Chapter -3 हिमालय की बेटियां | Class 7th | NCERT Hindi Vasant 2 Solutions | Edugrown

NCERT Solutions for Class 7th Hindi Vasant Part 2

Here students can get info about NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Bhag 2 so that they can get to know the answers to the questions in case they are not able to find it. You can find the best Class 7th Hindi NCERT Solutions वसंत भाग 2 explained in conformance with the CBSE curriculum for Class 7.

Chapter -3 हिमालय की बेटियां

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

लेख से
प्रश्न 1.
नदियों को माँ मानने की परंपरा हमारे यहाँ काफ़ी पुरानी है। लेकिन लेखक नागार्जुन उन्हें और किन रूपों में देखते हैं?
उत्तर
नदियों को माँ स्वरूप तो माना हो गया है लेकिन लेखक नागार्जुन ने उन्हें बेटियों, प्रेयसी व बहन के रूप में भी देखा है।

प्रश्न 2.
सिंधु और ब्रह्मपुत्र की क्या विशेषताएँ बताई गई हैं?
उत्तर-
सिंधु और ब्रह्मपुत्र हिमालय से निकलने वाली प्रमुख और बड़ी नदियाँ हैं। इन दो नदियों के बीच से अन्य दो छोटी-बड़ी नदियाँ बहती हैं। ये नदियाँ दयालु हिमालय के पिघले दिल की एक-एक बूंद इकट्ठा होकर ये नदी बनी हैं। ये नदियाँ सुंदर एवं लुभावनी लगती हैं।

प्रश्न 3.
काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता क्यों कहा है?
उत्तर-
जल ही जीवन है। ये नदियाँ हमें जल प्रदान कर जीवनदान देती हैं। ये नदियाँ लोगों के लिए कल्याणी एवं माता के समान पवित्र हैं। इन नदियों के किनारे ही लोगों ने अपनी पहली बस्ती बसाई और खेती बाड़ी करना शुरू किया। इसके अलावे ये नदियाँ गाँवों और शहरों की गंदगी भी अपने साथ बहाकर ले जाती रही हैं। इनका जल भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में विशेष भूमिका निभाता है। मानव के आधुनिकीकरण में जैसे-बिजली बनाना, सिंचाई के नवीन साधनों आदि में इन्होंने पूरा सहयोग दिया है। मनुष्य के लिए ही नहीं, बल्कि पशु-पक्षी, पेड़-पौधों आदि के लिए बहुत जरूरी है। इस प्रकार नदियाँ हमारे लिए कल्याणकारी हैं। यही कारण है कि काका कालेलकर ने उन्हें लोकमाता कहा है।

प्रश्न 4.
हिमालय की यात्रा में लेखक ने किन-किन की प्रशंसा की है?
उत्तर-
हिमालय की यात्रा में लेखक ने नदियों, पर्वतों, बर्फीली पहाड़ियों, हरी-भरी घाटियों तथा महासागरों की भूरि-भूरि प्रशंसा की है।

लेख से आगे

प्रश्न 1.
नदियों और हिमालय पर अनेक कवियों ने कविताएँ लिखी हैं। उन कविताओं का चयन कर उनकी तुलना पाठ में निहित नदियों के वर्णन से कीजिए।
उत्तर
विद्यार्थी स्वयं पुस्तकालय की सहायता से करें।

प्रश्न 2.
गोपालसिंह नेपाली की कविता ‘हिमालय और हम’, रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता ‘हिमालय’ तथा जयशंकर प्रसाद की कविता ‘हिमालय के आँगन में’ पढ़िए और तुलना कीजिए।
उत्तर-
हिमालय

मेरे नगपति! मेरे विशाल!
साकार, दिव्य गौरव विराट,
पौरुष के पूंजीभूत ज्वाल!
मेरे जननी के हिम-किरीट!
मेरे भारत के दिव्य भाल?
मेरे नगपति! मेरे विशाल!
युग-युग अजेय, निबंध, मुक्त,
युग-युग गर्वोन्नत, नित महान,
निस्सीम व्योम में तान रहा।
युग से किस महिमा का वितान?
कैसी अखंड यह चिर समाधि?
यतिवर! कैसा यह अमर ध्यान ?
तू महाशून्य में खोज रहा
किस जटिल समस्या का निदान ?
उलझन का कैसा विषम जाल?
मेरे नगपति! मेरे विशाल!
ओ, मौन, तपस्या-लीन यती।
पलभर को तो कर दृगुन्मेष।
रे ज्वालाओं से दग्ध, विकल
है तड़प रहा पद पर स्वदेश।
सुखसिंधु, पंचनद, ब्रह्मपुत्र,
गंगा, यमुना की अमिय-धारे
जिस पुष्प भूमि की ओर बही
तेरी विगलित करुणा उदार
मेरे नगपति! मेरे विशाल!
-रामधारी सिंह दिनकर

उपरोक्त कविता की तुलना यदि नागार्जुन द्वारा लिखित निबंध से करें तो हम पाते हैं कि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ ने अपनी कविता में हिमालय की विशालता का वर्णन किया है। इस कविता में दर्शाया गया है कि हिमालय का भारतवासियों से प्राचीन काल से अत्यंत अनिष्ठ संबंध है। भारत धरती का मुकुट हिमालय पर्वत अपनी जड़ों को पाताल तक ले जाए हुए। है। उसके धवल शिखर आकाश का चुंबन करते हैं। यहाँ कवि दिनकर ने हिमालय को प्राचीन काल से समाधि में लीन होकर किसी समस्या का हल ढूँढ़ने का प्रयास किया है। वहीं लेखक नागार्जुन ने अपने निबंध में हिमालय का वर्णन नदियों के पिता के रूप में किया है जो अपनी बेटियों के लिए परेशान है।

प्रश्न 3.
यह लेख 1947 में लिखा गया था। तब से हिमालय से निकलनेवाली नदियों में क्या-क्या बदलाव आए हैं?
उत्तर-
1947 के बाद से आजतक नदियाँ उसी प्रकार हिमालय से बह रही हैं, लेकिन अब हिमालय से निकलने वाली नदियाँ प्रदूषण का शिकार हो चुकी हैं। अब जनसंख्या वृधि औद्योगिक क्रांति, मानवीय तथा प्रशासकीय उपेक्षा के कारण नदी के जल की गुणवत्ता में भी भारी कमी आई है। निरंतर प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। जगह-जगह बाँध बनाने के कारण जल-प्रवाह में न्यूनता हो गई जो कि मानव अहितकारी है। गंगा जल की पवित्रता समाप्त हो चुकी है।

प्रश्न 4.
अपने संस्कृत शिक्षक से पूछिए कि कालिदास ने हिमालय को देवात्मा क्यों कहा है?
उत्तर-
हिमालय पर्वत पर देवताओं का वास माना जाता है। ऋषि-मुनि यहाँ तपस्या करते हैं इसलिए कालिदास ने हिमालय को देवात्मा कहा।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
लेखक ने हिमालय से निकलनेवाली नदियों को ममता भरी आँखों से देखते हुए उन्हें हिमालय की बेटियाँ कहा है। आप उन्हें क्या कहना चाहेंगे? नदियों की सुरक्षा के लिए कौन-कौन से कार्य हो रहे हैं? जानकारी प्राप्त करें और अपना सुझाव दें।
उत्तर-
लेखक ने नदियों को हिमालय की बेटियाँ कहा है, क्योंकि वह नदियों का उद्गम स्थल है। पर हम उन्हें माँ समान ही कहना चाहेंगे, क्योंकि वे हमें तथा धरती को जल प्रदान करती हैं। हमारी प्यास बुझाने के साथ-साथ खेतों की भी प्यास बुझाती हैं। एक सच्चे माँ एवं मित्र के रूप में नदियाँ हमारी सदैव हितैषी रही हैं और उन्होंने भलाई की है।

नदियों की सुरक्षा के लिए सरकार प्रयास तो कर रही है, पर वे अपर्याप्त हैं। उनमें दिखावा अधिक है वास्तविकता कम है। अभी तक उनमें गिरने वाले कारखाने के कचरे को रोका नहीं जा सका है। फिर भी नदियों की सुरक्षा के लिए हमारे देश में कई योजनाएँ बनाई जाती रही हैं, जो निम्न हैं

नदियों के जल को प्रदूषण से बचाना, बहाव को सही दिशा देना, अधिक नहरों के निर्माण पर रोक लगाना, जल का कटाव रोकना। नदियों की सफाई की उचित व्यवस्था करना आदि है, परंतु आज इस बात की आवश्यकता है कि शीघ्रता से इन योजनाओं को लागू कर दिया जाए। नदियों के सफ़ाई की उचित व्यवस्था की जाए। उनमें कचरे फेंकने पर रोक लगाई जाए, कल-कारखानों से निकलने वाले दूषित जल, रसायन तथा शव प्रवाहित करने पर रोक लगाई जाए। अतः नदियों की पवित्रता बनाए रखने के लिए जन-चेतना जगानी होगी। सरकार को भी कड़े उपाय करने होंगे।

प्रश्न 2.
नदियों से होनेवाले लाभों के विषय में चर्चा कीजिए और इस विषय पर बीस पंक्तियों को एक निबंध लिखिए।
उत्तर
सभी विद्यार्थी मिलकर चर्चा कीजिए। चर्चा हेतु संकेत बिंदु

  1. जल प्राप्ति
  2. बाँध बनाना
  3. वर्षा में सहायक
  4. सिंचाई में सहायक
  5. आवागमन हेतु सहायक
  6. बिजली बनाना।

नदियाँ हमारे जीवन का आधार हैं। बर्फीले पहाड़ों से अस्तित्व पाकर धरती के धरातल पर बहती हुई नदियाँ अपना सुधा रस रूपी जल असंख्य प्राणियों को प्रदान करती हैं। प्राणी मात्र की प्यास बुझाने के अतिरिक्त नदियाँ धरती को उपजाऊ बनाती है। आवागमन का साधन हैं। इन पर बाँध बनाकर बिजली उत्पन्न की जाती है। हमारे अधिकतर तीर्थस्थल भी नदियों के किनारे बसे हैं इसी कारण नदियाँ पूजनीय भी हैं। नदियों से हमें धरती हेतु उपजाऊ पदार्थ प्राप्त होते हैं। ये वनों को सींचती हैं। वर्षा लाने में सहायक होती हैं। अनगिनत जीव इनसे जीवन पाते हैं। नदियों के किनारे गाँवों का बसेरा पाया जाता है। गाँव के लोग अपनी छोटी-बड़ी सभी आवश्यकताएँ जैसे सिंचाई करने, पानी पीने, कपड़े धोने, नहाने, जानवरों हेतु नदियों का जल ही प्रयोग करते हैं।
अंत में यही कहा जा सकता है कि नदियाँ हमारी संस्कृति की पहचान हैं। इन्हें दूषित नहीं करना चाहिए क्योंकि हमारा जीवन इन्हीं पर निर्भर है।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
अपनी बात कहते हुए लेखक ने अनेक समानताएँ प्रस्तुत की हैं। ऐसी तुलना से अर्थ अधिक स्पष्ट एवं सुंदर बन जाता है। उदाहरण
(क) संभ्रांत महिला की भाँति वे प्रतीत होती थीं।
(ख) माँ और दादी, मौसी और मामी की गोद की तरह उनकी धारा में डुबकियाँ लगाया करता।
• अन्य पाठों से ऐसे पाँच तुलनात्मक प्रयोग निकालकर कक्षा में सुनाइए और उन सुंदर प्रयोगों को कॉपी में भी लिखिए।
उत्तर-
(अन्य पाठों से)

  1. लाल किरण-सी चोंच खोल, चुगते तारक अनार के दाने।
  2. उन्होंने संदूक खोलकर एक चमकती-सी चीज़ निकाली।
  3. सागर की हिलोरों की भाँति उसका यह मादक स्वर गलीभर के मकानों में उस ओर तक लहराता हुआ पहुँचता और खिलौने वाला आगे बढ़ जाता है।
  4. इन्हें देखकर तो ऐसा लग रहा है मानो बहुत-सी छोर्टी-छोटी बालूशाही रख दी गई हो।
  5. यह स्थिति चित्रा जैसी अभिमानिनी माजोरी के लिए ही कही जाएगी।

प्रश्न 2.
निर्जीव वस्तुओं को मानव-संबंधी नाम देने से निर्जीव वस्तुएँ भी मानो जीवित हो उठती हैं। लेखक ने इस पाठ में कई स्थानों पर ऐसे प्रयोग किए हैं, जैसे
(क) परंतु इस बार जब मैं हिमालय के कंधे पर चढ़ा तो वे कुछ और रूप में सामने थीं।
(ख) काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता कहा है।
• पाठ से इसी तरह के और उदाहरण हूँढ़िए।
उत्तर-
पाठ से अन्य उदाहरण

  1. संभ्रांत महिला की भाँति प्रतीत होती थी।
  2. इनका उछलना और कूदना, खिलखिलाकर हँसते जाना, इनकी भाव-भंगी यह उल्लास कहाँ गायब हो जाता है।
  3. माँ-बाप की गोद में नंग-धडंग होकर खेलने वाली इन बालिकाओं को रूप
  4. पिता का विराट प्रेम पाकर भी अगर इनका मन अतृप्त ही है तो कौन होगा जो इनकी प्यास मिटा सकेगा।
  5. बूढ़े हिमालय की गोद में बच्चियाँ बनकर ये कैसे खेला करती हैं।
  6. हिमालय को ससुर और समुद्र को उसका दामाद कहने में कुछ भी झिझक नहीं होती है।

प्रश्न 3.
पिछली कक्षा में आप विशेषण और उसके भेदों से परिचय प्राप्त कर चुके हैं। नीचे दिए गए विशेषण और विशेष्य (संज्ञा) का मिलान कीजिए

विशेषण विशेष्य विशेषण विशेष्य
संभ्रांतवर्षाचंचलजंगल
समतलमहिलाघनानदियाँ
मूसलाधारआँगन  

उत्तर-

विशेषण विशेष्य विशेषण विशेष्य
संभ्रांतमहिलाचंचलनदियाँ
समतलआँगनघनाजंगल
मूसलाधारवर्षा  

प्रश्न 4.
द्वंद्व समास के दोनों पद प्रधान होते हैं। इस समास में ‘और’ शब्द का लोप हो जाता है, जैसे- राजा-रानी द्वंद्व समास है जिसका अर्थ है राजा और रानी। पाठ में कई स्थानों पर द्वंद्व समासों का प्रयोग किया गया है। इन्हें खोजकर वर्णमाला क्रम (शब्दकोश-शैली) में लिखिए।
उत्तर
छोटी – बड़ी
भाव – भंगी
माँ – बाप

प्रश्न 5.
नदी को उलटा लिखने से दीन होता है जिसका अर्थ होता है गरीब। आप भी पाँच ऐसे शब्द लिखिए जिसे उलटा लिखने पर सार्थक शब्द बन जाए। प्रत्येक शब्द के आगे संज्ञा का नाम भी लिखिए, जैसे-नदी-दीन ( भाववाचक संज्ञा )।
उत्तर-
रात-तार, जाता-ताजा, भला-लाभ, राही-हीरा, नव-वन, नमी-मीन, नशा-शान, लाल-लला

प्रश्न 6.
समय के साथ भाषा बदलती है, शब्द बदलते हैं और उनके रूप बदलते हैं, जैसे-बेतवा नदी के नाम का दूसरा रूप ‘वेत्रवती’ है। नीचे दिए गए शब्दों में से ढूँढ़कर इन नामों के अन्य रूप लिखिए सतलुज, रोपड़, झेलम, चिनाब, अजमेर, बनारस
उत्तर-
सतलुज शतद्रुम
रोपड़ रूपपुर ।
झेलम वितस्ता
चिनाब विपाशा
अजमेर अजयमेरु
बनारस वाराणसी

प्रश्न 7.
‘उनके खयाल में शायद ही यह बात आ सके कि बूढ़े हिमालय की गोद में बच्चियाँ बनकर ये कैसे खेला करती हैं।’
• उपर्युक्त पंक्ति में ‘ही’ के प्रयोग की ओर ध्यान दीजिए। ‘ही’ वाला वाक्य नकारात्मक अर्थ दे रहा है। इसीलिए ‘ही’ वाले वाक्य में कही गई बात को हम ऐसे भी कह सकते हैं-उनके खयाल में शायद यह बात न आ सके।
• इसी प्रकार नकारात्मक प्रश्नवाचक वाक्य कई बार ‘नहीं’ के अर्थ में इस्तेमाल नहीं होते हैं, जैसे-महात्मा गांधी को कौन नहीं जानता? दोनों प्रकार के वाक्यों के समान तीन-तीन उदाहरण सोचिए और इस दृष्टि से उनका विश्लेषण कीजिए।
उत्तर-

वाक्यविश्लेषण
(क) बापू को कौन नहीं जानता।हर कोई बापू को जानता है।
(ख) उन्हें शायद ही इस घटना की जानकारी हो।शायद उन्हें घटना की जानकारी न हो।
(ग) वह शायद ही तुम्हें देख सके।शायद उन्हें घटना की जानकारी न हो।
(घ) वे लोग शायद ही उधर खेलें ।वे लोग शायद इधरे न खेलें।

अन्य पाठेतर हल प्रश्न

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
(क) गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम इनमें से कौन-सा है?
(i) दादी माँ-शिवप्रसाद सिंह
(ii) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
(iii) फूले कदंब-नागार्जुन
(iv) कठपुतली-भवानी प्रसाद मिश्र

(ख) लेखक ने किन्हें दूर से देखा था?
(i) हिमालय पर्वत को
(ii) हिमालय की चोटियों को
(iii) हिमालय से निकलने वाली नदियों को
(iv) हिमालय के समतल मैदानों को

(ग) नदियों की बाल लीला कहाँ देखी जा सकती है?
(i) घाटियों में ।
(ii) नंगी पहाड़ियों पर
(iii) उपत्यकाओं में
(iv) उपर्युक्त सभी

(घ) निम्नलिखित में से किस नदी का नाम पाठ में नहीं आया है?
(i) रांची
(ii) सतलुज
(iii) गोदावरी
(iv) कोसी

(ङ) बेतवा नदी को किसकी प्रेयसी के रूप चित्रित किया गया है?
(i) यक्ष की
(ii) कालिदास की
(iii) मेघदूत की
(iv) हिमालय की

(च) लेखक को नदियाँ कहाँ अठखेलियाँ करती हुई दिखाई पड़ती हैं?
(i) हिमालय के मैदानी इलाकों में
(ii) हिमालय की गोद में
(iii) सागर की गोद में
(iv) घाटियों की गोद में

(छ) लेखक ने नदियों और हिमालय का क्या रिश्ता कहा है?
(i) पिता-पुत्र का
(ii) पिता-पुत्रियों का
(ii) माँ-बेटे का
(iv) भाई-बहन का

(ज) लेखक किस नदी के किनारे बैठा था?
(i) गोदावरी
(ii) सतलुज
(iii) गंगा
(iv) यमुना

उत्तर
(क) (ii)
(ख) (iii)
(ग) (iv)
(घ) (iii)
(ङ) (iii)
(च) (ii)
(छ) (ii)
(ज) (ii)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

(क) लेखक ने हिमालय की बेटियाँ किसे कहा है और क्यों?
उत्तर-
लेखक ने नदियों को हिमालय की बेटियाँ कहा है, क्योंकि उसकी उत्पत्ति हिमालय के बर्फ पिघलने से हुई है।

(ख) लेखक के मन में नदियों के प्रति कैसे भाव थे?
उत्तर-
लेखक के मन में नदियों के प्रति आदर और श्रद्धा के भाव थे।

(ग) दूर से देखने पर नदियाँ लेखक को कैसी लगती थीं?
उत्तर-
दूर से देखने पर लेखक को नदियाँ गंभीर, शांत और अपने आप में खोई हुई, किसी शिष्ट महिला की भाँति प्रतीत होती थी।

(घ) नदियों की बाल-लीला कहाँ देखने को मिलती है?
उत्तर-
नदियों की बाल-लीला हिमालय की पहाड़ियों, हरी-भरी घाटियों तथा गुफाओं में देखने को मिलती है।

(ङ) समुद्र को सौभाग्यशाली क्यों कहा गया है?
उत्तर-
समुद्र को सौभाग्यशाली इसलिए कहा गया है, क्योंकि हिमालय के हृदय से निकली उसकी दो प्रिय पुत्रियाँ सिंधु और ब्रह्मपुत्र को धारण करने का सौभाग्य समुद्र को ही प्राप्त हुआ।

लघु उत्तरीय प्रश्न

(क) नदियों की धाराओं में डुबकियाँ लगाना लेखक को कैसा लगता था?
उत्तर-
नदियों की धाराओं में डुबकियाँ लगाने पर उसे माँ, दादी, मौसी या मामी की गोद जैसा ममत्व प्रतीत होता था।

(ख) सिंधु और ब्रह्मपुत्र के उद्गम के बारे में लेखक का क्या विचार है?
उत्तर-
लेखक को सिंधु और बह्मपुत्र के उद्गम के बारे में विचार है कि सिंधु और ब्रह्मपुत्र के उद्गम के कोई विशेष स्थान नहीं थे तो हिमालय के हृदय से निकली, करुणा की बूंदों से निर्मित ऐसी दो धाराएँ हैं जो बूंद-बूंद के एकत्रित होने पर महानदी के रूप में परिवर्तित हुई हैं।

(ग) हिमालय अपना सिर क्यों धुनता है?
उत्तर-
हिमालय की स्थिति वृद्ध पिता के समान है जो अपने नटखट बेटियों को घर छोड़कर जाता हुआ देखता है और उसे कुछ भी नहीं बोल पाता है, इसलिए वह अपना सिर धुनता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

(क) काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता क्यों कहा है?
उत्तर-
मानव जाति के विकास में नदियों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। यह जल प्रदान कर सदियों से पूजनीय व मनुष्य हेतु कल्याणकारी रही हैं। नदियाँ लोगों के द्वारा दूषित किया गया जल जैसे-कपड़े धोना, पशु नहलाना व अन्य कूड़ा-करकट भी अपने साथ ही लेकर जाती हैं। फिर भी नदियाँ हमारे लिए कल्याण ही करती हैं। मानव के आधुनिकीकरण में जैसेबिजली बनाना, सिंचाई के नवीन साधनों आदि में इन्होंने पूरा सहयोग दिया है। मानव ही नहीं अपितु पशु-पक्षी, पेड़-पौधों आदि के लिए जल भी उपलब्ध कराया है। इसलिए हम कह सकते हैं कि काका कालेलकर का नदियों को लोकमाता की संज्ञा देना कोई अतिशयोक्ति नहीं।

(ख) लेखक ने सिंधु और ब्रह्मपुत्र की क्या विशेषताएँ बताई हैं?
उत्तर-
लेखक ने सिंधु और ब्रहमपुत्र की विशेषताएँ बतायी हैं कि ये दोनों नदियाँ ऐसी हैं कि जो दयालु हिमालय के पिघले हुए दिल की एक-एक बूंद से बनी हैं। इनका स्वरूप विशाल और वृहत है। इनकी सुंदरता इतनी लुभावनी है कि समुद्र भी पर्वतराज की इन दोनों बेटियों का हाथ सँभालने में सौभाग्यशाली समझते हैं।

(ग) हिमालय से निकलने वाली प्रमुख नदियों के नाम लिखिए तथा बताइए कि लेखक ने उनके अस्तित्व के विषय में क्या विचार किया है?
उत्तर-
हिमालय से निकलने वाली प्रमुख नदियों के नाम हैं-सिंधु, ब्रह्मपुत्र, रावी, सतलुज, व्यास, चेनाब, झेलम, काबुल, कपिशा, गंगा, यमुना, सरयू, गंडक, कोसी आदि। लेखक का विचार है कि इन नदियों का अपना कोई अस्तित्व नहीं है। ये वास्तव में हिमालय के कृपा पात्र हैं जिसके पिघले हुए दिल की बूंदें है, वे बँदे एकत्रित होकर नदी का आकार ले लिया है और समुद्र की ओर बहती हुई समुद्र में जाकर मिलती हैं। निष्कर्ष में लेखक का विचार है कि हिमालय पर जमी बर्फ के पिघलने से ही इन नदियों का उद्गम होता है। इसलिए हिमालय के बिना नदियों का कोई अस्तित्व नहीं है।

(घ) इस पाठ का उद्देश्य क्या है?
उत्तर-
इस पाठ का उद्देश्य लेखक ने हिमालय से निकलने वाली नदियों के नाम, उद्गम स्थल, उनके सदैव परिवर्तन होने वाले पल के रूप से परिचित करवाना है। हिमालय को पिता, नदियों को पुत्रियाँ व सागर को उनका प्रेमी माना गया है। लेखक ने यह बताना चाहा है कि सिंधु और ब्रह्मपुत्र ऐसी वृहत नदियाँ हैं जो हिमालय के हृदय से पिघली बूंदों से अपना अस्तित्व पाती हैं। इसे महानदी भी कहते हैं।

मूल्यपरक प्रश्न

(क) आप नदियों को किस रूप में देखते हैं? उनकी सफ़ाई के लिए क्या प्रयास करते हैं या कर सकते हैं?
उत्तर-
हम नदियों को माँ की तरह कल्याणकारी रूप में देखते हैं, ये सदैव पूजनीय हैं। नदियाँ हमारी सारी आवश्यकताओं की पूर्ति करती हैं। अतः हमें इनके जल को प्रदूषित होने से बचाना चाहिए। इसके लिए हम यह प्रयास करते हैं कि नदियों में किसी भी प्रकार की गंदगी न फेंकें या डालें । हम नदी के किनारे कपड़े धोने, मूर्तियों को प्रवाहित करने तथा नालों के गंदे पानी डालने का सख्त विरोध करते हैं। हम सदैव नदी की स्वच्छता अभियान में सक्रिय रूप से भागीदार होते हैं।

Read More

Chapter -2 दादी माँ | Class 7th | NCERT Hindi Vasant 2 Solutions | Edugrown

NCERT Solutions for Class 7th Hindi Vasant Part 2

Here students can get info about NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Bhag 2 so that they can get to know the answers to the questions in case they are not able to find it. You can find the best Class 7th Hindi NCERT Solutions वसंत भाग 2 explained in conformance with the CBSE curriculum for Class 7.

Chapter -2 दादी माँ

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

कहानी से
प्रश्न 1.
लेखक को अपनी दादी माँ की याद के साथ-साथ बचपन की और किन-किन बातों की याद आ जाती है?
उत्तर
जब लेखक को मालूम हुआ कि दादी माँ की मृत्यु हो गई है तो उसके सामने दादी माँ की सभी यादें सजीव हो उठीं। साथ ही उसे अपने बचपन की स्मृतियाँ-गंधपूर्ण झागभरे जलाशयों में कूदना, बीमार होने पर दादी का दिन-रात सेवा करना, किशन भैया की शादी पर औरतों द्वारा गाए जाने वाले गीत और अभिनय के समय चादर ओढ़कर सोना और पकड़े जाना, रामी चाची की घटना आदि भी याद आ जाती हैं।

प्रश्न 2.
दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति खराब क्यों हो गई थी?
उत्तर-
दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गई, क्योंकि कपटी मित्रों एवं शुभचिंतकों की बाढ़ आ गई । इन गलत मित्रों की संगति ने सारा धन नष्ट कर डाला। इसके अलावा दादा के श्राद्ध में भी दादी माँ के मना करने के बावजूद लेखक के पिता जी ने बेहिसाब दौलत व्यर्थ की। यह संपत्ति घर की नहीं थी, कर्ज में ली गई थी। दादी माँ के मना करने के बावजूद उन्होंने नहीं माना जिससे घर की माली हालत डाँवाडोल हो गई।

प्रश्न 3.
दादी माँ के स्वभाव का कौन-सा पक्ष आपको सबसे अच्छा लगता है और क्यों?
उत्तर-
दादी माँ के स्वभाव में अनेक पक्ष थे, जो हमें अच्छे लगते थे, मसलन दादी माँ का सेवा, संरक्षणी, परोपकारी व सरस स्वभाव आदि का पक्ष हमें सबसे अच्छा लगता है, क्योंकि इन्हीं के कारण ही वे दूसरों का मन जीतने में सदैव सफल रही।

लेखक के बीमार होने पर दादी द्वारा उसकी सेवा करना, रामी चाची की बेटी की शादी पर उसके घर जाकर उसकी सहायता करना व पिछला बकाया ऋण माफ़ करना, पिता जी की आर्थिक तंगी देखकर दादी की निशानी सोने का कंगन उन्हें देना आदि दर्शाता है कि दूसरों की मदद करना ही उनके जीवन का प्रमुख उद्देश्य था। मुझे दादी की सहृदयता और कोमलता वाला पक्ष सबसे अच्छा लगता है।

कहानी से आगे

प्रश्न 1.
आपने इस कहानी में महीनों के नाम पढ़े, जैसे-क्वार, आषाढ़, माघ। इन महीनों में मौसम कैसा रहता है, लिखिए।
उत्तर

  1. क्वार – न अधिक गरमी न अधिक सरदी।
  2. आषाढ़ – भयानके गरमी व कभी-कभी कुछ वर्षा।
  3. माघ – अत्यधिक सरदी।

प्रश्न 2.
अपने-अपने मौसम की अपनी-अपनी बातें होती हैं’-लेखक के इस कथन के अनुसार, यह बताइए कि किसे मौसम में कौन-कौन सी चीजें विशेष रूप से मिलती हैं?
उत्तर-
मौसम तीन होते हैं-सरदी, गरमी और बरसात

सरदी-
सरदी के मौसम में अत्यधिक ठंड पड़ती है। लोग गर्म पेय पीना पसंद करते हैं। फलों में सेब, अमरूद, केले व अंगूर तथा सब्जियों में पालक, बथुआ, सरसों, मटर, फूलगोभी व मूली अधिक मात्रा में मिलते हैं।

गरमी-
गरमी के मौसम में आम, लीची, खरबूजा, तरबूज, खीरा, ककड़ी, अंगूर जैसे फल पाए जाते हैं। सब्जियों में भिंडी, टिंडा, तोरई, घीया, कटहल, खीरा, ककड़ी आदि अधिक मिलते हैं।

बरसात-
बरसात के मौसम में अत्यधिक वर्षा होती है। फलों में कई प्रकार के आम, आलूबुखारा, खुरमानी के अलावे इस मौसम के सब्जियों में बैंगन, करेले, परवल, फलियाँ आदि काफ़ी मात्रा में पाए जाते हैं।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
इस कहानी में कई बार ऋण लेने की बात आपने पढ़ी। अनुमान लगाइए, किन-किन पारिवारिक परिस्थितियों में गाँव के लोगों को ऋण लेना पड़ता होगा और यह उन्हें कहाँ से मिलता होगा? बड़ों से बातचीत कर इस विषय में लिखिए।
उत्तर-
गाँव के लोग प्रायः आर्थिक तंगी से परेशान रहते हैं। कई बार ऐसी परिस्थितियाँ आ जाती हैं जब लोग ऋण शादी-विवाह के खर्च के लिए मकान बनवाने के लिए, बच्चों की फ़ीस जमा करने के लिए, फसलों की बुआई के लिए, बच्चों की पढ़ाई के लिए, पशु खरीदने के लिए, किसी पारिवारिक सदस्य की मृत्यु के बाद उसके अंतिम संस्कार के लिए, प्रायः लोग ऋण लिया करते हैं।

यह ऋण उन्हें गाँव के ज़मीदारों व साहूकारों से मिलता है। इसके अलावे यह ऋण सहकारी बैंक, राष्ट्रीयकृत बैंक, सरकार के विभागों, डाकघर से तथा सहकारी समितियों से लोगों को विभिन्न प्रयोजनों के लिए ऋण मिलने लगा है।

प्रश्न 2.
घर पर होनेवाले उत्सवों/समारोहों में बच्चे क्या-क्या करते हैं? अपने और अपने मित्रों के अनुभवों के आधार पर लिखिए।
उत्तर
घर पर होनेवाले उत्सवों/समारोहों में बच्चे नए-नए कपड़े पहनकर, नाना प्रकार के व्यंजनों का आनंद लेकर व नाच-गाकर खूब मस्ती करते हैं।
इसके अतिरिक्त मित्रों से भी इस विषय में बातचीत कीजिए।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
नीचे दी गई पंक्तियों पर ध्यान दीजिए
जरा-सी कठिनाई पड़ते
अनमना-सा हो जाता है।
सन-से सफ़ेद
• समानता का बोध कराने के लिए सा, सी, से का प्रयोग किया जाता है। ऐसे पाँच और शब्द लिखिए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
उत्तर-

  1. फूल-सी कोमल बच्ची सो रही है।
  2. कोयल की मिश्री-सी गीत बड़ी आनंददायक होती है।
  3. यह फल शहद-सा मीठा है।
  4. वह पत्थर-सा कठोर है।
  5. बच्चे का गाल सेब-सा लाल है।

प्रश्न 2.
कहानी में छू-छूकर ज्वर का अनुमान करतीं, पूछ-पूछकर घरवालों को परेशान कर देतीं’-जैसे वाक्य आए हैं। किसी क्रिया को जोर देकर कहने के लिए एक से अधिक बार एक ही शब्द का प्रयोग होता है। जैसे वहाँ थक गया, उन्हें ढूंढ-ढूँढ़कर देख लिया। इस प्रकार के पाँच वाक्य बनाइए।
उत्तर

  1. सागर के किनारे दूर-दूर तक कोई न था।
  2. माँ न जाने क्यों जोर-जोर से चिल्ला रही थी।
  3. जीवन में कदम-कदम पर परीक्षा देनी पड़ती है।
  4. मेरे बार-बार मना करने पर भी वह घर छोड़कर चला गया।
  5. चोरों ने घर के मालिक को मार-मार कर अधमरा कर दिया।

प्रश्न 3.
बोलचाल में प्रयोग होनेवाले शब्द और वाक्यांश ‘दादी माँ’ कहानी में हैं। इन शब्दों और वाक्यांशों से पता चलता है कि यह कहानी किसी विशेष क्षेत्र से संबंधित है। ऐसे शब्दों और वाक्यांशों में क्षेत्रीय बोलचाल की खूबियाँ होती हैं। उदाहरण के लिए-निकसार, बरह्मा, उरिन, चिउड़ा, छौंक इत्यादि शब्दों को देखा जा सकता है। इन शब्दों का उच्चारण अन्य क्षेत्रीय बोलियों में अलग ढंग से होता है; जैसे-चिउड़ा को चिड़वा, चूड़त्र, पोहा और इसी तरह छौंका को छौंक, तड़का भी कहा जाता है। निकसार, उरिन और बरह्मा शब्द क्रमशः निकास, उऋण और ब्रह्मा शब्द का क्षेत्रीय रूप हैं। इस प्रकार के दस शब्दों को बोलचाल में उपयोग होनेवाली भाषा/बोली से एकत्र कीजिए और कक्षा में लिखकर दिखाइए।
उत्तर-
बोलचाल की भाषा में प्रचलित शब्द व इनका हिंदी रूपांतर

मिट्टी-माटी, मट्टी। घासलेट-मिट्टी का तेल । घना-अधिक। बंदा-व्यक्ति । चादर-चद्दर । प्यार-दुलार। पक्षीपंछी। नाटक-नौटंकी। कौआकागा। विवाह-ब्याह, विवाह, शादी। कृष्ण-किशन। घड़ा-मटका, गगरी, घइली। स्नान-नहान।।

छात्र अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के शब्द सीखने का प्रयास करें।

अन्य पाठेतर हल प्रश्न

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
(क) इस पाठ के लेखक का नाम बताएँ
(i) शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
(ii) शिवप्रसाद सिंह
(iii) यतीश अग्रवाल
(iv) नागार्जुन

(ख) लेखक की कमजोरी क्या थी?
(i) घर न जाने की
(ii) घर में लड़ाई-झगड़े करने की
(iii) घर की याद सताने की
(iv) घर पर सोते रहने की

(ग) दादी माँ का व्यक्तित्व कैसा था?
(i) स्नेह और ममता भरा।
(ii) क्रोधपूर्ण
(iii) झगड़ालु
(iv) चिढ़चिढ़ा

(घ) दादी माँ क्यों उदास रहती थी?
(i) पड़ोसियों से झगड़ा होने के कारण
(ii) अपने पुत्र द्वारा अपमानित करने के कारण
(iii) दादा जी की मृत्यु हो जाने के कारण
(iv) पुत्र की मृत्यु हो जाने के कारण

(ङ) पाठ में बच्चे किस महीने में झागदार पानी में नहाते थे?
(i) आषाढ़
(ii) माघ
(iii) क्वार
(iv) भादो

(च) विवाह से चार-पाँच दिन पहले औरतें क्या करती थीं?
(i) भजन
(ii) भोजन
(iii) अभिनय
(iv) रात भर गीत गाती थी

(छ) कौआ पहले कहाँ बैठा था?
(i) आम के पेड़ पर
(ii) खिड़की पर
(iii) छत पर
(iv) दरवाजे पर

(ज) नहाकर लौटने पर दादी माँ लेखक के लिए क्या लेकर आई थी?
(i) मिठाई
(ii) फल
(iii) चबूतरे की मिट्टी
(iv) नए कपड़े

उत्तर
(क) (i)
(ख) (iii)
(ग) (i)
(घ) (iii)
(ङ) (iii)
(च) (iv)
(छ) (ii)
(ज) (ii)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

(क) लेखक की कमजोरी क्या है?
उत्तर-
लेखक की कमजोरी यह है कि थोड़ी-सी कठिनाई आने पर उसका मन प्रायः व्यथित हो जाता है, यानी वह घबरा जाता है।

(ख) मित्र किस प्रकार का दो मुँहा व्यवहार करते हैं।
उत्तर-
लेखक के मित्र उसे खुश करने के लिए मुँह पर तो आने वाले छुट्टियों की सूचना देते हैं और पीठ पीछे उसे कमज़ोर और घबराने वाला कहकर उनका हँसी उड़ाते हैं। इस प्रकार उनका दो मुँहा व्यवहार दिखाई देता है।

(ग) क्वार के दिनों में सिवान (नाले ) के पानी में क्या-क्या बहकर आता था?
उत्तर-
क्वार के दिनों में सिवान (नाले) में साईं और मोथा की अधगली घासे, घेऊर और बनप्याज की जड़े व नाना प्रकार की घासों के बीज बहकर आते थे।

(घ) लेखक के बीमार होने पर उसकी सबसे अधिक देखभाल कौन करता था?
उत्तर-
लेखक के बीमार होने पर उसकी सबसे अधिक देखभाल उसकी दादी माँ करती थीं।

(ङ) दादी ने कंगन सदा सहेजकर क्यों रखा?
उत्तर-
दादी ने कंगन इसलिए सँभालकर रखा क्योंकि यह उनके वंश की निशानी थी।

(च) दादी माँ ने यह क्यों कहा कि लड़के और ब्रह्मा को मंन एक-सा होता है?
उत्तर-
बालक भगवान का रूप होते हैं। उनका मन निश्छल तथा निर्दोष होता है, इसलिए दादी माँ ने कहा कि लड़के और ब्रह्मा का मन एक-सा होता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

(क) लेखक के मित्र उनका मजाक क्यों उड़ाते थे?
उत्तर-
लेखक को थोड़ी सी बात पर गाँव, घर तथा परिवार की चिंता होने लगती थी। वह अपने घर जाने के लिए लालायित होने लगते थे। एक ज्ञानी एवं संतुलित व्यक्ति से ऐसी अपेक्षा किसी को नहीं होती है। ऐसी कमज़ोरी विकास में बाधक होती है तथा बाल मनोवृत्ति के लक्षण हैं। इसलिए लेखक के मित्र सदैव उसका मजाक उड़ाते थे।

(ख) दादी माँ को बीमारियों का ज्ञान कैसा था? इस विषय में विस्तार से लिखिए।
उत्तर-
दादी माँ को गाँवों में प्रयोग की जाने वाली दवाओं के कई नुसखे याद थे। वह हाथ, माथा, पेट छूकर, भूत, मलेरिया, सरसाम, निमोनिया तक का अनुमान लगा लेती थी। वे लौंग, गुड़-मिश्रित जलधार, गुग्गल और धूप से इलाज करती थी। महामारी तथा विशूचिका फैलने पर वह सफ़ाई का ध्यान रखती थी।

(ग) पिता जी और लेखक के बड़े भाई किशन मन मारे क्यों बैठे थे?
उत्तर-
पिता जी और किशन भैया मन मारे इसलिए बैठे थे कि घर में आर्थिक तंगी थी। कोई काम पूरा नहीं हो पा रहा था। जिन पर रुपये थे, वे वापस नहीं कर रहे थे। लोगों का उधार लिया हुआ काफ़ी राशि वापस करना था। उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था। अतः वे मन मारकर बैठे थे।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

(क) दादी माँ ने अपने वंश की अंतिम निशानी सोने का कंगन अपने बेटे को क्यों दिया?
उत्तर-
घर की आर्थिक स्थिति खराब थी। उनकी परेशानी दादी माँ से देखी नहीं गई, तो उन्होंने सोचा कि यह कंगन ही इस समय इन्हें दुखों से छुटकारा दिला सकता है। वे कंगन को बेचकर कर्ज से मुक्ति पा सकते हैं। इसलिए दादी माँ ने अपने कंगन अपने बेटे को दिया।

(ख) लेखक द्वारा ‘दादी माँ’ पाठ लिखने का क्या उद्देश्य है?
उत्तर-
लेखक द्वारा ‘दादी माँ’ कहानी लिखने का उद्देश्य है कि जीवन की ऐसी मधुर यादें होती हैं जो कभी भी नहीं भूलती और कई यादें हमें प्रेरणा देती हैं। इस पाठ से भी यही सीख मिलती है कि जब लेखक को अपनी दादी की मृत्यु का संदेश मिलता है तो वह अपने बचपन की यादों में खो जाता है जो दादी के साथ जुड़ी थी। इसलिए उन यादों में खोकर लेखक को यह विश्वास ही नहीं होता था कि दादी की मृत्यु हो गई। अतः इस संस्मरण को जीवित रखने के लिए लेखक ने इस कहानी को लिखा।

(ग) रामी की चाची दादी माँ को क्या आशीर्वाद दे रही थी?
उत्तर-
रामी की चाची दादी माँ को ‘पूतो फलो दूधो नहाओ’ का आशीर्वाद दे रही थीं, क्योंकि उन्होंने उनका सारा ऋण माफ़ कर दिया था। ब्याज के रुपये भी उसे छोड़ दिए। इसके अलावे उन्होंने उसकी बेटी की शादी के लिए दस रुपए की सहायता भी दी, भी कहा कि वह उनकी बेटी जैसी है। इसलिए उसके शादी में दस-पाँच रुपये की कमी नहीं रहनी चाहिए।

मूल्यपरक प्रश्न

(क) “दादी माँ’ कहानी से आपको क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर-
पाठ ‘दादी माँ’ हमें यह प्रेरणा देता है कि बड़ों की सीख सदैव महत्त्वपूर्ण होती है। हमें अपने बुजुर्गों की भावनाओं को समझकर उनका सम्मान करना चाहिए। हमें सदैव उनका पूरा खयाल रखना चाहिए। जिस प्रकार उन्होंने हमारी चिंता व परवाह की, वैसे ही हमें उनकी बुढ़ापे में करनी चाहिए। बुजुर्ग मान-सम्मान के भूखे होते हैं। हमें उन्हें सदैव सम्मान देना चाहिए तथा मुश्किल समय में उनको सहारा देना चाहिए।

Read More

Chapter -1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के | Class 7th | NCERT Hindi Vasant 2 Solutions | Edugrown

NCERT Solutions for Class 7th Hindi Vasant Part 2

Here students can get info about NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Bhag 2 so that they can get to know the answers to the questions in case they are not able to find it. You can find the best Class 7th Hindi NCERT Solutions वसंत भाग 2 explained in conformance with the CBSE curriculum for Class 7.

Chapter -1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

कविता से

प्रश्न 1.
हर तरह की सुख सुविधाएँ पाकर भी पक्षी पिंजरे में बंद क्यों नहीं रहना चाहते ?
उत्तर-
हर प्रकार की सुख सुविधाएँ पाकर भी पक्षी पिंजरे में बंद नहीं रहना चाहते, क्योंकि उन्हें वहाँ उड़ने की आजादी नहीं है। वे तो खुले आसमान में ऊँची उड़ान भरना, नदी-झरनों का बहता जल पीना, कड़वी निबौरियाँ खाना, पेड़ की ऊँची डाली पर झूलना, कूदना, फुदकना अपनी पसंद के अनुसार अलग-अलग ऋतुओं में फलों के दाने चुगना और क्षितिज मिलन करना ही पसंद है। यही कारण है कि हर तरह की सुख-सुविधाओं को पाकर भी पक्षी पिंजरे में बंद नहीं रहना चाहते।

प्रश्न 2.
पक्षी उन्मुक्त रहकर अपनी कौन-कौन सी इच्छाएँ पूरी करना चाहते हैं?
उत्तर-
पक्षी उन्मुक्त रहकर अपनी इन इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं
(क) वे खुले आसमान में उड़ना चाहते हैं।
(ख) वे अपनी गति से उड़ान भरना चाहते हैं।
(ग) नदी-झरनों का बहता जल पीना चाहते हैं।
(घ) नीम के पेड़ की कड़वी निबौरियाँ खाना चाहते हैं।
(ङ) पेड़ की सब ऊँची फुनगी पर झूलना चाहते हैं।
वे आसमान में ऊँची उड़ान भरकर अनार के दानों रूपी तारों को चुगना चाहते हैं। क्षितिज मिलन करना चाहते हैं।

प्रश्न 3.
भाव स्पष्ट कीजिए-
या तो क्षितिज मिलन बन जाता या तनती साँसों की डोरी।
उत्तर
इस पंक्ति में कवि पक्षी के माध्यम से कहना चाहता है कि यदि मैं स्वतंत्र होता तो उस असीम क्षितिज से मेरी होड़ हो जाती। मैं इन छोटे-छोटे पंखों से उड़कर या तो उस क्षितिज से जाकर मिल जाता या फिर मेरा प्राणांत हो जाता।

कविता से आगे

प्रश्न 1.
कई लोग पक्षी पालते हैं
(क) पक्षियों को पालना उचित है अथवा नहीं? अपने विचार लिखिए।
(ख) क्या आपने या आपकी जानकारी में किसी ने कभी कोई पक्षी पाला है? उसकी देखरेख किस प्रकार की जाती होगी, लिखिए।
उत्तर-
(क) हमारे दृष्टिकोण से पक्षियों को पालना उचित नहीं है, इससे हम उनकी आजादी पर रोक लगा देते हैं। उनकी इच्छाओं, सपनों तथा अरमानों पर पाबंदी लग जाता है। अतः पक्षियों को पालना सही नहीं है। उन्हें प्रकृति में स्वच्छंद विचरण करने देना चाहिए। उन्हें वहीं प्रसन्नता मिलती है।
(ख) हमारे एक पड़ोसी ने तोता पाला था। उस पड़ोसी ने उसे मेले से खरीदकर लाया था। उसके परिवार के सभी सदस्य मन से उसकी देखरेख किया करते थे। प्रतिदिन उसके पिंजरे की सफ़ाई किया करते थे। एक कटोरी में पानी पीने के लिए तथा खाने के लिए चना दिया जाता था। इसके अलावे तोते को मौसमी फल तथा मिर्च भी खाने को दिया जाता था। मेरा पडोसी घंटों उस तोते से बातें किया करता था और उसे लेकर उसे घुमाने पार्क में जाया करता था। तोते ने घर के सभी सदस्यों के नाम रट लिए थे, लेकिन तोता खाना भारी मन से खाता था। जब मैं पड़ोसी के घर पिंजरे के पास जाता था तो वह हमारी ओर आशा भरी दृष्टि से देखता था।

प्रश्न 2.
पक्षियों को पिंजरे में बंद करने से केवल उनकी आज़ादी का हनन ही नहीं होता, अपितु पर्यावरण भी प्रभावित होता है। इस विषय पर दस पंक्तियों में अपने विचार लिखिए।
उत्तर
पक्षियों को पिंजरे में बंद करके उनकी आजादी का हनन होता ही है क्योंकि उनकी प्रकृति है ‘उड़ना। पिंजरे में बंद करके हम उन्हें पराधीन बना लेते हैं। जिससे उनकी आज़ादी तो समाप्त हो ही जाती है साथ ही पर्यावरण भी प्रभावित होता है क्योंकि पर्यावरण को संतुलित करने में भी पक्षियों का सहयोग रहता है। पक्षी आहार श्रृंखला को नियमित करते हैं। जैसे-घास को टिड्डा खाता है, टिड्डे को पक्षी खाते हैं और यदि पक्षी न हों तो टिड्डों की संख्या अत्यधिक हो जाएगी जो फसलों को नष्ट कर देंगे। यदि टिड्डे न हों तो घास इतनी बढ़ जाएगी कि मनुष्य परेशान हो जाएगा।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
क्या आपको लगता है कि मानव की वर्तमान जीवन-शैली और शहरीकरण से जुड़ी योजनाएँ पक्षियों के लिए घातक हैं? पक्षियों से रहित वातावरण में अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए? उक्त विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन कीजिए।
उत्तर
यह कहना गलत नहीं कि मानव की वर्तमान जीवन-शैली और शहरीकरण से जुड़ी योजनाएँ पक्षियों के लिए घातक हैं क्योंकि शहरों में औद्योगीकरण के कारण विषैली गैसें और प्रदूषित जल पक्षियों के लिए हानिकारक होता है। दूसरी ओर अधिक-से-अधिक भवन निर्माण के कारण वनों व हरियाली वाले इलाकों को काटकर बड़े-बड़े भवन बना दिए जाते हैं, जिससे पक्षियों का आश्रय स्थल समाप्त हो जाता है। साथ ही वृक्षों से प्राप्त खाद्य पदार्थ, फल-फूल आदि उन्हें नहीं मिल पाते। ऐसा होने पर उन्हें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

पक्षियों से रहित वातावरण में आहार श्रृंखला प्रभावित हो जाएगी। पर्यावरण संतुलित नहीं रहेगा। इसके लिए हमें अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाने चाहिए व बाग-बगीचों का निर्माण करना चाहिए। फैक्टरियों को भी शहरों से दूर लगाकर धुएँ व प्रदूषित जल हेतु उचित प्रबंध करने चाहिए। (नोट-इन्हीं विचारों के आधार में वाद-विवाद कीजिए)।

प्रश्न 2.
यदि आपके घर के किसी स्थान पर किसी पक्षी ने अपना आवास बनाया है और किसी कारणवश आपको अपना घर बदलना पड़ रहा है तो आप उस पक्षी के लिए किस तरह के प्रबंध करना आवश्यक समझेंगे? लिखिए।
उत्तर-
यदि हमारे घर में किसी पक्षी ने अपना घोंसला बनाया हो और किसी कारणवश हमें घर बदलना पड़ रहा हो, तो हम प्रयास करेंगे कि जब तक घोंसलों में रखे अंडों से बच्चे न निकल जाएँ और पक्षी उन्हें उड़ना न सिखा ले तब तब घोसलों को न छेड़ा जाए। यदि फिर भी घर छोड़ना अनिवार्य हुआ तो उस घर में जाने वाले नए परिवार से मिलकर यह अनुरोध करेंगे कि वे घोसलों को यथावत रहने दें और न छेड़े तथा उनका ध्यान रखें।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
स्वर्ण-श्रृंखला और लाल किरण-सी में रेखांकित शब्द गुणवाचक विशेषण हैं। कविता से हूँढ़कर इस प्रकार के तीन और उदाहरण लिखिए।
उत्तर-
(क) कनक-तिलियाँ,
(ख) कटुक-निबौरी,
(ग) तारक-अनार

प्रश्न 2.
‘भूखे-प्यासे’ में द्वंद्व समास है। इन दोनों शब्दों के बीच लगे चिह्न को सामासिक चिह्न (-) कहते हैं। इस चिह्न से ‘और’ का संकेत मिलता है, जैसे-भूखे-प्यासे = भूखे और प्यासे।
इस प्रकार के दस अन्य उदाहरण खोजकर लिखिए।
उत्तर-
दाल-रोटी – दाल और रोटी
अन्न-जल – अन्न और जल
सुबह-शाम – सुबह और शाम
पाप-पुण्य – पाप और पुण्य
राम-लक्ष्मण – राम और लक्ष्मण
सुख-दुख – सुख और दुख
तन-मन – तन और मन
दिन-रात – दिन और रात
दूध-दही – दूध और दही
कच्चा-पक्का – कच्चा और पक्का

अन्य पाठेतर है हल प्रश्न

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
(क) ‘हम पंछी उन्मुक्त गगन के’ पाठ के रचयिता हैं
(i) भवानी प्रसाद मिश्र
(ii) सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
(iii) शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
(iv) महादेवी वर्मा

(ख) पक्षी कहाँ का जल पीना पसंद करते हैं?
(i) नल का जल
(ii) वर्षा का जल
(iii) नदी-झरनों का जल
(iv) पिंजरे में रखी कटोरी का जल

(ग) बंधन किसका है?
(i) स्वर्ण का
(ii) श्रृंखला का
(iii) स्वर्ण श्रृंखला का
(iv) मनुष्य का

(घ) लंबी उड़ान में क्या-क्या संभावनाएँ हो सकती थीं?
(i) क्षितिज की सीमा मिल जाती
(ii) साँसों की डोरी तन जाती
(iii) ये दोनों बातें हो सकती थीं
(iv) कुछ नहीं होता

(ङ) पक्षी क्यों व्यथित हैं?
(i) क्योंकि वे बंधन में हैं।
(ii) क्योंकि वे आसमान की ऊँचाइयाँ छूने में असमर्थ हैं।
(iii) क्योंकि वे अनार के दानों रूपी तारों को चुगने में असमर्थ हैं।
(iv) उपर्युक्त सभी

उत्तर-
(क) (iii)
(ख) (iii)
(ग) (iii)
(घ) (iii)
(ङ) (iv)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

(क) इस कविता तथा कवि का नाम लिखिए।
उत्तर-
कविता का नाम- ‘हम पंछी उन्मुक्त गगन के
कवि का नाम- शिवमंगल सिंह ‘सुमन’

(ख) पक्षी कैसा जीवन जीना चाहते हैं?
उत्तर-
पक्षी एक स्वतंत्र जीवन जीना चाहते हैं।

(ग) पक्षी ऊँची उड़ान के लिए क्या-क्या बलिदान देते हैं?
उत्तर-
पक्षी ऊँची उड़ान के लिए अपना घोंसला, डाली का सहारा आदि सब कुछ न्योछावर करने को तैयार हैं। उनका मानना है। कि ईश्वर ने उन्हें सुंदर पंख दिए हैं इसलिए उनकी उड़ान में कोई बाधक न बनें।

(घ) अपनी किन इच्छाओं को पूरा करने के लिए पिंजरे से आजाद होने के लिए व्याकुल हैं।
उत्तर-
पक्षी नदी-झरनों का बहता जल पीने, तेज़ गति से उड़ान भरने नीले आसमान की सीमा तक उड़ने, पेड़ की फुनगी पर झूलने, कड़वी निबौरियाँ खाने और अनार रूपी दाने चुगने के लिए पिंजरे के बाहर निकलने के लिए व्याकुल होते हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्न

(क) पिंजरे में पक्षियों को क्या-क्या कष्ट है?
उत्तर-
पिंजरे में पक्षी खुले आसमान में उड़ान नहीं भर सकते, नदी-झरनों का बहता जल नहीं पी सकते, कड़वी निबौरियाँ नहीं खा सकते, फुदक नहीं सकते, अपने पंख नहीं फैला सकते, अनार के दानों रूपी तारों को चुग नहीं सकते। इसके अतिरिक्त पिंजरे में पक्षियों को वह वातावरण नहीं मिलता, जिसमें रहने के वे आदी हैं।

(ख) पक्षियों के सपने और अरमान क्या हैं?
उत्तर-
पक्षियों का सपना है कि वह वृक्ष की सबसे ऊँची फुनगी पर बैठकर झूला झूलें उनका अरमान है कि वे नीले आसमान में दूर-दूर तक उड़ते हुए आकाश की सीमा तक पहुँच जाएँ। इस कोशिश में क्षितिज से मुकाबला करते हुए उसका अंतिम छोर ढूंढ़ निकालें या अपने प्राण त्याग दें।

(ग) पक्षी मनुष्यों से क्या चाहते हैं?
उत्तर-
पक्षी मनुष्यों से चाहते हैं कि उसे स्वतंत्र होकर उड़ान भरने दें। वह इसके बदले अपना घोंसला और टहनी का अपना आश्रय भी देने को तैयार हैं। वे हम लोगों से यह प्रार्थना करते हैं कि उन्हें ईश्वर ने जब उड़ने के लिए पंख दिए हैं तो मानव उनकी उड़ान में विघ्न न डालें और उन्हें स्वतंत्र रूप से उड़ने दें।

(घ) यह कविता हमें किस बात के लिए प्रेरित करती है?
उत्तर-
यह कविता हमें इस बात के लिए प्रेरित करती है कि बंधन में रखकर हमें कितनी भी सुविधाएँ क्यों न दी जाएँ, सभी व्यर्थ होती हैं। स्वतंत्र जीवन में ही हम अपनी इच्छा से सभी काम कर सकते हैं, जबकि पराधीनता में दूसरों की इच्छाओं को मानना पड़ता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

(क) पक्षी को मैदा से भरी सोने की कटोरी से कड़वी निबौरी क्यों अच्छी लगती है?
उत्तर-
परतंत्र जीवन सदैव कष्टमय होता है। ऐसे समय में मन की स्वतंत्रता समाप्त हो जाती है। स्वतंत्र जीवन में कठिनाइयाँ भी कितनी अधिक क्यों न हों, वह गुलामी के जीवन से अच्छा होता है। अतः पक्षी भी खुले में रहकर मैदा से भरी सोने की कटोरी की अपेक्षा नीम के कड़वे फल खाना अधिक पसंद करते हैं।

(ख) कवि ने इस कविता के माध्यम से हमें क्या संदेश देना चाहा है?
उत्तर-
कवि ने इस कविता के माध्यम से संदेश देना चाहा है कि पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं। यानी स्वतंत्रता सबसे अच्छी है। स्वतंत्र रहकर ही अपने सपने और अरमान पूरे किए जा सकते हैं। पराधीनता में सारी इच्छाएँ खत्म हो जाती हैं। पराधीन रहने से हमें अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए भी दूसँरों पर निर्भर हो जाना पड़ता है। अतः कवि ने इस कविता के माध्यम से स्वतंत्रता के महत्त्व को दर्शाया है। अतः हमें पक्षियों को बंदी बनाकर नहीं रखना चाहिए। उन्हें आजाद कर आसमान में उड़ान भरने देना चाहिए।

मूल्यपरक प्रश्न

(क) स्वतंत्रता के महत्व को लिखिए?
उत्तर-
स्वतंत्रता सर्वोपरि होता है। स्वतंत्र व्यक्ति अपनी इच्छा से अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकता है, खा-पी सकता है,

कहीं घूम – फिर सकता है तथा विचारों को अभिव्यक्त कर सकता है। गुलामी का जीवन कष्टमय होता है। हमें अंग्रेजों ने दो सौ वर्षों तक गुलाम बनाकर रखा जिसमें हमें काफ़ी यातनाएँ झेलनी पड़ी। हमें काफ़ी संघर्ष के बाद आजादी मिली। अतः स्वतंत्रता को सँभालकर रखना हम सभी का दायित्व है। इसी प्रकार की स्वतंत्रता पक्षियों पर भी लागू होती है।

Read More

Chapter -9 Garden Snake | Class 7th | NCERT English Honeycomb Poem Solutions | Edugrown

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem

Here our subject experts provided the Chapter-wise NCERT Solutions for Class 7 English as per the latest cbse guidelines. Students of class 7 can grab this opportunity. Access the links prevailing on this page and dip deep into the chapterwise NCERT English subject solutions and get knowledge on how to present the answer perfectly in the exams. Go ahead and understand how important referring to the NCERT Class 7 English solutions during preparation.

Chapter - 9 Garden Snake

Question 1.
Answer the following questions :
(i) Pick out the line that suggests that the child is afraid of snakes.
(ii) Which line shows a complete change of the child’s attitude towards snakes?
Read it aloud.
(iii) But mother says that kind is good…….” What is mother referring to?
Answer:
(i) ‘Some snakes are dangerous, they say’
(ii) ‘It’s just a harmless garden snake!’
(iii) Mother is referring to the snake that was seen by the child.

Question 2.
Find the word that refers to the snake’s movements in the grass. ….
Answer:
The word is ‘wiggles’.

Question 3.
There are four pairs of rhyming words in the poem. Say them aloud.
Answer:
Away-say; Good-food; Grass-pass; Mistake-snake.

Question 4.
A snake has no legs or feet, but it moves very fast. Can you guess how? Discuss in the group.
Answer:
The snake wiggles on its body with the help of scales.

Question 5.
Can you’recall the word used for a cobra’s long sharp teeth ? Where did you come across this word first ?
Answer:
The word ‘fang’ is used for cobra’s long, sharp teeth. I read this word in a story when I was in sixth class.

Garden Snake Introduction

The poet feels that snakes are dangerous creatures. So, he ran away on seeing the snake. But on the basis of mother’s observation he concludes that “that kind is good.” Watching from a distance, he feels that it was just a harmless garden snake.

Garden Snake Word notes
NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem 9 Garden Snake 1
Garden Snake Complete hindi translation

Have you………. ………….snake. (Page 137)

क्या आपने किसी नेवले से साँप को लड़ते हुए या बिल में जाते हुए या नदी में तैरते हुए देखा है? अधिकतर हर व्यक्ति यह विश्वास करता है कि साँप खतरनाक होते हैं। कुछ होते हैं, कुछ नहीं होते। एक हानिरहित बगीचे के साँप पर लिखी यह कविता पढ़ो।

1. I saw…… ……………. his food. (Page 137)

मैंने साँप देखा और दौड़ा…… कुछ साँप खतरनाक होते हैं, वे कहते हैं; पर माँ कहती है उस किस्म के अच्छे होते हैं, और भोजन के लिए कीड़े-मकीड़े खाते हैं।

2. So when. ….snake! (Page 137)
इसलिए जब वह घास में टेढ़ा-मेढ़ा रेंगता है मैं एक तरफ खड़ा होऊँगा और उसे गुजरते हुए देखूगा और स्वयं को बताऊँगा, “इसमें कोई गलती नहीं है, यह एक हानिरहित बगीचे का साँप है।”

 
Read More

Chapter -8 Meadow Surprises | Class 7th | NCERT English Honeycomb Poem Solutions | Edugrown

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem

Here our subject experts provided the Chapter-wise NCERT Solutions for Class 7 English as per the latest cbse guidelines. Students of class 7 can grab this opportunity. Access the links prevailing on this page and dip deep into the chapterwise NCERT English subject solutions and get knowledge on how to present the answer perfectly in the exams. Go ahead and understand how important referring to the NCERT Class 7 English solutions during preparation.

Chapter - 8 Meadow Surprises

Question 1.
Read the lines in which the following phrases occur. Then discuss with your partner the meaning of each phrase in its context.
(i) velvet grass
(ii) drinking straws
(iii) meadow houses
(iv) amazing mound
(v) fuzzy head.
Answer:
(i) The meadows are covered with velvet grass which is very soft to walk in.
(ii) The butterfly has long probosics with help of which it sucks nector.
(iii) Meadow house means the open place covered with grass where creatures like rabbits, snakes, ants etc. make burrows or mounds.
(iv) Mound is a small hill. Ants have collected soil particles which looks like a wonderful mound.
(v) Fuzzy head is the puffy tuft of the dandelion which floats in the air.

Question 2.
Which line in the poem suggests that you need a keen eye and a sharp ear to enjoy a meadow ? Read aloud the stánza that contains this line.
Answer:
The line is : “If you look and listen well.” The stanza is given below which you may read aloud: Oh! Meadows have surprises And many things to tell; You may discover these yourself, If you look and listen well.

Question 3.
Find pictures of the kinds of birds, insects and scenes mentioned in the poem.
Answer:
For self-attempt. You yourself have to collect pictures of the birds, insects and scenes mentioned in the poem.

Question 4.
Watch a tree or a plant, or walk across a field or park at the same time everyday for a week. Keep a diary of what you see and hear. At the end of the week, write a short paragraph or poem about your experiences. Put your writing up on the class bulletin board.
Answer:
For self-attempt and a class-room activity.

Meadow Surprises Introduction

The poet says the meadows offer surprises. We see a butterfly resting upon a butter cup, the rabbit when it hops and dandelion flutters when air blows. Poet wishes to explore the meadows to find about the burrows, nest and ant’s mound. But for this we have to “look and listen well.”

Meadow Surprises Word notes

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem 8 Meadow Surprises
Meadow Surprises Complete hindi translation

Walk across. ……………. ear.(Page 123)

एक हरे मैदान से, पार्क अथवा वृक्षों के झुरमुट से गुजरो और आप कई आश्चर्यजनक चीजें पायेंगे। एक तीक्ष्ण दृष्टि . तथा तेज कान के व्यक्ति के लिए चरागाह में कितने आश्चर्य हैं?

1. Meadows.. ……. the brook? (Page 123)

चरागाहों में आश्चर्य हैं
तुम अगर देखो तो पाओगे;
मखमली घास पर आराम से चलो
और जलधारा (की आवाज) सुनो।

2. You may……………..(Page 123)

तुम्हें शायद तितली दिखाई दे
बटरकप पर आराम करती हई
और अपनी पीने वाली नलिका को खोलती हुई
ताकि वह रस को पी सके।

3. You may…………. …………will. (Page 123)

तुम खरगोश को डरा सकते हो
जो बहुत शांत बैठा है
जबकि पहले तुम उसे न देख पाओ
जब वह कूदेगा, तुम देखोगे।

4. A dandelion……….. ……you blow (Page 123)

एक छोटा पीला फूल जिसका अस्पष्ट कोंपल
कुछ दिनों पहले सुनहरा था
वह हवा से भरपूर छाते में बदल गया है
जो हवा चलने से फड़फड़ाता है।

5. Explore the…. ……..mound. (Page 124)

चरागाहों की खोज करो,
धरती में बिल है, जो
लम्बी घास के नीचे एक घोंसला है,
चीटी का अद्भुत टीला है!

6. Oh! Meadows…….. ………………….will. (Page 124)

ओह! चरागाह में आश्चर्य हैं
और कई चीजें बताने को हैं;
तुम्हें इन्हें स्वयं खोजना है,
अगर तुम देखो और ध्यान से सुनो।

Read More

Chapter -7 Dad and the Cat and the Tree | Class 7th | NCERT English Honeycomb Poem Solutions | Edugrown

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem

Here our subject experts provided the Chapter-wise NCERT Solutions for Class 7 English as per the latest cbse guidelines. Students of class 7 can grab this opportunity. Access the links prevailing on this page and dip deep into the chapterwise NCERT English subject solutions and get knowledge on how to present the answer perfectly in the exams. Go ahead and understand how important referring to the NCERT Class 7 English solutions during preparation.

Chapter -7 Dad and the Cat and the Tree

Question 1.
Why was Dad sure he wouldn’t fall ?
Answer:
Dad thought himself as a great climber. That is why he was sure that he would not fall.

Question 2.
Which phrase in the poem expresses Dad’s self-confidence best?
Answer:
It is : “A climber like me ?/ Child’s play, this is !”

Question 3.
Describe plan A and its consequences.
Answer:
Plan A was to climb the tree with the help of a ladder. Dad could not climb successfully as the ladder fell. Then he landed on the flower bed.

Question 4.
Plan C was a success. What went wrong then ?
Answer:
Plan C of Dad was a success as he was able to climb on the garden wall. But he landed upon the cat. As a result of it, he was stuck up on the tree.

Question 5.
The cat was very happy to be on the ground. Pick out the phrase used to express this idea.
Answer:
The phrase is : “Pleased as Punch to be/safe and sound.”

Question 6.
Describe the Cat and Dad situation in the beginning and at the end of the poem.
Answer:
In the beginning of the poem the cat is stuck up on the tree. But Dad is proudly standing on the ground.. While at the end of the poem, Dad is stuck up on the tree and cat is smiling and ‘smirking on the ground.

Question 7.
Why and when did Dad say each of the following ?
(i) Fail ?
(ii) Never mind
(iii)Funny joke
(iv) Rubbish
Answer:
(i) This word is uttered by Dad when mother shows fear about falling of Dad. Father is very confident of climbing. That is why he is scoffing at mother.
(ii) Dad uttered Never mind to hide his embarrassment. He said so when he fell on the flower bed from the ladder. :!!
(iii) Mother said to Dad, “Don’t fall again.” This seemed quite absurd to him. Then he said what a funny joke it was.
(iv) Dad got angry when mother asked him to be careful. She was afraid that he might not break his neck. So, Dad said “Rubbish’ in an angry mood.

Question 8.
Do you find the poem humorous? Read aloud lines which make you laugh.
Answer:
I liked the poem very much because it is so humorous. These lines made me laugh.
The cat gave a yell
And sprang to the ground,
Pleased as punch to be Safe and sound.
But poor old Dad’s
Still
Stuck
Up
The
Tree!

Dad and the Cat and the Tree Introduction

This is a humorous poem about a cat which got stuck upon the tree. Dad thought that it is a “child’s play” to free the cat. He tries but falls again and again. Ultimately he is able to be on the tree. But he lands flat on the cat. The cat jumps on the ground. But Dad is now stuck on the tree.

Dad and the Cat and the Tree Word notes

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem 7 Dad and the Cat and the Tree

Dad and the Cat and the Tree Complete hindi translation

Have you ever……. ……….find out. (Page 107)

क्या आपने कभी पेड़ पर चढ़ती एक बिल्ली देखी है ? कभी कभी बिल्ली इतना ऊपर चढ़ जाती है और पेड़ में फंस जाती है। बेचारी बिना सहायता के नीचे नहीं आ सकती। आप उसकी सहायता किस प्रकार करेंगे? निश्चित रूप से, कविता में पिताजी की तरह नहीं। क्या पिता जी एक अच्छे आरोही हैं ? उनकी योजनाएं क्या थी? कविता को पढ़िये और जानिये।

1. This morning…. …………..me.(Page 107)

इस सुबह एक बिल्ली ।
हमारे पेड़ में अटक गई।
पिताजी ने कहा,
“ठीक है यह मुझ पर छोड़ दो।”

2. The tree…. ………………fall (Page 107)

पेड़ हिल रहा था
पेड़ लम्बा था माँ ने कहा,
“ईश्वर के लिए आप मत गिरना।”

3. “Fall?”…….. ………………wait and see. (Page 107)

“गिरना?” पिता जी ने डाँटा,
मेरे जैसा आरोही ?
यह बच्चों का खेल है!
इंतजार करो और देखो।”

4. He got. ………bed. (Page 107)

वह सीढ़ी लाये
बगीचे के गोदाम से।
वह फिसल गई।
वे फूलों की क्यारी में गिरे।

5. “Never………..shirt. (page 108)

“कोई बात नहीं,” पिता जी ने कहा
अपने बालों और चेहरे से अपनी पतलून और कमीज से,
गन्दगी को साफ करते हुए।

6. “We’ll………O.K? (page 108)

हम उपाय ‘ब’ की कोशिश करेंगे
रास्ते से दूर हट जाओ!
माँ ने कहा, “गिरना मत
दुबारा, ठीक है न?”

7. “Fell……………….It broke.(page 108)

“दुबारा गिरूँगा?” पिता जी बोले
“मजाकिया चुटकला है!”
तब उन्होंने अपने को टहनी पर झुलाया।
वह टूट गई।

8. Dad. landed…………me! (page 108)

पिता जी जोर से गिरे
डैक के ऊपर।
माँ के कहा, “बस करो,
आप अपनी गर्दन तुड़वा लोगे!”

9. “Rubbish!”………….. me (page 109)

“क्या बकवास है!” पिताजी ने कहा,
“अब उपाय सी (c) पर काम करेंगे।”
मेरे जैसे चढ़ने वाले के लिए
आँख झपकने की तरह आसान है।”

10. Then he………………. fall (page 109)

तब वह ऊँचे चढ़े
बगीचे की दीवार पर।
अनुमान लगाओ कि क्या हुआ?
वह गिरे नहीं!

11. He gave………..cat! (page 109)

वह जोर से उछले
और सीधे पेड़ के
तने के झुके हिस्से में
सीधे बिल्ली पर जा गिरे!

12. The cat……sound (page 109)

बिल्ली जोर से चिल्लाई
और मैदान पर कूदी,
सुरक्षित व स्वस्थ ।
बहुत खुश होते हुए।

13. So it’s………….Tree (page 109)

इसलिए वह व्यंग्यात्मक हँसी से मुस्कुराई
अपनी उपलब्धि पर संतुष्ट थी,
पर बेचारे पिता जी
शांति
अटके रहे
पेड़ पर ऊपर!

 

Read More

Chapter -6 Mystery of the Talking Fan | Class 7th | NCERT English Honeycomb Poem Solutions | Edugrown

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem

Here our subject experts provided the Chapter-wise NCERT Solutions for Class 7 English as per the latest cbse guidelines. Students of class 7 can grab this opportunity. Access the links prevailing on this page and dip deep into the chapterwise NCERT English subject solutions and get knowledge on how to present the answer perfectly in the exams. Go ahead and understand how important referring to the NCERT Class 7 English solutions during preparation.

Chapter -6 Mystery of the Talking Fan

Question 1.
Fans don’t talk, but it is possible to imagine that they do. What is it, then, that sounds like the fan’s chatter ?
Answer:
When the motor of the fan is not oiled, a peculiar sound is made by rotation of the blades. Poet calls it as the chatter of the fan. We too can imagine the sound created by a fan as their “talking” to us. We can interpret the sound in any way we like. It all depends on the working of our mind at that time.

Question 2.
Completed the following sentences:
(i) The chatter is electrical because…..
(ii) It is mysterious because …………….
Answer:
(i) The chatter is electrical because the fan is electrically operated or works with the passage of electricity.
(ii) It is mysterious because the poet cannot exactly interpret what the sound is saying.

Question 3.
What do you think the talking fan was demanding ?
Answer:
I think the talking fan was demanding oil. I think so because the poor fan must have been fed up of chattering continuously.

Question 4.
How does an electric fan manage to throw so much air when it is switched on?
Answer:
When electric fan is switched on, it throws so much air. It is because the blades rotate very fast and strike against the passing air.

Question 5.
Is there a “talking fan’ in your house ? Create a dialogue between the fan and the mechanic.
Answer:
Fan : At last you have come!
Mechanic : I came when I was called.
Fan : I think you were called late. I am fed up of producing meaningless noises. My prestige has also been lowered-because of my old-age ailments.
Mechanic : Don’t worry, I shall set you perfectly alright. You will feel young again.
Fan : Thanks a lot!

Mystery of the Talking Fan Introduction

The poet tells us about a fan that would chatter or make noise because of some electrical fault. The poet imagines about what the fan said. But after its motor was oiled, it ran “as still as water.” Thus the mystery of what the fan said was “spoiled” for the poet.

Mystery of the Talking Fan Word notes

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem 6 Mystery of the Talking Fan
Mystery of the Talking Fan Complete hindi translation

Is there …………..to read. (Page 97)

जिस कमरे में आप इस समय बैठे हो, क्या वहाँ कोई छत का पंखा है ? क्या पंखा खामोश है या शोर कर रहा है? यदि वह शोर कर रहा है, तुम्हें यह जान लेना चाहिए कि वह इस कविता में, जिसे आप पढ़ने जा रहे हैं, ‘बोलते पंखे’ का कोई दूर का रिश्तेदार है।

1. Once there……………..matter (Page 97)

एक बार एक बोलने वाला पंखा थाबिजली से उसकी चटर-पटर (आवाजें) थीं। जो वह कहता था मुझे स्पष्ट सुनाई नहीं दे रहा था। और मुझे आशा है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

2. Because one………..water

क्योंकि एक दिन किसी ने । उसकी छोटी घूमती मोटर को तेल दिया और सारा रहस्य बेकार हो गया। वह पानी की तरह शांत चलने लगा।

Read More

Chapter -5 Trees | Class 7th | NCERT English Honeycomb Poem Solutions | Edugrown

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem

Here our subject experts provided the Chapter-wise NCERT Solutions for Class 7 English as per the latest cbse guidelines. Students of class 7 can grab this opportunity. Access the links prevailing on this page and dip deep into the chapterwise NCERT English subject solutions and get knowledge on how to present the answer perfectly in the exams. Go ahead and understand how important referring to the NCERT Class 7 English solutions during preparation.

Chapter - 5 Trees

Question 1.
What are the games or human activities which use trees, or in which trees also “participate’?
Answer:
We can play many games by using trees. We can swing swings on tree. One can hide behind a tree while playing the game of hide and seek. Our kites can get caught in the trées. There are a lot of human activities in which trees also participate. Human beings can make tree-houses in trees. We can have tea parties under the trees. Human beings can enjoy cool shade under the trees in summer. Trees also provide us with various kinds of fruits. Trees provide us clean air. We get timber from trees to build our houses and furniture etc. Wood is also used for burning.

Question 2.
(i) “Trees are to make no shade in winter.” What does this mean ?
(Contrast this line with the line immediately before it.)
Answer:
As compared to summer season, sunshine in winter is less brighter. Moreover shade is not needed in winter. The people enjoy basking in the direct sunshine in winter.

(ii) “Trees are for apples to grow on, or pears.” Do you agree that one purpose of a tree is to have fruit on it ? Or do you think this line is humorous ?
Answer:
One of the most important functions of the trees is to bear and provide us fruits. It is a fact. So, this line cannot be called humorous.

Question 3.
With the help of your partner, try to rewrite some lines in the poem, or add new ones of your own as in the following examples.
Trees are for birds to build nests in.
Trees are for people to sit under.
Now try to compose a similar poem about water, or air.
Answer:
Water is the elixir of life for us.
Water is essential for our survival
Water is for fish to live in
Water is a boon for the birds
Water is for plants to trees to grow
Water is a means of transportation
Water is for clothes to be cleaned.

Trees Introduction

The poet tells us how important the trees are for all of us. In one way or the other trees are used to make tree houses, tree homes and children play various games under them. Trees provide us with shade and fruits. Trees give us timber and joy also.

Trees Word notes

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem 5 Trees

Trees Complete hindi translation

Part-I

Take a few ………. ……tree. (Page 83)

एक दूसरे को उन वृक्षों के नाम बताने के लिए कुछ मिनट लो जिन्हें तुम जानते हो या जिनके बारे में तुमने सुना है। उन चीजों के नाम बताओ जो वृक्ष हमें देते हैं। तब वृक्षों के बारे में यह कविता पढ़ो।

1. Trees are …………… on. (Page 83)

पेड़ पक्षियों के लिए हैं।
पेड़ बच्चों के लिए हैं।
पेड़ वृक्ष-घर बनाने के लिए हैं।
पेड़ झूले झूलने के लिए हैं।

2. Trees are…… ……..caught in. (Page 83)

पेड़ उनमें से हवा बहने के लिए हैं।
पेड़ छुपा छुपाई के खेल में छिपने के लिए हैं।
पेड़ उनके नीचे इकट्ठे चाय पीने के लिए हैं।
पेड़ पतंगें अटकने के लिए हैं।

3. Trees are to.. ……”Timber (Page 83)

पेड़ गर्मियों में शीतल छाया देने के लिए हैं।’
पेड़ सर्दियों में छाया न देने के लिए हैं।
पेड़ सेब और नाशपातियाँ उगाने के लिए हैं;
पेड़ काटकर गिराने और ‘लकड़ी’ पुकारने के लिए हैं।

4. Trees make…. ……………this fall! (Page 83)

पेड़ माताओं को यह कहने के लिए हैं,
“वाह! कितना सुन्दर चित्र चित्रण के लिए है!” .
पेड़ पिताओं को यह कहने के लिए हैं,
“इस पतझड़ में कितने पत्ते बटोरने हैं!”

Read More

Chapter -4 Chivvy | Class 7th | NCERT English Honeycomb Poem Solutions | Edugrown

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem

Here our subject experts provided the Chapter-wise NCERT Solutions for Class 7 English as per the latest cbse guidelines. Students of class 7 can grab this opportunity. Access the links prevailing on this page and dip deep into the chapterwise NCERT English subject solutions and get knowledge on how to present the answer perfectly in the exams. Go ahead and understand how important referring to the NCERT Class 7 English solutions during preparation.

Chapter - 4 Chivvy

Question 1.
Discuss these questions in small groups before you answer them.
(i) When is a grown-up likely to say this?
Don’t talk with your mouth full.
Answer:
A grown up is likely to say this when a child is 2 or 3 years old. This will be said when a child is talking while eating.

(ii) When are you likely to be told this? Say thank you.
Answer:
I will be told to say thank you’ when I am about five to six years old.

(iii) When do you think an adult would say this ? No one thinks you are funny.
Answer:
I think this will be told when one starts understanding things.

Question 2.
The last two lines of the poem are not prohibitions or instructions. What is the adult now asking the child to do? Do you think the poet is suggesting that this is unreasonable ? Why ?
Answer:
The child is now growing up. He is about to enter his teens. So, he is being told to make out choices and take his own decision. I think the poet is suggesting that it is unreasonable because all the time he had been told to do this or don’t do that. So how he can think independently now.

Question 3.
Why do you think grown-ups say the kind of things mentioned in the poem ? Is it important that they teach children good manners, and how to behave in public?
Answer:
I think the grown-ups give such instructions because they want to make their children more sensible and better citizens. It is very important to teach children good manners and how to behave in public. This will make children well-behaved and useful members of society.

Question 4.
If you had to make some rules for grown-ups to follow, what would you say? Make at least five such rules. Arrange the lines as in a poem.
Answer:
Don’t nag us.
Let us think independently.
Let us take our own decisions.
Give us clean and green environment.
Guide us but don’t goad us.

Chivvy Introduction

In this poem the poet wishes to highlight the irritating effect of nagging. All the time children are given instructions as do this or don’t do that. The children can’t develop their independent thinking if too much instructions are given to them. They get fed up also.

Chivvy Word notes

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem 4 Chivvy

Chivvy Complete hindi translation

Part-I

Ask yourself ……… ………poem now. (Page 69)

स्वयं से तथा अपने सहपाठी से पूछो : क्या तुम्हें यह पसंद आता है हर समय यह कहा जाए कि यह करो या यह ना करो? आपके अनुभव में क्या बड़े लोग ऐसा करते हैं? जब माइकल 5 वर्ष का था, उसकी माँ उसे एक पास के विद्यालय में प्रवेश दिलाने ले गई। अध्यापक ने पूछा, “बच्चे, तुम्हारी माँ तुम्हें घर पर क्या कहकर बुलाती है?” “माइकल नहीं,” विश्वासपूर्वक उत्तर आया।
नोट : छिवी का अर्थ है आलोचना करना, “हमारे कुछ भी करने की कोशिश करते रहना,
प्रायः नाराज करने के तरीके में”, शब्दकोश के अनुसार। अब कविता पढ़ें।

1. Grown-ups say …… ….your nose.(Page 69)

बड़े लोग ऐसी बातें (चीजें) कहते हैं;
बोलो
अपना मुँह भर कर मत बोलो,
मत घूरो,
इशारा मत करो,
नाक में अंगुली मत डालो।

2. Sit up……. ……… your pockets. (Page 69)

बैठ जाओ, विनम्रता से बोलो
शोर कम करो।
अपने पीछे दरवाजा बंद करो
अपने पैर मत घसीटो
क्या तुम्हारे पास रूमाल नहीं है?
अपनी जेब से हाथ बाहर निकालो।

3. Pull your socks up.. …..anything? (Page 70)

अपनी जुराबें ऊपर करो
सीधे खड़े हो जाओ
धन्यवाद कहो
बीच में हस्तक्षेप मत करो
कोई नहीं सोचता कि तुम मज़ाकिया हो ।
अपनी कोहनियाँ मेज़ से हटाओ
क्या तुम अपना मन किसी भी चीज के बारे में नहीं बना सकते ?

Read More

Chapter -3 The Shed | Class 7th | NCERT English Honeycomb Poem Solutions | Edugrown

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem

Here our subject experts provided the Chapter-wise NCERT Solutions for Class 7 English as per the latest cbse guidelines. Students of class 7 can grab this opportunity. Access the links prevailing on this page and dip deep into the chapterwise NCERT English subject solutions and get knowledge on how to present the answer perfectly in the exams. Go ahead and understand how important referring to the NCERT Class 7 English solutions during preparation.

Chapter - 3 The Shed

Question 1.
Answer the following questions :

(i) Who is the speaker in the poem ?
Answer:
The poet is the speaker.

(ii) Is she/he afraid or curious, or both ?
Answer:
He is both afraid and curious as he wants to step in the shed.

(iii) What is she/he planning to do soon ?
Answer:
The poet is planning to take a peep one day soon.

(iv) “But not just yet…..” suggests doubt, fear, hesitation, laziness or something else. Choose the word which seems right to you. Tell others why you chose it.
Answer:
The poet shows fear in his mind as well as he is hesitant to go in. His brother has made him doubtful that there is a ghost in the shed.

Question 2.
Is there a room in your house or a house in your neighbourhood/locality where you would rather not go alone, and never at night? If there is such a place and a story to go with it, let others hear all about it.
Answer:
In our locality there is a primary school in which a basement has been made to gather the waste things like blackboard, table, chair, bricks and even the torn charts etc. Nobody is allowed to enter there as it is supposed to be haunted by some reptiles. The basement has some strange kind of smell and a few rats can be found running here and there. Getting in such a place is an adventure. I’ll go there one day but not today.

The Shed Introduction

This simple poem explains what a shed is. It is a small room, away from the main house, for keeping things, tools, vehicles and even animals. However, it is a must for every big house to keep its unused belongings. Read the poem and enjoy it with your partner.

The Shed Word notes

NCERT Solutions for Class 7 English Honeycomb Poem 3 The Shed

The Shed Complete hindi translation

Do you ……….. …………..poem. (Page 48)

क्या आप जानते हो कि छप्पर क्या होता है? जैसे गाय के लिए छप्पर, औजार-शाला, लकड़ी के लिए छप्पर, यह एक छोटा सा कमरा होता है जो घर से दूर चीजें, जानवर, औजार, वाहन आदि रखने के लिए प्रयोग किया जाता है। अपने सहपाठी से पूछो कि क्या उसने कोई छप्पर देखा है। उसे कहिए कि वह उसका वर्णन कक्षा में करे। आइये कविता पढ़ें।

1. There’s a shed. …………………………….one day.(Page 48)

हमारे बगीचे में एक ओर एक छप्पर बना है जिसमें द्वार पर मकड़ी के जाले लटके हुए हैं, जिसके कब्जे जंग लगे हैं और हवा के चलने भर से चरचराहट की आवाज करते हैं। जब मैं अपने बिस्तर पर लेटता हूँ, और उसे सुनता हूँ। मैं अवश्य . एक दिन इसका दरवाजा खोलूंगा।

2. There’s a dusty…. ….one day. (Page 49)

उसकी एक ओर एक मैली पुरानी खिड़की है जिसमें तीन टूटे-फूटे शीशे हैं। मैं प्रायः सोचता हूँ कि वहाँ ऐसा कोई है जो मुझे घूर रहा है जब भी मैं उसके पास से गुजरता हूँ। मैं अवश्य एक दिन इसकी खिड़की से अन्दर झांकूगा।

3. My brother….. …………. one day. (Page 49)

मेरा भाई कहता है कि छप्पर में एक भूत है जो गले हुए फर्श के तख्तों के नीचे छिपकर बैठा है। और यदि मैंने कभी भी उनके अन्दर कदम रखने की कोशिश की, वह कूद कर बाहर आयेगा और मेरा सिर काट देगा। परंतु एक दिन अवश्य मैं अन्दर जाऊंगा।

4. I know that,…. …….. just yet. (Page 49)

मैं जानता हूँ कि वास्तव में कोई भूत नहीं होता। मेरा भाई झूठ बोलता है क्योंकि वह उसे अपनी गुफा बनाना चाहता _है; वहाँ कोई भी नहीं है जो मुझे घूर रहा है या अजीब-अजीब आवाजें निकालता है और अब मकड़ी भी अपने जाल से दूर जा चुकी है, मैं नहीं जानता कब से गई है। मैं शीघ्र ही एक दिन इस छप्पर में जाऊंगा परंतु अभी नहीं……..

Read More