Chapter - 16 भोर और बरखा
MCQs
Question 1.
‘भोर और बरखा’ कविता की रचयिता हैं?
(a) सुभद्रा कुमारी चौहान
(b) मीरा बाई
(c) महादेवी वर्मा
(d) विनीता पाण्डेय।
Answer
Answer: (b) मीरा बाई
Question 2.
इस कविता में किसको जगाने का प्रयास किया जा रहा है?
(a) ग्वाल-बाल को
(b) बालक कृष्ण को
(c) राधा को
(d) कवयित्री को।
Answer
Answer: (b) बालक कृष्ण को
Question 3.
दही कौन बिलो रही है?
(a) राधा
(b) यशोदा
(c) गोपियाँ
(d) ग्वाल-बाल।
Answer
Answer: (c) गोपियाँ
Question 4.
कृष्ण को जगाने के लिए द्वार पर कौन खड़े हैं?
(a) सारे ग्वाल-बाल
(b) यशोदा
(c) राधा
(d) देव और दानव।
Answer
Answer: (d) देव और दानव।
Question 5.
ग्वाल-बालकों के हाथ में क्या है?
(a) मक्खन
(b) रोटी-मक्खन
(c) रोटी
(d) मिसरी।
Answer
Answer: (b) रोटी-मक्खन
Question 6.
मीरा को किसके आने की भनक मिली।
(a) ग्वाल-बालों के आने की
(b) गोपियों के आने की
(c) श्रीकृष्ण के आने की
(d) माँ यशोदा के आने की।
Answer
Answer: (c) श्रीकृष्ण के आने की
Question 7.
इस कविता में किस ऋतु का वर्णन है-
(a) सर्द ऋतु का
(b) ग्रीष्म ऋतु
(c) वर्षा ऋतु
(d) वसंत ऋतु।
Answer
Answer: (c) वर्षा ऋतु
Question 8.
किसके आने की आहट सुनकर मीरा प्रसन्न हो गई।
(a) गोपियों की
(b) ग्वाल-बालों की
(c) श्रीकृष्ण की
(d) सखियों की।
Answer
Answer: (c) श्रीकृष्ण की
(1)
जागो बंसीवारे ललना!
जागो मोरे प्यारे!
रजनी बीती, भोर भयो है, घर-घर खुले किंवारे।
गोपी दही मथत, सुनियत हैं कंगना के झनकारे॥
उठो लालजी! भोर भयो है, सुर-नर ठाढ़े द्वारे।
ग्वाल-बाल सब करत कुलाहल, जय-जय सबद उचारै ॥
माखन-रोटी हाथ मँह लीनी, गउवन के रखवारे।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर, सरण आयाँ को तारै॥
Question 1.
कौन किसे जगाने का प्रयास कर रही है?
Answer
Answer: माता यशोदा बालक कृष्ण को नींद से जगाने का प्रयास कर रही हैं।
Question 2.
इन पदों में किस समय का चित्रण है?
Answer
Answer: इन पदों में भोर के समय का चित्रण है।
Question 3.
मीरा के प्रभु कौन हैं? वे क्या-क्या करते हैं?
Answer
Answer: मीरा के प्रभु श्रीकृष्ण हैं। वे शरण में आए लोगों का उद्धार करते हैं।
Question 4.
ग्वाल-बाल क्या कर रहे हैं?
Answer
Answer: ग्वाल-बाल कोलाहल कर रहे हैं और जय-जय का उद्घोष कर रहे हैं उनके हाथ में माखन-रोटी है।
Question 5.
श्रीकृष्ण की शरण में आने पर क्या होता है?
Answer
Answer: जो भक्त श्रीकृष्ण की शरण में आता है, श्रीकृष्ण उसका उद्धार कर देते हैं यानी बेड़ा पार कर देते हैं।
Question 6.
कुलाहल और सबद शब्दों का तत्सम रूप क्या होगा?
Answer
Answer: कुलाहल-कोलाहल, सबद-शब्द
(2)
बरसे बदरिया सावन की।
सावन की, मन-भावन की॥
सावन में उमग्यो मेरो मनवा, भनक सुनी हरि आवन की।
उमड़-घुमड़ चहुँदिस से आया, दामिन दमकै झर लावन की॥
नन्हीं-नन्हीं बूंदन मेहा बरसे, शीतल पवन सुहावन की।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर! आनंद-मंगल गावन की।
Question 1.
इस ‘काव्यांश’ में किस ऋतु का वर्णन है ?
Answer
Answer: इस काव्यांश में वसंत ऋतु का वर्णन है।
Question 2.
किसका मन उमंग से भर गया है और क्यों?
Answer
Answer: कवयित्री मीरा का मन उमंग से भर गया क्योंकि उन्हें श्रीकृष्ण के आने की भनक हो गई।
Question 3.
पद के आधार पर प्राकृतिक वातावरण का चित्रण कीजिए।
Answer
Answer: यहाँ वर्षा ऋतु में चारों ओर बादल उमड़-घुमड़ रहे हैं, नन्ही-नन्हीं बूंदें बरस रही हैं, और बिजली चमक रही है। ठंड वायु बहने के साथ रिम-झिम बारिश हो रही है।
Question 4.
सावन मास, सुहावना क्यों बन गया?
Answer
Answer: सावन का मौसम अत्यधिक सुहावना हो गया है, क्योंकि चारों-तरफ़ आकाश में काले-काले बादल छा गए है। बिजली की चमक चारों तरफ़ फैल रही है। रिमझिम-रिमझिम बारिश हो रही है। सावन सुहावन हो गया है। मंद-मंद शीतल हवा बह रही है।
Question 5.
दामिन और उमग्यो का अर्थ लिखिए।
Answer
Answer: दामिन-बिजली, उमग्यो-उमंग से भरा हुआ।
प्रश्न अभ्य
कविता से
प्रश्न 1.
‘बंसीवारे ललना’, ‘मोरे प्यारे’, ‘लाल जी’ कहते हुए यशोदा किसे जगाने का प्रयास करती हैं और वे कौन-कौन सी बातें कहती हैं?
उत्तर:
‘बंसीवारे ललना’, ‘मोरे प्यारे’,, ‘लाल जी’ कहते हुए यशोदा कृष्ण को जगाने का प्रयास करती है। वे निम्नलिखित बातें भी कहती हैं
- रात बीत गई है और अन्य घरों के दरवाजे खुल गए हैं।
- दही मथ रही हैं और उनके कंगन की आवाज़ आ रही है।
- ग्वाल-बाल शोर करते हुए जय-जयकार कर रहे हैं।
प्रश्न 2.
नीचे दी गई पंक्ति का आशय अपने शब्दों में लिखिए –
‘माखन-रोटी हाथ मँह लीनी, गउवन के रखवारे।’
उत्तर:
गायों के रखवाले अर्थात् ग्वाल-बाल कब के उठ (जाग) गए हैं। वे सब माखन-रोटी लेकर खाने जा रहे हैं।
प्रश्न 3.
पढ़े हुए पद के आधार पर ब्रज की भोर का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ब्रज में सुबह की गतिविधियाँ वातावरण को अत्यंत सजीव बना देती हैं। प्रातः काल ही बछड़े गायों का दुग्धपान करने के लिए बेचैन रहते हैं। ग्वाले इन गायों के चारे-पानी की व्यवस्था कर दूध निकालते हैं। ग्वालिन और अन्य बालाएँ दूध को घर ले जाती हैं। शाम के जमाए दूध (दही) को मथकर मक्खन निकालती हैं। दही बिलोते समय उनके कंगनों की आवाज़ सुनाई देती है।
प्रश्न 4.
मीरा को सावन मनभाव क्यों लगने लगा?
उत्तर:
मीरा को सावन मन-भावन लगने लगा क्योंकि सावन के महीने में आसमान काले-काले बादलों से ढक गया। सूर्यदेव भी छिप गए। शीतल हवा बहने लगी। बादलों से गिरती पानी की बूंदें, आसमान में चमकती बिजली, गरजते बादलों का शोर वातावरण को अत्यंत मनोरम बना देते हैं।
प्रश्न 5.
पाठ के आधार पर सावन की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
पाठ के आधार पर सावन की विशेषताएँ –
- सावन के महीने में गर्मी कुछ कम हो जाती है।
- काले बादल छाते ही ठंडी हवाएं बहने लगती हैं।
- पानी बरसने लगता है बिजली चमकती है और बादल गर्जन करते हैं।
- धरती पर हरियाली छा जाती है। मनुष्य तथा पशुपक्षी सभी प्रसन्न हो जाते हैं।
कविता से आगे
प्रश्न 1.
मीरा भक्तिकाल की प्रसिद्ध कवयित्री थीं। इस काल के दूसरे कवियों के नामों की सूची बनाइए तथा उनकी एक-एक रचना का नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 2.
सावन वर्षा ऋतु का महीना है, वर्षा ऋतु से संबंधित दो अन्य महीनों के नाम लिखिए।
उत्तर:
वर्षा ऋतु से संबंधित दो अन्य महीनों के नामआषाढ़, भादों।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1.
सुबह जगने के समय आपको क्या अच्छा लगता है?
उत्तर:
सुबह जगने के समय पक्षियों का कलरव, मंदिर से आती भजनों और बजते घंटे की आवाज़, रसोई से आती परांठों की खुशबू, बच्चों का कोलाहल तथा खिले हुए फूलों को देखना अच्छा लगता है।
प्रश्न 2.
यदि आपको अपने छोटे भाई-बहन को जगाना पड़े, तो कैसे जगाएँगे?
उत्तर:
छोटे भाई या बहन को प्यार से जगाते हुए उससे कहेंगे कि देखो, माँ ने परांठे बना लिए हैं। तुम्हें स्कूल भी तो जाना है। तुम्हारा मित्र बुलाने आने वाला है। अरे! थोड़ी ही देर में स्कूल बस का ड्राइवर हार्न बजाकर बुलाना शुरू कर देगा।
प्रश्न 3.
वर्षा में भीगना और खेलना आपको कैसा लगता है?
उत्तर:
वर्षा में भीगना और खेलना मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। वर्षा की ठंडी बूंदें शरीर को शीतलता प्रदान करती है। वर्षा में एक-दूसरे पर गंदा पानी उछालकर भिगोना और खेलते हुए गिरकर कीचड़ में सराबोर होने तथा नहाने का-अपना अलग ही मज़ा है।
प्रश्न 4.
मीरा बाई ने सुबह का चित्र खींचा है। अपनी कल्पना और अनुमान से लिखिए कि नीचे दिए गए स्थानों की सुबह कैसी होती है
(क) गाँव, गली या मुहल्ले में
(ख) रेलवे प्लेटफॉर्म पर।
(ग) नदी या समुद्र के किनारे
(घ) पहाड़ों पर
उत्तर:
(क) गाँव, गली या मुहल्ले में – हमारी गली या मुहल्ले में प्रतिदिन प्रातः चार बजे से ही मंदिर से भजन की आवाज आने लगती है। पाँच बजे से ही दूध वाले हार्न बजाकर लोगों को दूध लेने के लिए जगाते हैं। कुछ बचचे पढ़ने तो कुछ खेलने के लिए उठ जाते हैं। जल्दी काम पर जाने वाले लोग मंडी या अन्य स्थानों पर जाते हैं। चारों ओर से बच्चों की आवाजें आने लगती हैं।
(ख) रेलवे प्लेटफॉर्म पर – सुबह होते ही चाय वाले, अख़बार वाले तथा कुछ अन्य फेरी लगाकर अपने सामान बेचने वालों का शोर सुनाई देता है। आने वाली गाड़ियों का समय निकट जानकर कुली प्लेटफार्म की ओर भागते हैं। यात्री भी प्लेटफॉर्म की ओर भागे जा रहे होते हैं।
(ग) नदी या समद्र किनारे – यहाँ प्रात:काल का दृश्य अत्यंत मनोहर होता है। नदी या सागर का पानी दूर-दूर तक पृथ्वी पर फैली नीली चादर जैसा दिखता है। चारों ओर शांतिपूर्ण वातावरण होता है। ठंडी शीतल हवा तन-मन को प्रसन्न कर देती है। नदी किनारे क्रीडारत पक्षियों की आवाजें नीरवता को भंग कर देती हैं।
(घ) पहाड़ों पर – प्रात:काल पहाड़ों की चोटियों से उठता धुआँ-सा वातावरण को धूमिल बनाता है। धूप निकल आने पर पहाड़ों की बर्फ चाँदी-सी चमकती प्रतीत होती है। ऐसा लगता है कि ये फिर प्रात:काल ईश्वर की आराधना में लीन हैं। दूर से आता पक्षियों का स्वर इनकी आराधना में बाधक नहीं बन पाता है।
भाषा की बात .
प्रश्न 1.
कृष्ण को ‘गउवन के रखवारे’ कहा गया है जिसका अर्थ है गौओं का पालन करनेवाले। इसके लिए एक शब्द दें।
उत्तर:
गउवन के रखवारे-‘ग्वाल’
प्रश्न 2.
नीचे दो पंक्तियाँ दी गई हैं। इनमें से पहली पंक्ति में रेखांकित शब्द दो बार आए हैं, और दूसरी पंक्ति में भी दो बार। इन्हें पुनरुक्ति (पुनः उक्ति) कहते हैं। पहली पंक्ति में रेखांकित शब्द विशेषण हैं और दूसरी पंक्ति में संज्ञा।
‘नन्ही-नन्ही बूंदन मंदा बरसै’
‘घर-घर खुले किंवारे’
इस प्रकार के दो-दो उदाहरण खोजकर वाक्य में प्रयोग कीजिए और देखिए कि विशेषण तथा संज्ञा की पुनरुक्ति के अर्थ में क्या अंतर है? जैसे-मीठी-मीठी बातें, फूल-फूल महके।
उत्तर:
संज्ञा और विशेषण की पुनरुक्ति में अंतर यह है कि संज्ञा शब्द के दोनों अर्थों में कुछ बदलाव आ जाता है, परंतु विशेषण शब्द का अर्थ ज्यों का त्यों रहता है।
कुछ करने को
प्रश्न 1.
कृष्ण को “गिरधर’ क्यों कहा जाता है? इसके पीछे कौन-सी कथा है? पता कीजिए और कक्षा में बताइए।
उत्तर:
कृष्ण को गिरधर इसलिए कहा जाता है क्योंकि ब्रज के लोग इंद्रदेव की पूजा करते थे। श्रीकृष्ण ने उन्हें गोवर्ध की पूजा करने के लिए कहा। लोगों ने गोवर्धन की पूजा की। इससे इंद्र कुपित हो गए। ब्रजवासियों को उनकी करनी का फल चखाने के उद्देश्य से इंद्र ने मूसलाधार बारिश शुरू कर दी। देखते ही देखते ब्रज के लोग और उनके मकान, पशु व सामान सब कुछ पानी में डूबने लगे। लोग भागे-भागे श्रीकृष्ण के पास गए। तब श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उँगली पर उठा लिया और छाते जैसा बना लिया। लोग उसके नीचे आ गए। आखिर इंद्र को अपनी भूल स्वीकार करनी पड़ी, तबसे उन्हें गिरधर कहा जाता है।
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