chapter 6 भगवान के डाकिए mcqs & important questions | class 8th hindi vasant

MCQ Questions for Class 8 Hindi: Ch 6 भगवान के डाकिए Vasant

1. ‘भगवान के डाकिए’ कविता में भगवान के डाकिये किन्हें कहा गया है?

(क) पक्षी और पर्वत को            

(ख) बादल और आकाश को

(ग) पक्षी और बादल को        

(घ) पक्षी और आकाश को

► (ग) पक्षी और बादल को        

2. भगवान के डाकियों द्वारा लाई गई चिट्ठियों में निहित संदेश का मनुष्य क्या करता है?

(क) उनके अनुरूप आचरण करता है

(ख) उनका अनुमान लगाता है

(ग) उन्हें पढक़र दूसरों को सुनाता है

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ख) उनका अनुमान लगाता है

3. ‘भगवान के डाकिए’ द्वारा लाई चिट्ठियों को कौन नहीं पढ़ पाता?

(क) मनुष्य    

(ख) पानी    

(ग) पेड़    

(घ) पहाड़

► (क) मनुष्य    

4. एक देश की धरती द्वारा भेजा गया ‘सौरभ’ दूसरे देश की धरती तक कैसे पहुँचता है?

(क) कमल के पत्ते पर नदी-मार्ग से    

(ख) पक्षियों के पंखों पर सवार होकर वायु-मार्ग से

(ग) फूलों के माध्यम से        

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ख) पक्षियों के पंखों पर सवार होकर वायु-मार्ग से

5. भगवान के डाकिए’ के रचयिता कौन हैं?

(क) रामदरश मिश्र

(ख) हरिशंकर परसाई

(ग) भगवती चरण वर्मा

(घ) रामधारी सिंह ‘दिनकर’

► (घ) रामधारी सिंह ‘दिनकर’

6. एक देश की भाप दूसरे देश तक किस रूप में जाती है?

(क) पानी के रूप में            

(ख) बोतलों में बंद होकर

(ग) बर्फ के रूप में        

(घ) भाप के रूप में

► (घ) भाप के रूप में

7. ‘भगवान के डाकिये’ का एक महादेश से दूसरे महादेश तक जाना किस ओर संकेत करता है?

(क) वे नदी-नाले आसानी से पार कर लेते हैं

(ख) उन्हें अपना कर्त्तव्य पूरा करना पड़ता है

(ग) वे इंसान द्वारा बनाई सीमा में बँधकर काम नहीं करते

(घ) उन्हें कहीं भी आना-जाना अच्छा लगता है

► (ग) वे इंसान द्वारा बनाई सीमा में बँधकर काम नहीं करते

8. भगवान के डाकिये’ कविता के आधार पर बताइए कि निम्नलिखित में से कौन अधिक समझदार है?

(क) मनुष्य

(ख) पक्षी

(ग) पेड़-पौधे, पानी, पहाड़

(घ) बादल और आकाश

► (ग) पेड़-पौधे, पानी, पहाड़

9. एक देश की धरती दूसरे देश की धरती को निम्नलिखित में से क्या भेजती है?

(क) धूल    

(ख) फल

(ग) फूल    

(घ) सुगंध

► (घ) सुगंध

10. इनके संदेश को कौन पढ़ सकते हैं?

(क) संसार में रहने वाले सभी लोग

(ख) सभी बुद्धिमान व्यक्ति

(ग) सभी जीव जंतु

(घ) पेड़, पौधे, सरोवर-सरिताएँ, समुद्र व पर्वत यानी प्रकृति

► (घ) पेड़, पौधे, सरोवर-सरिताएँ, समुद्र व पर्वत यानी प्रकृति

भगवान के डाकिए  प्रश्न अभ्यास (महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर )

प्र॰1 कवि ने पक्षी और बादल को भगवान के डाकिए क्यों बताया है? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर – कवि ने पक्षी और बादल को भगवान् के डाकिए इसलिय माना है क्योंकि ये संदेशो को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुचाने में सहायता करते हैं। बादल शीतलता का सन्देश देते हैं और पक्षी अपने पंखो पर सुगन्धित वायु को लेकर एक देश से दूसरे देश जाते हैं।

प्र॰2 पक्षी और बादल द्वारा लाई गई चिट्ठियों को कौन-कौन पढ़ पाते हैं? सोचकर लिखिए।

उत्तर – पक्षी और बादल द्वारा लाई गई चिटिठयॉँ पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ ही पढ़ पाते हैं, वही उनकी भाषा को समझ पाते हैं।

प्र॰3 इन पंक्तियों का क्या भाव है-

क. पक्षी और बादल प्रेम, सद्भाव और एकता का संदेश एक

देश से दूसरे देश को भेजते हैं।

ख. प्रकृति देश-देश में भेदभाव नहीं करती। एक देश से उठा

बादल दूसरे देश में बरस जाता है।

उत्तर –

क: पक्षी और बादल भगवान के डाकिए हैं वे एक महादेश से दूसरे महादेश को जाते हैं।

ख: प्रकृति एक देश से दूसरे देश में भेद-भाव नहीं करती इसिलिए एक देश का भाप दूसरे देश में पानी बनकर बरसता है।

प्र॰4 पक्षी और बादल की चिट्ठियों में पेडे़-पौधे, पानी और पहाड़ क्या पढ़ पाते हैं?

उत्तर – हाँ, पढ़ पाते हैं। भगवान पूरे विश्व को एक मानकर अपना प्रेम सभी में बराबर बाँटते हैं। उनका ये प्रेम बादलों द्वारा पानी के रूप में धरती पर आता है। जो पढ़ पौधों में जीवन भरता है। इसे ही पेड़-पौधे पानी और पहाड़ पढ़ते हैं।

प्र॰5 “एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है’’- कथन का भाव स्पष्ट कीजिए।

उत्तर – “एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है”, से कवि का भाव यही कि एक देश की धरती दूसरे देश को प्यार और सौहार्द भेजती है। यहाँ ‘सुगंध’ भाईचारे का प्रतीक है और ‘गंध’ प्यार का।

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Chapter 5 चिठ्ठियों की अनूठी दुनिया mcqs & important questions | class 8th hindi vasant

MCQ Questions for Class 8 Hindi: Ch 5 चिट्ठियों की अनूठी दुनिया Vasant

1. पत्रों की आवाजाही प्रभावित होने का कारण क्या है?

(क) संचार के साधनो का बढ़ जाना    

(ख) संचार के साधनो का घट जाना

(ग) डाकियों की कमी हो जाना    

(घ) लोगों की रुचि घट जाना

► (क) संचार के साधनो का बढ़ जाना    

2. परिवहन के साधनो के विकास का पत्रों की दुनिया पर क्या असर हुआ है?

(क) पत्र जल्दी और सुगमता से मिलने लगे हैं    

(ख) पत्र विलंब से मिलने लगे हैं

(ग) पत्र कठिनाई से मिलने लगे हैं    

(घ) पत्र कम लिखे जाने लगे हैं

► (क) पत्र जल्दी और सुगमता से मिलने लगे हैं    

3. पत्र जो काम कर सकते हैं उसे संचार के …………. साधन नहीं कर सकते।

(क) प्राचीनतम

(ख) आधुनिकतम

(ग) पुरातन

(घ) व्यस्ततम

► (ग) पुरातन

4. पत्र-संस्कृति विकसित करने के लिए पत्र-लेखन निम्नलिखित में से कहाँ शामिल किया गया है?

(क) विश्वविदयालयी पाठ्यक्रम में

(ख) पत्राचार पाठ्यक्रम में

(ग) मुक्त विदयालयी पाठ्यक्रम में

(घ) स्कूली पाठ्यक्रम में

► (घ) स्कूली पाठ्यक्रम में

5. पत्रों की दुनिया को अजीबो-गरीब क्यों कहा गया है?

(क) उनकी उपयोगिता बढ़ जाने के कारण    

(ख) उनकी उपयोगिता घट जाने के कारण

(ग) हमेशा से उपयोगी बने रहने के कारण

(घ) वर्तमान में अधिक उपयोगी होने के कारण

► (ग) हमेशा से उपयोगी बने रहने के कारण

6. वर्तमान में चिट्ठी-पत्री की क्या स्थिति है?

(क) इनकी लोकप्रियता समाप्त हो गई है    

(ख) इनकी लोकप्रियता में उछाल आया है

(ग) इनकी लोकप्रियता बनी हुई है    

(घ) इनकी लोकप्रियता संचार के अन्य साधनो से अधिक है   

► (ग) इनकी लोकप्रियता बनी हुई है    

7. एसoएमoएसo पत्र के समान …………. नहीं दे सकते।

(क) हानि        

(ख) लाभ

(ग) संतोष        

(घ) असंतोष

► (ग) संतोष        

8. ‘पर अब वह बात नहीं’ में कौन-सी बात कही गई है?

(क) पत्रों की घटती संख्या की बात    

(ख) संचार के बढ़ते साधनो की बात

(ग) संदेशों के लिए अधिक इंतजार न करने की बात

(घ) संदेशों के लिए इंतजा​र बढ़ने की बात

► (ग) संदेशों के लिए अधिक इंतजार न करने की बात

9. सैनिक पत्रों की प्रतीक्षा अधिक उत्सुकता से क्यों करते हैं?

(क) संचार की दुनिया विकसित होने से    

(ख) दुर्गम क्षेत्रों में पत्र ही एकमात्रा साधन होने से

(ग) संचार के अन्य साधनो की अज्ञानता से    

(घ) अन्य साधनो के बहुत महँगा होने से

► (ख) दुर्गम क्षेत्रों में पत्र ही एकमात्रा साधन होने से

10. संचार के आधुनिक साधन कौन-कौन-से हैं?

(क) रेलवे और तार    

(ख) तार और हरकारे

(ग) हरकारे और तेज दौड़नेवाले घोड़े    

(घ) वायरलेस, रेडार और टेलीफोन

► (घ) वायरलेस, रेडार और टेलीफोन

11. प्राचीन समय में संदेशों का आदान-प्रदान किनके द्वारा किया जाता था?

(क) हरकारों द्वारा

(ख) तेज दौड़नेवाले घोड़ों द्वारा

(ग) तार द्वारा    

(घ) (क) और (ख) द्वारा

► (घ) (क) और (ख) द्वारा

12. पत्रों ने किन-किन क्षेत्रों को प्रभावित किया है?

(क) राजनीति के क्षेत्र को            

(ख) कला के क्षेत्र को

(ग) साहित्य के क्षेत्र को            

(घ) उपर्युक्त सभी

► (घ) उपर्युक्त सभी

13. देहाती दुनिया और पत्र परस्पर जुड़े हैं, क्यों?

(क) डाकियों की अधिकता   

(ख) लोगों को संचार के साधनो का ज्ञान न होना

(ग) लोगों का पत्रों से मोह बना रहना    

(घ) संचार के साधनो का विकास न होना

► (घ) संचार के साधनो का विकास न होना

14. नेहरू जी द्वारा लिखे गए पत्र आज भी-

(क) शिक्षा देते हैं    

(ख) प्रेरणा देते हैं

(ग) पथ-प्रदर्शन करते हैं    

(घ) आंदोलन की याद दिलाते हैं

► (ख) प्रेरणा देते हैं

15. संचार के आधुनिकतम साधनों के बीच किस प्रकार के पत्रों की संख्या बढ़ी है?

(क) व्यापारिक पत्रों की

(ख) पारिवारिक पत्रों की

(ग) कार्यालयी पत्रों की

(घ) व्यक्तिगत पत्रों की

► (क) व्यापारिक पत्रों की

16. पहिये के आविष्कार ने पत्रों की दुनिया को वैफसे प्रभावित किया?

(क) हरकारों का काम बढ़ा दिया

(ख) पत्र जल्दी पहुँचने लगे

(ग) पत्र कम लिखे जाने लगे    

(घ) उपर्युक्त सभी
► (ख) पत्र जल्दी पहुँचने लगे

17. संचार के साधनो के बीच भी किस प्रकार के पत्रों की संख्या बढ़ी है?

(क) राजनीतिक पत्र    

(ख) सामाजिक पत्र    

(ग) व्यापारिक पत्र    

(घ) पारिवारिक पत्र

► (ग) व्यापारिक पत्र    

18. ‘पत्रों की आवाजाही प्रभावित होने’ का आशय क्या है?

(क) पत्रों की संख्या बढ़ जाना    

(ख) पत्रों की संख्या कम हो जाना

(ग) पत्रों की संख्या ज्यों की त्यों रहना    

(घ) पत्रों का आना-जाना बंद हो जाना

► (ख) पत्रों की संख्या कम हो जाना

19. निम्नलिखित में से कौन-से लेखक नए लेखकों को प्रेरक जवाब देते थे?

(क) जयशंकर प्रसाद    

(ख) प्रेमचंद

(ग) रामचंद्र शुक्ल

(घ) शरतचंद

► (ख) प्रेमचंद

20. गाँवों में डाकिये को क्या समझा जाता है?

(क) देवदूत    

(ख) यमदूत

(ग) रामदूत    

(घ) राजदूत

► (क) देवदूत    

21. पत्र व्यवहार का असली विकास कब हुआ?

(क) प्राचीन काल में    

(ख) मध्यकाल में

(ग) अंग्रेज़ी शासनकाल में    

(घ) आजादी मिलने के बाद

► (घ) आजादी मिलने के बाद

22. पत्र और एसoएमoएसo संदेशों में क्या अंतर है?

(क) पत्र के संदेश महँगे होते हैं    

(ख) पत्र के संदेश जल्दी मिलते हैं

(ग) एसoएमoएसo अधिक लंबे तथा विस्तृत होते हैं

(घ) पत्र के संदेशों को सँभालकर रखा जा सकता है

► (घ) पत्र के संदेशों को सँभालकर रखा जा सकता है

चिट्ठियों की अनूठी दुनिया प्रश्न अभ्यास (महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर )

प्र॰1 पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता?

उत्तर – पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश नही दे सकता क्योंकि पत्र जो काम कर सकते हैं, वह नये जमाने के संचार के साधन नहीं कर सकते। पत्र एक नया सिलसिला शुरू करते हैं और राजनीति, साहित्य तथा कला के क्षेत्रों में तमाम विवाद और नयी घटनाओं की जड़ भी पत्र ही होते हैं। दुनिया का तमाम साहित्य पत्रों पर केंद्रित है और मानव सभ्यता के विकास में इन पत्रों ने अनूठी भूमिका निभाई है।

प्र॰2 पत्र को खत, कागद, उत्तरम्, जाबू, लेख, कडिद, पाती, चिट्ठी इत्यादि कहा जाता है। इन शब्दों से संबंधित भाषाओं के नाम बताइए।

उत्तर – पत्र को उर्दू में खत और चिट्ठी, सस्ंकृत में पत्र, कन्नड़ में कागद, तेलुगु में उत्तरम्, जाबू और लेख, हिंदी में पाती तथा तमिल में कडिद कहा जाता है।

प्र॰3 पत्र लेखन की कला के विकास के लिए क्या-क्या प्रयास हुए? लिखिए।

उत्तर – पत्र लेखन की कला के विकास के लिए निम्न प्रयास हुए। डाक व्यवस्था के सुधार के साथ पत्रों को सही दिशा देने के लिए विशेष प्रयास किए गए। पत्र संस्कृति विकसित करने के लिए स्कूली पाठ्यक्रमों  में पत्र लेखन का विषय भी शामिल किया गया। विश्व डाक संघ की ओर से 16 वर्ष से कम आयवुर्ग के बच्चों के लिए पत्र लेखन प्रतियोगिताएँ आयोजित करने का सिलसिला सन् 1972 से शुरू किया गया।

प्र॰4- पत्र धरोहर हो सकते हैं लेकिन एसएमएस क्यों नहीं? तर्क सहित अपना विचार लिखिए।

उत्तर – आज देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो अपने पुरखों की चिट्ठियों को सहेज और सँजोकर विरासत के रूप में रखे हुए हों, पत्रों को तो आप सहजेकर रख लेते हैं पर एसएमएस सदेंषां को आप जल्दी ही भूल जाते हैं। कितने संदेशों को आप सहेजकर रख सकते हैं? तमाम महान हस्तियों की तो सबसे बड़ी धरोहर उनके द्वारा लिखे गए पत्र ही हैं। भारत में इस श्रेणी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सबसे आगे रखा जा सकता है। दुनिया के तमाम संग्रहालय में जानी मानी हस्तियों के पत्रों का अनूठा संकलन भी हैं। इसलिए कहा जाता है कि पत्र धरोहर हो सकते हैं लेकिन एसएमएस नहीं।

प्र॰5 क्या चिट्ठियों की जगह कभी फैक्स, ई-मेल, टेलीफोन तथा मोबाइल ले सकते हैं?

उत्तर – चिट्ठियों की जगह कभी फैक्सए ई-मेलए टेलीफ़ोन तथा मोबाइल नहीं ले सकते है क्योंकि यह सब वैज्ञानिक युग के हैंए जो मानव के लिए बहुत महत्त्व रखते है परन्तु ये कभी भी पत्रों का स्थान नहीं ले सकते।
जितना प्रेम और अपनापन हमे पत्रों में लिखित एक-एक शब्द द्वारा मिलता है वह इन विकसित संचार साधनो द्वारा नहीं। इसलिए ये कभी भी चिट्ठियों का स्थान नहीं ले सकते।

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Chapter 4 दीवानों की हस्ती  mcqs & important questions | class 8th hindi vasant

MCQ Questions for Class 8 Hindi: Ch 4 दीवानों की हस्ती Vasant

1. ‘दीवानों की हस्ती’ पाठ की रचना निम्नलिखित में से किसके द्वारा की गई है?

(क) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’

(ख) भगवतीचरण वर्मा

(ग) रामधारी सिंह ‘दिनकर’

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ख) भगवतीचरण वर्मा

2. बलि-वीरों के मन में बलि होने की चाहत किसके लिए है?

(क) परिवार के लिए

(ख) राज्य के लिए

(ग) देश के लिए

(घ) अपने-आप के लिए

► (ग) देश के लिए

3. मस्ती-भरा जीवन जीनेवाले दीवाने, लोगों के बीच क्या बनकर आते हैं?

(क) आदर्श

(ख) शोक

(ग) मेहमान

(घ) उल्लास

► (घ) उल्लास

4. दीवानों के लिए निम्नलिखित कथनो में से सत्य क्या है?

(क) वे लोगों में खुशियाँ बाँटते हैं

(ख) वे लोगों में धन बाँटते हैं

(ग) वे लोगों में धर्म का प्रचार करते हैं

(घ) वे लोगों से धन माँगते हैं

► (क) वे लोगों में खुशियाँ बाँटते हैं    

5. दीवाने अपनी असफलता की निशानी किस पर लेकर चले?

(क) सिर    

(ख) उर

(ग) पीठ    

(घ) हाथ

► (ख) उर

6. दीवाने जब एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं तो उनकेे साथ निम्नलिखित में से क्या होता है?

(क) उनको सुरक्षा देनेवाला दल    

(ख) पुलिस का दल

(ग) मस्ती का आलम

(घ) चिंता के बादल

► (ग) मस्ती का आलम

7. दीवानों ने रुकनेवालों के लिए क्या कामना व्यक्त की है?

(क) फरियाद रहें    

(ख) बर्बांद रहें    

(ग) चालबाज रहें    

(घ) आबाद रहें

► (घ) आबाद रहें

8. कवि ने ‘दीवानों की हस्ती’ पाठ में संसार को निम्नलिखित में से क्या कहा है?

(क) दुखों का सागर            

(ख) सुखों का घर

(ग) भिखमंगों की दुनिया    

(घ) स्वर्ग से भी सुंदर

► (ग) भिखमंगों की दुनिया    

9. दीवानों को क्या पछतावा है?

(क) भिखमंगे बनने का

(ख) स्वच्छंद प्यार लुटाने का

(ग) लोगों को मस्त न बना पाने का

(घ) कोई नहीं

► (ग) लोगों को मस्त न बना पाने का

10. दीवानों ने अभावग्रस्त और खुशियों से वंचित लोगों में अपना प्यार किस तरह लुटाया?

(क) स्वच्छंद रूप में

(ख) सुगंध के रूप में

(ग) प्रतिबंध के रूप में

(घ) आनंद के रूप में

► (क) स्वच्छंद रूप में

11. बेफ़िक्री का जीवन जीनेवालों ने इस संसार से क्या लिया?

(क) दुख-दर्द    

(ख) समय

(ग) धन

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (क) दुख-दर्द    

12. ‘छककर सुख-दुख के घूँटों को / हम एक भाव से पिए चले’ का  आशय निम्नलिखित में से क्या है?

(क) वे सुख-दुख को मिलाकर पी जाते हैं

(ख) वे सुख में बहुत खुश तथा दुख में बहुत दुखी होते हैं

(ग) वे सुख-दुख अपने पास आने ही नहीं देते

(घ) वे सुख-दुख को समान भाव से ग्रहण करते हैं।

► (घ) वे सुख-दुख को समान भाव से ग्रहण करते हैं।

दीवानों की हस्ती प्रश्न-अभ्यास (महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर )

प्र॰1 कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ और जाने को ‘आँसू बन कर बह जाना’ क्यों कहा है?

उत्तर – कवि खुद के आने को उल्लास इसलिए कहते हैं क्योंकि वे जहाँ भी जाते हैं खुशियाँ फैलाते हैं तथा अपने जाने को आंसू बनकर बह जाना इसलिए कहते हैं क्योंकि इतनी खुशियों के बाद जब वो जाते हैं तो उनकी याद में लोगों को आँसू आने लगते हैं।

प्र॰2 भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटाने वाला कवि ऐसा क्यों कहता है कि वह अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहा है? क्या वह निराश है या प्रसन्न है?

उत्तर – कवि प्रेम की दौलत संसार में लुटाता है। इतना प्रेम होने पर भी वह अपने को असफल इसलिए कहता है क्योंकि वह कभी सांसारिक व्यक्ति नहीं बन पाया। यही असफलता उसके ह्रदय में एक निशाँ की तरह चुभती है। किन्तु वो निराश नहीं है वह प्रसन्न है क्योंकि यह रास्ता उसने खुद चुना है और वह इसके लिए किसी को दोषी भी नहीं ठहराता है।

प्र॰3 कविता में ऐसी कौन-सी बात है जो आपको सब से अच्छी लगी?

उत्तर – इस कविता में कवि का अपने ढंग से अपना जीवन जीना तथा चारों ओर प्यार और खुशियाँ बाँटना सबसे अच्छा लगा। कवि अपने जीवन की असफलता के लिए किसी अन्य को दोषी नहीं ठहराता यह भी अच्छा लगा।

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Chapter 3 बस की यात्रा mcqs & important questions | class 8th hindi vasant

MCQ Questions for Class 8 Hindi: Ch 3 बस की यात्रा Vasant

1. डाॅक्टर मित्र के कथन में कौन-सा भाव छिपा था?​

(क) आदर का    

(ख) सहानुभूति का    

(ग) दयालुता का    

(घ) व्यंग्य का

► (घ) व्यंग्य का

2. लेखक और उसके मित्र दुविधा में क्यों थे?​

(क) बस की दयनीय दशा देखकर    

(ख) सड़क की दयनीय दशा देखकर

(ग) ड्राइवर की बातें सुनकर        

(घ) बस की सुंदरता देख

► (क) बस की दयनीय दशा देखकर    

3. लेखक को इंजन के भीतर बैठने का अनुभव क्यों हो रहा था?​

(क) सर्दी के कारण            

(ख) शोर एवं कंपन के कारण

(ग) ड्राइवर की निकटता के कारण    

(घ) मित्रों के साथ गपशप के कारण

► (ख) शोर एवं कंपन के कारण

4. बस को किससे अधिक विश्वसनीय बताया जा रहा था?​

(क) वृद्ध महिला से    

(ख) नई सुंदर बसों से    

(ग) अन्य पुरानी बसों से    

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ख) नई सुंदर बसों से    

5. कंपनी के हिस्सेदार पर लेखक की श्रद्धा क्यों जाग उठी?

(क) बस की दशा न सुध्रवाने के कारण

(ख) बस की परेशानियों में साथ देने के कारण

(ग) लेखक के साथ यात्रा करने के कारण

(घ) प्राणोें का मोह त्यागकर ऐसी बस में यात्रा करने के कारण

► (घ) प्राणोें का मोह त्यागकर ऐसी बस में यात्रा करने के कारण

6. लेखक और उनके मित्र  चार बजे की बस क्यों पकड़ना चाहते थे?

(क) सतना की ट्रेन पकड़ने के लिए    

(ख) जबलपुर की ट्रेन पकड़ने के लिए

(ग) पन्ना की ट्रेन पकड़ने के लिए    

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ख) जबलपुर की ट्रेन पकड़ने के लिए

7. लोगों ने शाम की बस से यात्रा न करने की सलाह क्यों दी?​

(क) इससे लुटने का भय रहता है    

(ख) इस पर बहुत भीड़ होती है

(ग) शाम को यात्राी कम हो जाते हैं    

(घ) बस कहाँ खराब हो जाए, वुफछ पता नहीं

► (घ) बस कहाँ खराब हो जाए, वुफछ पता नहीं

8. पुलिया पर बस क्यों रुक गई?

(क) अधिक भार (वजन) होने के कारण    

(ख) पुलिया उँची होने के कारण

(ग) टायर फट जाने के कारण    

(घ) इंजन खराब हो जाने के कारण

► (ग) टायर फट जाने के कारण    

9. बस की तुलना किससे की गई है?​

(क) देवी से    

(ख) युवा महिला से

(ग) देवता से    

(घ) वृद्ध् महिला से

► (घ) वृद्ध् महिला से

10. ‘बस सदियों के अनुभव के निशान लिए हुए थी’ का क्या आशय है?​

(क) बस दूर-दूर की यात्रा कर चुकी थी        

(ख) बस का कंडक्टर बहुत अनुभवी था

(ग) बस का ड्राइवर बहुत अनुभवी था

(घ) बस बहुत पुरानी तथा टूटी-फूटी थी

► (क) बस दूर-दूर की यात्रा कर चुकी थी        

11. बस को देखकर लेखक के मन में श्रद्धा क्यों उमड़ पड़ी?

(क) बस की सुंदरता के कारण    

(ख) बस अत्यंत पुरानी होने के कारण    

(ग) बस की नवीनता के कारण

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ख) बस अत्यंत पुरानी होने के कारण    

12. लेखक पेड़ों को अपना दुश्मन क्यों समझ रहा था?

(क) हरे-भरे न होने के कारण    

(ख) रास्ते में अवरोध् बनने के कारण

(ग) छायादार न होने के कारण    

(घ) पेड़ों से बस टकराने के भय के कारण

► (घ) पेड़ों से बस टकराने के भय के कारण

13. बस की रफ्तार के बारे में लेखक ने क्या बताया है?​

(क) बढ़ रही थी            

(ख) कम होती जा रही थी

(ग) ज्यों-की-त्यों थी            

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ख) कम होती जा रही थी

14. लेखक और उसके साथियों को कहाँ जाना था?

(क) जबलपुर    

(ख) सतना    

(ग) पटना    

(घ) पन्ना

► (ख) सतना    

15. ‘इंजन सचमुच स्टार्ट हो गया’-ऐसा क्यों कहा गया है?

(क) बस की सुन्दर स्थिति के कारण    

(ख) ड्राइवर की दशा के कारण

(ग) बस की दशा और पहली बार में ही स्टार्ट होने के कारण

(घ) बस देखकर लगता नहीं था कि यह स्टार्ट होगी

► (घ) बस देखकर लगता नहीं था कि यह स्टार्ट होगी

16. किसके साहस और बलिदान की भावना का दुरुपयोग हो रहा था?

(क) कंपनी के हिस्सेदार की

(ख) बस ड्राइवर की

(ग) कंडक्टर की

(घ) यात्रियों की

► (क) कंपनी के हिस्सेदार की

बस की यात्रा प्रश्न अभ्यास (महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर )

प्र॰1 “मैंने उस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ़ पहली बार श्रद्धाभाव से देखा।” लेखक के मन में हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा क्यों जग गई?

उत्तर- लेखक के मन में हिस्सेदार के प्रति श्रद्धाभाव इसलिए जगी क्योंकि वह थोड़े से पैसे बचाने के चक्कर में बस का टायर नहीं बदलवा रहा था और अपने साथ-साथ यात्रियों की जान भी जोखिम में डाल रहा था इसलिए लेखक ने श्रद्धाभाव कहकर उसपर व्यंग किया है।

प्र॰2 “लोगों ने सलाह दी कि समझदार आदमी इस शाम वाली बस से सफर नहीं करते।” लोगों ने यह सलाह क्यों दी?

उत्तर- लोगों ने लेखक को शाम वाली बस में सफर न करने की सलाह उसकी जीर्ण-शीर्ण हालत को देखकर दी। यदि रात में वह कहीं खराब हो गई तो परेशानी होगी। लोगो ने इस बस को डाकिन भी कहा।

प्र॰3 “ऐसा जैसे सारी बस ही इंजन है और हम इंजन के भीतर बैठे हैं।” लेखक को ऐसा क्यों लगा?

उत्तर- सारी बस लेखक को इंजन इसलिए लगी क्योंकि पूरी बस में इंजन की आवाज़ गूंज रही थी।

प्र॰4 “गज़ब हो गया। ऐसी बस अपने आप चलती है।” लेखक को यह सुनकर हैरानी क्यों हुई?

उत्तर- लेखक को इस बात पर हैरानी हुई की इतनी टूटी-फूटी बस कैसे चल सकती है। वे यह मानते हैं कि इस बस को कौन चला सकता है। यह तो स्वयं ही चल सकती है।

प्र॰5 “मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था।” लेखक पेड़ों को दुश्मन क्यों समझ रहा था?

उत्तर- लेखक को बहुत डर लग रहा था। उन्हें ऐसा लग रहा था कि बस अभी किसी पेड़ से टकरा जाएगी और वो लोग जख्मी हो जायेंगे। इसलिए वे पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहे थे।

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Chapter 2 लाख की चूड़ियाँ mcqs & important questions | class 8th hindi vasant

MCQ Questions for Class 8 Hindi: Ch 2 लाख की चूड़ियाँ Vasant

1. बदलू का पैतृक पेशा क्या था?

(क) काँच की चूड़ियाँ बनाना    

(ख) लाख की चूड़ियाँ बनाना

(ग) पैसों के बदले चूड़ियाँ बेचना    

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ख) लाख की चूड़ियाँ बनाना

2. पिता की बदली होने का लेखक पर क्या प्रभाव पड़ा?        

(क) वह उदास हो गया

(ख) वह मामा के घर न जा सका

(ग) उसे नए मित्र मिले

(घ) मामा का घर नशदीक हो गया

► (ख) वह मामा के घर न जा सका

3.  गोलियों के बारे में कौन-सा कथन असत्य है?

(क) वे सुंदर थीं    

(ख) वे रंग-बिरंगी थीं

(ग) वे मन को अच्छी लगती थीं    

(घ) वे बहुत महँगी थीं

► (घ) वे बहुत महँगी थीं

4. लेखक अपने मामा के घर एक-आध् महीने ही रह पाता था, क्यों?    

(क) गर्मी बीत जाने के कारण    

(ख) पिता द्वारा वापस बुला लेने के कारण            

(ग) स्कूल  खुल जाने के कारण    

(घ) मन न लग पाने के कारण

► (ग) स्कूल  खुल जाने के कारण    

5. बदलते समय में लेखक ने गाँव में क्या परिवर्तन देखा?        

(क) गाँव में काफी स्कूल खुल गए थे

(ख) औरतों ने लाख की चूड़ियाँ पहनना बंद कर दिया था

(ग) बदलू बदल गया था

(घ) बच्चों के हाथ में लाख की गोलियाँ थीं

► (ख) औरतों ने लाख की चूड़ियाँ पहनना बंद कर दिया था

6. बदलू कहाँ का रहनेवाला था?

(क) लेखक के गाँव का    

(ख) लेखक के पड़ोस के गाँव का        

(ग) लेखक के मामा के गाँव का    

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ग) लेखक के मामा के गाँव का    

7. बदलू के मकान के सामने किसका पेड़ था?

(क) नीम का    

(ख) आम का      

(ग) पीपल का    

(घ) जामुन का ​
► (क) नीम का    

8. बदलू एक दिन में कितने जोड़े चूडिय़ाँ बना लेता था?

(क) छह-आठ  

(ख) दस-बारह     

(ग) आठ-दस  

(घ) चार-छह

► (घ) चार-छह

9. नम्नलिखित में से किस अवसर पर वह जिद पकड़ लेता था?

(क) चूड़ियाँ बेचते समय 

(ख) शादी-विवाह के अवसर पर

(ग) पुत्र-जन्म के समय 

(घ) अपनी चूडिय़ों की बुराई के अवसर पर

► (ख) शादी-विवाह के अवसर पर

10. आठ-दस वर्षों बाद लेखक की रुचि में क्या बदलाव आ गया था?

(क) मामा के घर जाने में अरुचि    

(ख) बदलू में अरुचि            

(ग) लाख की गोलियों में अरुचि    

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ग) लाख की गोलियों में अरुचि    

11. बदलू ने शमींदार को चूड़ियों का जोड़ा क्यों नहीं दिया?        

(क) सुंदर न होने के कारण    

(ख) अपनी बेटी को देने के कारण            

(ग) दाम अधिक पाने के कारण    

(घ) कम दाम पाने के कारण

► (घ) कम दाम पाने के कारण

12. लेखक बदलू से अध्कितर कब मिलता था?

(क) रात के समय  

(ख) सवेरे के समय

(ग) शाम के समय  

(घ) दोपहर के समय

► (घ) दोपहर के समय

13. लंबे समय बाद लेखक अपने मामा के गाँव गया और बदलू से मिलने चला गया। बदलू ने उससे  कितने दिन पहले गाय बेचने की बात बताई ?

(क) चार साल पहले    

(ख) एक साल पहले

(ग) दो साल पहले            ​  

(घ) तीन साल पहले

► (ग) दो साल पहले            ​  

14. रज्जो कौन थी?            

(क) लेखक के मामा की लड़की    

(ख) लेखक के पड़ोसी की लड़की            

(ग) बदलू की लड़की    

(घ) बदलू की भतीजी

► (ग) बदलू की लड़की    

16. लेखक द्वारा बदलू के लिए मचिया मँगवाने से किस भाव की पुष्टि होती है?

(क) दयालुता के भाव की  

(ख) समानता के भाव की

(ग) सहानुभूति के भाव की  

(घ) सम्मान देने के भाव की

►(घ) सम्मान देने के भाव की

17. जमींदार कितने पैसे देकर चूडिय़ों का जोड़ा खरीदना चाहता था?

(क) आठ आने  

(ख) सोलह आने      

(ग) बारह आने  

(घ) दस आने

►(घ) दस आने

18. बदलू लेखक को क्या खिलाता था ? 

(क) दही    

(ख) लस्सी

(ग) मलाई

(घ) पनीर

► (ग) मलाई

लाख की चूड़ियाँ important Question Answers NCERT SOLUTIONS Class 8 Hindi Chapter 2

प्र॰1 बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से क्यों जाता था और बदलू को ‘बदलू मामा’ न कहकर ‘बदलू काका’ क्यों कहता था?

उत्तर- बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से इसलिय जाता था क्योंकि वहाँ बदलू उसे लाख की गोलियाँ बनाकर देता था। जो उसे पसंद थी। लेखक उसे “बदलू मामा” न कहकर “बदलू काका” इसलिए कहता था क्योंकि गाँव के सभी बच्चें उसे “बदलू काका”कहते थे।

प्र॰2 वस्तु-विनिमय क्या है? विनिमय की प्रचलित पद्धति क्या है?

उत्तर – वस्तु विनियम एक पुरानी व्यापार पध्दति है। जिसमें वस्तु के बदले वस्तु दी जाती है। पुराने समय में के वस्तु बदले पैसे का लेनदेन नहीं होता था। आधुनिक व्यापार पध्दति में वस्तु के बदले धन का लेनदेन होता है।

प्र॰3 ‘मशीनी युग ने कितने हाथ काट दिए हैं।’-इस पंक्ति में लेखक ने किस व्यथा की ओर संकेत किया है?

उत्तर – मशीनीकरण के कारण हस्तशिल्प पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। मशीनों के आ जाने से कई लोगों की आमदनी साधन न रहा। लोग बेरोज़गार हो गए हैं। बढ़ गई है। पैतृक व्यवसाय बंद हो गया है। ऊपर लिखी गई पंक्ति बदलू की दशा की ओर संकेत करती है। लाख की चूड़ियों का व्यवसाय बंद हो गया। इसका उसके जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ा है। उसकी आर्थिक स्थिति और स्वास्थ बिगड़ गया।

प्र॰4 बदलू के मन में ऐसी कौन-सी व्यथा थी जो लेखक से छिपी न रह सकी।

उत्तर – मशीनीकरण के आने तथा काँच की चूड़ियों के प्रचलन एवं गाँव में औरतों के काँच की चूड़ियों के पहनने के कारण बदलू का व्यवसाय बिल्कुल बंद हो गया था। उसकी आर्थिक स्थिति भी ख़राब हो गई थी। अपना पैतृक काम खो देने की व्यथा लेखक से छिपी नसकी।

प्र॰5 मशीनी युग से बदलू के जीवन में क्या बदलाव आया?

उत्तर – मशीनी युग के कारण बदलू का सुखी जीवन दुख में बदल गया था। गाँव की सारी औरतें काँच की चूड़ियाँ पहनने लगी थी। बदलू की कला को अब कोई नहीं पूछता था। उसकी चूड़ियों की माँग अब नहीं रही थी। इसी कारण शादी-ब्याह से मिलने वाला अनाज, कपड़े तथा अन्य उपहार उसे नहीं मिलते थे। उसकी आर्थिक हालत बिगड़ गई जिससे उसके स्वास्थ पर भी बुरा असर पड़ा था।

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Chapter 12 राम का राज्याभिषेक Class 6 Summary| hindi bal ram katha | ncert solution | edugrown

राम का राज्याभिषेक सार NCERT Class 6th Hindi

विभीषण चाहते थे कि राम कुछ दिन नई लंका में रुककर विश्राम करें लेकिन राम चौदह वर्ष पूरे होने पर अयोध्या पहुँचना चाहते थे क्योंकि उनके न पहुँचने पर भरत ने प्राण दे देने की प्रतिज्ञा की हुई थी। विभीषण ने एक प्रस्ताव रखा कि वह भी अयोध्या में राज्याभिषेक देखना चाहते हैं। राम ने उनका आग्रह स्वीकार किया। वे पुष्पक विमान पर सवार होकर चले। किष्किन्धा में सुग्रीव की रानियाँ भी विमान में सवार हुईं। राम सीता को मार्ग में पड़ने वाले प्रमुख स्थानों के बारे में बता रहे थे| उनका विमान गंगा-यमुना के संगम पर स्थित ऋषि भारद्वाज के आश्रम के पास उतरा। उनके आश्रम में सबने रात बिताई|

राम का राज्याभिषेक सार NCERT Class 6th Hindi

अयोध्या जाने से पूर्व राम ने हनुमान को अयोध्या भेजा। वे हनुमान द्वारा अयोध्या का हाल जानना चाहते थे। वे भरत का मन जानना चाहते थे कि कहीं इन चौदह वर्षों में भरत को सत्ता का मोह तो नहीं हो गया? हनुमान वायु वेग़ से उड़कर अयोध्या की ओर चले। उन्होंने मार्ग में निषादराज गुह से मिलकर अयोध्या का हाल पता किया। हनुमान नन्दीग्राम पहुँचकर भरत को राम के आने की सूचना दी। भरत सूचना पाकर प्रसन्न हुए। हनुमान भरत से विदा लेकर राम के पास लौट आए।

अयोध्या में उत्सव की तैयारियाँ होने लगीं। राम का विमान नन्दीग्राम में उतरा। उन्होंने भरत को गले लगाया और माताओं को प्रणाम किया। भरत राम की खड़ाऊँ उठा लाए और राम को पहनाईं। राम-लक्ष्मण और सीता ने नंदीग्राम में ही तपस्वी वस्त्र उतार कर राजसी वस्त्र पहन लिए और अयोध्या नगरी में प्रवेश किया|

राजमहल पहुँचने पर मुनि वशिष्ठ ने कहा कि सुबह राम का राज्याभिषेक होगा| पूरा नगर सजाया गया था| शत्रुघ्न ने राज्याभिषेक की सब तैयारियाँ पहले से ही कर दी थीं। रात के समय समस्त नगर में दीपोत्सव मनाया गया।

अगले दिन मुनि वशिष्ठ ने राम का राजतिलक किया। राम और सीता सोने के रत्नजड़ित सिंहासन पर बैठे तथा लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न उनके पास खड़े थे। हनुमान नीचे बैठ गए। माताओं ने आरती उतारी। सबको उपहार दिए गए। सीता ने अपने गले का हार हनुमान को दिया। धीरे-धीरे सभी अतिथि विदा हो गए तथा ऋषि-मुनि अपने-अपने आश्रमों में चले गए। हनुमान राम की सेवा में ही रहे। राम ने लंबे समय तक राज्य किया। उनके राज्य में किसी को कष्ट नहीं हुआ|
शब्दार्थ –

• सान्निध्य – साथ रहना
• अनुरोध – प्रार्थना
• कोषागार – खजाना
• सेतुबंध – पुल
• शिरोमणि – सरताज
• भव्य – शानदार

• जयघोष – जय-जयकार के नारे
• बाना – वस्त्र
• आह्लादित – प्रसन्न
• विरत – अलग
• सुवासित – सुगन्धित
• झंकृत – मधुर ध्वनि से युक्त
• मंगलाचार – मंगल गीत
• याण – जाना
• स्मृतियाँ – यादें

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Chapter 11 लंका विजय Class 6 Summary| hindi bal ram katha | ncert solution | edugrown

लंका विजय सार NCERT Class 6th Hindi

लंका पर आक्रमण करने के लिए वानरसेना किष्किंधा से दहाड़ती, गरजती किलकारियाँ भरती रवाना हुई। समुद्र के किनारे महेंद्र पर्वत पर आकर सेना ने डेरा डाला। सेना का नेतृत्त्व नल कर रहे थे। सुग्रीव के सेनापति जामवंत व हनुमान सबसे पीछे थे। राम की शक्तियों को लेकर राक्षसों के मन में डर बैठ गया था। राक्षसों को हताशा देखकर विभीषण ने रावण को जाकर समझाया कि वह राम को सीता लौटा दे क्योंकि हताश सेना युद्ध नहीं कर सकती। रावण को इस बात पर क्रोध आ गया और उसने विभीषण को अपना शत्रु बताकर लंका से निकल जाने के लिए कहा।

लंका विजय सार NCERT Class 6th Hindi

विभीषण उसी रात लंका से निकल गए। वे अपने चार सेवकों के साथ समुद्र पार कर राम के शिविर में पहुंच गए और सुग्रीव से कहा कि वे लंका के राजा रावण के छोटे भाई विभीषण हैं और श्री राम की शरण में आए हैं। सुग्रीव विभीषण को राम के पास ले गए। राम ने उनका स्वागत-सत्कार किया। विभीषण ने राम को रावण, लंका और उसकी सेना की जानकारी दी। राम ने उन्हें लंका की राजगद्दी देने का आश्वासन दिया|

राम की सेना के सामने एक बड़ी चुनौती समुद्र थी। समुद्र के कहने पर नल ने समुद्र पर पाँच दिन में पुल बना दिया जिसके द्वारा सारी वानर-सेना समुद्र पार कर लंका के किनारे पहुँच गई। यह खबर सुनकर रावण ने भी अपने सैनिकों को तैयार रहने के आदेश दे दिए|

राम ने अपनी सेना को चार भागों में बाँट कर लंका को घेरने का आदेश दिया| राम ने अंगद को भेजकर सुलह करने का अंतिम प्रयास करने की कोशिश की परन्तु रावण ने इसे ठुकरा दिया|

भयानक युद्ध हुआ। दोनों ओर से अनेक वीर योद्धा मारे गए। मेघनाद ने रावण की ओर से मोर्चा संभाला| उसके बाण से राम और लक्ष्मण मूर्च्छित होकर गिर गए| मेघनाद ने उन्हें मृत समझा और रावण को सूचना देने महल की ओर दौड़ गया। विभीषण के उपचार से राम-लक्ष्मण की मूर्च्छा दूर हो गई।

रावण की सेना के अनेक महाबली मारे गए| ये सुनकर रावण ने कमान संभाल ली| राम के बाणों ने उसका मुकुट धरती पर गिरा दिया| उसने लौटकर कुम्भकर्ण को जगाया| उसे देखकर वानर सेना में खलबली मच गयी| उसने हनुमान और अंगद को घायल कर दिया| राम और लक्ष्मण ने बाणों की वर्षा से कुम्भकर्ण को मार दिया| रावण निराश हो गया|

मेघनाद ने रावण को संभाला| मेघनाद और लक्ष्मण के बीच भीषण युद्ध हुआ| अंत में लक्ष्मण ने महल में मेघनाद को मार गिराया| अकेला बचा रावण युद्ध के लिए निकला विभीषण को राम की सेना में देख रावण उबल पड़ा। उसने विभीषण पर निशाना लगाया। लक्ष्मण ने बाण बीच में ही काट दिया। दूसरा चलाया तो लक्ष्मण बीच में आ गए जिससे वे अचेत हो गए। वैद्य सुषेण को बुलाया गया। हनुमान संजीवनी बूटी लाए। सुग्रीव ने लक्ष्मण के स्वस्थ होने की सूचना राम तक पहुँचाई।

राम-रावण युद्ध भयानक था। रावण का एक बाण राम को लगा उनके रथ की ध्वजा कटकर गिर पड़ी। राम ने प्रहार किया। बाण रावण के मस्तक में लगा। रक्त की धारा बह निकली। रावण के हाथ से धनुष छूट गया। वह पृथ्वी पर गिर पड़ा। मारा गया। बची हई राक्षस सेना जान बचाकर भागी। रणक्षेत्र में केवल विभीषण दु:खी था।राम ने विभीषण को समझाया| विभीषण को लंका का राजा बनाया गया|  सीता को अशोक वाटिका से लाया गया। सीता आई तो सबको अपनी कल्पनाओं से ऊपर सुन्दर सौम्य लगी।

शब्दार्थ –

• कूच – प्रस्थान
• अनभिज्ञ – अनजान
• शुभचिंतक – शुभ चाहने वाले
• विस्मय – हैरानी
• चौतरफा – चारों तरफ से
• वैभव – समृद्धि
• शस्त्रागार – जहाँ शस्त्र रखें जाते हैं
• तुमुलनाद – हर्षयुक्त ध्वनि
• अंत्येष्टि – मरने के बाद होने वाला क्रिया कर्म
• अंक-गोद

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Chapter 10 लंका में हनुमान Class 6 Summary| hindi bal ram katha | ncert solution | edugrown

लंका में हनुमान सार NCERT Class 6th Hindi

जब जामवंत ने हनुमान को उनकी शक्ति याद दिलाई तो पर्वत की चोटी पर खड़े हुए हनुमान ने समुद्र की ओर देखा| हनुमान ने पूर्व दिशा की ओर मुँह करके पिता को प्रणाम किया। उन्होंने पर्वत पर झुककर उसे हाथ-पैर से कसकर दबाया और छलांग लगाई और आकाश में उड़ने लगे। पर्वत के कुछ हिस्से टूट कर गिर गए| पर्वत के नीचे की घाटी में वृक्ष काँप गए, चट्टानें नीचे लुढ़कने लगी, पशु-पक्षी चिल्लाकर भागने लगे, धुआँ उठने लगा परंतु हनुमान वायु की गति से आगे बढ़ते गए। समुद्र के बीच में स्थित मैनाक पर्वत हनुमान को विश्राम देना चाहता था परंतु हनुमान मैनाक से टकराकर निकल गए। रास्ते में राक्षसी सुरसा मिली, वह हनुमान को खाना चाहती थी हनुमान उसके मुँह में घुसकर निकल आए। राक्षसी सिंहिका ने जल में हनुमान की परछाई पकड़ ली तो उन्होंने उसे भी मार डाला।

हनुमान जब सागर पार उतरे तो उन्हें सोने की जगमगाती हुई लंका दिखाई दी। एक पहाड़ी पर खड़े होकर हनुमान ने लंका नगरी को देखा जो उन्हें बहुत खुबसूरत लगी| उन्होंने दिन के समय लंका में प्रवेश करना उचित न समझा और शाम ढलने पर नगरी में प्रवेश किया। वे कूदते-फाँदते राजमहल में पहुँचे परंतु उन्हें वहाँ किसी भी कक्ष में सीता जैसी कोई स्त्री नहीं दिखाई दी। उन्होंने राक्षसों के घर, पशुशालाएँ आदि भी देख लीं परंतु सीता कहीं नहीं थी। रात हो गयी थी| तभी उनका ध्यान अशोक वाटिका की ओर गया। वे निराश होकर एक घने पेड़ में छिपकर बैठ गए और इधर-उधर देखने लगे। वहाँ से उन्हें अट्टाहास सुनाई पड़ा। राक्षसियों के बीच एक स्त्री बैठी थी। हनुमान देखते ही पहचान गए यह सीता माँ हैं| राक्षसियाँ सीता के पास से हट नहीं रही थीं।

तभी वहाँ रावण आया और सीता को अनेक प्रकार के लालच देकर अपनी रानी बनने के लिए कहा परंतु सीता ने उसे राम के पास पहुंचाने के लिए कहा अन्यथा अपने विनाश के लिए तैयार रहने को कहा| रावण सीता को दो महीने का वक़्त देकर वहाँ से चला गया| धीरे-धीरे सारी राक्षसियाँ वहाँ से चली गयीं| राक्षसियों के जाने के बाद हनुमान ने पेड़ पर बैठे-बैठे राम-कथा प्रारंभ कर दी। सीता जी ने ऊपर देखकर पूछा कि वह कौन था? हनुमान ने नीचे आकर सीता को प्रणाम कर राम की अंगूठी देकर स्वयं को राम का दास बताया। वह यहाँ उनका समाचार लेने आया है। सीता ने राम का कुशल समाचार पूछा। हनुमान सीता जी को कंधे पर बैठाकर राम के पास ले जाना चाहते थे परंतु सीता ने इसे सही नहीं माना और राम तक अपना संदेश पहुँचाने के लिए कहा। हनुमान सीता से विदा लेकर चल पड़े।

हनुमान लौटने के लिए उत्तर दिशा की ओर जाने ही लगे थे कि कुछ सोचकर रुक गए। उन्होंने रावण का उपवन नष्ट कर दिया और अशोक वाटिका के कई वृक्ष उखाड़ दिए| कई राक्षसों को मार गिराया और रावण के पुत्र अक्षकुमार को भी मार दिया| राक्षसों ने रावण को इसकी सूचना दी| मेघनाद ने हनुमान को बाँधकर रावण के सामने दरबार में उपस्थित किया। रावण ने जब हनुमान से उसका परिचय पूछा तो उसने बताया कि वह श्रीराम का दास हनुमान है और सीता जी की खोज में आया था। रावण हनुमान को मारना चाहता था परंतु विभीषण ने कहा कि दूत को मारना अनुचित है इसलिए रावण ने हनुमान को बाँधकर उनकी पूँछ में आग लगाने का आदेश दिया। हनुमान ने उछल-कूद करते हुए सारी लंका में आग लगा दी।

दूसरे तट पर सभी हनुमान की प्रतीक्षा कर रहे थे। हनुमान ने वहाँ जाकर संक्षेप में लंका की घटना की जानकारी वानरों को दी| समाचार पाकर सभी वानर किलकारियाँ मारते हुए किष्किंधा पहुँच गए। हनुमान ने सीता जी द्वारा दिया आभूषण राम को दिया और उनके बारे में बताया| उन्होंने राम से कहा कि वे आपकी प्रतीक्षा कर रही हैं| का पर आक्रमण की तैयारियाँ होने लगीं। सुग्रीव ने लक्ष्मण के साथ बैठकर युद्ध की योजना बनाई तथा हनुमान, अंगद, जामवंत, नल और नील की योग्यता के अनुसार भूमिकाएँ तय की गईं।

शब्दार्थ –

• शिखर – चोटी
• निश्चल – स्थिर
• दरक-दरार
• सदिच्छा – शुभकामना
• पवनपुत्र – हनुमान
• गंतव्य-लक्ष्य
• प्राचीर – चारदीवारी

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Chapter 9 राम और सुग्रीव Class 6 Summary| hindi bal ram katha | ncert solution | edugrown

राम और सुग्रीव सार NCERT Class 6th Hindi

राम-लक्ष्मण ऋष्यमूक पर्वत पर गए। सुग्रीव किष्किंधा के वानरराज के छोटे पुत्र थे। बड़े भाई का नाम बाली था। दोनों भाइयों में बहुत प्रेम था परंतु राजकाज में किसी बात पर इतना झगड़ा हुआ कि बाली सुग्रीव की हत्या करने पर उतर आया| अपनी जान बचाने के लिए सुग्रीव अपने साथियों के साथ ऋष्यमूक पर्वत पर रहने लगा था।

एक दिन उसने पहाड़ी पर दो तपस्वी युवकों को आते देखा तो उसे लगा कि बाली के गुप्तचर हैं। हनुमान ने उसे समझाया कि बाली की सेना में ऐसे युवक नहीं हैं। वह इन दोनों के बारे में पता लगाकर आते हैं| राम और लक्ष्मण पहाड़ी के पास बने सरोवर में हाथ-मुँह धोकर आराम कर रहे थे, उसी समय हनुमान वेश बदलकर वहाँ पहुँच गए और उनलोगों से उनका परिचय पूछा। राम-लक्ष्मण ने अपना परिचय देकर बताया कि रावण सीता का अपहरण करके ले गया है। वे कबंध और शबरी की सलाह पर सुग्रीव से सीता की खोज करने में सहायता माँगने आए हैं। हनुमान ने अनुमान लगा लिया कि राम और सुग्रीव दोनों को ही एक-दूसरे की सहायता की आवश्यकता थी। हनुमान राम और लक्ष्मण को अपने कंधे पर बैठाकर सुग्रीव के पास ले आए। राम और सुग्रीव अग्नि को साक्षी मानकर मित्र बन गए।

राम ने जब सीता हरण की बात कही तो सुग्रीव ने वानरों द्वारा लाए गए आभूषण उन्हें दिखाए, जो सीता ने फेंके थे। राम और लक्ष्मण ने सीता के उन गहनों को पहचान लिया| सुग्रीव ने उन्हें सीता की खोज करने का वचन दिया। फिर सुग्रीव ने अपनी व्यथा कथा सुनाई कि कैसे बाली ने उसे राज्य से निकाल दिया था और उसकी पत्नी को छीन लिया था। राम ने उसे सहायता करने का वचन दिया| सुग्रीव उनकी सुकुमारता को देखकर उनके वचन पर भरोसा नहीं कर सका क्योंकि बाली महाबलशाली था और वह सात शाल के वृक्षों को एक साथ झकझोरने की शक्ति रखता था। राम ने बिना कोई उत्तर दिए अपने एक ही बाण से शाल के सात विशाल वृक्षों को काटकर दिखा दिया तो उसे राम की शक्ति पर भरोसा हो गया।

राम ने सुग्रीव को कहा कि वह बाली को युद्ध के लिए ललकारे। वे वृक्ष की ओट से युद्ध देखेंगे और जब उस पर संकट आएगा तो अपने बाण से बाली को मार देंगे। सुग्रीव ने वैसा ही किया| दोनों में भीषण मल्ल-युद्ध हुआ। सुग्रीव हारने लगा। राम ने पेड़ के पीछे खड़े रहकर भी बाली को बाण नहीं मारा तो सुग्रीव वहाँ से भागकर ऋष्यमूक पर्वत पर आ गया| वह राम पर गुस्सा था| राम ने उसे समझाया कि उन दोनों भाइयों के चेहरे मिलते-जुलते थे इसलिए वे बाण नहीं चला पाए। उन्होंने उसे दुबारा बाली से युद्ध करने के लिए भेजा और जब बाली सुग्रीव को मारने लगा तो उसे बाण से मार गिराया।

तुरंत सुग्रीव का राज्याभिषेक किया गया और बाली के पुत्र अंगद को युवराज बना दिया। वर्षा ऋतु होने के कारण सीता की खोज में लंका जाना संभव नहीं था। इस अवधि में राम और लक्ष्मण प्रश्रवण पर्वत पर रहने लगे।

वर्षा ऋतू बीत गई परन्तु सुग्रीव अपनी सेना के साथ नहीं पहुँचा| लक्ष्मण ने किष्किंधा जाकर धनुष की टंकार की, जिसे सुनकर सुग्रीव को राम को दिया वचन याद आ गया उसने हनुमान को वानर सेना एकत्र करने का आदेश देकर राम के पास जाकर क्षमा माँगी। राम ने उसे गले लगा लिया। वानर दलों को चार टोलियों में बाँट दिया गया। दक्षिण दिशा में जाने वाले दल के नेता अंगद बनाए गए। राम ने हनुमान को अपनी अँगूठी देकर कहा कि सीता से मिलने पर यह अंगूठी उन्हें देना तो वह पहचान जाएँगी कि वह राम का दूत हैं।

किष्किंधा से दक्षिण दिशा में चलकर यह दल जहाँ पहुँचा वहाँ आगे भूमि नहीं केवल जल ही जल था। सब वहीं थक-हार कर बैठ गए। तभी वहाँ जटायु का भाई गिद्ध संपाति ने आकर उन्हें बताया कि सीता लंका में है। रावण उनको इधर से ही लेकर गया था। वहाँ तक जाने का यही एकमात्र रास्ता है। वानर दल को समझ नहीं आ रहा था कि इतने बड़े समुद्र को कैसे पार किया जाए? तब जामवंत ने चुपचाप बैठे हुए हनुमान को कहा कि वह पवन-पुत्र हैं। यह कार्य वही कर सकते हैं। उन्हें ही जाना होगा।

शब्दार्थ –

• पड़ाव – ठहरने की जगह
• निर्वासन – देश निकाला
• शिष्टता – अच्छा व्यवहार
• साक्षी – गवाह
• सांत्वना – तसल्ली

• व्यथा-कथा – दुख भरी कहानी
• सुकुमार – कोमल
• मल्ल-युद्ध – दो व्यक्तियों की कुश्ती
• कुपित – क्रोधित
• आनन-फानन – तुरंत
• क्षुब्ध – परेशान
• अग्रिम – आगे
• अथाह – बहुत गहरा
• विकराल – भयंकर

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Chapter 8 सीता की खोज Class 6 Summary| hindi bal ram katha | ncert solution | edugrown

सीता की खोज सार NCERT Class 6th Hindi

मायाजाल से सोने का हिरण बने मारीच को मारने के बाद राम संदेह से भरे कुटिया की ओर भागे चले जा रहे थे कि कहीं लक्ष्मण सीता को कुटिया में अकेला छोड़कर न आ जाए। उन्हें पगडंडी से लक्ष्मण आते दिखे| वे लक्ष्मण से गुस्सा थे। लक्ष्मण ने उन्हें कहा कि मुझे पता था कि आप सकुशल होंगे परंतु देवी सीता के कटु वचन और उलाहना सुनकर मुझे कुटिया छोड़कर आना पड़ा है। राम को लक्ष्मण का उनकी आज्ञा का उल्लंघन करना उचित नहीं लगा|

दोनों जल्दी कुटिया की ओर चल पड़े| जब कुटिया दिखाई पड़ने लगी तो राम ने सीता को पुकारा कि वह कहाँ है? आवाज़ नहीं आई| सीता कुटिया में नहीं थीं| राम ने सीता को हर सम्भव स्थान पर ढूंढा और पूछताछ की| लक्ष्मण राम के निकट गए और बोले कि आप आदर्श पुरुष हैं। आप को धैर्य रखना चाहिए। तब राम शांत हुए। ;इसी बीच हिरणों का झुंड राम-लक्ष्मण के निकट आ गया। राम ने हिरणों से सीता के बारे में पूछा। हिरणों ने सिर उठाकर आसमान की ओर देखा और दक्षिण की ओर भाग गये। राम ने इसे संकेत मान सीता की खोज में दक्षिण की ओर बढ़े|

दक्षिण दिशा में आगे बढ़ने पर उन्हें गिद्धराज जटायु घायल हालत में मिले और अपनी अंतिम साँसें ले रहे थे| उन्होंने राम को बताया कि रावण सीता को उठा कर दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर ले गया है। उन्होंने संघर्ष करके उसे रोकना चाहा परंतु रोक न सके। इतना कहकर जटायु ने अपने प्राण त्याग दिए। राम जटायु का अन्तिम संस्कार कर आगे बढ़े तब उन्हें कबंध राक्षस मिला। उसके द्वारा आक्रमण करने पर राम-लक्ष्मण ने तलवार का वार करके उसके हाथ काट दिए। तब उसने राम-लक्ष्मण के बारे में जानकर अपनी इच्छा प्रकट की कि राम उसका अन्तिम संस्कार करें। कबंध ने उन्हें बताया कि ऋष्यमूक पर्वत पर वानरराज सुग्रीव रहता है। वह वहाँ निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहा है। उसने यह भी बताया कि सुग्रीव के पास वानरों की सेना है। वे अवश्य सीता को खोज निकालेंगे। उसने उन्हें वहाँ जाने से पहले मतंग ऋषि के आश्रम में रहने वाली शबरी से मिलने के लिए भी कहा। उसने प्राण त्याग दिया और राम ने वचनुसार उसका अंतिम संस्कार खुद किया| वहाँ से वे दोनों शबरी से जाकर मिले। शबरी ने भी उन्हें सुग्रीव की सहायता से सीता की खोज करने के लिए कहा। शबरी से मिलकर वे ऋष्यमूक पर्वत की ओर चल पड़े।

शब्दार्थ –

• आशंका – डर
• कटु – कड़वे
• कटाक्ष – ताना मारना
• असहनीय – सहन न करने योग्य
• विक्षिप्त- पागल
• अवरोध – बाधायें
• परिहास – हँसी-मज़ाक
• प्रयोजन –उद्देश्य
• निर्वासित – स्वदेश से निकाला गया
• जर्जर – टूटा-फूटा

• काया – शरीर
• तृप्त – संतुष्ट होना

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