Chapter - 7 पापा खो गए
MCQs
Question 1.
इस पाठ और लेखक का नाम इनमें से कौन-सा है?
(a) दादी माँ-शिवप्रसाद सिंह
(b) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
(c) मिठाईवाला-भगवती वाजपेयी
(d) पापा खो गए-विजय तेंदुलकर
Answer
Answer: (d) पापा खो गए-विजय तेंदुलकर
Question 2.
खंभा, पेड़, लैटरबक्स सभी एक साथ कहाँ खड़े थे?
(a) विद्यालय के समीप
(b) जंगल के पास
(c) समुद्र के किनारे
(d) झील के किनारे
Answer
Answer: (c) समुद्र के किनारे
Question 3.
इस पाठ में किस समय यह घटनाएं हो रही हैं ?
(a) प्रातःकाल
(b) सायंकाल
(c) रात्रि में
(d) दोपहर में
Answer
Answer: (c) रात्रि में
Question 4.
पत्र को कौन पढ़ रहा है?
(a) पेड़
(b) कौआ
(c) लैटरबक्स
(d) खंभा
Answer
Answer: (c) लैटरबक्स
Question 5.
खंभे के स्वभाव के बारे में पेड़ क्या सोचता था?
(a) वह बहुत दुष्ट है
(b) वह बहुत सभ्य है
(c) वह मिलनसार है
(d) वह अभिमानी है
Answer
Answer: (c) वह मिलनसार है
Question 6.
आसमान में गड़गड़ाती बिजली किस पर आ गिरी थी?
(a) खंभे पर
(b) पेड़ पर
(c) लैटरबक्स पर
(d) पोस्टर पर
Answer
Answer: (b) पेड़ पर
Question 7.
‘आदमी’ लड़की को छोड़कर कहाँ चला गया?
(a) खाना खाने
(b) घूमने चला गया
(c) बच्चे को उठाने
(d) सोने के लिए
Answer
Answer: (a) खाना खाने
Question 8.
‘फ़ीस के पैसे क्या फोकट में आते हैं?’-का भाव क्या है?
(a) फ़ीस मुफ्त में आती है
(b) पढ़ाई मुफ्त में होनी चाहिए
(c) फ़ीस के पैसे बड़ी मुश्किल से आते हैं
(d) फ़ीस अवश्य जमा करना चाहिए
Answer
Answer: (c) फ़ीस के पैसे बड़ी मुश्किल से आते हैं
(1)
तब भी बरसात की रातों से तो ये रातें कहीं अच्छी हैं, पेड़राजा! बरसात की रातों में तो रातभर भीगते रहो, बादलों से आनेवाले पानी की मार खाते रहो, तेज़ हवाओं में भी बल्ब को कसकर पकड़े बराबर एक टाँग पर खड़े रहो-बिलकुल अच्छा नहीं लगता। उस वक्त लगता है, इससे तो अच्छा था…न होता बिजली के खंभे का जन्म! बल्ब फेंक, तब दूर कहीं भाग जाने का जी होता है।
Question 1.
उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम बताएँ।
(a) बरसात की रातें-मीरा बाई
(b) पापा खो गए—विजय तेंदुलकर
(c) चिड़िया की बच्ची-जैनेद कुमार
(d) कठपुतली-भवानीप्रसाद मिश्र
Answer
Answer: (b) पापा खो गए—विजय तेंदुलकर
Question 2.
खंभे की बातों को कौन सुन रहा है?
(a) पेड़
(b) बादल
(c) पत्र-पेटी
(d) इनमें से कोई नहीं
Answer
Answer: (a) पेड़
Question 3.
खंभे को किस ऋतु की रात पसंद नहीं है?
(a) सरदी
(b) गरमी
(c) बरसात
(d) वसंत
Answer
Answer: (c) बरसात
Question 4.
खंभा किसे कसकर पकड़े रहता है?
(a) स्वयं को
(b) बल्ब को
(c) लड़की को
(d) हवा को।
Answer
Answer: (b) बल्ब को
Question 5.
खंभे की परेशानी क्या है?
(a) बारिश में भींगना
(b) एक टाँग पर खड़े रहना
(c) तेज़ आँधी तूफान में बल्ब को सँभाल कर रखना
(d) उपर्युक्त सभी।
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त सभी।
(2)
अपने पत्तों का कोट पहनकर मुझे सरदी, बारिश या धूप में उतनी तकलीफ़ नहीं होती, तो भी तुमसे बहुत पहले का खड़ा हूँ मैं यहाँ। यहीं मेरा जन्म हुआ-इसी जगह। तब सब कुछ कितना अलग था यहाँ। वहाँ के, वे सब ऊँचे-ऊँचे घर नहीं थे तब। यह सड़क भी नहीं थी। वह सिनेमा का बड़ा सा पोस्टर और उसमें नाचनेवाली औरत भी तब नहीं थी। सिर्फ सामने का यह समुद्र था। बहुत अकेलापन महसूस होता था। तुम्हें जब यहाँ लाकर खड़ा किया तो सोचा, चलो कोई साथी तो मिला-इतना ही सही। लेकिन वो भी कहाँ? तुम शुरू-शुरू में मुझसे बोलने को ही तैयार नहीं थे। मैंने बहुत बार कोशिश की, पर तुम्हारी अकड़ जहाँ थी वहीं कायम! बाद में मैंने भी सोच लिया, इसकी नाक इतनी ऊँची है तो रहने दो। मैंने भी कभी आवाज़ नहीं लगाई, हाँ! अपना भी स्वभाव ज़रा ऐसा ही है।
Question 1.
कौन किससे कह रहा है?
(a) पेड़ अपने आप से
(b) पेड़ खंभे को
(c) पेड़ कौए को
(d) पेड़ चोर को
Answer
Answer: (b) पेड़ खंभे को
Question 2.
जब पेड़ का जन्म हुआ तो उस स्थान पर विशेष रूप से क्या था?
(a) सड़क
(b) पोस्टर
(c) समुद्र
(d) उपर्युक्त सभी
Answer
Answer: (c) समुद्र
Question 3.
‘तुम्हें जब यहाँ लाकर खड़ा किया गया’ किसे खड़ा करने को कहा गया है?
(a) पेड़ को
(b) खंभे को
(c) लेटर बॉक्स को
(d) ऊँचे मकान को
Answer
Answer: (b) खंभे को
Question 4.
किसकी नाक ऊँची थी?
(a) पेड़ की
(b) खंभे की
(c) लड़की की
(d) सभी की
Answer
Answer: (b) खंभे की
Question 5.
पेड़ का स्वभाव कैसा था?
(a) चंचल
(b) अभिमानी
(c) दुष्ट
(d) मिलन सार
Answer
Answer: (d) मिलन सार
Question 6.
किसने आवाज़ नहीं लगाई ?
(a) पेड़ ने
(b) खंभे ने
(c) लड़की ने
(d) पत्र-पेटी ने।
Answer
Answer: (a) पेड़ ने
(3)
मैं बच्चे उठानेवाला हैं। दसरा कोई काम करने की मेरी इच्छा नहीं होती। अभी थोड़ी देर पहले एक घर से यह लड़की उठाई है मैंने। गहरी नींद सो रही थी। अब तक उठी नहीं है। उठेगी भी नहीं, मैंने इसे थोड़ी बेहोशी की दवा जो दी है। अब मुझे लगी है भूख। दिनभर कुछ खाने का वक्त ही नहीं मिला। पेट में जैसे चूहे दौड़ रहे हों!..तो ऐसा किया जाए…इसे यहीं लेटाकर अपने ज़रा कुछ खाने की तलाश करें…देखें कुछ मिल जाए तो! इतनी रात गए यहाँ इस वक्त अब किसी का आना मुमकिन नहीं।
Question 1.
कौन, किससे, क्या कह रहा है?
(a) पेड़ बच्चे उठानेवाले से
(b) बच्चे उठानेवाला अपने आप से
(c) कौआ बच्चे उठानेवाले से
(d) इनमें कोई नहीं
Answer
Answer: (b) बच्चे उठानेवाला अपने आप से
Question 2.
उसने लड़की को कहाँ से उठाया था?
(a) सड़क पर से
(b) खेल के मैदान से
(c) सोई हुई लड़की को उसके घर से
(d) विद्यालय से
Answer
Answer: (c) सोई हुई लड़की को उसके घर से
Question 3.
वह लड़की को छोड़कर कहाँ चला गया?
(a) दूसरे बच्चे को उठाने
(b) चोरी करने
(c) खाना खाने
(d) सोने चला गया
Answer
Answer: (c) खाना खाने
Question 4.
उसने यह क्यों सोचा कि लड़की नहीं उठेगी?
(a) क्योंकि वह भूखी है
(b) क्योंकि लड़की को उसने बेहोशी की दवा पिलाई थी
(c) लड़की बेहोश थी
(d) क्योंकि उसे उसने गहरी नींद में सुलाया था।
Answer
Answer: (b) क्योंकि लड़की को उसने बेहोशी की दवा पिलाई थी
Question 5.
‘मुमकिन’ शब्द का तात्पर्य है-
(a) संभव
(b) असंभव
(c) मँगाना
(d) मारना।
Answer
Answer: (a) संभव
(4)
कौआ उसके कान में कुछ कहता है। लैटरबक्स स्वीकृति में गरदन हिलाता है। अँधेरा। कुछ देर बाद उजाला। सुबह होती है। खंभा अपनी जगह पर टेढ़ा होकर खड़ा है। पेड़ सोई हुई लड़की पर झुककर अपनी छाया किए हुए है। कौए की काँव-काँव ज़ोर-ज़ोर से सुनाई दे रही है और सिनेमा के पोस्टर पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है-पापा खो गए हैं। पोस्टर पर बनी नाचनेवाली की इससे मेल खानेवाली भंगिमा। लेटर बॉक्स धीरे से सरकता हुआ प्रेक्षकों की ओर आता है।
Question 1.
खंभा क्यों झुक गया?
(a) आँधी आने के कारण
(b) लोगों व पुलिस को आकर्षित करने के लिए
(c) लड़की को बचाने के लिए
(d) तेज़ बारिश के कारण
Answer
Answer: (b) लोगों व पुलिस को आकर्षित करने के लिए
Question 2.
पेड़ झुककर छाया क्यों कर रहा था?
(a) क्योंकि नीचे एक व्यक्ति बैठा था
(b) क्योंकि नीचे लड़की सो रही थी
(c) खंभे के कहने पर
(d) पेड़ का आकार ऐसा ही था
Answer
Answer: (b) क्योंकि नीचे लड़की सो रही थी
Question 3.
उपर्युक्त गद्यांश के लेखक का नाम बताएँ-
(a) शिव प्रसाद सिंह
(b) विजय तेंदुलकर
(c) नागार्जुन
(d) यतीश अग्रवाल
Answer
Answer: (b) विजय तेंदुलकर
Question 4.
कौआ काँव-काँव क्यों कर रहा था?
(a) उसे भूख लगी थी
(b) लड़की को जगाने के लिए
(c) पुलिस को बुलाने के लिए
(d) उस व्यक्ति से बचाने के लिए
Answer
Answer: (c) पुलिस को बुलाने के लिए
Question 5.
सिनेमा के पोस्टर पर बड़े-बड़े अक्षरों में क्या लिखा था?
(a) लड़की चोरी हो गई
(b) लड़की का नाम
(c) पापा खो गए
(d) माता-पिता का नाम
Answer
Answer: (c) पापा खो गए
Question 6.
पेड़ झुककर, खंभा टेड़ा होकर और कौआ काँव-काँव करके क्या संकेत देना चाह रहे थे?
(a) दुर्घटना होने की
(b) लोगों को उस जगह बुलाने का
(c) लड़की को उसके घर तक पहुँचाने का
(d) उपर्युक्त सभी।
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त सभी।
(5)
अपने पत्तों का कोट पहनकर मुझे सरदी, बारिश या धूप में उतनी तकलीफ़ नहीं होती, तो भी तुमसे बहुत पहले का खड़ा हूँ मैं यहाँ। यहीं मेरा जन्म हुआ-इसी जगह। तब सब कुछ कितना अलग था यहाँ। वहाँ के, वे सब ऊँचे-ऊँचे घर नहीं थे तब। यह सडक भी नहीं थी। वह सिनेमा का बड़ा-सा पोस्टर और उसमें नाचनेवाली औरत भी तब नहीं थी। सिर्फ सामने का यह समुद्र था। बहुत अकेलापन महसूस होता था। तुम्हें जब यहाँ लाकर खड़ा किया गया तो सोचा, चलो कोई साथी तो मिला-इतना ही सही। लेकिन वो भी कहाँ? तुम शुरू-शुरू में मुझसे बोलने को ही तैयार नहीं थे। मैंने बहुत बार कोशिश की, पर तुम्हारी अकड़ जहाँ थी वहीं कायम! बाद में मैंने भी सोच लिया, इसकी नाक इतनी ऊँची है तो रहने दो। मैंने भी कभी आवाज़ नहीं लगाई, हाँ! अपना स्वभाव ज़रा ऐसा ही है।
Question 1.
पेड़ अपने जन्म के बारे में क्या कहता है ?
Answer
Answer: पेड़ अपने जन्म के बारे में कहता है कि अपने पत्तों का कोट पहनकर मुझे सरदी, बारिश या धूप में उतनी तकलीफ़ नहीं होती, तो भी तुम से पहले का खड़ा हूँ। पहले मेरा जन्म इसी जगह हुआ।
Question 2.
पेड़ की बातों को कौन सुन रहा है?
Answer
Answer: पेड़ की बातों को खंभा, पोस्टर एवं लैटरबाक्स सुन रहे हैं।
Question 3.
‘यहीं मेरा जन्म हुआ’-किसका कथन है?
Answer
Answer: यह कथन पेड़ का है।
Question 4.
तब पेड के सामने क्या था?
Answer
Answer: तब पेड़ के सामने सिर्फ समुद्र था।
Question 5.
किसमें अकड़ की बात की जा रही है?
Answer
Answer: बिजली के खंभे के अकड़ की बात की जा रही है।
(6)
चलता है पता तो चल जाने दो। मेरी तरह यहाँ रात-दिन बैठकर दिखाएँ तब पता चले। परसों वह पोस्टमैन मेरे पेट में से चिट्ठियाँ निकाल रहा था और मुझे इतनी लंबी जम्हाई आई कि रोके नहीं रुकी। (जम्हाई लेता है।) वह देखता ही रह गया। चिट्ठियों का बंडल बनाकर जल्दी-जल्दी चलता बना वह। लेकिन यह लैटरबक्स, इसे नहीं बोरियत होती एक जगह बैठे-बैठे? मैं कहता हूँ चार चिट्ठियाँ मन बहलाने के लिए पेड़ भी ले तो क्या हो गया?
Question 1.
‘चलता है पता तो चल जाने दो।’ किसने और क्यों कहा?
Answer
Answer: ‘चलता है पता तो चल जाने दो।’ यह कथन लैटरबक्स के हैं। लैटरबक्स ने यह कथन इसलिए कहा क्योंकि चोरी-चोरी किसी की चिट्ठियों को पढ़ना ठीक नहीं है। पोस्टर मास्टर को पता चल गया तो क्या होगा। लैटरबक्स अपनी बोरियत दूर करने के लिए ऐसा करता है, इसलिए कहता है-चलता है पता तो चल जाने दो।
Question 2.
लैटरबक्स के साथ परसों कौन-सी घटना घटी।
Answer
Answer: लैटरबक्स के साथ घटना घटी कि परसों पोस्टमैन के पत्र निकालते समय लैटरबक्स को जम्हाई आ रही थी, फिर वह चिट्ठियों का बंडल बनाकर चलता बना।
Question 3.
लैटरबक्स अपनी गलती की क्या सफाई देता है ?
Answer
Answer: लैटरबक्स अपनी सफ़ाई देते हुए कहता है कि अपनी बोरियत दूर करने और मन बहलाने के लिए दो-चार चिट्ठियाँ पढ़ ली तो क्या गलत कर दिया।
Question 4.
एक जगह बैठने से लैटरबक्स को क्या परेशानी होती है?
Answer
Answer: एक जगह लैटरबक्स के बैठने से बोरियत होती है।
Question 5.
इस गद्यांश के लेखक कौन हैं ?
Answer
Answer: इस गद्यांश के लेखक विजय तेंदुलकर हैं।
(7)
मैं बच्चे उठानेवाला हूँ। दूसरा कोई काम करने की मेरी इच्छा नहीं होती। अभी थोड़ी देर पहले एक घर से यह लड़की उठाई है मैंने। गहरी नींद सो रही थी। अब तक उठी नहीं है। उठेगी भी नहीं, मैंने इसे थोड़ी बेहोशी की दवा जो दी है। अब मुझे लगी है भूख। दिनभर कुछ खाने का वक्त ही नहीं मिला। पेट में जैसे चूहे दौड़ रहे हों!..तो ऐसा किया जाए…इसे यहीं लेटाकर अपने ज़रा कुछ खाने की तलाश करें…देखें कुछ मिल जाए तो! इतनी रात गए यहाँ इस वक्त अब किसी का आना मुमकिन नहीं ।
Question 1.
बच्चा उठानेवाला कौन है ?
Answer
Answer: बच्चा उठानेवाला एक भिखारी जैसा व्यक्ति है।
Question 2.
बच्चे उठानेवाला अपने बारे में क्या कहता है ?
Answer
Answer: बच्चे उठानेवाला व्यक्ति अपने बारे में कहता है कि वह बच्चे उठाने के सिवा और कोई कार्य नहीं कर सकता है।
Question 3.
लड़की की क्या दशा थी?
Answer
Answer: लड़की गहरी नींद सो रही थी, उस पर बेहोशी का प्रभाव है।
Question 4.
वह व्यक्ति लड़की को छोड़कर कहाँ चला गया?
Answer
Answer: वह व्यक्ति लड़की को छोड़कर खाना खाने चला गया।
Question 5.
बच्चा उठानेवाला व्यक्ति क्या करना चाहता है ?
Answer
Answer: बच्चा उठाने वाला व्यक्ति भोजन की तलाश करना चाहता है।
(8)
यो तो ठीक लग रहे हैं। फिर मुझे जो दिखाई दिया वह सपना था…या कुछ और? (फिर गौर से देखती है, सभी नि:स्तब्ध।) कौन बोल रहा था? कौन गप्पें मार रहा था? (सभी चप) कौन बातें कर रहा था? मुझे…मुझे डर लग रहा है। मैं कहाँ हूँ? यह…यह सब क्या है? मेरा घर कहाँ है? मेरे पापा कहाँ हैं? मम्मी कहाँ हैं ? कहाँ हूँ मैं? मुझे…मुझे बहुत डर लग रहा है…बहुत डर लग रहा है। कैसा अँधेरा है चारों तरफ़! रात है…सपना देख रही थी मैं। पर सब सच है…कोई तो बोलो न…नहीं तो चीखंगी मैं…चीखंगी।
Question 1.
यह संवाद कौन कह रहा है? कौन ठीक लग रहे हैं ? किसे?
Answer
Answer: यह संवाद लड़की का है। लैटरबक्स बिजली का खंभा, पेड़ और कौआ लड़की को ठीक लग रहे हैं।
Question 2.
लड़की के दिमाग में कौन-कौन से प्रश्न उठते हैं?
Answer
Answer: लड़की के दिमाग में ये प्रश्न उठते हैं-मैं कहाँ हूँ? मेरा घर कहाँ है? मेरे पापा कहाँ है? मम्मी कहाँ हैं ?
Question 3.
लड़की को डर क्यों लग रहा है?
Answer
Answer: लड़की को डर इसलिए लग रहा है कि चारों ओर काफ़ी अँधेरा है। रात है।
Question 4.
लड़की क्या करेगी?
Answer
Answer: लड़की चीखेगी।
(9)
पुलिस को लगेगा एक्सीडेंट हो गया। वो यहाँ आएगी और हमारी इस छोटी सहेली को देखेगी। वो लगाएगी इसके घर का पता। पुलिस सबके घर का पता मालूम करती है। खोए हुए बच्चों को उनके घर पहुँचाती है?
Question 1.
यह संवाद कौन, किससे कह रहा है?
Answer
Answer: यह संवाद पेड़; खंभा और कौआ आपस में कह रहे हैं। वे लड़की को उसके घर पहुँचाना चाहते हैं। उनका मानना है कि पुलिस ही उसे उसके घर तक पहुँचा सकती है, क्योंकि लड़की को अपने घर का पता भी मालूम नहीं होता। इसलिए ही वे इस तरह खड़े होने की योजना बनाते हैं कि पुलिस को लगे कि यहाँ कोई दुर्घटना हो गई है।
Question 2.
ऊपर लिखी तरकीब किसने सोची और क्यों?
Answer
Answer: ऊपर लिखी तरकीब कौए ने सोची, क्योंकि उन्हें बच्ची को उसके घर तक सही-सलामत पहुँचा देने की चिंता थी। वे कुछ ऐसा तरकीब करना चाह रहे थे जिससे बच्ची अपने घर पहुँच जाए।
Question 3.
पुलिस लड़की के लिए क्या करेगी? और क्यों?
Answer
Answer: पुलिस लड़की के लिए वहाँ आएगी तो उस छोटी बच्ची को देखेगी। फिर वह उसके घर का पता लगाकर उसे वहीं पहुँचा देगी क्योंकि पुलिस खोए हुए बच्चों को उनके घर पहुँचाती है।
Question 4.
उपर्युक्त पद्यांश में छोटी सहेली किसे कहा गया है?
Answer
Answer: उपर्युक्त पद्यांश में छोटी सहेली उस लड़की को कहा गया है जिसे आदमी लाया था और पेड़, खंभा, लैटरबक्स ने उसे उस आदमी से बचाया था।
प्रश्न अभ्यास
नाटक से
प्रश्न 1.
नाटक में आपको सबसे बुद्धिमान पात्र कौन लगा और क्यों?
उत्तर:
नाटक में सबसे बुद्धिमान पात्र कौआ लगा, क्योंकि लड़की को बचाने में वह सबसे ज़्यादा बुद्धिमानी दिखाता है। पहली बार जब वह भिखारी को लड़की उठाने के लिए आता देखकर ‘भूत’ चिल्लाता है और सबके ‘भूत-भूत’ चिल्लाने पर उसे भागना पड़ता है। दूसरी बार कौआ ही सबको लड़की को उसके पापा के पास पहुँचाने की योजना बताता है।
प्रश्न 2.
पेड़ और खंभे में दोस्ती कैसे हुई?
उत्तर:
पेड़ और खंभा दोनों पास स्थित थे। एक बार आँधी में खंभा जब गिरने लगा था तो पेड़ ने उसे सहारा देकर गिरने से बचा लिया था। इस क्रिया में पेड़ जख्मी हो गया था। तब से दोनों में दोस्ती हो गई।
प्रश्न 3.
लैटरबक्स को सभी लाल ताऊ कहकर क्यों पुकारते थे?
उत्तर:
लैटरबक्स को लाल ताऊ कहकर इसलिए पुकारते हैं क्योंकि वह पढ़ा-लिखा है और दूसरों की चिट्ठियाँ अपने पेट से निकालकर पढ़ता है। वह परीक्षित के स्कूल छोड़कर बंटे खेलने से दुखी है। वह कहता है कि यदि वह परीक्षित का हेडमास्टर होता तो परीक्षित के होश ठिकाने पर ला देता।
प्रश्न 4.
लाल ताऊ किस प्रकार बाकी पात्रों से भिन्न है?
उत्तर:
लाल ताऊ बाकी पात्रों से भिन्न है, क्योंकि
- पढ़ा-लिखा होने के कारण वह दूसरे की चिट्ठियाँ निकालकर पढ़ता है।
- वह मधुर आवाज़ में बात करता है।
- उसका रंग लाल है। उसे लाल ताऊ कहा जाता है।
- नाटक के अंत में वह प्रेक्षकों से कहता है कि यदि इस लड़की के पापा मिल जाएँ तो उन्हें जल्दी यहाँ लाएँ।
प्रश्न 5.
नाटक में बच्ची को बचानेवाले पात्रों में एक ही सजीव पात्र है। उसकी कौन-कौन सी बातें आपको मजेदार लगीं? लिखिए।
उत्तर:
बच्ची को बचाने वाले सजीव पात्रों में कौए की निम्नलिखित बातें मज़ेदार लगीं –
- कौआ लड़की उठाने वाले को आता देख सबसे पहले भूत कहकर चिल्लाता है।
- कौआ पेड़ से देर तक छाया देने तथा खंभे को तिरछा या झुककर खड़े होने को कहता है, जिससे कि यह लगे कि दुर्घटना हो गई है।
- लोगों का ध्यान आकृष्ट करने के लिए ‘काँव-काँव’ करते हुए उनकी चीजें उठाकर वहाँ लाता है, जिससे लोगों का ध्यान लड़की पर जाए और वह अपने पापा से मिल सके।
प्रश्न 6.
क्या वजह थी कि सभी पात्र मिलकर भी लड़की को उसके घर नहीं पहुंचा पा रहे थे?
उत्तर:
सभी पात्र मिलकर भी लड़की को उसके घर इसलिए नहीं पहुंचा पा रहे थे क्योंकि छोटी लड़की अपने घर का पता, गली का नाम और पापा का नाम भी नहीं बता पा रही थी।
नाटक से आगे
प्रश्न 1.
अपने-अपने घर का पता लिखिए तथा चित्र बनाकर वहाँ पहुँचने का रास्ता भी बताइए।
उत्तर:
मेरे घर का पता-A/875, PU ब्लाक, मौर्य इंक्लेव, पीतमपुरा, दिल्ली है।
प्रश्न 2.
मराठी से अनूदित इस नाटक का शीर्षक “पापा खो गए’ क्यों रखा गया होगा? अगर आपके मन में कोई दूसरा शीर्षक हो तो सुझाइए और साथ में कारण भी बताइए।
उत्तर:
‘चलो छोटी बच्ची को घर पहुचाएँ’-क्योंकि नाटक के पात्रों की समस्या यही है। उन सबका ध्यान उस छोटी बच्ची को उसके पापा से मिलाने पर है।
प्रश्न 3.
क्या आप बच्ची के पापा को खोजने का नाटक से अलग कोई और तरीका बता सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, पुलिस को सूचना देकर तथा लाउडस्पीकर द्वारा खोई बच्ची का नाम, उम्र, रंग, कपड़े आदि सूचनाएँ प्रसारित कर उसके पापा को खोजा जा सकता है।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1.
अनुमान लगाइए कि जिस समय बच्ची को चोर ने उठाया होगा वह किस स्थिति में होगी? क्या वह पार्क/मैदान में खेल रही होगी या घर से रूठकर भाग गई होगी या कोई अन्य कारण होगा?
उत्तर:
जिस समय चोर ने बच्ची को उठाया होगा वह पार्क में खेल रही होगी। चोर ने उसे खूब सारी टाफियों का लालच दिया होगा। बच्ची अपना लोभ संवरण न कर सकी होगी। उसने नशीली टाफी बच्ची को दी होगी और पार्क से उठा लिया होगा।
प्रश्न 2.
नाटक में दिखाई गई घटना को ध्यान में रखते हुए यह भी बताइए कि अपनी सुरक्षा के लिए आजकल बच्चे क्या-क्या कर सकते हैं। संकेत के रूप में नीचे कुछ उपाय सुझाए जा रहे हैं। आप इससे अलग कुछ और उपाय लिखिए। समूह में चलना।
एकजुट होकर बच्चा उठानेवालों या ऐसी घटनाओं का विरोध करना।
अनजान व्यक्तियों से सावधानीपूर्वक मिलना।
उत्तर:
इनसे अलग कुछ और उपाय –
- बच्चों को टाफी या मिठाइयों के लिए दूसरों की बातों में नहीं आना चाहिए।
- उन्हें अपने घर का पता या फोन नंबर जेब में अवश्य रखना चाहिए।
- पार्क या सुनसान स्थलों पर अकेले नहीं निकलना चाहिए।
- माता-पिता को बिना बताए या साथ लिए ऐसे स्थानों पर नहीं निकलना चाहिए।
- अपरिचित के साथ बातचीत या उसकी दी गई चीजें नहीं खानी चाहिए।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
आपने देखा होगा कि नाटक के बीच-बीच में कुछ निर्देश दिए गए हैं। ऐसे निर्देशों से नाटक के दृश्य स्पष्ट होते हैं, जिन्हें नाटक खेलते हुए मंच पर दिखाया जाता है, जैसे-‘सड़क/रात का समय दूर कहीं कुत्तों के भौंकने की आवाज़।’ यदि आपको रात का दृश्य मंच पर दिखाना हो तो क्या-क्या करेंगे, सोचकर लिखिए।
उत्तर:
रात का दृश्य मंच पर दिखाने के लिए –
- नेपथ्य में काले रंग का प्रयोग करेंगे, जिस पर तारे तथा बड़ा-सा चाँद बना हो।
- गीदड़, लोमड़ी, भौंकते कुत्तों की आवाजें रह-रहकर सुनाने का प्रयास करेंगे।
- चौकीदार की लाठी की खटखट तथा उसकी सीटी की आवाज़ बीच-बीच में आती रहेगी।
- एक किनारे कुछ लोग सोते हुए तथा सोता हुआ कुत्ता दिखाने का प्रयास करेंगे।
- बीच-बीच में पुलिस की गाड़ियों के हूटर की आवाज़ सुनाई देनी चाहिए।
प्रश्न 2.
पाठ को पढ़ते हुए आपका ध्यान कई तरह के विराम चिह्नों की ओर गया होगा। अगले पृष्ठ पर दिए गए अंश से विराम चिह्नों को हटा दिया गया है। ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा उपयुक्त चिह्न लगाइए मुझ पर भी एक रात आसमान से गड़गड़ाती बिजली आकर पड़ी थी अरे बाप रे वो बिजली थी या आफ़त याद आते ही अब भी दिल धक-धक करने लगता है और बिजली जहाँ गिरी थी वहाँ खड्डा कितना गहरा पड़ गया था खंभे महाराज अब जब कभी बारिश होती है तो मुझे उस रात की याद हो आती है, अंग थरथर काँपने लगते हैं।
उत्तर:
मुझ पर भी एक रात आसमान से गड़गड़ाती बिजली आकर पड़ी थी। अरे बाप रे! वो बिजली थी या आफत! याद करते ही अब भी दिल धक-धक करने लगता है और जहाँ बिजली गिरी थी, वहाँ खड्डा कितना गहरा पड़ गया था। खंभे महाराज! अब जब भी बारिश होती है तो मुझे उस रात की याद हो आती है। अंग थरथर काँपने लगते हैं।
प्रश्न 3.
आसपास की निर्जीव चीज़ों को ध्यान में रखकर कुछ संवाद लिखिए, जैसे
चॉक का ब्लैक बोर्ड से संवाद
कलम का कॉपी से संवाद
खिड़की का दरवाजे से संवाद
उत्तर:
चॉक का ब्लैकबोर्ड से संवाद
ब्लैक बोर्ड-(चॉक से) ओह! तुम फिर मुझे गंदा करने आ गए। ज़रा दूर ही रहो। देखो आज ही मैंने नया मुंदर-सा काला. रंग वाला नया कपड़ा पहना है। (नया पेंट किया गया है।)
चॉक-आज मैं तुम्हें गंदा करने नहीं बल्कि छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक बातें लिखने आयी हूँ।
ब्लैक बोर्ड-याद है तुमने कल आड़ी तिरछी रेखाएँ खींचकर कैसी-कैसी बकवास पूर्ण बातें लिखी थीं?
चॉक-आज तो मैं सुंदर-सा चित्र बनाकर लिख देती हूँ ‘कृपया इसे न मिटाएँ’। यह तो ठीक रहेगा?
ब्लैक बोर्ड-सबसे ऊपर लिखना-नए सत्र में सभी छात्रों का स्वागत है। फिर चित्र बनाना।
चॉक-ठीक है। जैसा तुम चाहो।
कलम का कॉपी से संवाद –
कॉपी-(कलम देखकर) आज तुम मुझे फिर परेशान करने क्यों आ गई?
कलम-मैं तुम्हें परेशान करने नहीं बल्कि आज के पाठ के प्रश्नोत्तर लिखने आई हूँ।
कॉपी-कल तो तुम अनेक जगह मेरे सीने में चुभ गई थी। मुझे अब तक उसका दर्द है।
कलम-कल मेरा प्वाइंट खराब हो रहा था। पर आज ऐसा नहीं है।
कॉपी-ठीक है। सावधानी से काम करना और पूरा काम करना, जिससे बंटी को आज अध्यापक से डाँट न खानी पड़े।
कलम-अरे वो तो कल मुझे सहेलियों के साथ खेलने जाना था। पर आज बिना पूरा काम किए उलूंगी ही नहीं।
खिड़की का दरवाज़े से संवाद –
खिड़की – (दरवाज़े से) देखों, आज हम दोनों ही नहाएधोए नए-से लग रहे हैं न!
दरवाज़ा – हाँ, कल ही जो हमारे कपड़े बदल दिए गए हैं। (पर्दे बदले गए हैं)
खिड़की – अब तो हम दोनों एक से हो गए हैं न?
दरवाज़ा – क्या कहा, एक से? कभी नहीं। अरे, अपना और मेरा आकार कभी देखा है?
खिड़की – आकार बड़ा-छोटा होने से क्या होता है? घर में मेरी भी तो उपयोगिता है न?
दरवाज़ा – उपयोगिता होगी, पर श्यामू तो रोज़ तुम्हें चौखट में बाँधकर रखता है। (चिटखनी से)
खिड़की – और तुम भूल गए, जब श्यामू ने तुम्हारे सीने पर बड़ा सा ताला लटका दिया था।
दरवाज़ा – हाँ, याद है। उसके ताले से अब तक दर्द हो रहा है। सच कहा, हम दोनों की दशा एक समान है।
खिड़की – यह तो ठीक है, पर आप तो हमेशा से बड़े हो और बड़े ही रहोगे।
दरवाज़ा – धन्यवाद! वास्तव में हम दोनों मिलकर मकान की शोभा बढ़ाते हैं।
प्रश्न 4.
उपर्युक्त में से दस-पंद्रह संवादों को चुनें, उनके साथ दृश्यों की कल्पना करें और एक छोटा सा नाटक लिखने का प्रयास करें। इस काम में अपने शिक्षक से सहयोग लें।
उत्तर:
उपर्युक्त संवादों के आधार पर छात्र/छात्राएँ शिक्षक ‘के सहयोग से स्वयं नाटक लिखने का प्रयास करें।
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