The Hundred Dresses Summary in English
The story is about a quiet and shy girl named Wanda Petronski, a Polish immigrant, who had come to America with her family. She attended school with American children who found her name to be strange and probably, the weirdest in the classroom. This is because they all had easier names. She was poor and was always seen wearing a faded blue dress. Her classmates teased her because she claimed to have a hundred dresses “all lined up” in her closet albeit, always being seen wearing one. The ones who mainly teased her were the two best friends, Peggy and Maddie. Peggy was the most famous girl in school while anyone barely knew Wanda.
Peggy and Maddie used to wait for Wanda before school even if it meant getting late. Maddie, a poor girl herself did not like when Peggy made fun of Wanda. She feared that she could be next. She wanted Peggy to stop making fun of Wanda, but could not summon courage to face her as she feared she’d lose her best friend. However, Peggy’s intention was never to hurt Wanda but she was curious as to why Wanda had to lie that she had a hundred dresses in her closet.Truth about the same hundred dresses unveiled on the result day of the drawing competition. The room was lined with one hundred drawings portraying different dresses, each so beautiful. That day, she truly had “a hundred dresses all lined up”, but in the classroom. At that moment, Peggy and Maddie, who were awestruck realised the theory of a hundred dresses and felt guilty about having treated her badly
Table of Contents
सौ कपड़े का सारांश हिंदी में
वाण्डा पैट्रोनस्की की सीट
सोमवार का दिन था। वाण्डा पैट्रोनस्की अपनी सीट में नहीं थी। पैगी और मैडलीन को मिलाकर किसी ने भी उसकी अनुपस्थिति को नहीं देखा था। उन्होंने सारा मजाक आरम्भ किया। वाण्डा अन्तिम पंक्ति में अन्तिम सीट से अगली सीट में बैठा करती थी। यह तेरह नम्बर कमरे में थी। वह कमरे के कोने में बैठा करती थी। प्रायः उद्धत लड़के सामान्यतः वहाँ पर बैठा करते थे। वहाँ पर पैरों का काफी शोर हुआ करता था जब कोई मजाक उत्पन्न होता।
वाण्डा के बारे में और अधिक
वाण्डा बड़ी शान्त लड़की थी। वह कभी-कभी ही कुछ कहती। किसी ने भी उसे कभी भी ऊँची आवाज में हँसते नहीं सुना था। वह वहाँ पर बैठा करती थी। कोई नहीं जानता था कि वह वहाँ क्यों बैठा करती थी। यह इसलिए था कि वह बौगिन्ज हाईट्स से आती थी। उसके पैरों पर मिट्टी लगी होती थी।
जब उन्होंने वाण्डा के बारे में सोचा।
विद्यार्थी वाण्डा के बारे में स्कूल के समय के पश्चात् ही सोचा करते थे। वे उसका मजाक उड़ाने के लिए, घर को जाते और घर से आते, उसकी प्रतीक्षा किया करते थे। वाण्डा मंगलवार को भी स्कूल नहीं आती थी। पैगी और मैडी के बारे में पैगी और मैडी बुधवार को वाण्डा के बारे में सोचा। वे अगली सीट पर बैठा करती थीं। वे अच्छे अंक प्राप्त करती थीं।
पैगी स्कूल में सर्वाधिक लोकप्रिय थी।
वह सुन्दर थी और उसके मुँघराले बाल थे। मैडी उसकी सर्वाधिक गहरी सहेली थी। वे वाण्डा के साथ मजाक करना चाहती थीं। इसलिए वे लेट हो गई। इस कारण से । उन्होंने देखा कि वाण्डा अनुपस्थित थी।
दूसरे बच्चों के बारे में।
उस कमरे में अधिक बच्चों के नाम वाण्डा की तरह नहीं थे। उनके अमेरिकन नाम थे, जैसे-टोमस, स्मिथ या ऐलन। एक लड़का विल्ली बाउन्स नाम का था। लोग सोचते थे कि वह मजाकिया था। परन्तु वह वाण्डा पैट्रोनस्की की तरह से मजाक उड़ाने योग्य नहीं था।
स्कूल में वाण्डा और दूसरे बच्चे
वाण्डा के कोई मित्र नहीं थे। वह हमेशा एक मन्द पड़ी नीले रंग की ढीली पोशाक पहना करती थी। यह साफ थी। परन्तु ऐसा लगता था कि इसको कभी इस्त्री नहीं की गई थी। काफी लड़कियाँ वाण्डा से बातें करती थीं। वे उसे स्कूल के आंगन में घेर लेतीं। वह उन्हें होपस्कोच खेल खेलते हुए देखती खड़ी रहती।
लड़कियों द्वारा वाण्डा का मजाक उड़ाना
पैगी वाण्डा का मजाक उड़ाती। वह उससे पूछती कि उसके पास उसकी अलमारी में कितनी पोशाकें हैं। वाण्डा कहती ‘एक सौ’। फिर सारी लड़कियाँ खेलना बन्द करतीं और सुनतीं। लड़कियाँ पूछतीं कि क्या वे सिल्क या मखमल की थीं। वाण्डा हाँ में उत्तर देती। वे वाण्डा से आगे पूछतीं कि उसके पास जूतों के कितने जोडे हैं। वह कहती ‘साठ जोडे। तब वे हँसती रहतीं।
पैगी के बारे में और अधिक
पैगी निर्दयी नहीं थी। वह छोटे बच्चों को धौसिया लड़कों से बचाती। यदि कोई उसे पूछता कि क्या उसने वाण्डा के साथ निर्दयता से बर्ताव नहीं किया है तो वह भिन्न रूप में उत्तर देती। वह कहती कि वाण्डा ने अपनी एक सौ पोशाकों के बारे में क्यों कहा। वह कहती कि वाण्डा एक साधारण व्यक्ति नहीं थी। उसका नाम यह बताता था। परन्तु लड़कियों ने कभी भी वाण्डा को चिल्लाने पर मजबूर नहीं किया।
मैडी के बारे में
मैडी ने इसे बुरा अनुभव किया कि वे वाण्डा को उस प्रकार तंग कर रहे थे। यह इसलिए था कि वह स्वयं भी वाण्डों की तरह से निर्धन थी। परन्तु वाण्डा की तरह वह न तो बोगिन्ज हाईट्स में रहती थी न ही उसका वाण्डा जैसा मजाकिया नाम था।
वाण्डा के बारे में मैडी की भावनाएँ
जब पैगी ने वाण्डा से वे प्रश्न पूछे तो मैडी ने बुरा महसूस किया। उसने अपने हाथ में कन्चों को जाँचा। परन्तु उसने वाण्डा के लिए दुख नहीं दिखाया। वह चाहती थी कि पैगी वाण्डा से पोशाकों के बारे में पूछना बन्द करे। वह पैगी की निकटतम मित्र थी।
मैडी की पैगी के लिए इच्छा
उस दिन पैगी और मैडी दोनों स्कूल से लेट हो गईं। मैडी खुश थी कि वाण्डा का मजाक नहीं उड़ाया गया। वह गणित के अपने प्रश्नों को हल कर रही थी। उसके अन्दर पैगी को वाण्डा को मजाक उड़ाना बन्द करने के लिए कहने का हौंसला नहीं था। इसलिये वह पैगी को इसके बारे में एक नोट लिखना चाहती थी।
मैडी स्वयं को उसका मजाक उड़ाया जाते हुए चित्रित करती है
मैडी ने पैगी को वह नोट लिखना आरम्भ किया। अचानक वह काँप उठी। उसने स्वयं को स्कूल आँगन में पैगी और दूसरी लड़कियों का नया निशाना देखा। पैगी उसे उसकी पोशाक के बारे में पूछ सकती थी। वह कहती कि वह पैगी की पुरानी पोशाकों में से एक है। उसकी माँ ने उसे ठीक कर दिया था ताकि कोई भी उसे पहचान न सके।
मैडी का विचार
मैडी चाहती थी कि पैगी वाण्डा का मजाक उड़ाना बन्द कर दे। मैड़ी ने नोट के टुकड़े-टुकड़े कर दिये। वह पैगी की गहरी सहेली थी। सारे कमरे में पैगी को सबसे अधिक पसन्द किया जाता था। वह सोचती थी कि पैगी कोई भी ऐसी चीज नहीं करेगी जो वास्तव में गलत हो।
मैड़ी का वाण्डा के बारे में सोचना
मैड़ी ने तब वाण्डा के बारे में सोचा। वह किसी से भी कभी कोई बात कहती थी। उसने सिर्फ एक सौ पोशाकों के बारे में कहा। मैडी को उस द्वारा उसकी पोशाकों में एक पीली नीली रंगीन सजावटों वाली पोशाक के बारे में बताना याद था।
ड्राईंग मुकाबले के बारे में मैडी का विचार
उसके पश्चात् मैडी ने सोचना आरम्भ कर दिया कि कौन ड्राईंग और रंग का मुकाबला जीतेगा। उसने सोचा कि पैगी लड़कियों को तमगा जीतेगी। कमरे में वह सबसे अच्छी ड्राईंग करती थी। वे सभी उस बारे में अगले दिन जान जायेंगे।
अगले दिन स्कूल में
अगले दिन बृन्दाबान्दी हुई। पैगी और मैडी ने वाण्डा की प्रतीक्षा नहीं की। वे स्कूल में लेट होना नहीं चाहती थीं। वे कक्षा के कमरे में घुसीं। सारे कमरे में ड्राईंग ही ड्राईंग थीं। वे चमकीले रंगों में थीं।
विजेताओं की घोषणा
कक्षा इकट्ठी हो गई थी। मिस मैसन ने विजेताओं की घोषणा की। जैक बैगल्ज़ ने लड़कों के लिये विजय प्राप्त कर ली थी। उसने बोर्ड के ऊपर लगी मोटर की ड्राईंग बनाई थी। बारह नम्बर कमरे में ड्राईंग प्रदर्शित थी। जहाँ तक लड़कियों का प्रश्न था लड़कियों के तमगे की विजेता वाण्डा थी। परन्तु उस दिन वाण्डा अनुपस्थित थी। मिस मैसन ने बच्चों को वाण्डा की सुन्दर ड्राईंग को देखने के लिये कहा।
वाण्डा की ड्राईंग के प्रति पैगी और मैडी की प्रतिक्रिया
ड्राईंग देखकर बच्चों ने खुशी में तालियाँ बजाईं। लड़कों ने अपनी अंगुलियों को मुँह में डालकर सीटी बजाई। उनका पोशाकों में कोई मन नहीं था। मैड़ी ने पैगी को नीली पोशाक को देखने के लिये कानाफूसी की। वाण्डा ने पहले उन्हें इनके बारे में बताया था। पैगी ने हरी पोशाक की तरफ भी इशारा किया। उसने कहा कि वह सोचती थी कि वह ड्राईंग बना सकती थी।
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NCERT Solution – The Hundred Dresses – I
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