत्त्व-महादेवी वर्मा
(c) पुस्तकों का महत्त्व-प्रेमचंद
(d) अक्षरों का महत्त्व-शमशेर बहादुर सिंह

Answer

Answer: (a) अक्षरों का महत्त्व-गुणाकर मुले


Question 2.
इस गद्यांश में किसका महत्त्व बतलाया गया है?
(a) संसार का
(b) पुस्तकों का
(c) समाचार-पत्रों का
(d) अक्षरों का

Answer

Answer: (d) अक्षरों का


Question 3.
अब तक कितनी पुस्तकें छप चुकी हैं?
(a) हज़ारों
(b) लाखों
(c) करोड़ों
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (c) करोड़ों


(2)

पुराने जमाने के लोग सचमुच ही सोचते थे कि अक्षरों की खोज ईश्वर ने की है। पर आज हम जानते हैं कि अक्षरों की खोज किसी ईश्वर ने नहीं, बल्कि स्वयं आदमी ने की है। अब तो हम यह भी जानते हैं कि किन अक्षरों की खोज किस देश में किस समय हुई! हमारी यह धरती लगभग पाँच अरब साल पुरानी है। दो-तीन अरब साल तक इस धरती पर किसी प्रकार के जीव-जंतु नहीं थे। फिर करोड़ों साल तक केवल जानवरों और वनस्पतियों का ही इस धरती पर राज्य रहा। आदमी ने इस धरती पर कोई पाँच लाख साल पहले जन्म लिया। धीरे-धीरे उसका विकास हुआ।

Question 1.
पुराने जमाने के लोगों के अनुसार अक्षरों की खोज-
(a) अपने आप हुई
(b) मनुष्य ने की
(c) ईश्वर ने की
(d) किसी ने नहीं की

Answer

Answer: (c) ईश्वर ने की


Question 2.
अब हम जान गए हैं कि-
(a) किन अक्षरों की खोज कब हुई।
(b) किन अक्षरों की खोज किस देश में हुई।
(c) अक्षर की खोज मनुष्य ने की है।
(d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।

Answer

Answer: (c) अक्षर की खोज मनुष्य ने की है।


Question 3.
हमारी धरती कितने साल पुरानी है?
(a) पाँच लाख वर्ष
(b) पाँच हजार वर्ष
(c) पाँच अरब वर्ष
(d) पाँच करोड़ वर्ष

Answer

Answer: (c) पाँच अरब वर्ष


(3)

प्रागैतिहासिक मानव ने सबसे पहले चित्रों के जरिए अपने भाव व्यक्त किए। जैसे, पशुओं, पक्षियों, आदमियों आदि के चित्र। इन चित्र-संकेतों से बाद में भाव-संकेत अस्तित्व में आए। जैसे, एक छोटे वृत्त के चहुँ ओर किरणों की द्योतक रेखाएँ खींचने पर वह ‘सूर्य’ का चित्र बन जाता था। बाद में यही चित्र ‘ताप’ या ‘धूप’ का द्योतक बन गया। इस तरह अनेक भाव-संकेत अस्तित्व में आए।

Question 1.
प्रागैतिहासिक मानव ने सबसे पहले अपने भाव किस प्रकार व्यक्त किए?
(a) अक्षरों के द्वारा
(b) संगीत के द्वारा
(c) चित्रों के द्वारा
(d) पेड़ के पत्तों के द्वारा

Answer

Answer: (c) चित्रों के द्वारा


Question 2.
सबसे पहले अपने भाव व्यक्त करने के लिए किसके चित्र बनाए गए?
(a) पशुओं के
(b) पक्षियों के
(c) आदमियों के
(d) इन सभी के

Answer

Answer: (d) इन सभी के


Question 3.
सूर्य का चित्र किसका प्रतीक होता था?
(a) ज्ञान का
(b) ताप या धूप का
(c) विकास का
(d) औजार का

Answer

Answer: (b) ताप या धूप का


(4)

अक्षरों की खोज के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई। आदमी अपने विचार और अपने हिसाब-किताब को लिखकर रखने लगा। तबसे मानव को ‘सभ्य’ कहा जाने लगा, आदमी ने जबसे लिखना शुरू किया तबसे ‘इतिहास’ आरंभ हुआ। किसी भी कौम या देश का इतिहास तब से शुरू होता है जबसे आदमी के लिखे हुए लेख मिलने लग जाते हैं। इस प्रकार, इतिहास को शुरू हुए मुश्किल से छह हज़ार साल हुए हैं। उसके पहले के काल को ‘प्रागैतिहासिक काल’ यानी इतिहास के पहले का काल कहते हैं।

Question 1.
मनुष्य की सबसे बड़ी खोज क्या है?
(a) अक्षर
(b) भोजन
(c) घर
(d) धूप

Answer

Answer: (a) अक्षर


Question 2.
मानव को कब से सभ्य कहा जाने लगा?
(a) जब से मनुष्य ने कपड़े पहनना सीखा।
(b) जब मनुष्य ने अस्त्र-शस्त्र बनाना सीखा।
(c) जब से अक्षरों की खोज हुई।
(d) जब से मनुष्य ने लिखना सीखा।

Answer

Answer: (c) जब से अक्षरों की खोज हुई।


Question 3.
इतिहास से पहले के काल को क्या नाम दिया गया?
(a) प्राचीन काल
(b) आधुनिक काल
(c) प्रागैतिहासिक काल
(d) मध्य काल

Answer

Answer: (c) प्रागैतिहासिक काल


(5)

हमारी यह धरती लगभग पाँच अरब साल पुरानी है। दो-तीन अरब साल तक इस धरती पर किसी प्रकार के जीव-जंतु नहीं थे। फिर करोड़ों साल तक केवल जानवरों और वनस्पतियों का ही इस धरती पर राज्य रहा। आदमी ने इस धरती पर कोई पाँच लाख साल पहले जन्म लिया। धीरे-धीरे उसका विकास हुआ।

Question 1.
गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम लिखिए।

Answer

Answer:
पाठ का नाम – अक्षरों का महत्त्व।
लेखक का नाम – गुणाकर मुले।


Question 2.
यह धरती कितने साल पुरानी है?

Answer

Answer: हमारी धरती लगभग पाँच अरब साल पुरानी है।


Question 3.
आदमी से पूर्व इस धरती पर किसका राज्य था?

Answer

Answer: सभी प्रकार के जीव जंतुओं का।


(6)

प्रागैतिहासिक मानव ने सबसे पहले चित्रों के जरिए अपने भाव व्यक्त किए। जैसे, पशुओं, पक्षियों, आदमियों आदि के चित्र। इन चित्र-संकेतों से बाद में भाव-संकेत अस्तित्व में आए। जैसे-एक छोटे वृत्त के चहुँ ओर किरणों की द्योतक रेखाएँ खींचने पर वह ‘सूर्य’ का चित्र बन जाता था। बाद में यही चित्र ‘ताप’ या ‘धूप’ का द्योतक बन गया। इस तरह अनेक भाव-संकेत अस्तित्व में आए।

Question 1.
प्रागैतिहासिक मानव ने पहले अपने भाव कैसे व्यक्त किए?

Answer

Answer: प्रागैतिहासिक मानव ने पहले चित्रों के द्वारा अपने भाव व्यक्त किए।


Question 2.
प्रागैतिहासिक काल से क्या अभिप्राय है?

Answer

Answer: प्रागैतिहासिक काल से अभिप्राय है-इतिहास से पहले का काल। जब से मनुष्य ने लिखना शुरू किया तब से उसके इतिहास का पता चलता है। इससे पहले के काल को प्रागैतिहासिक काल कहते हैं।


Question 3.
सूर्य का चित्र कैसे बन जाता है?

Answer

Answer: जब एक छोटे वृत्त के चारों ओर किरणों को दर्शाने वाली रेखाएँ खींची जाती हैं तब वह सूर्य का चित्र बन जाता है।


(7)

अतः हम देखते हैं कि यदि आदमी अक्षरों की खोज़ नहीं करता तो आज हम इतिहास को न जान पाते। हम यह न जान पाते कि पिछले कुछ हज़ार सालों में आदमी किस प्रकार रहता था, क्या-क्या सोचता था, कौन-कौन राजा हुए इत्यादि।

Question 1.
नए युग की शुरुआत किस खोज के साथ हुई?

Answer

Answer: मानव सभ्यता में नए युग की शुरुआत अक्षरों की खोज के साथ हुई।


Question 2.
मनुष्य की सबसे बड़ी खोज क्या है?

Answer

Answer: अक्षरों की खोज मनुष्य की सबसे बड़ी खोज है।


Question 3.
मानव कब से सभ्य कहा जाने लगा?

Answer

Answer: जब से अक्षरों की खोज हुई।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

निबंध से

प्रश्न 1.
पाठ में ऐसा क्यों कहा गया है कि अक्षरों के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई?
उत्तर-
अक्षरों की खोज के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई। अब आदमी अपने हिसाब-किताब को लिखकर रखने लगा, जिससे वह ‘सभ्य’ कहा जाने लगा। आदमी के लिखना आरंभ करने से ही इतिहास का आरंभ हुआ और एक पीढ़ी के विचार दूसरी पीढ़ी तक पहुँचने लगे। इसी के साथ विकास गति तेज़ हुई। इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई।

प्रश्न 2.
अक्षरों की खोज का सिलसिला कब और कैसे शुरू हुआ? पाठ पढ़कर उत्तर लिखो।
उत्तर-
अक्षरों की खोज का सिलसिला लगभग छह हजार वर्ष पहले शुरू हुआ। इससे पहले व्यक्ति चित्रों के द्वारा अपने भाव व्यक्त करता था। जैसे पशु-पक्षियों, आदमियों के चित्र। बाद में भाव-संकेत अस्तित्व में आए। इसके बाद अक्षरों की खोज

प्रश्न 3.
अक्षरों के ज्ञान से पहले मनुष्य अपनी बात को दूर-दराज के इलाकों तक पहुँचाने के लिए किन-किन माध्यमों का सहारा लेता था?
उत्तर-
मनुष्य अक्षरों की खोज करने से पूर्व अपने संदेशों को दूर-दराज के इलाकों तक पहुँचाने के लिए चित्रों का सहारा लेता था। वह पशु-पक्षियों, आदमियों तथा अन्य वस्तुओं के चित्र बनाकर अपनी बात दूर-दूर के इलाकों में पहुँचाता था। बाद में इन चित्रों ने भाव संकेतों का रूप ले लिया और मनुष्य इनके माध्यम से अपनी बात पहुँचाने लगा।

निबंध से आगे

प्रश्न 1.
अक्षरों के महत्त्व की तरह ध्वनि के महत्त्व के बारे में जितना जानते हो, लिखो।
उत्तर-
अक्षरों द्वारा लिखकर अपने भाव व्यक्त किए जाते हैं और ध्वनियों द्वारा बोलकर। अक्षर और ध्वनि भाषा के दोनों रूपों-लिखित और मौखिक भाषा के मुख्य आधार स्तंभ हैं। अक्षरों के बिना लिखा नहीं जा सकता और ध्वनियों के बिना बोलने की कल्पना नहीं की जा सकती है। कान से सुनी गई प्रत्येक आवाज ध्वनि कहलाती है। अपनी भाषा की सार्थक ध्वनियों के उच्चारण द्वारा ही हम अपना भाव व्यक्त करते हैं इसलिए अक्षरों के समान ही ध्वनियाँ महत्वपूर्ण हैं।

प्रश्न 2.
मौखिक भाषा का जीवन में क्या महत्त्व होता है? इस पर शिक्षक के साथ कक्षा में बातचीत करो।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 3.
हर वैज्ञानिक खोज के साथ किसी-न-किसी वैज्ञानिक का नाम जुड़ा होता है, लेकिन अक्षरों के साथ ऐसा नहीं है, क्यों? पता करो और शिक्षक को बताओ।
उत्तर-
यह सत्य है कि हर वस्तु के आविष्कार में किसी न किसी वैज्ञानिक का योगदान रहता है, लेकिन अक्षरों की खोज किसी व्यक्ति विशेष की देन नहीं है। यह मानव जाति के सम्मिलित प्रयास का फल है। अक्षरों का विकास अनेक वर्षों के प्रयास एवं अभ्यास के फलस्वरूप हुआ। इसको किसी एक व्यक्ति ने आविष्कार नहीं किया। अतः इसके साथ किसी वैज्ञानिक का नाम नहीं जुड़ पाया।

प्रश्न 4.
एक भाषा को कई लिपियों में लिखा जा सकता है। उसी तरह कई भाषाओं को एक ही लिपि में लिखा जा सकता है। नीचे एक ही बात को अलग-अलग भाषाओं में लिखा गया है। इन्हें ध्यान से देखो और इनमें दिए गए वर्गों की मदद से कोई नया शब्द बनाने की कोशिश करो
उत्तर-
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 5 अक्षरों का महत्व Q4

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
पुराने ज़माने में लोग यह क्यों सोचते थे कि अक्षर और भाषा की खोज ईश्वर ने की थी? अनुमान लगाओ और बताओ?
उत्तर-
पुराने जमाने के लोग नहीं जानते थे कि अक्षरों की खोज किसने की है। उनका ज्ञान सीमित था। उनकी ईश्वर के प्रति निष्ठा अधिक थी। उन्हें यह भी अनुमान नहीं रहा होगा कि अक्षरों की खोज मानव भी कर सकता है। वे ईश्वर को सर्वशक्तिमान मानते थे। पुराने जमाने के लोगों का विचार रहा होगा कि मानव इतना ज्ञानवान नहीं हो सकता कि वह अक्षरों की खोज कर सकता है। इसलिए वे सोचते होंगे कि अक्षरों की खोज ईश्वर ने की थी।

प्रश्न 2.
अक्षरों के महत्त्व के साथ ही मनुष्य के जीवन के गीत, नृत्य और खेलों का भी महत्व है। कक्षा में समूह में बातचीत करके उनके महत्त्व के बारे में जानकारी इकट्ठी करो और कक्षा में प्रस्तुत करो।
उत्तर-
जीवन में गीत, नृत्य और खेलों का भी बहुत महत्त्व है। गीत, नृत्य हमारा सांस्कृतिक विकास करते हैं। संगीत में तीन विद्याएँ शामिल हैं-गायन, ताल-सुर और नृत्य। संगीत को श्रेष्ठ कलाओं में रखा गया है। इसी प्रकार खेल-कूद को भी मानवीय विकास में महत्त्वपूर्ण माना गया है। इनकी मदद से हम अपनी अभिव्यक्ति को पूर्णता देते हैं। खेलों से हम स्वस्थ रहते हैं और हमारा शारीरिक और मानसिक विकास होता है। खेल हममें सहयोग, एकजुटता, सहनशीलता, नेतृत्व गुण आदि को विकसित करते हैं।

प्रश्न 3.
क्या होता अगर…
(क) हमारे पास अक्षर न होते
(ख) भाषा न होती
उत्तर-
(क) अगर हमें अक्षरों का ज्ञान न होता तो हम आज भी हज़ारों वर्ष पहले वाली दुनिया में भटकते। भावों, विचारों को लिखकर व्यक्त न कर पाते। तब हम अपना ज्ञान अगली पीढ़ी तक नहीं पहुँचा पाते और हमारा पूर्ण विकास नहीं हो पाता। हम वहाँ तक नहीं पहुँच पाते, जहाँ आज हैं। भाषा भावों को प्रकट करने का साधन है।

(ख) भाषा नहीं होती तो हम अपने विचारों को न तो बोलकर और न लिखकर दूसरों पर प्रकट कर पाते। हमारा सामाजिक दायरा बढ़ नहीं पाता और अलगाव बना रहता। जैसे पशु साथ रहकर भी अलग रहते हैं, वैसी स्थिति मनुष्य की भी होती।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
अनादि काल में रेखांकित शब्द का अर्थ है जिसकी कोई शुरु आत या आदि न हो। यह शब्द मूल शब्द के शुरू में कुछ जोड़ने से बना है। इसे उपसर्ग कहते हैं। इन उपसर्गों को अलग करके मूल शब्दों को लिखकर उनका अर्थ समझो-
असफल ……….
अदृश्य …………
अनुचित ……….
अनावश्यक ………
अपरिचित ………..
अनिच्छा …………
उत्तर
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 5 अक्षरों का महत्व Q1

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 5 अक्षरों का महत्व Q1.1

प्रश्न 2.
वैसे तो संख्याएँ संज्ञा होती हैं पर कभी-कभी ये विशेषण का काम भी करती हैं, जैसे नीचे लिखे वाक्य में-

  • हमारी धरती लगभग पाँच अरब साल पुरानी है।
  • कोई दस हजार साल पहले आदमी ने गाँवों को बसाना शुरू किया।

इन वाक्यों में रेखांकित अंश ‘साल’ संज्ञा के बारे में विशेष जानकारी दे रहे हैं, इसलिए संख्यावाचक विशेषण हैं। संख्यावाचक विशेषण का इस्तेमाल उन्हीं चीजों के लिए होता है जिन्हें गिना जा सके, जैसे– चार संतरे, पाँच बच्चे, तीन शहर आदि। पर यदि किसी चीज़ को गिना नहीं जा सकती तो उसके साथ संख्या वाले शब्दों के अलावा मापतोल आदि के शब्दों का इस्तेमाल भी किया जाता है-

  • तीन जग पानी
  • एक किलो चीनी

यहाँ रेखांकित हिस्से परिमाणवाचक विशेषण हैं, क्योंकि इनका संबंध मापतोल से है। अब आगे लिखे हुए को पढ़ो। खाली स्थानों में बाक्स में दिए गए मापतोल के उचित शब्द छाँटकर लिखो।
प्याला कटोरी एकड़ मीटर लीटर किलो ट्रक चम्मच

  1. तीन ………….. खीर
  2. दो …………. जमीन
  3. छह ………….. कपड़ा
  4. एक …………. रेत
  5. दो …………… कॉफ़ी
  6. पाँच …………… बाजरा
  7. एक ………….. दूध
  8. तीन ………….. तेल

उत्तर

  1. तीन कटोरी खीर
  2. दो एकड़ जमीन
  3. छह मीटर कपड़ा
  4. दो कप कॉफ़ी
  5. एक ट्रक रेत
  6. पाँच किलो बाजरा
  7. एक लीटर दूध
  8. तीन चम्मच तेल

कुछ करने को

प्रश्न 1.
अपनी लिपि के कुछ अक्षरों के बारे में जानकारी इकट्ठी करो-
(क) जो अब प्रयोग में नहीं रहे।
(ख) प्रचलित नए अक्षर जो अब प्रयोग में आ गए हैं।
उत्तर-
(क) जो प्रयोग में अब नहीं हैं- क्त, झ, ञ
(ख) नए अक्षर अब प्रयोग में हैं- अ, झ, ख, ल

प्रश्न 2.
लिखित और मौखिक भाषा के हानि-लाभ के बारे में दोस्तों के बीच चर्चा करो।
उत्तर-
लिखित भाषा स्थायी रूप है। इससे ज्ञान-विज्ञान सुरक्षित रहता है। इसके द्वारा हम जो कहते हैं या करते हैं उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है। लिखित भाषा के द्वारा ही हम अपने विचार दूर-दराज के इलाकों में भेज सकते हैं। लिखित भाषा लंबे समय तक सुरक्षित रहती है। उसके माध्यम से इतिहास का पता चलता है। इसी भाषा के चलते ज्ञान का अथाह भंडार संचित और प्रसारित होता है। लिखित भाषा ही हमारे जीवन को सभ्य, नियमित और अनुशासित करने में सहायक होती है। मौखिक भाषा सहज है। यह भाषा का मूल रूप है।

मौखिक भाषा का रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है और न ही इसके एक पीढ़ी के द्वारा प्राप्त किए गए ज्ञान को दूसरी पीढ़ी तक पहुँचाया जा सकता है। इसलिए मौखिक भाषा का क्षेत्र सीमित होता है। यह सिर्फ दो व्यक्ति के बीच संवाद कर सकती है।

प्रश्न 3.
अक्षर ध्वनियों (स्वरों और व्यंजनों) के प्रतीक होते हैं। उदाहरण के लिए ‘हिंदी’, ‘उर्दू’ और ‘बाँग्ला’ आदि शब्दों में प्रत्येक अक्षर के लिए उसकी ध्वनि निर्धारित है। कुछ चित्रों से भी संकेत व्यक्त होते हैं। नीचे कुछ चित्र दिए गए हैं। उनसे क्या संकेत व्यक्त होते हैं, बताओ-
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 5 अक्षरों का महत्व Q3
उत्तर-
(क) पहला चित्र-आगे स्कूल होने का संकेत
(ख) दूसरा चित्र-वृत्त (सर्किल) के बाईं ओर जाने का संकेत
(ग) तीसरा चित्र-सड़क दाईं ओर घूम रही है।
(घ) चौथा चित्र-सड़क बाईं ओर घूम रही है।

प्रश्न 4.
अपने आस-पास के किसी मूक-बधिर बच्चों के स्कूल में जाकर कुछ समय बिताओ और अपने अनुभव लिखो।
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

अन्य पाटोतर हल प्रश्न

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर

(क) अक्षरों की खोज का सिलसिला लगभग कब शुरू हुआ?
(i) एक हजार साल पहले
(ii) दस हजार साल पहले
(iii) छह हजार साल पहले
(iv) दो हजार साल पहले

(ख) धरती कितने साल पुरानी है?
(i) चार अरब साल
(ii) पाँच अरब साल
(iii) तीन अरब साल
(iv) छह हजार साल

(ग) गाँवों का विकास कितने वर्ष पूर्व हुआ?
(i) आठ हजार
(ii) बारह हज़ार
(iii) छह हज़ार
(iv) दस हज़ार

(घ) अक्षर ज्ञाने से पहले मनुष्य किस प्रकार संदेश भेजता था?
(i) आवाज रिकार्ड करके
(ii) चिल्लाकर
(iii) चित्रों के माध्यम से
(iv) घंटी बजाकर

(ङ) स्थायी भाषा कौन-सी है?
(i) मौखिक
(ii) लिखित
(iii) सांकेतिक
(iv) इनमें से कोई नहीं

उत्तर-

(क) (iii)
(ख) (ii)
(ग) (iv)
(घ) (ii)
(ङ) (iv)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
अब तक दुनिया में कितनी पुस्तकें छप चुकी हैं?
उत्तर-
दुनिया में अब तक करोड़ों पुस्तकें छप चुकी हैं।

प्रश्न 2.
धरती का अस्तित्व कब से है?
उत्तर-
धरती का अस्तित्व लगभग पाँच अरब साल पहले से है।

प्रश्न 3.
आदमी ने गाँवों में रहना कब से शुरू किया?
उत्तर-
करीब दस हज़ार वर्ष पहले आदमी ने गाँवों में रहना शुरू किया।

प्रश्न 4.
मनुष्य से पहले इस धरती पर किसका राज्य रहा?
उत्तर-
धरती पर करोड़ों साल तक केवल जानवरों और वनस्पतियों का राज्य रहा।

प्रश्न 5.
सूर्य का चित्र किसका द्योतक बन गया?
उत्तर-
आगे चलकर सूर्य का चित्र ‘ताप’ या ‘धूप’ का द्योतक बन गया।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
पाठ में ऐसा क्यों कहा गया है कि अक्षरों के साथ नए युग की शुरुआत हुई?
उत्तर-
अक्षरों की खोज के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई। आदमी अपने विचार एवं अपने हिसाब-किताब को लिखकर रखने लगा। तब से मानव को ‘सभ्य’ कहा जाने लगा। आदमी ने जब से लिखना शुरू किया, तब से ‘इतिहास’ आरंभ हुआ और एक पीढ़ी के विचार दूसरी पीढ़ी तक पहुँचने लगे, जिससे एक नए युग की शुरुआत हुई।

प्रश्न 2.
अक्षरों की खोज का सिलसिला कब और कैसे शुरू हुआ? पाठ पढ़कर उत्तर लिखिए।
उत्तर-
अक्षरों की खोज का सिलसिला लगभग छह हज़ार साल पहले शुरू हुआ। अक्षर बनाने से पहले मनुष्य अपने भाव पशु, पक्षियों और आदमियों के चित्रों के माध्यम से प्रकट करता था।

प्रश्न 3.
आज हज़ारों पुस्तकें और समाचार-पत्र छपने लगे हैं। यह कैसे संभव हुआ?
उत्तर-
आज हजारों पुस्तकें, समाचार-पत्र और पत्रिकाएँ हमें उपलब्ध हैं। इसकी उपलब्धि अक्षर-खोज के कारण ही संभव हो पाया है। यदि अक्षर खोज न होता, तो आज हज़ारों पुस्तकें, समाचार-पत्र और पत्रिकाएँ छप नहीं पाते। इस स्थिति में मनुष्य मौखिक भाषा का ही प्रयोग करता रहता।

प्रश्न 4.
अक्षरों के ज्ञान से पूर्व मनुष्य अपनी बात को दूर दराज के इलाकों तक पहुँचाने के लिए किन-किन माध्यमों का सहारा लेता था?
उत्तर-
अक्षरों के ज्ञान से पूर्व मनुष्य अपनी बात को दूर दराज़ इलाकों तक पहुँचाने के लिए कई तरीके अपनाए थे। उनमें चित्रों के जरिए अपने भाव व्यक्त करना था। जैसे-पशु, पक्षियों, व्यक्तियों के चित्र।

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